लुधियाना| मिलरगंज मंजू सिनेमा के सामने शिव मंदिर द्वारा महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में शोभायात्रा 25 फरवरी को निकाली जाएगी। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह शोभायात्रा लंबे समय से मंदिर परिसर द्वारा निकाली जा रही है। इस यात्रा में आसपास के मंदिर से कई श्रद्धालु भी यात्रा में शामिल होते हैं। यात्रा शिव मंदिर से प्रारंभ होकर प्रताप चौक होते हुए गिल चौक से विश्वकर्मा चौक के रास्ते से शिव मंदिर पर ही समाप्त होती है। यात्रा में कन्या द्वारा कलश भी ले जाया जाता है। इस मौके पर प्रधान परवीन बहल, वॉइस प्रधान चेतन मल्होत्रा, कैशियर कमल भल्ला, मंदिर परिसर के पुजारी राज कुमार शास्त्री, कृतेश्वर रिमल आदि मौजूद रहे। लुधियाना| मिलरगंज मंजू सिनेमा के सामने शिव मंदिर द्वारा महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में शोभायात्रा 25 फरवरी को निकाली जाएगी। मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह शोभायात्रा लंबे समय से मंदिर परिसर द्वारा निकाली जा रही है। इस यात्रा में आसपास के मंदिर से कई श्रद्धालु भी यात्रा में शामिल होते हैं। यात्रा शिव मंदिर से प्रारंभ होकर प्रताप चौक होते हुए गिल चौक से विश्वकर्मा चौक के रास्ते से शिव मंदिर पर ही समाप्त होती है। यात्रा में कन्या द्वारा कलश भी ले जाया जाता है। इस मौके पर प्रधान परवीन बहल, वॉइस प्रधान चेतन मल्होत्रा, कैशियर कमल भल्ला, मंदिर परिसर के पुजारी राज कुमार शास्त्री, कृतेश्वर रिमल आदि मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था
पंजाब कांग्रेस के नेता बाजवा पर FIR:32 बंब बारे दिए बयान के बाद सरकार का एक्शन; लॉरेंस के इंटरव्यू का सोर्स पूछा था पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आफत में आ गए हैं। उनके खिलाफ मोहाली स्थित स्टेट साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। बाजवा के खिलाफ बीएनएस की धारा 197(1)(डी) और 353(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। वहीं, आज उनसे मोहाली में पुलिस पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के विधायक व सांसद बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। उन्होंने सरकार की इस एक्शन को गलत बताया है। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम व गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकार को घेरते हुए पूछा है कि जेल के अंदर से लॉरेंस का लाइव इंटरव्यू हुआ था। क्या उसके बारे में उस चैनल के एंकर से सोर्स पूछा था। सुबह हुआ विवाद, शाम को FIR यह विवाद भी बड़ा दिलचस्प है। बाजवा एक निजी चैनल के प्रोग्राम में शामिल हुए थे। उन्होंने राज्य की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर जब एंकर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा था, “पंजाब में 50 ग्रेनेड आए थे, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि 32 बाकी हैं।” जैसे ही रविवार को शो से पहले उसका टीज़र चलने लगा तो इस मामले का सरकार ने खुद संज्ञान ले लिया। वहीं, दोपहर 12 बजे के करीब एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस रवजोत ग्रेवाल उनके चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित घर पर पहुंची। साथ ही बाजवा द्वारा ग्रेनेड से जुड़े मामले में उनका सोर्स पूछा गया। वह करीब 15 मिनट तक वहां रुकी। इसके बाद वह वहां से निकल गई। मीडिया से बातचीत में कहा कि बाजवा सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह बम का सहयोग नहीं कर रहे हैं। शाम को जैसे ही आठ बजे शो हुआ, उसके बाद केस दर्ज हुआ सीएम बोले साेर्स बताए, नहीं तो एक्शन इसी दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने करीब ढाई मिनट का एक वीडियो जारी कर दिया। सीएम ने कहा कि बाजवा के पास यह इन्फॉर्मेशन आई थी? पाकिस्तान से उनके कौन से कनेक्शन हैं कि वहां के आतंकवादी सीधे उन्हें फोन कर बता रहे हैं कि उन्होंने कितने