हिमाचल: रामपुर में फिर फटा बादल:तकलेच क्षेत्र में तबाही; घरों से भागे लोग, ऊना-मंडी में भी बारिश का कहर, चंडीगढ़-मनाली NH 2 जगह बंद

हिमाचल: रामपुर में फिर फटा बादल:तकलेच क्षेत्र में तबाही; घरों से भागे लोग, ऊना-मंडी में भी बारिश का कहर, चंडीगढ़-मनाली NH 2 जगह बंद

हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी के बीच बीती रात को भारी बारिश से तबाही हुई है। शिमला जिला के रामपुर के डमराली में बीती रात बादल फटा। इससे रातभर तकलेच क्षेत्र में अफरा-तफरी मची रही। जिला प्रशासन आधी रात में घटना स्थल पर पहुंचा। ऊना जिला में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। ऊना को संतोषगढ़ कस्बे से जोड़ने वाला पुल भारी बारिश से टूट गया है। एक बाइक सवार भी इसकी चपेट में आ गया। उसे वहां मौजूद लोगों ने रेस्क्यू कर दिया है। वहीं मंडी में भारी बारिश के बाद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 2 जगह बंद हो गया। मंडी के 4 मील और 9 मील में हाईवे अभी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद पड़ा है। बीती शाम को भारी बारिश के बाद मंडी बाजार की सभी सड़कें भी जलमग्न हो गई है। मंडी के चैलचौक का गणना बाजार पानी का तालाब बन गया। तकलेज नाला की आवाजे सुनकर भागे लोग शिमला जिला के डमराली में बादल फटने के बाद तकलेच नाला में जल स्तर कई गुणा बढ़ गया। इससे डमराली क्षेत्र से पानी का भारी सैलाब तकलेच नाला में आ गया। इस नाले की आवाजें व गड़गड़ाहट सुनकर लोग रात में ही घरों से बाहर भागे। अभी तक किसी भी प्रकार के जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। बादल फटने के बाद तकलेच में मोबाइल सिंग्नल ठप्प तकलेच क्षेत्र की 6 पंचायतों में कई टेलीकोम कंपनियों के मोबाइल सिंगल भी भी गायब और बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई। क्षेत्रवासियों को पूरी रात अंधेरे में बितानी पड़ी। इस वजह से रात में लोग एक दूसरे संपर्क भी नहीं कर पाए। एक कंपनी का ही मोबाइल नेटवर्क काम कर रहा है। रामपुर से स्थानीय प्रशासन एसडीएम निशांत तोमर की अगुआई में आधी रात में ही घटना स्थल को रवाना हुआ। भारी बारिश से प्रभावित आधे क्षेत्र का तो जायजा ले लिया, लेकिन जिस जगह नाले की बाढ़ से भारी तबाही हुई, वहां प्रशासन सड़क टूटने की वजह से रात में नहीं पहुंच। अब तक कहीं से भी जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। प्रशासन की टीम अभी घटनास्थल पर जाएगी और नुकसान का जायजा लेगी। रामपुर क्षेत्र के लोग इसलिए ज्यादा दहशत में आ गए क्योंकि 17 दिन पहले ही रामपुर के समेज खड्ड ने भारी तबाही मचाई और 36 लोग गांव समेत बह गए। DC-SP आधी रात में घटनास्थल पर पहुंचे बादल फटने की घटना के बाद देर रात ही डीसी शिमला अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी भी नोगली पहुंचे। यहां पर उपायुक्त ने डमराली में फटे बादल से नाले में बढ़े पानी की स्थिति का जायजा लिया। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि इस घटना से अभी तक जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। सुबह मौके का निरीक्षण करेंगे। जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। किन्नौर का फिर कटा राजधानी से संपर्क उधर, किन्नौर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-5 फिर से वाहनों के लिए बंद हो गया है। निगुलसरी में सड़क चार से पांच फीट नीचे धंस गई है। इससे पूरा जिला राजधानी शिमला से कट गया है। यहां पर 10 दिन से बार बार लैंडस्लाइड हो रहा है और इन 10 दिनों में मुश्किल से 25 घंटे हाईवे खुल पाया है। मगर बीती शाम को पूरी सड़क ही धंस गई है। इससे हाईवे के जल्द बहाल होने की उम्मीद नहीं है। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में बाढ़ की चेतावनी के बीच बीती रात को भारी बारिश से तबाही हुई है। शिमला जिला के रामपुर के डमराली में बीती रात बादल फटा। इससे रातभर तकलेच क्षेत्र में अफरा-तफरी मची रही। जिला प्रशासन आधी रात में घटना स्थल पर पहुंचा। ऊना जिला में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। ऊना को संतोषगढ़ कस्बे से जोड़ने वाला पुल भारी बारिश से टूट गया है। एक बाइक सवार भी इसकी चपेट में आ गया। उसे वहां मौजूद लोगों ने रेस्क्यू कर दिया है। वहीं मंडी में भारी बारिश के बाद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 2 जगह बंद हो गया। मंडी के 4 मील और 9 मील में हाईवे अभी सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद पड़ा है। बीती शाम को भारी बारिश के बाद मंडी बाजार की सभी सड़कें भी जलमग्न हो गई है। मंडी के चैलचौक का गणना बाजार पानी का तालाब बन गया। तकलेज नाला की आवाजे सुनकर भागे लोग शिमला जिला के डमराली में बादल फटने के बाद तकलेच नाला में जल स्तर कई गुणा बढ़ गया। इससे डमराली क्षेत्र से पानी का भारी सैलाब तकलेच नाला में आ गया। इस नाले की आवाजें व गड़गड़ाहट सुनकर लोग रात में ही घरों से बाहर भागे। अभी तक किसी भी प्रकार के जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। बादल फटने के बाद तकलेच में मोबाइल सिंग्नल ठप्प तकलेच क्षेत्र की 6 पंचायतों में कई टेलीकोम कंपनियों के मोबाइल सिंगल भी भी गायब और बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई। क्षेत्रवासियों को पूरी रात अंधेरे में बितानी पड़ी। इस वजह से रात में लोग एक दूसरे संपर्क भी नहीं कर पाए। एक कंपनी का ही मोबाइल नेटवर्क काम कर रहा है। रामपुर से स्थानीय प्रशासन एसडीएम निशांत तोमर की अगुआई में आधी रात में ही घटना स्थल को रवाना हुआ। भारी बारिश से प्रभावित आधे क्षेत्र का तो जायजा ले लिया, लेकिन जिस जगह नाले की बाढ़ से भारी तबाही हुई, वहां प्रशासन सड़क टूटने की वजह से रात में नहीं पहुंच। अब तक कहीं से भी जान व माल के नुकसान की सूचना नहीं है। प्रशासन की टीम अभी घटनास्थल पर जाएगी और नुकसान का जायजा लेगी। रामपुर क्षेत्र के लोग इसलिए ज्यादा दहशत में आ गए क्योंकि 17 दिन पहले ही रामपुर के समेज खड्ड ने भारी तबाही मचाई और 36 लोग गांव समेत बह गए। DC-SP आधी रात में घटनास्थल पर पहुंचे बादल फटने की घटना के बाद देर रात ही डीसी शिमला अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी भी नोगली पहुंचे। यहां पर उपायुक्त ने डमराली में फटे बादल से नाले में बढ़े पानी की स्थिति का जायजा लिया। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि इस घटना से अभी तक जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। सुबह मौके का निरीक्षण करेंगे। जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। किन्नौर का फिर कटा राजधानी से संपर्क उधर, किन्नौर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-5 फिर से वाहनों के लिए बंद हो गया है। निगुलसरी में सड़क चार से पांच फीट नीचे धंस गई है। इससे पूरा जिला राजधानी शिमला से कट गया है। यहां पर 10 दिन से बार बार लैंडस्लाइड हो रहा है और इन 10 दिनों में मुश्किल से 25 घंटे हाईवे खुल पाया है। मगर बीती शाम को पूरी सड़क ही धंस गई है। इससे हाईवे के जल्द बहाल होने की उम्मीद नहीं है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर