हरियाणा में पिछड़ा वर्ग वेंचर कैपिटल की शुरुआत होगी। इससे इस वर्ग से जुड़े उद्यमियों को सीधा फायदा होगा। दरअसल, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जिसमें इसको लेकर उल्लेख किया गया है। ये रिपोर्ट अर्बन लोक बॉडी (ULB), नगर निगम, नगर परिषदों और पंचायत राज संस्थाओं में में प्रतिनिधित्व के विषय को लेकर कमीशन ने सौंपी है। इस रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि BC(a) के अधिकार सुरक्षित रखते हुए BC(b) को भी आगे बढ़ाने का सरकार प्रयास करेगी। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक काम कर रहे हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के बच्चों के अधिकार सुरक्षित करने जैसे हुए फैसले सरकार ले रही है। खट्टर ने किया था कमीशन का गठन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की घोषणा 2022 में की थी। इसके बाद सरकार की ओर से रिटायर्ड जस्टिस दर्शन सिंह को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आयोग में अध्यक्ष के अलावा चार सदस्य भी शामिल किए गए थे। इसलिए किया गया था गठन राज्य में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के अनुपात का प्रावधान किए जाने के लिए अध्ययन करने व अपनी सिफारिश राज्य सरकार को सौंपने के लिए आयोग को कहा गया था। हालांकि उस समय राज्य में पंचायत के चुनाव पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के प्रावधानों के बिना ही किए गए थे, जबकि शहरी निकाय चुनाव भी बिना आरक्षण व्यवस्था के हो चुके थे। सरकार की ओर से ये भी दिया गया था टास्क हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग राज्य में पिछड़े वर्गों की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करेगा। सरकार में पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व और भागीदारी तथा सरकार के लाभों व योजनाओं का अध्ययन करने को भी आयोग से कहा गया था। शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध लाभों का आकलन आयोग के दायरे में होगा। पिछड़े वर्गों के युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों का अनुमान लगाने के साथ ही रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करने के उपायों पर भी आयोग राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट में शामिल किया गया है। पिछड़े वर्ग को लेकर शाह भी दे चुके बड़ा बयान गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के महेंद्रगढ़ दौरे के दौरान पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्ग का रिजर्वेशन छीनकर मुसलमानों को देने का काम किया है। अगर कांग्रेस हरियाणा में भी आ गई तो यहां भी पिछड़े वर्गों का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को दे देगी। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में किसी भी हालत में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू नहीं होने देंगे। हरियाणा में पिछड़ा वर्ग वेंचर कैपिटल की शुरुआत होगी। इससे इस वर्ग से जुड़े उद्यमियों को सीधा फायदा होगा। दरअसल, प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। जिसमें इसको लेकर उल्लेख किया गया है। ये रिपोर्ट अर्बन लोक बॉडी (ULB), नगर निगम, नगर परिषदों और पंचायत राज संस्थाओं में में प्रतिनिधित्व के विषय को लेकर कमीशन ने सौंपी है। इस रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि BC(a) के अधिकार सुरक्षित रखते हुए BC(b) को भी आगे बढ़ाने का सरकार प्रयास करेगी। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक काम कर रहे हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देना, क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाना, शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के बच्चों के अधिकार सुरक्षित करने जैसे हुए फैसले सरकार ले रही है। खट्टर ने किया था कमीशन का गठन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की घोषणा 2022 में की थी। इसके बाद सरकार की ओर से रिटायर्ड जस्टिस दर्शन सिंह को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आयोग में अध्यक्ष के अलावा चार सदस्य भी शामिल किए गए थे। इसलिए किया गया था गठन राज्य में पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के अनुपात का प्रावधान किए जाने के लिए अध्ययन करने व अपनी सिफारिश राज्य सरकार को सौंपने के लिए आयोग को कहा गया था। हालांकि उस समय राज्य में पंचायत के चुनाव पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के प्रावधानों के बिना ही किए गए थे, जबकि शहरी निकाय चुनाव भी बिना आरक्षण व्यवस्था के हो चुके थे। सरकार की ओर से ये भी दिया गया था टास्क हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग राज्य में पिछड़े वर्गों की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्थितियों का अध्ययन करेगा। सरकार में पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधित्व और भागीदारी तथा सरकार के लाभों व योजनाओं का अध्ययन करने को भी आयोग से कहा गया था। शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध लाभों का आकलन आयोग के दायरे में होगा। पिछड़े वर्गों के युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों का अनुमान लगाने के साथ ही रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करने के उपायों पर भी आयोग राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट में शामिल किया गया है। पिछड़े वर्ग को लेकर शाह भी दे चुके बड़ा बयान गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के महेंद्रगढ़ दौरे के दौरान पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कर्नाटक में पिछड़े वर्ग का रिजर्वेशन छीनकर मुसलमानों को देने का काम किया है। अगर कांग्रेस हरियाणा में भी आ गई तो यहां भी पिछड़े वर्गों का आरक्षण छीनकर मुस्लिमों को दे देगी। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हरियाणा में किसी भी हालत में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू नहीं होने देंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा रोडवेज बस टोल प्लाजा डिवाइडर से टकराई:17 यात्री घायल; ब्रेक फेल होने से हादसा, सवारियां गिरीं; सीटों पर बिखरा खून
हरियाणा रोडवेज बस टोल प्लाजा डिवाइडर से टकराई:17 यात्री घायल; ब्रेक फेल होने से हादसा, सवारियां गिरीं; सीटों पर बिखरा खून हरियाणा रोडवेज की बस यमुनानगर में टोल प्लाजा के डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में बस में सवार 17 यात्रियों को चोटें आई हैं। हादसे की सूचना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। घायलों को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में पहुंचाया गया। हादसा गधौला मिल्क टोल प्लाजा पर हुआ है। बस में 40 से 45 यात्री सवार थे। बताया जा रहा है कि हादसा ब्रेक फेल होने के कारण हुआ। फिलहाल पुलिस घायलों के बयान दर्ज कर छानबीन में लगी है। यमुनानगर से अंबाला जा रही थी बस
जानकारी के अनुसार रोडवेज की बस यमुनानगर से अंबाला जा रही थी। इस बीच दोपहर 1 बजे के बाद बस गधौला टोल प्लाजा पर पहुंची। बस कंडक्टर संजीव कुमार और घायल महिला यात्री वैभव ने बताया कि यहां बस तेज गति से डिवाइडर के साथ टकराई है। बस के टकराते ही लोग सीटों से नीचे गिर गए। कई लोग आगे की सीटों से टकरा गए। इससे उन्हें मुंह पर चोट आई है। सीटों पर खून बिखर गया। सभी घायलों को जगाधरी के नागरिक अस्पताल लाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। घायलों को अस्पताल में करवाया भर्ती
हादसे की वजह बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। इसमें कंडक्टर को भी हल्की चोटें आई हैं। उसको भी जगाधरी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बस एक्सीडेंट की सूचना मिलते ही थाना छप्पर पुलिस मौके पर पहुंची। अचानक से ब्लास्ट होने जैसी आवाज आई
यात्रियों अंजू रानी अकीरा, शमीमा बेगम ने बताया कि वह जगाधरी से बस में सवार होकर अंबाला जा रहे थे। अचानक से ब्लास्ट होने जैसी आवाज सुनाई दी। इससे उनके होश उड़ गए। उनके मुंह और हाथों पर गंभीर चोटें लगी हैं। थाना छप्पर के जांच अधिकारी राजेंद्र कुमार ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं। आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब देखिए हादसे के बाद के PHOTOS… बस हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रेवाड़ी में चलती रोडवेज बस का टायर निकला, 15-20 यात्री सवार थे हरियाणा के रेवाड़ी में चलती रोडवेज बस का टायर निकल गया। गनीमत रही कि बस में सवार 15 से 20 लोगों को कोई चोट नहीं आई। कोसली बस स्टैंड से सुबह 5:50 बजे किमी स्कीम की बस कोसली से आगरा के लिए जाती है। मंगलवार सुबह कोसली से आगरा के लिए जाते समय कोसी कलां के पास बस का कंडक्टर साइड का टायर निकल गया और बेरिंग टूट गई। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा कांग्रेस के कैंडिडेट को भाषण देने से रोका:मंच पर पकड़ा नेता का हाथ, बोला- तुझे वोट दिया, तूने पर्ची पर साइन नहीं किए
हरियाणा कांग्रेस के कैंडिडेट को भाषण देने से रोका:मंच पर पकड़ा नेता का हाथ, बोला- तुझे वोट दिया, तूने पर्ची पर साइन नहीं किए हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास घोड़ेला को विरोध का सामना करना पड़ा। घोड़ेला गांव जुगलान में सभा को संबोधित करने गए थे। जैसे ही घोड़ेला बोलने लगे एक व्यक्ति उनके पास जा पहुंचा और कहा, ‘पिछली बार तुझे वोट दिए, तू हमारे कारण जीता, मगर जीतने के बाद तूने नौकरी के लिए पर्ची पर साइन नहीं किए’। इसके बाद कार्यक्रम में गरमा गर्मी हो गई। घोड़ेला के साथ आए उनके समर्थक नारेबाजी करने लगे। कुछ देर तक हंगामा चलता रहा, इसके बाद जब माहौल शांत हुआ तो घोड़ेला अपनी बात कहकर गांव से निकल गए। गांव जुगलान में विरोध करने वाले व्यक्ति का नाम राजकुमार जागलान है। राजकुमार जागलान का कहना है कि पिछली बार (2009 में) जब रामनिवास घोड़ेला ने चुनाव लड़ा तो उन्होंने बड़े-बड़े वादे किए थे। पूरे गांव ने एक तरफा वोट दिए थे लेकिन जीतने के बाद विधायक ने गांव की तरफ देखा भी नहीं। साथ ही राजकुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि घोड़ेला ने सिर्फ अपने 5-6 समर्थकों का काम किया, बाकि किसी का कोई काम नहीं करवाया। बरवाला का बड़ा गांव हैं जुगलान