बम भेजे हैं? ये इन्फॉर्मेशन न इंटेलिजेंस के पास है, न केंद्र सरकार से आया है, लेकिन इतने बड़े विपक्ष के नेता के पास आई है। क्या वो इस चीज़ का इंतजार कर रहे थे कि बम फटे और लोग मरें, ताकि उनकी राजनीति चलती रहे? और अगर ये झूठ है तो क्या वो पंजाब में ऐसी बातें कर दहशत फैलाना चाहते हैं? उनके पास यह इन्फॉर्मेशन कहां से आई? उनके ऐसे कौन से सोर्स हैं जो उन्हें सीधे ऐसी इन्फॉर्मेशन दे रहे हैं? और ऐसा नहीं है तो वह दहशत फैला रहे हैं और इस पर बहुत बड़ा एक्शन लिया जाएगा। वहीं, आपके सारे मंत्री व विधायक भी इस मामले में कूद पड़े। सारे बयान जारी करने लग पड़े। देर शाम केस दर्ज हुआ। बाजवा बोले सोर्स नहीं बताऊंगा पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा—मैं पूरे पंजाब को बताना चाहता हूं कि मैं सीएलपी नेता हूं। जिम्मेदार पद है। 10–15 सालों से माहौल खराब रहा है। मैंने एक टीवी इंटरव्यू दिया था जो कि आज चला है। मुझे मेरे सोर्स ने जानकारी दी कि 50 बम पंजाब में आए। इनमें से 18 चल चुके हैं। इनमें से एक अटैक मनोरंजन कालिया के घर हुआ है। ऐसे में मुझे अलर्ट रहना चाहिए। मैं आतंकवाद परिवार से संबंध रखता हूं। मैं अपना सोर्स नहीं बताऊंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं।
कांग्रेस आई बाजवा के पक्ष में
पंजाब कांग्रेस के सारे विधायक, सांसद व नेता बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने दोहराया कि पंजाब में शांति और सद्भाव के लिए खतरा वास्तविक और गंभीर है, जिसकी ओर बाजवा ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जबकि सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सरकार को जवाबदेह ठहराती रहेगी, चाहे वह कितनी भी धमकी देने की कोशिश करे। वहीं, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लिखा है कि भगवंत मान साहब स्टेट को स्टेज न बनाएँ। वहीं, उन्होंने लिखा है कि लॉरेंस बिश्नोई की जेल से लाइव इंटरव्यू हुई थी। उस नामी चैनल के एंकर से उसका सोर्स क्यों नहीं पूछा

अकाल तख्त पहुंचे आदेश प्रताप सिंह कैरों:दिया स्पष्टीकरण, दरबार साहिब में टेका माथा, सुखबीर बादल के करीबी रिश्तेदार
अकाल तख्त पहुंचे आदेश प्रताप सिंह कैरों:दिया स्पष्टीकरण, दरबार साहिब में टेका माथा, सुखबीर बादल के करीबी रिश्तेदार पूर्व कैबिनेट मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों आज श्री अकाल तख्त साहिब में स्पष्टीकरण देने पहुंचे। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के मुताबिक अकाली दल की सरकार में कैबिनेट मंत्री आज गोल्डन टेंपल आए। आदेश प्रताप सिंह, सुखबीर सिंह बादल के करीबी रिश्तेदार भी हैं। इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल, पूर्व मंत्री बीबी जागीर, डॉ. दलजीत सिंह चीमा सहित कई अन्य मंत्री भी श्री अकाल तख्त साहिब में स्पष्टीकरण देने पहुंचे थे। बता दें कि, श्री अकाल तख्त साहिब पर 30 अगस्त को हुई पांच सिंह साहिबानों की बैठक में जहां सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित किया गया था, वहीं 17 मंत्रियों को 15 दिन के अंदर पेश होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था। इन्हीं आदेशों के मुताबिक अकाली दल के मंत्री स्पष्टीकरण देने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे हैं। आदेश प्रताप सिंह कैरो को 24 मई 2024 को शिरोमणि अकाली दल ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया था। आदेश प्रताप सिंह, सुखबीर सिंह बादल के जीजा हैं। खडूर साहिब हलके से अकाली दल के उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा की शिकायत के बाद ये फैसला लिया गया था। पार्टी के जनरल सचिव बलविंदर सिंह भूंदड़ ने वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद इस निर्णय पर मुहर लगाई थी।

फतेहगढ़ साहिब सांसद की जेपी नड्डा से मुलाकात:डीएपी की कमी का मुद्दा उठाया, संसद में मनरेगा पर बोले
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