हरियाणा के गुरुग्राम में शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन डाक कांवड़ियों के 2 गुट आपस में भिड़ गए। लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी हुई, जिसमें करीब 6 लोग घायल हो गए। जिनमें 3 की हालत गंभीर है। विवाद डीजे को लेकर हुआ था। पहले तो मामला शांत हो गया। बाद में जल चढ़ाने के बाद दोनों गुट आमने-सामने हो गए। झगड़े में 2 गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई। घटना की सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पूरे इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई। घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। विवाद का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है। डीजे के कंपीटिशन पर शुरू हुआ विवाद सेक्टर 12 में प्रेम नगर के रहने वाले दीपक कुमार ने बताया कि विवाद 27 जुलाई से शुरू हुआ। एक उनकी डाक कांवड़ थी, जबकि इसके इलाके में राज सिनेमा के सामने से दूसरी डाक कांवड़ निकली थी। रात 11 बजे उनकी कांवड़ आगे थी। दूसरे गुट ने बाहर से डीजे बुला रखा था। उन्होंने कहा कि हमारे साथ कंपीटिशन करो। उन्होंने मना किया तो वहां कहासुनी हो गई। दूसरे पक्ष ने कहा कि आप जल लेकर आइए फिर यहां लड़ाई करेंगे। घर जाकर युवक के साथ मारपीट की दीपक ने आरोप लगाया कि शिवरात्रि की सुबह वह जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे। सामने से दूसरा गुट भी आ गया। उनके हाथ में डंडे और तलवार थीं। उन्होंने कहा कि हम जल चढ़ाकर आ रहे हैं, आप अपने मोहल्ले में जल चढ़ाकर आ जाओ। इसके बाद दूसरे गुट ने उनके साथी से घर जाकर मारपीट की। रास्ते में जो भी मिला उसके साथ मारपीट की। मामा का लड़का रोहताश स्कॉर्पियो लेकर जा रहा था, उसके साथ मारपीट करते हुए गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। हमारे परिवार के 6 लोग घायल हुए हैं। वे करीब 250 लोग थे। उन्होंने महिलाओं से भी मारपीट की। ACP बोले- जल चढ़ाने के बाद हुआ विवाद ACP सुरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पार्टियां जल चढ़ा चुकी थीं। बाद में एक पार्टी ने अटैक कर दिया। अभी किस बात को लेकर अटैक किया, इसके लिए बयान दर्ज किए जाएंगे। जिन पर हमला करने का आरोप हैं, वह सामने ही रहते हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। एक स्कॉर्पियो और टाटा 407 में तोड़फोड़ की गई। बयान दर्ज करने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। ये खबर भी पढ़ें :- झज्जर में कांवड़ियों की गाड़ी डिवाइडर से टकराकर पलटी, एक की मौत, 4 घायल हरियाणा में झज्जर के भापडोदा गांव के पास डाक कांवड़ की पिकअप गाड़ी अचानक डिवाइडर से टकरा गई। इस सड़क हादसे में 4-5 कांवड़िए घायल हो गए। उनको इलाज के लिए झज्जर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर एक कांवड़िए की मौत हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम की मौके पर पहुंची और मृतक के शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल में भिजवाया गया। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा के गुरुग्राम में शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन डाक कांवड़ियों के 2 गुट आपस में भिड़ गए। लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी हुई, जिसमें करीब 6 लोग घायल हो गए। जिनमें 3 की हालत गंभीर है। विवाद डीजे को लेकर हुआ था। पहले तो मामला शांत हो गया। बाद में जल चढ़ाने के बाद दोनों गुट आमने-सामने हो गए। झगड़े में 2 गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई। घटना की सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पूरे इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई। घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। विवाद का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है। डीजे के कंपीटिशन पर शुरू हुआ विवाद सेक्टर 12 में प्रेम नगर के रहने वाले दीपक कुमार ने बताया कि विवाद 27 जुलाई से शुरू हुआ। एक उनकी डाक कांवड़ थी, जबकि इसके इलाके में राज सिनेमा के सामने से दूसरी डाक कांवड़ निकली थी। रात 11 बजे उनकी कांवड़ आगे थी। दूसरे गुट ने बाहर से डीजे बुला रखा था। उन्होंने कहा कि हमारे साथ कंपीटिशन करो। उन्होंने मना किया तो वहां कहासुनी हो गई। दूसरे पक्ष ने कहा कि आप जल लेकर आइए फिर यहां लड़ाई करेंगे। घर जाकर युवक के साथ मारपीट की दीपक ने आरोप लगाया कि शिवरात्रि की सुबह वह जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे। सामने से दूसरा गुट भी आ गया। उनके हाथ में डंडे और तलवार थीं। उन्होंने कहा कि हम जल चढ़ाकर आ रहे हैं, आप अपने मोहल्ले में जल चढ़ाकर आ जाओ। इसके बाद दूसरे गुट ने उनके साथी से घर जाकर मारपीट की। रास्ते में जो भी मिला उसके साथ मारपीट की। मामा का लड़का रोहताश स्कॉर्पियो लेकर जा रहा था, उसके साथ मारपीट करते हुए गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। हमारे परिवार के 6 लोग घायल हुए हैं। वे करीब 250 लोग थे। उन्होंने महिलाओं से भी मारपीट की। ACP बोले- जल चढ़ाने के बाद हुआ विवाद ACP सुरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पार्टियां जल चढ़ा चुकी थीं। बाद में एक पार्टी ने अटैक कर दिया। अभी किस बात को लेकर अटैक किया, इसके लिए बयान दर्ज किए जाएंगे। जिन पर हमला करने का आरोप हैं, वह सामने ही रहते हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। एक स्कॉर्पियो और टाटा 407 में तोड़फोड़ की गई। बयान दर्ज करने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। ये खबर भी पढ़ें :- झज्जर में कांवड़ियों की गाड़ी डिवाइडर से टकराकर पलटी, एक की मौत, 4 घायल हरियाणा में झज्जर के भापडोदा गांव के पास डाक कांवड़ की पिकअप गाड़ी अचानक डिवाइडर से टकरा गई। इस सड़क हादसे में 4-5 कांवड़िए घायल हो गए। उनको इलाज के लिए झज्जर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर एक कांवड़िए की मौत हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम की मौके पर पहुंची और मृतक के शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल में भिजवाया गया। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में ट्रेन से कटकर व्यक्ति की मौत:नहीं हो सकी मृतक की पहचान, हादसा या सुसाइड-पुलिस जांच में जुटी भिवानी के गांव सुई रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। राजकीय रेलवे पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। पुलिस ने आसपास में पूछताछ कर मृतक की पहचान करने का प्रयास किया, लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो पाई। भिवानी राजकीय रेलवे चौकी पुलिस को शनिवार सुबह सूचना मिली कि सुई रेलवे स्टेशन के नजदीक गांव खरकड़ी की तरफ जाने वाली रेलवे लाइन पर एक अज्ञात व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। सूचना मिलने पर राजकीय रेलवे चौकी पुलिस से एसआइ सुरेंद्र अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। प्राथमिक जांच में सामने आया कि मृतक की उम्र करीब 50 साल है। उसने आसमानी रंग की शर्ट और नीले रंग की लावर पहनी हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल शव को 72 घंटे के लिए अस्पताल के शवगृह में रखवाया है, ताकि उसकी पहचान हो सके। पुलिस शिनाख्त में जुटी हुई है। यात्री ट्रेन से कटने का अंदेशा उक्त व्यक्ति यात्री ट्रेन से कटने का अंदेशा जताया जा रहा है। राजकीय रेलवे पुलिस टीम द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। मृतक के पास से किसी तरह की आईडी नहीं मिलने से पहचान नहीं हो पाई है। पहचान के बाद ही साफ हो पाएगा कि उसकी मौत इतफाकिया है या फिर आत्महत्या की है।
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हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह हरियाणा सरकार के अल्पमत को लेकर कांग्रेस के दावे को BJP ने चैलेंज किया है। भाजपा नेता और CM के पब्लिसिटी एडवाइजर ने कहा है कि मैं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चैलेंज करता हूं कि वह अपनी पार्टी के 30 विधायकों को एक जगह इकट्ठा करा लें। साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायक एक साथ आ जाएं तो मैं ये मान लूंगा कि हरियाणा में भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसके बाद भाजपा पटल पर जाकर अपना बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ऐसी अफवाहें फैलाने के लिए हरियाणा के लोगों से माफी मांगें। हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में बीजेपी सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार अल्पमत में है। हमने पहले भी राज्यपाल को लिखा था और अब फिर राज्यपाल को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि ये (BJP), जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों से इस्तीफा दिलवा देंगे। एक तरह से BJP वाले हॉर्स ट्रेडिंग में लगे हैं। इन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के चैलेंज की ये 2 वजहें… कांग्रेस की गुटबाजी
भाजपा के द्वारा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ये चैलेंज देने की वजह सबसे बड़ी गुटबाजी है। 10 जून को पूर्व सीएम के द्वारा बुलाई गई कांग्रेस दल की मीटिंग में 27 विधायक ही पहुंचे। चूंकि वरुण चौधरी अब अंबाला से सांसद बन चुके हैं तो अभी सदन में कांग्रेस के पास 29 विधायक ही बचे हुए हैं। जबकि सीएलपी में तोशाम विधायक किरण चौधरी और सढौरा से विधायक रेनू वाला नहीं शामिल हुईं। ये विधायक एसआरके गुट के हैं। वह नहीं चाहते कि हुड्डा प्रदेश में कांग्रेस को लीड करें। भाजपा इसी गुटबाजी को अब हवा देने में लग गई है। जजपा में पड़ चुकी है फूट
भाजपा जानती है कि जजपा में फूट पड़ी हुई है। जजपा की ओर से हाल ही में विधानसभा स्पीकर के सामने ये याचिका लगाई है। याचिका में कहा गया है कि जींद के नरवाना से विधायक सुरजाखेड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के के नामांकन में शामिल हुए थे, जबकि जोगीराम सिहाग ने हिसार सीट से बीजेपी कैंडिडेट रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में प्रचार किया। याचिका के साथ इन विधायकों के वीडियो को आधार बनाया गया है। पार्टी ने मांग की है कि इन विधायकों ने पार्टी विरोधी कार्य किए हैं, इसलिए उनकी सदस्यता भंग की जाए। ऐसे में यदि इनकी सदस्यता रद्द हो जाती है तो जजपा के पास 8 ही विधायक बचेंगे। इसके अलावा देवेंद्र बबली, राज कुमार गौतम भी खुलेआम बगावत कर रहे हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है अल्पमत का दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उपचुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। कांग्रेस कह रही है कि हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद जजपा सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर की जगह नायब सैनी सीएम बने। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।