जुगलाना बरवाला के बड़े गांवों में से एक है यहां करीब 4300 वोट हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पूरा गांव घोड़ेला के विरोध में खड़ा है। 2009 में जीतकर जब वह विधायक बने थे तो उन्होंने जीतने के बाद गांव के किसी भी व्यक्ति का कोई काम नहीं करवाया। यही कारण है कि जैसे ही वो अब गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे कांग्रेसी
इस सीट से कांग्रेस की टिकट के कई दावेदार थे। यही कारण है कि कांग्रेस के कई स्थानीय नेता भी घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राजेंद्र सूरा, कृष्ण सातरोड़ और भूपेंद्र गंगवा कांग्रेस प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में घोड़ेला के लिए चुनाव में आगे और मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राम निवास घोड़ेला पर दर्ज हुआ था केस
2009 से 2014 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे विनोद भ्याना, रामकिशन फौजी, विधायक जरनैल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, विधायक नरेश सेलवाल ने सीएलयू करवाने के लिए, वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने के लिए और विधायक रामनिवास घोड़ेला ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट भट्टों पर बच्चों को पढ़ाने का काम एनजीओ को दिलवाने के लिए घूस की मांग की थी। इस मामले के बारे में एक स्टिंग आपरेशन किया गया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इनेलो ने 2014 में इन सबके खिलाफ भ्रष्ट आचरण की शिकायत लोकायुक्त से की थी। तत्कालीन लोकायुक्त ने 16 दिसंबर, 2015 को उपरोक्त सभी को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एसआईटी गठित करके जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि 27 जुलाई, 2015 को तत्कालीन एडीजीपी एवं एसआईटी के इंचार्ज वी कामराजा ने इन सबको भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोषी माना और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की थी। जिसके आधार पर इन सबके खिलाफ मुकदमे स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए थे। विनोद भ्याना का पीए जेल में भी रहा और उसके खिलाफ हिसार में मुकदमा चल रहा है।
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार के काफिले पर फायरिंग:एक समर्थक की छाती पर लगी गोली, कइयों को छर्रे लगे, बाइक पर आए हमलावर, गैंगस्टर से जुड़े तार
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवार के काफिले पर फायरिंग:एक समर्थक की छाती पर लगी गोली, कइयों को छर्रे लगे, बाइक पर आए हमलावर, गैंगस्टर से जुड़े तार हरियाणा में शुक्रवार (20 सितंबर) को कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी के काफिले पर फायरिंग हुई। इसमें काफिले में मौजूद एक समर्थक को गोली लगी है, जबकि कुछ को छर्रे लगे हैं। इसमें गोली लगने से गंभीर घायल कार्यकर्ता को पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उसे PGI रेफर कर दिया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। घायल कार्यकर्ता की पहचान गोल्डी के रूप में हुई है। वह कालका के खेड़ी गांव का रहने वाला है। उसके ऊपर रायपुर रानी थाने में आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। शुक्रवार को कालका विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप चौधरी प्रचार के लिए काफिले के साथ रायपुर रानी के पास भरौली गांव जा रहे थे। इस दौरान स्प्लेंडर बाइक पर आए 3 बदमाशों ने कार में सवार गोल्डी पर 3 गोलियां चला दी। इसमें एक गोली गोल्डी की छाती में लगी। वहीं गोल्डी के साथ बैठे लोगों को छर्रे लगे। फायरिंग करने के बाद हमलावर फरार हो गए। वहीं गोल्डी को अस्पताल लाया गया। पुलिस और CIA की टीम इस मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार गोल्डी पर गोली गैंगस्टर भुप्पी राणा गैंग के गुर्गों ने चलाई है। गोल्डी का पहले भुप्पी राणा गैंग से झगड़ा हुआ था। घटना के बाद की PHOTOS… पुलिस खंगाल रही CCTV फुटेज
घटना से इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। इस हमले के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। पिस्टल और कारतूस के साथ पकड़ा था गोल्डी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गोल्डी आपराधिक प्रवृत्ति का है। पंचकूला पुलिस ने 2017 में उसे पिस्टल और जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा था। इसको लेकर पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली थी। पंचकूला पुलिस ने गोल्डी की गिरफ्तारी को लेकर डाली पोस्ट… कौन है गैंगस्टर भुप्पी राणा
जिस गैंगस्टर भुप्पी राणा से हमले के तार जुड़े हैं वह मोहाली जिले के हंडेसरा का रहने वाला है। चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में उसका नेटवर्क है। यहां पर उसके गुर्गे सक्रिय हैं। वह गुर्गों की मदद से अवैध वसूली करता है। शिरोमणि अकाली दल के युवा नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की मौत में भी भुप्पी राणा का नाम सामने आया था।