हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मेनिफेस्टो कमेटी की पहली बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत यह महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिनमें सुझाव पेटी की स्थापना का निर्णय भी शामिल है। 22 जिलों में भी स्थापित की जाएगी सुझाव पेटी मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि बीजेपी कार्यालय में सुझाव पेटी रखी जाएगी, जहां जनता अपने सुझाव दे सकेगी। इसके अलावा, 22 जिलों में भी सुझाव पेटी स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही एक मिस कॉल नंबर के माध्यम से लिंक भेजकर भी सुझाव दिए जा सकेंगे। उन्होंने घोषणा की कि आज संकल्प पत्र वैन को रवाना किया जाएगा, जो जनता के बीच जाकर उनके विचारों को संकलित करेगी। 29 अगस्त को आयोजित होगी दूसरी बैठक मुख्यमंत्री ने पिछले चुनावों के संकल्प पत्र को लेकर भी चर्चा की और बताया कि उनकी सरकार ने सभी संकल्पों को पूरा किया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष केवल झूठी घोषणाएं करता है और उसे पूरा नहीं कर पाता। “हम जो संकल्प पत्र में वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं,” मुख्यमंत्री ने कहा। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 29 अगस्त को कमेटी की दूसरी बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें संकल्प पत्र के सुझावों की स्क्रूटनी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के तेज़ विकास के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मेनिफेस्टो कमेटी की पहली बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत यह महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिनमें सुझाव पेटी की स्थापना का निर्णय भी शामिल है। 22 जिलों में भी स्थापित की जाएगी सुझाव पेटी मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि बीजेपी कार्यालय में सुझाव पेटी रखी जाएगी, जहां जनता अपने सुझाव दे सकेगी। इसके अलावा, 22 जिलों में भी सुझाव पेटी स्थापित की जाएगी। इसके साथ ही एक मिस कॉल नंबर के माध्यम से लिंक भेजकर भी सुझाव दिए जा सकेंगे। उन्होंने घोषणा की कि आज संकल्प पत्र वैन को रवाना किया जाएगा, जो जनता के बीच जाकर उनके विचारों को संकलित करेगी। 29 अगस्त को आयोजित होगी दूसरी बैठक मुख्यमंत्री ने पिछले चुनावों के संकल्प पत्र को लेकर भी चर्चा की और बताया कि उनकी सरकार ने सभी संकल्पों को पूरा किया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष केवल झूठी घोषणाएं करता है और उसे पूरा नहीं कर पाता। “हम जो संकल्प पत्र में वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं,” मुख्यमंत्री ने कहा। मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 29 अगस्त को कमेटी की दूसरी बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें संकल्प पत्र के सुझावों की स्क्रूटनी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के तेज़ विकास के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में सिफारिशी नियुक्ति बंद:ACB चीफ की DGP को चिट्ठी, अधिकारी–मंत्रियों से सिफारिश का फैशन नहीं चलेगा, ऑनलाइन अप्लाई कराएं
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में सिफारिशी नियुक्ति बंद:ACB चीफ की DGP को चिट्ठी, अधिकारी–मंत्रियों से सिफारिश का फैशन नहीं चलेगा, ऑनलाइन अप्लाई कराएं हरियाणा सरकार के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में अब कर्मचारियों और अधिकारियों की सिफारिशी नियुक्ति नहीं होगी। इस बारे में 23 दिसंबर को ही नियुक्त हुए ACB के नए चीफ ADGP आलोक कुमार मित्तल ने DGP शत्रुजीत कपूर को चिट्ठी भेजी है। जिसमें यह भी कहा गया कि एसीबी में नियुक्ति के लिए अधिकारियों–मंत्रियों के सिफारिश का एडहॉक फैशन के बजाय पारदर्शिता से काम होगा। इसके लिए इच्छुक अधिकारियों–कर्मचारियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करने को कहा गया है। यह नियुक्ति डेपुटेशन के आधार पर होगी। ADGP की DGP को लिखी चिट्ठी में क्या…
एंटी करप्शन ब्यूरो में डेप्यूटेशन के इच्छुक अधिकारियों के लिए ACB ने एक पोर्टल बनाया है। ट्रांसफर पॉलिसी के अधीन जो अधिकारी एसीबी के लिए योग्य हैं, वह इस पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। अफसरों और मिनिस्ट्रियल कैडर की तरफ से नाम प्रस्तावित करने के अनौपचारिक फैशन के बजाय यह काम ऑनलाइन पारदर्शिता से होगा। इस पोर्टल का लिंक ACB की ऑफिशियल वेबसाइट www.acb.haryana.gov.in पर दिया गया है। DGP ने सभी अधिकारियों को भेजी सूचना
ACB चीफ ADGP मित्तल ने डीजीपी से अनुरोध किया कि इसके बारे में सभी पुलिस यूनिट को सूचित कर दें ताकि इव्छुक अधिकारी इस पोर्टल के जरिए आवेदन कर सके। इसके बाद DGP ऑफिस से सभी पुलिस कमिश्नर, SP और पुलिस हेडक्वार्टर की ब्रांचों में इसके बारे में सूचना भेज दी गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो से जुड़े 3 पॉइंट्स… 1. हरियाणा गठन के बाद 3 बार बदला गया नाम
1 नवंबर 1966 को हरियाणा का गठन हुआ था। इसके एक साल बाद जून 1967 में रिश्वतखोरी पर कार्रवाई के लिए स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (SVB) बनाया गया था। इसकी शुरुआत एक विशेष जांच एजेंसी (SIA) के तौर पर हुई थी, बाद में साल 1978 में इसका नाम बदलकर स्टेट विजिलेंस ब्यूरो कर दिया गया। फिर फरवरी, 2023 में इसका नाम बदलकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी ACB कर दिया गया। यह फैसला तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में डिविजनल विजिलेंस ब्यूरो के पुलिस उप महानिरीक्षकों (डीआईजी) और पुलिस अधीक्षकों के साथ हुई अहम बैठक में लिया गया था। 3. राज्य से जिला स्तर पर एक्टिव किया गया
शुरुआत में ACB राज्य स्तर पर काम करती थी। इसके बाद तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने ही रिश्वत के मामलों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए इसे जिला स्तर पर भी एक्टिव किया। अब एसीबी राज्य, मंडल और जिला स्तर पर काम करती है। इसके लिए अलग से नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। 3. पिछले साल 104 जगह रेड, 155 केस दर्ज किए
ACB ने साल 2024 में 104 जगहों पर रेड की। इसमें 86 सरकारी कर्मचारियों– अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया। जिनमें 6 गजटेड ऑफिसर, 80 अराजपत्रित अधिकारी और 31 निजी व्यक्ति शामिल थे। इन 86 गिरफ्तार आरोपियों से रिश्वत के बदले लिए 88 लाख से ज्यादा रुपए बरामद किए गए। ACB ने इस मामले में 155 केस दर्ज किए। जिनमें 104 केस रंगेहाथों पकड़ने और 51 मामले शिकायत व जांच के बाद दर्ज किए गए।
सिरसा में सिर में डंडा मार मां की हत्या:शराब पीकर आने पर बेटे को टोका था; नशे के कारण पत्नी भी छोड़ चुकी
सिरसा में सिर में डंडा मार मां की हत्या:शराब पीकर आने पर बेटे को टोका था; नशे के कारण पत्नी भी छोड़ चुकी हरियाणा के सिरसा में बेटे ने सिर पर डंडा मारकर अपनी मां की हत्या कर दी। बेटा शराब पीने का आदी है और उसकी इस लत के कारण उसकी पत्नी भी उसे छोड़ कर चली गई थी। शराब पीकर घर आने पर मां ने बेटे को डांटा था। घटना की सूचना मिलने पर ऐलनाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार दोपहर सिरसा के सिविल हॉस्पिटल में किया गया। पुलिस ने घरवालों का बयान दर्ज करके आरोपी बेटे जसवंत के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार गांव भूरटवाला निवासी 62 वर्ष नैना देवी के पति बीरबल की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। उसका पुत्र जसवंत शराब पीने का आदी है। जसवंत के शराब पीने की लत से उसकी पत्नी भी उसे कुछ समय पहले छोड़कर चली गई थी। बुधवार रात को जसवंत शराब पीकर घर आया तो नैना देवी उसे डांटने लगी। जिससे मां-बेटे के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद गुस्से में आकर जसवंत ने अपनी मां नैना देवी के सिर पर डंडा मारा। सिर में डंडा लगने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीण घायल नैना देवी को लेकर इलाज के लिए सिरसा सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। यहां इलाज के दौरान रात को ही उसकी मौत हो गई। जसवंत अपनी मां के सिर पर डंडा मारने के बाद मौके से फरार हो गया था। घटना की सूचना मिलने पर ऐलनाबाद पुलिस की एक टीम गांव भूरटवाला व दूसरी टीम सिरसा सिविल हॉस्पिटल में पहुंची। वीरवार सुबह मृतका के सारे रिश्तेदार सिविल हॉस्पिटल पहुंचे तो पुलिस ने परिजनों का बयान दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी जसवंत के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
हरियाणा CM ने विधायक पद की शपथ ली:बोले- कांग्रेस झूठ बोल लोकसभा चुनाव जीती, राज्य में सरकार BJP बनाएगी; बागी जजपा MLA भी पहुंचे
