हिसार जिले के हांसी में नारकोटिक्स विभाग की टीम ने 2 किलो 89 ग्राम अफीम को जब्त कर लिया है। इसके साथ पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपी की पहचान बीड़ फार्म हांसी निवासी संजय के नाम से हुई है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को अदालत में पेश किया। जहां से उसे 2 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी। गुप्त सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई नारकोटिक्स टीम में तैनात सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टीम को गुप्त सूचना मिली थी की एक व्यक्ति कृष्णा कॉलोनी मैन गली जीन्द रोड़ हांसी की तरफ नशीला पदार्थ लेकर जा रहा है। हांसी पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए व्यक्ति को पकड़ लिया। जब व्यक्ति की तलाशी ली तो उसके पास से 2.89 किलोग्राम अफीम बरामद हुई है। गिरफ्तार हुए व्यक्ति के खिलाफ हांसी शहर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। हिसार जिले के हांसी में नारकोटिक्स विभाग की टीम ने 2 किलो 89 ग्राम अफीम को जब्त कर लिया है। इसके साथ पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपी की पहचान बीड़ फार्म हांसी निवासी संजय के नाम से हुई है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को अदालत में पेश किया। जहां से उसे 2 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी। गुप्त सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई नारकोटिक्स टीम में तैनात सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टीम को गुप्त सूचना मिली थी की एक व्यक्ति कृष्णा कॉलोनी मैन गली जीन्द रोड़ हांसी की तरफ नशीला पदार्थ लेकर जा रहा है। हांसी पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए व्यक्ति को पकड़ लिया। जब व्यक्ति की तलाशी ली तो उसके पास से 2.89 किलोग्राम अफीम बरामद हुई है। गिरफ्तार हुए व्यक्ति के खिलाफ हांसी शहर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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मोहन लाल बड़ौली ने कांग्रेस द्वारा EVM में गड़बड़ी के सवाल पर कहा कि कांग्रेस की मजबुरी है, ईवीएम को खराब बताना उनके लिए जरूरी है। कांग्रेस पार्टी EVM को खराब बताकर सुर्खियों में रहना चाहती है। नगर निकाय के चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि वे पूर्ण रूप से तैयार हैं। संगठन पर्व को लेकर कहा कि 12 लाख 50 हजार सदस्य अब तक बन चुके हैं। 30 नवंबर तक 50 लाख का लक्ष्य रखा गया है, वो पूरा करेंगे। साथ ही कहा कि DSC समाज द्वारा जींद में सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहुंचेंगे। वहीं डीएससी समाज को दिए उनके हिस्से को लेकर मुख्यमंत्री का सम्मान किया जाएगा।
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कांग्रेस ने करनाल लोकसभा सीट पर अपने यूथ विंग के नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दिया। दिव्यांशु के नाम का ऐलान होते ही क्लियर हो गया था कि कांग्रेस ने इस सीट पर BJP के मनोहर लाल खट्टर को एक तरह से वॉकओवर दे दिया है। करनाल के कांग्रेसी नेताओं के तमाम तरह के असहयोग के बावजूद दिव्यांशु 4 लाख 79 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे। अगर कांग्रेस इस सीट पर किसी बड़े चेहरे को उतारती और करनाल के नेता उसका साथ देते तो भाजपा को यहां परेशानी हो सकती थी। 2. गुटबाजी भारी पड़ी
हरियाणा में कांग्रेसी नेताओं की धड़ेबंदी जगजाहिर है और पार्टी ने इसका नुकसान कम से कम 2 सीटें गवांकर चुकाया। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी और गुरुग्राम में पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव ने टिकट कटने के बाद अपनी नाराजगी खुलकर जताई। किरण चौधरी ने तो हुड्डा कैंप पर उनकी सियासी हत्या की साजिश रचने जैसे आरोप तक लगा डाले। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह की हार का अंतर 41 हजार 510 वोट रहा। भिवानी जिले की 3 में से 2 सीटों पर भाजपा को लीड मिली। इनमें किरण चौधरी की तोशाम सीट शामिल रही। अगर पार्टी के नेता एकजुटता दिखाते तो यहां रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में भी आ सकता था। गुरुग्राम सीट पर भी यही कहानी रही। यहां कांग्रेस कैंडिडेट राज बब्बर 75 हजार वोट से हारे। लालू यादव के समधी कैप्टन अजय यादव इस सीट पर लंबे अर्से से एक्टिव थे लेकिन पार्टी ने ऐन मौके पर उनकी जगह राज बब्बर को टिकट थमा दिया। इससे कैप्टन नाराज हो गए। राज बब्बर की इलेक्शन कैंपेनिंग के दौरान अजय यादव बहुत कम मौकों पर नजर आए। फरीदाबाद सीट पर भी टिकट न मिलने के कारण पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल की नाराजगी देखने को मिली। 3. पार्टी के भीतर चौधर की लड़ाई लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं के बीच चलने वाली चौधर की लड़ाई भी जमकर देखने को मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह शुरू से आखिर तक बांगर बेल्ट में हिसार के उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी को नीचा दिखाने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि चुनाव नतीजों में जेपी को सबसे बड़ी लीड बीरेंद्र सिंह के गढ़ उचाना से ही मिली। जयप्रकाश जेपी के हुड्डा कैंप से जुड़े होने के कारण सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला की तिकड़ी ने हिसार में एक सभा तक नहीं की। सैलजा सिरसा तक सिमटी रही तो रणदीप सिरसा के अलावा कुरुक्षेत्र एरिया में एक्टिव रहे। 4. चुनाव चिन्ह गायब होने से गठबंधन की कीमत चुकाई कांग्रेस ने I.N.D.I.A. अलायंस के तहत कुरूक्षेत्र सीट आम आदमी पार्टी (AAP) को दी। इसलिए यहां कांग्रेस का चुनाव चिन्ह गायब रहा। आम आदमी पार्टी से उसकी हरियाणा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता कुरूक्षेत्र के रण में उतरे तो पार्टी की पूरी लीडरशिप यहां डट गई। कांग्रेस से भूपेंद्र हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला ने सुशील गुप्ता के लिए प्रचार किया लेकिन राज्य की दूसरी किसी सीट पर AAP नेताओं ने कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए ऐसा जोर नहीं लगाया। ऐसे में कहा नहीं जा सकता कि AAP ने बाकी 9 सीटों पर अपना कितना वोट बैंक कांग्रेस के पक्ष में शिफ्ट कराया? हां, कुरूक्षेत्र में सुशील गुप्ता को कांग्रेसी कैडर के वोट जरूर मिले।