दूध के बढ़ते दामों से राहत देते हुए, अमूल के बाद अब सहकारी संस्था वेरका ने भी अपने दूध की कीमतों में कटौती कर दी है। वेरका ने वेरका स्टैंडर्ड दूध और वेरका फुल क्रीम दूध की एक लीटर पैकिंग पर एक रुपये की कटौती की है। नई दरें आज से लागू होंगी। रविवार से लागू होने वाले नए दामों के अनुसार, वेरका फुल क्रीम दूध अब 61 रुपये प्रति लीटर मिलेगा, जबकि वेरका स्टैंडर्ड दूध 67 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से उपलब्ध होगा। जबकि इससे पहले वेरका फुल क्रीम 62 रुपये और स्टैंडर्ड मिल्क 68 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। मांग को ध्यान में रख लिया फैसला वेरका अमृतसर के महाप्रबंधक हरमिंदर सिंह संधू ने कहा कि वेरका दूध संतुलित और पौष्टिक है। इसमें विटामिन ए और डी की भरपूर मात्रा है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। अमूल ने भी की थी कीमतों में कटौती बीते दिन शनिवार से अमूल ने अपने उत्पादों, जैसे अमूल गोल्ड, अमूल ताजा और टी स्पेशल दूध की कीमतों में कटौती की थी। यह कदम ग्राहकों को राहत देने के लिए उठाया गया था। अमूल ने भी अपने दाम में 1 रुपये की कटौती की थी। वेरका और अमूल की इस पहल से आम उपभोक्ताओं को महंगाई के इस दौर में हल्की राहत मिलने की उम्मीद है। दूध के बढ़ते दामों से राहत देते हुए, अमूल के बाद अब सहकारी संस्था वेरका ने भी अपने दूध की कीमतों में कटौती कर दी है। वेरका ने वेरका स्टैंडर्ड दूध और वेरका फुल क्रीम दूध की एक लीटर पैकिंग पर एक रुपये की कटौती की है। नई दरें आज से लागू होंगी। रविवार से लागू होने वाले नए दामों के अनुसार, वेरका फुल क्रीम दूध अब 61 रुपये प्रति लीटर मिलेगा, जबकि वेरका स्टैंडर्ड दूध 67 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से उपलब्ध होगा। जबकि इससे पहले वेरका फुल क्रीम 62 रुपये और स्टैंडर्ड मिल्क 68 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। मांग को ध्यान में रख लिया फैसला वेरका अमृतसर के महाप्रबंधक हरमिंदर सिंह संधू ने कहा कि वेरका दूध संतुलित और पौष्टिक है। इसमें विटामिन ए और डी की भरपूर मात्रा है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। अमूल ने भी की थी कीमतों में कटौती बीते दिन शनिवार से अमूल ने अपने उत्पादों, जैसे अमूल गोल्ड, अमूल ताजा और टी स्पेशल दूध की कीमतों में कटौती की थी। यह कदम ग्राहकों को राहत देने के लिए उठाया गया था। अमूल ने भी अपने दाम में 1 रुपये की कटौती की थी। वेरका और अमूल की इस पहल से आम उपभोक्ताओं को महंगाई के इस दौर में हल्की राहत मिलने की उम्मीद है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में ड्रोन से पतंगबाजों पर निगरानी:चाइना डोर बेचने वाले 4 गिरफ्तार, माता-पिता को थाने बुलाकर दी जा रही हिदायत अमृतसर पुलिस की ओर से चाइनीज गट्टू से पतंग उड़ाने वालों को अब ड्रोन से पकड़ा जा रहा है। पुलिस पहले वीडियो बना रही है और फिर माता-पिता को थाने बुलाकर उन्हें चेतावनी दे रही है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चाइना डोर के 263 गट्टू जब्त किए हैं। कमिश्नर पुलिस अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निर्देश पर, चाइना डोर के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत पुलिस स्टेशन गेट हकीम की टीम ने ड्रोन की मदद से चाइनीज डोर से पतंग उड़ाने वालों पर नजर रखी गई। अमृतसर पुलिस के तहत सीआईए स्टाफ की ओर से 224 गट्टू पकड़े गए और वला निवासी गगनदीप सिंह को गिरफ्तार किया है। थाना सी डिविजन ने योगेश कुमार और करमजीत सिंह को चाइना डोर के 19 के साथ गिरफ्तार किया है। थाना सदर पुलिस ने बटाला रोड एरिया से तरन तारन निवासी पंकज शर्मा को 20 गट्टू के साथ गिरफ्तार किया है। एसीपी सेंट्रल जसपाल ने बताया कि सब-डिवीजन सेंट्रल इस्लामाबाद, गेट हकीमा, डी-डिवीजन और ई-डिवीजन के सभी पुलिस स्टेशनों में अब तक अलग-अलग मुकदमों में करीब एक हजार चाइना डोर गुट्टू बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोहड़ी त्योहार को देखते हुए अमृतसर में चाइना डोर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। केवल बेचने वालों पर ही नहीं बल्कि खरीदने और भंडार करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक लोगों के छतों पर ड्रोन के इस्तेमाल से वीडियो बनाई जा रही है। जिनके बच्चे चाइनीज डोर से पतंगबाजी कर रहे हैं उनके माता पिता को थाने में बुलाया जा रहा है और फिर उन्हें वीडियो दिखाकर समझाया जा रहा है और चेतावनी दी जा रही है। पहली बार चेतावनी दी जा रही है और अगर दुबारा भी वो पकड़े जाते हैं तो फिर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
जॉर्जिया में मरे 12 लोगों में से 10 पंजाबी:दंपती की पहली सालगिरह थी, हादसे के दिन युवक ने जन्मदिन मनाया; गैस-लीक से जान गई
जॉर्जिया में मरे 12 लोगों में से 10 पंजाबी:दंपती की पहली सालगिरह थी, हादसे के दिन युवक ने जन्मदिन मनाया; गैस-लीक से जान गई यूरोपीय देश जॉर्जिया के एक रेस्तरां में एक साथ 12 लाशें मिलने से सनसनी फैल गई है। इनमें 11 मृतक भारत के और 1 जॉर्जिया देश का ही नागरिक है। वहीं, इन 11 लोगों में भी 10 लोग अकेले पंजाब के हैं। इन पंजाबियों में एक नवदंपती था, जो अपनी शादी की पहली सालगिरह हिल स्टेशन पर ही मनाने वाला था। वहीं, एक 26 वर्षीय युवक का 14 दिसंबर को ही जन्मदिन था। इसी दिन ये सभी लाशें रेस्तरां से बरामद हुईं। इन लोगों के घर वालों को जैसे ही इनके मरने की सूचना मिली, उनके यहां चीख पुकार मच गई। अब ये लोग परिजनों के शव भारत लाने की गुहार राज्य और केंद्र सरकार से लगा रहे हैं। यहां पढ़ें 5 मृतकों की कहानियां… 1. बेहतर भविष्य के लिए जॉर्जिया गईं अमरिंदर कौर
पंजाब के पटियाला जिले के मेहमा गांव की रहने वाली अमरिंदर कौर उन 12 लोगों में से एक हैं, जिन्होंने रेस्तरां में अपनी जान गंवाई है। 32 साल की अमरिंदर कौर 12वीं तक पढ़ी थीं और बेहतर भविष्य बनाने के लिए 2015 में जॉर्जिया गई थीं। उनके पिता ने उन्हें जॉर्जिया भेजने के लिए अपनी 4 एकड़ जमीन तक बेच दी थी। अमरिंदर कुछ सालों से एक होटल में काम कर रही थीं। उनका बीच-बीच में छुट्टियों पर घर भी आना- मनाने था। 2. 18 दिसंबर को पहली सालगिरह मनाने वाला था दंपती
पटियाला के ही समाना के एक दंपती की भी उक्त घटना में मौत हो गई है। इनकी पहचान रविंदर सिंह (32) और गुरविंदर कौर (30) के रूप में हुई है। रविंदर के बड़े भाई प्रदीप सिंह ने बताया कि उनका भाई पिछले साल जॉर्जिया गया था। वह 18 दिसंबर को अपनी शादी की पहली सालगिरह मनाने वाला था। प्रदीप का कहना है कि वह 3 भाई थे और रविंदर सबसे छोटा था। 3. परिवार को 2 दिन बाद मिली बेटे की मौत की सूचना
मोगा के गांव घाल कलां के गगनदीप सिंह (24) की भी इसी हादसे में मौत हो गई। मृतक गगनदीप सिंह के दादा बसंत सिंह ने बताया कि गगनदीप सिंह पहले दुबई गया था। वह 4 महीने पहले जॉर्जिया गया था। परिवार के मुताबिक, उन्हें सोमवार को सूचना मिली कि गगनदीप की मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि परिवार मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। परिवार का कहना है कि उनके पास गगनदीप के शव को भारत लाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। परिवार ने सरकार से शव को भारत लाने की अपील की है। 4. शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया, मौत की सूचना मिली
पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना शहर में रहने वाले समीर कुमार (26) ने भी इस हादसे में जान गंवा दी है। वह करीब 6 महीने पहले जॉर्जिया गए थे। समीर के भाई गुरदीप कुमार ने बताया है कि 14 दिसंबर को समीर का जन्मदिन था। गुरदीप बताते हैं कि उन्होंने पहले समीर को फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद इंटरनेट से रेस्टोरेंट का नंबर निकाला और फोन किया तो मैनेजर ने बताया कि रेस्तरां में हादसा हो गया है। कमरों में सो रहे 12 लोगों की गैस लीकेज के कारण मौत हो गई है। इसमें समीर भी शामिल था। 5. मौत वाले दिन ही परिवार से बात की
मृतकों में जालंधर के लद्देवाली के कोट रामदास मोहल्ला निवासी रविंदर काला भी शामिल हैं। रविंदर 8 साल से विदेश में थे। वह 5 साल दुबई में रहे। इसके बाद 3 साल से जॉर्जिया में रह रहे थे। परिवार ने रविंदर से आखिरी बार शुक्रवार को बात की थी। रविंदर 5 साल के वर्क परमिट पर जॉर्जिया में थे। वहां उन्होंने परमानेंट रेजिडेंस के लिए भी अप्लाई कर रखा था। रविंदर के परिवार में उसकी पत्नी कंचन, 2 बेटियां और 7 साल का बेटा है। जॉर्जिया प्रशासन ने घटना पर क्या कहा
दुर्घटना के बारे में जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी स्थित भारतीय दूतावास ने जानकारी दी। वहीं, जॉर्जिया सरकार का कहना है कि बीते शुक्रवार को इन सभी लोगों की मौत रेस्तरां में लीक हुई कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से हुई है। ये सभी 12 लोग गुडौरी हिल स्टेशन के स्की रेस्तरां में काम करते थे। जब गैस का रिसाव हुआ तब ये लोग रेस्तरां की दूसरी मंजिल पर अपने कमरों में सोए हुए थे। जॉर्जिया प्रशासन का कहना है कि गैस का रिसाव तब हुआ जब इलाके में बिजली जाने पर रेस्तरां में मौजूद पावर जनरेटर चालू हो गया। इससे रेस्तरां में गैस लीक हुई और दूसरी मंजिल पर कमरों में सोए सभी कर्मचारी नींद में ही मर गए। दूसरे दिन शनिवार को इनकी लाशें कमरों में ही मिलीं।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र:पंजाब के सांसद 25 जून को लेंगे शपथ; अमृतपाल का नाम भी लिस्ट में, लेकिन नहीं पहुंच पाएंगे
18वीं लोकसभा का पहला सत्र:पंजाब के सांसद 25 जून को लेंगे शपथ; अमृतपाल का नाम भी लिस्ट में, लेकिन नहीं पहुंच पाएंगे 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। इसकी शुरुआत 540 सांसदों को शपथ दिलाने से होगी। पंजाब के सांसदों को मंगलवार 25 जून को शपथ का समय दिया गया है। जिसमें जेल से चुनाव लड़ने और जीतने वाले अमृतपाल सिंह समेत सभी 13 सांसदों के नाम हैं। लेकिन अमृतपाल सिंह इस दौरान न तो संसद पहुंच पाएंगे और न ही शपथ ले पाएंगे। अमृतपाल सिंह की बात करें तो वे मार्च 2023 से एनएसए के तहत असम के डिब्रूगढ़ की जेल में हैं। एनएसए एक ऐसा कानून है जो सरकार को बिना किसी औपचारिक आरोप के 12 महीने तक व्यक्तियों को हिरासत में रखने की अनुमति देता है। लेकिन अमृतपाल सिंह को अब एक साल से ज्यादा हो गया है और पंजाब सरकार ने उनकी NSA को दूसरी बार बढ़ा दिया है। ऐसे में स्पष्ट है कि संसद कार्यालय की तरफ से भेजे गए 25 जून के समय में अमृतपाल ना जेल से बाहर आ पाएगा और ना ही शपथ ले पाएगा। शपथ के लिए नहीं आ पाएंगे अमृतपाल अमृतपाल सिंह के वकील एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने बताया कि संसद कार्यालय की तरफ से हर नए चुने गए सांसद को शपथ के लिए समय दिया जाता है। 25 जून को पंजाब के सभी सांसदों को समय दिया गया है। कार्यालय सभी सांसदों को फोन पर भी समय की जानकारी देता है, जो अमृतपाल सिंह की तरफ से दर्ज करवाए गए फोन नंबर भी की गई। लेकिन उन्हें जानकारी दे दी गई है कि अमृतपाल सिंह जेल में है। जिसके बाद अमृतपाल सिंह अभी जेल से शपथ के लिए नहीं आ पाएंगे। शपथ के लिए होंगे ऑर्डर एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने बताया कि अमृतपाल सिंह की बेल के लिए एप्लिकेशन डीसी कार्यालय और पंजाब सरकार के गृह विभाग के पास पहले ही दी जा चुकी है। अब जब अमृतपाल सिंह के नाम के जब भी ऑर्डर निकलेंगे, उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल से बाहर लाकर सांसद ले जाया जाएगा। जहां उन्हें शपथ दिलाई जाएगी। संसद का हर कदम है कठिन अमृतपाल को संविधानिक तौर पर सांसद बनने के लिए सबसे पहले शपथ लेना जरूरी है। चुनावी जीत का मतलब है कि जेल में रहने के बावजूद अब अमृतपाल के पास सांसद के रूप में संवैधानिक जनादेश है। जेल में बंद चुने गए सांसद के शपथ लेने को लेकर संविधान में कोई अलग से फैसला नहीं लिया गया। लेकिन, पुराने उदाहरणों पर नजर दौएं तो कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने जेल में बंद होने पर शपथ लेने के लिए अस्थायी पैरोल ली। संजय सिंह को मिली थी एक दिन की छूट इसी साल मार्च में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, जो उस समय मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में तिहाड़ में कैद थे, को एक अदालत ने दूसरे कार्यकाल के लिए राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ लेने की अनुमति दी थी। ट्रायल कोर्ट ने जेल सुपरिंटेंडेंट को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उसे पर्याप्त सुरक्षा के साथ संसद तक ले जाया जाए और वापस जेल में लाया जाए। 2021 में, असम के सिबसागर से जीतने के बाद एक NIA अदालत ने अखिल गोगोई को असम विधान सभा के सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए अस्थायी रूप से जेल छोड़ने की अनुमति दी थी। जॉर्ज फर्नांडिस हुए थे जेल से रिहा एक मामले में जेल से सबसे प्रसिद्ध चुनावी जीत 1977 में हुई थी। आपातकाल के दौरान जेल में रहते हुए ट्रेड यूनियनवादी जॉर्ज फर्नांडीस मुजफ्फरपुर सीट से चुने गए थे। शपथ समारोह से पहले उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था। हर कदम पर अनुमति लेनी होगी जेल में सांसद को शपथ लेने की अनुमति देना जमानत पर रिहा होने के समान नहीं है। यह एक दिन की विशेष पैरोल के समान है। संसद में हर कदम पर जेल में बंद सांसद को अलग-अलग जगहों से अनुमति लेनी होगी। इतना ही नहीं, अगर वे संसद से गैरमौजूद रहना चाहते हैं तो उसके लिए भी स्पीकर को लिखना होगा। यह बहुत जरूरी है क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 101(4) में कहा गया है कि यदि कोई सांसद बिना अनुमति के सभी बैठकों से 60 दिनों से अधिक समय तक गैरमौजूद रहता है, तो उसकी सीट को खाली घोषित कर दिया जाएगा। सत्र में भाग लेने के लिए भी लेनी होगी अनुमति संसद सत्र में भाग लेने या संसद में वोट डालने के लिए सांसद को अनुमति के लिए अदालत का रुख करना होगा। वहीं, अगर इस कार्यकाल के दौरान किसी भी मामले में उसे दो साल या उससे अधिक की सजा हो जाती है तो उसे अयोग्य करार कर दिया जाएगा। एडवोकेट गोरसी का कहना है कि अब जब वे भारी बहुमत से सांसद बने हैं तो सभी को लोगों के मैंडेट का स्वागत करना चाहिए। 12 मामले हैं अमृतपाल पर सरकार चुनावों के परिणाम देखते हुए अगर NSA हटा देती है तो भी अमृतपाल सिंह को अदालतों के फेर में फंसे रहना पड़ेगा। अमृतपाल सिंह पर अजनाला थाने पर अवैध हथियारों के साथ हमला करने सहित 12 मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। इतना ही नहीं, एक मामला उस पर असम के थाने में भी दर्ज है। जिसमें उससे पुलिस ने सर्च के दौरान डिब्रूगढ़ जेल से इलेक्ट्रानिक गैजेट्स बरामद किए थे।