हरियाणा में पिछड़ा वर्ग वेंचर कैपिटल की शुरुआत होगी। इससे इस वर्ग से जुड़े उद्यमियों को सीधा फायदा होगा। दरअसल, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जिसमें इसको लेकर उल्लेख किया गया है। ये रिपोर्ट अर्बन लोक बॉडी (ULB), नगर निगम, नगर परिषदों और पंचायत राज संस्थाओं में में प्रतिनिधित्व के विषय को लेकर कमीशन ने सौंपी है। इस रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि BC(a) के अधिकार सुरक्षित रखते हुए BC(b) को भी आगे बढ़ाने का सरकार प्रयास करेगी। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक काम कर रहे हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के बच्चों के अधिकार सुरक्षित करने जैसे हुए फैसले सरकार ले रही है। खट्टर ने किया था कमीशन का गठन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की घोषणा 2022 में की थी। इसके बाद सरकार की ओर से रिटायर्ड जस्टिस दर्शन सिंह को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आयोग में अध्यक्ष के अलावा चार सदस्य भी शामिल किए गए थे। इसलिए किया गया था गठन राज्य में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के अनुपात का प्रावधान किए जाने के लिए अध्ययन करने व अपनी सिफारिश राज्य सरकार को सौंपने के लिए आयोग को कहा गया था। हालांकि उस समय राज्य में पंचायत के चुनाव पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के प्रावधानों के बिना ही किए गए थे, जबकि शहरी निकाय चुनाव भी बिना आरक्षण व्यवस्था के हो चुके थे। सरकार की ओर से ये भी दिया गया था टास्क हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग राज्य में पिछड़े वर्गों की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करेगा। सरकार में पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व और भागीदारी तथा सरकार के लाभों व योजनाओं का अध्ययन करने को भी आयोग से कहा गया था। शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध लाभों का आकलन आयोग के दायरे में होगा। पिछड़े वर्गों के युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों का अनुमान लगाने के साथ ही रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करने के उपायों पर भी आयोग राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट में शामिल किया गया है। पिछड़े वर्ग को लेकर शाह भी दे चुके बड़ा बयान गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के महेंद्रगढ़ दौरे के दौरान पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्ग का रिजर्वेशन छीनकर मुसलमानों को देने का काम किया है। अगर कांग्रेस हरियाणा में भी आ गई तो यहां भी पिछड़े वर्गों का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को दे देगी। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में किसी भी हालत में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू नहीं होने देंगे। हरियाणा में पिछड़ा वर्ग वेंचर कैपिटल की शुरुआत होगी। इससे इस वर्ग से जुड़े उद्यमियों को सीधा फायदा होगा। दरअसल, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जिसमें इसको लेकर उल्लेख किया गया है। ये रिपोर्ट अर्बन लोक बॉडी (ULB), नगर निगम, नगर परिषदों और पंचायत राज संस्थाओं में में प्रतिनिधित्व के विषय को लेकर कमीशन ने सौंपी है। इस रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि BC(a) के अधिकार सुरक्षित रखते हुए BC(b) को भी आगे बढ़ाने का सरकार प्रयास करेगी। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक काम कर रहे हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के बच्चों के अधिकार सुरक्षित करने जैसे हुए फैसले सरकार ले रही है। खट्टर ने किया था कमीशन का गठन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की घोषणा 2022 में की थी। इसके बाद सरकार की ओर से रिटायर्ड जस्टिस दर्शन सिंह को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आयोग में अध्यक्ष के अलावा चार सदस्य भी शामिल किए गए थे। इसलिए किया गया था गठन राज्य में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के अनुपात का प्रावधान किए जाने के लिए अध्ययन करने व अपनी सिफारिश राज्य सरकार को सौंपने के लिए आयोग को कहा गया था। हालांकि उस समय राज्य में पंचायत के चुनाव पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के प्रावधानों के बिना ही किए गए थे, जबकि शहरी निकाय चुनाव भी बिना आरक्षण व्यवस्था के हो चुके थे। सरकार की ओर से ये भी दिया गया था टास्क हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग राज्य में पिछड़े वर्गों की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करेगा। सरकार में पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व और भागीदारी तथा सरकार के लाभों व योजनाओं का अध्ययन करने को भी आयोग से कहा गया था। शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध लाभों का आकलन आयोग के दायरे में होगा। पिछड़े वर्गों के युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों का अनुमान लगाने के साथ ही रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करने के उपायों पर भी आयोग राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट में शामिल किया गया है। पिछड़े वर्ग को लेकर शाह भी दे चुके बड़ा बयान गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के महेंद्रगढ़ दौरे के दौरान पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्ग का रिजर्वेशन छीनकर मुसलमानों को देने का काम किया है। अगर कांग्रेस हरियाणा में भी आ गई तो यहां भी पिछड़े वर्गों का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को दे देगी। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में किसी भी हालत में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू नहीं होने देंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा पुलिस के ट्रेंड डॉग का बेड़ा बढ़ा:27 नए प्रशिक्षित डॉग शामिल हुए; 10 महीनों में 24 केस सुलझाए, गांजा-हेरोइन तक पकड़वा चुके अपराध नियंत्रण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए हरियाणा पुलिस द्वारा क्षमता निर्माण को लेकर सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के निर्देशानुसार डॉग स्क्वायड में तैनात डॉग की संख्या को 36 से बढ़ाकर 63 किया गया है। संख्या बढ़ाने के साथ ही डॉग्स को उच्च कोटि का प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि अपराध पर नियंत्रण किया जा सके एवं अपराधियों को पकड़ा जा सके। जनवरी 2024 से लेकर 31 अक्टूबर 2024 तक हरियाणा पुलिस के डॉग स्क्वायड की 24 मुकदद्मों को सुलझाने में मदद मिली है। इस अवधि के दौरान डॉग स्कवायड की मदद से 24 किलो 450 ग्राम गांजा, 17.18 ग्राम हेरोइन, 42.45 ग्राम स्मैक, 10 किलो 572 ग्राम डोडा पोस्त तथा 62 ग्राम चरस की रिकवरी की गई है। 3 कैटेगरी की डॉग हैं हरियाणा पुलिस में शामिल 1. पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस में वर्तमान में तीन तरह के डॉग्स को तैनात किया गया है। इन डॉग्स को इनकी खुबियों के मुताबिक अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है। पहले तरह के डॉग को ट्रैकर डॉग्स कहा जाता है, जो चोरी, मर्डर इत्यादि के मामलों में अनुसंधान अधिकारी (IO) की मदद करते हैं। इस तरह के डॉग्स राज्य अपराध शाखा के पास है जोकि लैब्राडोर नस्ल के होते हैं। 2. दूसरे प्रकार के डॉग एक्सप्लोसिव डॉग्स के नाम से जाने जाते हैं जो वीआईपी सुरक्षा तथा संदिग्ध स्थानों पर बम आदि की चेकिंग के लिए प्रयोग होते हैं। ये डॉग्स सीआईडी के पास होते हैं। इनमें भी लैब्राडोर नस्ल के डॉग्स प्रयोग किए जाते हैं। 3. तीसरी प्रकार के डॉग नारकोटिक्स डॉग्स होते हैं। ये डॉग्स मादक पदार्थों को जमीन, मकान, बिल्डिंग, व्हीकल आदि से सूंघ कर उनके बारे में इशारा करते है। पुलिस में अभी 63 ट्रेंड डॉग डीजीपी ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा पुलिस के पास 63 डॉग्स है जिसमें से पांच डॉग्स हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में तथा 58 डॉग्स हरियाणा के सभी जिलों में तैनात है। इन सभी डॉग्स पर एक-एक डॉग हैंडलर तथा असिस्टेंट डॉग हैंडलर तैनात किया गया है। हरियाणा पुलिस के बेड़े में बेल्जियम शेफर्ड, जर्मन शेफर्ड तथा लैब्राडोर तीन प्रजाति के डॉग शामिल है। इन डॉग्स के खान पान तथा रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाता है। 6 महीनें की होती है ट्रेनिंग पुलिस महानिदेशक ने बताया कि नारकोटिक्स डॉग्स को 3 माह से 6 माह तक की आयु में विभिन्न फर्मों से खरीदा जाता है। तत्पश्चात् इनका मेडिकल चेकअप करवाकर 6 माह के नारकोटिक कोर्स करवाया जाता हैं। यहां इन्हें 6 महीने की और ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद इन डॉग्स को जिलों में भेजा जाता है। नारकोटिक्स डॉग तकरीबन 10 या 11 साल के बाद रिटायर हो जाते है जिसमें रिटायर्ड डॉग्स को नियम अनुसार सबसे पहले डॉग हैंडलर तथा उसके बाद असिस्टेंट डॉग हैंडलर को अपने साथ घर ले जाने का ऑफर दिया जाता है अगर ये दोनों नहीं लेते तो इन्हें किसी एनजीओ या संस्था को दिया जाता है। इन सभी डॉग्स का प्रशिक्षण एक ट्रेनिंग प्रोग्राम के अनुसार होता है। इसके अलावा डॉग स्क्वायड द्वारा 26 जनवरी तथा 15 अगस्त पर डॉग शो भी किया जाता है। क्या बोले डीजीपी पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अपराध नियंत्रण में डॉग स्क्वायड की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉग स्क्वायड की मदद से कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाने में मदद मिली है। हरियाणा पुलिस द्वारा इन डॉग्स को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देने के साथ साथ इनकी मूलभूत सुविधाओं का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है। इन डॉग्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम को विशेष रूप से डिजाइन किया जाता है ताकि अपराधियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके।
भाजपा के 10 वादे जो गेमचेंजर बने:500 रुपए में सिलेंडर और ₹2100 से महिलाएं साधीं, सरकारी नौकरी-अग्निवीर से युवाओं के वोट मिले
भाजपा के 10 वादे जो गेमचेंजर बने:500 रुपए में सिलेंडर और ₹2100 से महिलाएं साधीं, सरकारी नौकरी-अग्निवीर से युवाओं के वोट मिले भाजपा हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। इस बार चुनाव में राज्य के 55 लाख 48 हजार 800 से ज्यादा लोगों ने BJP को अपना वोट दिया। दूसरी ओर कांग्रेस के पक्ष में 54 लाख 30 हजार 600 से ज्यादा लोगों ने मतदान किया। भाजपा को कुल मतदाताओं में से 39.94% और कांग्रेस को 39.09% ने वोट दिए। दोनों पार्टियों को मिले कुल वोटों में 1 लाख 18 हजार मतों का अंतर है लेकिन सीटों के लिहाज से देखें तो BJP को 12 सीटें ज्यादा मिलीं। कांग्रेस की ओर से लगातार पीटे जा रहे एंटी इनकम्बेंसी के ढोल और जाट बिरादरी के गुस्से के बीच BJP के रणनीतिकार चुपचाप राज्य के 2 करोड़ से ज्यादा वोटरों को साधने के लिए रणनीति बनाते रहे। इसकी बानगी पार्टी के संकल्प-पत्र में मिल गई थी। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में अलग-अलग वर्गों के लिए 20 वादे किए। पार्टी ने 18 से 60 साल की 78 लाख महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों को आवास, हर घर गृहिणी योजना के तहत उज्जवला स्कीम में 500 रुपए में सिलेंडर, 2 लाख पक्की सरकारी नौकरियों के साथ बुढ़ापा-दिव्यांग व विधवा पेंशन में वृद्धि की बात कही। भाजपा ने प्रदेश के 18 से 19 साल तक के तकरीबन 6 लाख 53 हजार वोटरों को भी ध्यान में रखा। 