जम्मू के राजौरी में शहीद हुए हिमाचल के सूबेदार मेजर पवन कुमार का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव में पहुंचेगा। यहीं पर अंतिम दर्शन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि जम्मू के राजौरी में शुक्रवार की रात पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग की जा रही थी। इसके जवाब में सूबेदार मेजर पवन कुमार ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर फायरिंग की। इसी कार्रवाई में पवन कुमार घायल हो गए। इसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। सेना की ओर से परिजनों को इसकी सूचना दी गई है। डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने इसकी पुष्टि की है। CM ने किया शोक व्यक्त
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सूबेदार मेजर पवन कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में सीएम ने कहा, सूबेदार मेजर पवन कुमार ने देश की एकता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है और कृतज्ञ राष्ट्र उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। अब जानिए पवन कुमार की कहानी… रिटायरमेंट से दो महीने पहले शहादत
पवन कुमार 25 पंजाब रेजिमेंट में तैनात थे। 2 महीने बाद उनकी रिटायरमेंट होनी थी। इससे पहले ही वे शहीद हो गए। पवन कुमार अपने पीछे बेटा-बेटी, पत्नी और माता-पिता को छोड़कर गए हैं। बताया जा रहा है कि शहीद के पिता गरज सिंह भी सेना से हवलदार पद से सेवानिवृत हुए थे। परिजनों को सुबह 9 बजे दी गई सूचना
शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार से पार्षद शुभम ने बताया कि सेना की ओर से आज सुबह 9 बजे परिजनों को पवन कुमार की शहादत की सूचना दी गई। इसके बाद से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने बताया कि राजौरी में शहीद की पार्थिव देह का पोस्टमॉर्टम हो गया है। आज ही पार्थिव देह पैतृक गांव लाई जाएगी। परिजनों से मिली सूचना: SDM
उधर, एसडीएम शाहपुर करतार चंद ने बताया कि पवन कुमार की शहादत की जानकारी परिजनों से मिली है। उनकी यूनिट से डिटेल्स मांगी जा रही है। इसके अलावा परिवार से भी जानकारी जुटाई जा रही है।। जम्मू के राजौरी में शहीद हुए हिमाचल के सूबेदार मेजर पवन कुमार का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव में पहुंचेगा। यहीं पर अंतिम दर्शन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि जम्मू के राजौरी में शुक्रवार की रात पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग की जा रही थी। इसके जवाब में सूबेदार मेजर पवन कुमार ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर फायरिंग की। इसी कार्रवाई में पवन कुमार घायल हो गए। इसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। सेना की ओर से परिजनों को इसकी सूचना दी गई है। डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने इसकी पुष्टि की है। CM ने किया शोक व्यक्त
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सूबेदार मेजर पवन कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में सीएम ने कहा, सूबेदार मेजर पवन कुमार ने देश की एकता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है और कृतज्ञ राष्ट्र उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। अब जानिए पवन कुमार की कहानी… रिटायरमेंट से दो महीने पहले शहादत
पवन कुमार 25 पंजाब रेजिमेंट में तैनात थे। 2 महीने बाद उनकी रिटायरमेंट होनी थी। इससे पहले ही वे शहीद हो गए। पवन कुमार अपने पीछे बेटा-बेटी, पत्नी और माता-पिता को छोड़कर गए हैं। बताया जा रहा है कि शहीद के पिता गरज सिंह भी सेना से हवलदार पद से सेवानिवृत हुए थे। परिजनों को सुबह 9 बजे दी गई सूचना
शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार से पार्षद शुभम ने बताया कि सेना की ओर से आज सुबह 9 बजे परिजनों को पवन कुमार की शहादत की सूचना दी गई। इसके बाद से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने बताया कि राजौरी में शहीद की पार्थिव देह का पोस्टमॉर्टम हो गया है। आज ही पार्थिव देह पैतृक गांव लाई जाएगी। परिजनों से मिली सूचना: SDM
उधर, एसडीएम शाहपुर करतार चंद ने बताया कि पवन कुमार की शहादत की जानकारी परिजनों से मिली है। उनकी यूनिट से डिटेल्स मांगी जा रही है। इसके अलावा परिवार से भी जानकारी जुटाई जा रही है।। हिमाचल | दैनिक भास्कर