हरियाणा CM ने विधायक पद की शपथ ली:बोले- कांग्रेस झूठ बोल लोकसभा चुनाव जीती, राज्य में सरकार BJP बनाएगी; बागी जजपा MLA भी पहुंचे हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने नए विधायक के रूप में शपथ ले ली। गुरूवार को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नायब सैनी ने करनाल विधानसभा सीट से उपचुनाव जीता है। यह सीट पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। शपथग्रहण के बाद CM सैनी ने दावा किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हरियाणा में फिर BJP की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की साढ़े 9 सालों की सरकार में भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया। सीएम की शपथ ग्रहण में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, लीलाराम गुर्जर, डुडाराम, सत्यप्रकाश जरवाता, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, बागी जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली के अलावा कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक रामकुमार कश्यप भी मौजूद रहे। कांग्रेस ने झूठ की दम पर लोकसभा चुनाव जीता
सीएम सैनी ने कहा कि भाजपा की कल यानी बुधवार को विधायक दल और मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में सामने आया है कि कांग्रेस ने झूठ के दम पर चुनाव जीतने का काम किया है। कांग्रेस ने चुनाव में झूठ का सहारा लिया है। कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए डॉ भीमराव अंबेडकर का भी सम्मान नहीं किया। कांग्रेस ने संविधान को अपमानित करने का काम किया है। जबकि भाजपा ने हमेशा ही अंबेडकर जी को सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 सालों में गरीबी हटाने का काम किया है। हरियाणा में हमारे पास बहुमत
सीएम सैनी बोले कि हरियाणा में हमारी सरकार बहुमत में है। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी का वोट प्रतिशत है। सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार योजनाबद्ध तरीके पात्रों तक प्राथमिकता के आधार पर लाभ पहुंचाएंगी। हमारी डबल इंजन की सरकार ने लोगों को रहने के लिए छत दी है। शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चंडीगढ़ में कई विभागों की बैठक कर दिल्ली रवाना होंगे। वहां वह कल यानी 7 जून को भाजपा शासित राज्यों की मुख्यमंत्री परिषद की बुलाई बैठक में हिस्सा लेंगे। नायब सैनी का सियासी सफर 1. अंबाला के छोटे से गांव में जन्म
नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के छोटे से गांव मिजापुर माजरा में हुआ। उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बीआर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन और मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से LLB की डिग्री ली। इसके बाद राजनीति में उतरे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे सैनी को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। वह 1996 से हरियाणा भाजपा के संगठन में काम करते रहे हैं। 2002 में वह अंबाला में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के जिला महामंत्री बने। 2. भाजयुमो से शुरुआत, मंत्री और सांसद रहे
2005 में नायब सैनी अंबाला में भाजयुमो के जिला अध्यक्ष बने। उसके बाद उन्हें पार्टी के किसान मोर्चा में प्रदेश महामंत्री बनाया गया। साल 2012 में नायब सैनी प्रमोट होकर अंबाला में भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष बन गए। 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें अंबाला जिले की नारायणगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया, जहां से वह विजयी रहे। मनोहर लाल के पहले कार्यकाल में वह 2016 में राज्यमंत्री बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कुरूक्षेत्र सीट से उतारा। नायब सैनी को 6,86,588 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 वोटों से हराया। भाजपा ने 27 अक्टूबर 2023 को उन्हें हरियाणा में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। 3. पत्नी को नहीं जिता पाए थे सैनी
नवंबर 2022 में हुए पंचायत चुनाव में नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी ने भी चुनाव लड़ा था। भाजपा ने उन्हें अंबाला के वार्ड नंबर 4 से जिला परिषद मेंबर के चुनाव का उम्मीदवार बनाया था। उस दौरान उनके सांसद पति नायब सैनी ने उनके लिए खूब प्रचार किया था। हालांकि सुमन वह चुनाव हार गई थीं।