20 सूत्रीय संकल्प पत्र में केंद्र की 2 योजनाओं को भी शामिल किया गया। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (KMP) के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण, नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ कई रैपिड रेल सेवाओं और फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत का वादा भी पार्टी ने किया। हालांकि बीजेपी ने संकल्प पत्र में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) का कोई जिक्र नहीं किया। जानिए BJP ने कैसे किस वर्ग को साधा… 1. लाडो लक्ष्मी योजना: 78 लाख महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के जरिए हरियाणा की 78 लाख महिला वोटरों को साधा। उसने 18 से 60 साल तक की महिलाओं को 2100 रुपए प्रति महीना देने का वादा किया। कांग्रेस ने इन महिलाओं को 2000 रुपए प्रति महीना देने का वादा किया था लेकिन भाजपा ने इसे 100 रुपए बढ़ा दिया। 2. 500 रुपए में एलपीजी सिलेंडर : 49 लाख महिलाओं को लाभ
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में हर घर गृहिणी योजना के तहत 500 रुपए में एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया। इसका फायदा राज्य में उज्जवला स्कीम से जुड़ी तकरीबन 49 लाख महिलाओं को होना है। इस योजना के तहत महिलाओं को सिलेंडर की पूरी रकम का भुगतान करना होगा। उसके बाद सब्सिडी की रकम उनके बैंक अकाउंट में डाली जाएगी। कांग्रेस ने भी अपने घोषणा-पत्र में महिलाओं को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया था। 3. गरीबों को आवास: 5 लाख परिवारों को फायदा
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 5 लाख गरीबों को आवास देने की बात कही। सालाना 1 लाख 80 हजार रुपए तक की आय वाले परिवारों को इसका फायदा मिलेगा। कांग्रेस ने भी अपनी 7 गारंटियों में 3.08 गरीबों को 100 वर्ग का प्लॉट और दो कमरों का घर देने का वादा किया था। 4. 2 लाख पक्की नौकरियां : साढ़े 6 लाख यूथ को लुभाया
हरियाणा में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहा है। ऐसे में युवाओं को अपनी तरफ करने के लिए भाजपा ने भी प्रदेश के युवाओं को 2 लाख पक्की नौकरी देने का वादा किया। इसके अलावा 5 लाख युवाओं के लिए रोजगाार के अन्य अवसर पैदा करने की बात भी कही गई। नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना के माध्यम से मासिक स्टाइपेंड की सहायताा उपलब्ध कराने का वादा भी किया गया। इसके जरिए पार्टी ने 18 से 19 साल के तकरीबन 6 लाख 53 हजार वोटरों को टारगेट किया। 5. मुफ्त इलाज : 1.09 करोड़ वोटरों को साधा
हरियाणा में 1.09 करोड़ लोगों के आयुष्मान-चिरायु कार्ड हैं। 6 साल में 15.54 लाख लोगों ने 5 लाख रुपए तक के फ्री इलाज का लाभ लिया है। इस योजना पर सरकार ने 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा पैसे खर्च किए। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में फ्री इलाज की सीमा 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने की बात कही। संकल्प पत्र में चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज और 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग को अलग से 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा का वादा किया गया। 6. मेट्रो सेवा, नई ट्रेंने और रेल कॉरिडोर
बीजेपी ने अपने संकल्प-पत्र में कुछ ऐसी योजनाओं को भी शामिल किया, जिसमें केंद्र सरकार की मदद की जरूरत पड़ेगी। इसमें भारत सरकार के सहयोग से केएमपी पर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण, नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के साथ-साथ भारत सरकार के सहयोग से रैपिड रेल सेवाओं और फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा शुरू करने का वादा शामिल है। इन योजनाओं के जरिए बीजेपी ने पलवल, झज्जर, बहादुरगढ़ और सोनीपत जिले को साधा। 7. स्कॉलरशिप के बहाने दलित वोट बैंक को लुभाया
लोकसभा चुनाव में पार्टी से दूर हुए दलित वोट बैंक को साधने पर BJP ने खास जोर दिया। 21% वोट बैंक के लिए भारत के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल-इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जातियों के छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति देने का वादा किया गया। ओबीसी वर्ग के सभी उद्यमियों की मुद्रा योजना के अतिरिक्त 25 लाख रुपए तक के ऋण की गारंटी हरियाणा सरकार की ओर से उठाने का वादा भी पार्टी ने किया। 8. किसानों के लिए 24 फसलों पर MSP
हरियाणा में 80% लोग खेती-किसानी से जुड़े हैं। इस आबादी को साधने के लिए बीजेपी ने 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद का वादा किया। इसके अलावा पट्टेदारों को भूमि पर मालिकाना हक दिलाने की बात भी संकल्प पत्र में कही। 9. छोटी पिछड़ी जातियों को बोर्ड बनाने का वादा
हरियाणा में छोटी पिछड़े समाज की जातियों (36 बिरादरियों) पर भी पार्टी ने फोकस किया। बीजेपी ने संकल्प पत्र में पर्याप्त बजट के साथ इनके लिए अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाने का वादा किया। दक्षिण हरियाणा में अंतरराष्ट्रीय स्तर का अरावली जंगल सफारी पार्क बनाने का जिक्र भी किया गया। यह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। 10. पेंशन बढ़ोतरी पर सस्पेंस
बीजेपी ने वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन पर सस्पेंस बनाए रखा। संकल्प-पत्र में DA और पेंशन को जोड़ने वाले साइंटिफिक फॉर्मूले के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में वृद्धि करने का वादा किया गया। हरियाणा में करीब 35 लाख लोगों को इन पेंशन का लाभ मिलता है। इन्हें अभी 3000 रुपए प्रतिमाह पेंशन मिलती है। इस पर 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होते हैं। वादे पूरे करने के लिए 24 हजार करोड़ की जरूरत
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए तकरीबन 24 हजार करोड़ रुपए सालाना की जरूरत पड़ेगी। हालांकि इनमें से कई वादे क्रमबद्ध तरीके से लागू किए जाएंगे इसलिए फंड का इंतजाम भी चरणबद्ध तरीके से किया जा सकता है। फिर भी सरकार को अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए मशक्कत तो करनी ही पड़ेगी।
सिरसा में महिला और छात्रा लापता:एक 2 बच्चों को साथ ले गई; युवती घर से कॉलेज जाने की बात कहकर निकली
सिरसा में महिला और छात्रा लापता:एक 2 बच्चों को साथ ले गई; युवती घर से कॉलेज जाने की बात कहकर निकली हरियाणा के सिरसा में अलग-अलग स्थानों से महिला और बीए की छात्रा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गईं। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है। रानियां चुंगी निवासी व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 11 साल पहले गया बिहार निवासी महिला से हुई थी। उसके 3 बच्चे हैं। 14 जुलाई को उसकी पत्नी अपनी सास से कहकर गई थी कि वह 10 मिनट में बाहर जाकर आती है। वह अपने साथ 7 साल के बेटे और 6 साल की बेटी को भी ले गई। कई देर इंतजार करने के बाद पत्नी घर नहीं आई। घरवालों ने उसकी हर जगह तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद शहर थाना पुलिस को शिकायत दी गई। हनुमानगढ़ के कॉलेज में गई थी छात्रा वहीं, ऐलनाबाद के वार्ड नंबर एक निवासी व्यक्ति ने बताया है कि उसकी 22 वर्षीय बेटी हनुमानगढ़ स्थित एक कॉलेज में बीए की छात्रा है। वह सप्ताह में 2 बार कॉलेज जाती थी। वह सुबह 7 बजे वाली ट्रेन से ऐलनाबाद से हनुमानगढ़ जाती और शाम 4 बजे वाली ट्रेन से वापस आ जाती थी। 19 जुलाई को बेटी सुबह 7 बजे वाली ट्रेन में हनुमानगढ़ चली गई। वह शाम 4 बजे ऐलनाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचा तो उसकी बेटी वहां नहीं मिली। इसके बाद उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।