अमृतसर | थाना बी-डिवीजन की पुलिस ने श्री राम तलाई मंदिर के पंडित के साथ मारपीट करने के मामले में युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी की पहचान दीपक कुमार निवासी न्यू पवन नगर के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में पंडित विजय कुमार निवासी जीटी रोड ने बताया कि पुलिस आरोपी मंदिर में आया और गाली-गलौज करने लगा। उसके साथ मारपीट की और उंगली भी तोड़ दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। अमृतसर | थाना बी-डिवीजन की पुलिस ने श्री राम तलाई मंदिर के पंडित के साथ मारपीट करने के मामले में युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी की पहचान दीपक कुमार निवासी न्यू पवन नगर के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में पंडित विजय कुमार निवासी जीटी रोड ने बताया कि पुलिस आरोपी मंदिर में आया और गाली-गलौज करने लगा। उसके साथ मारपीट की और उंगली भी तोड़ दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में तेज रफ्तार स्कार्पियों ने मारी बाइक को टक्कर:पति की मौत-पत्नी गंभीर घायल, भाई दूज मनाकर लौट रहे थे दोनों
अबोहर में तेज रफ्तार स्कार्पियों ने मारी बाइक को टक्कर:पति की मौत-पत्नी गंभीर घायल, भाई दूज मनाकर लौट रहे थे दोनों अबोहर के गांव रुपनगर बारेंका में भाई दूज मनाकर लौट रहे दंपती को आज दोपहर एक तेज रफ्तार स्कार्पियो ने टक्कर मार दी। इस हादसे में व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी बुरी तरह से घायल हो गई। घायल महिला को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार, अजीमगढ निवासी 38 वर्षीय पुष्पा रानी और उसका पति सतपाल कल रुपनगर बारेंका में भईया दूज मनाने के लिए गए थे। आज वह दोनों बाइक पर सवार होकर वापस अपने घर लौट रहे थे। जब वह गांव आलमगढ के निकट पहुंचे तो पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार स्कार्पियो ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उनकी बाइक काफी दूर तक घसीटते हुए चली गई। इस हादसे में सतपाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुष्पा बुरी तरह से घायल हो गई। हादसे की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची नेशनल हाईवे की एंबुलेंस ने सतपाल के शव को अस्पताल पहुंचाया। वहीं आसपास के लोगों ने घायल पुष्पा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। मृतक सपताल का एक लड़का और एक लड़की है।
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किसान आंदोलन से प्रेरित हुई पंजाब की अनोखी शादी:दुल्हन पहुंची दुल्हे के खेत में बरात लेकर; गेहूं की खड़ी फसल में सजा पंडाल
किसान आंदोलन से प्रेरित हुई पंजाब की अनोखी शादी:दुल्हन पहुंची दुल्हे के खेत में बरात लेकर; गेहूं की खड़ी फसल में सजा पंडाल पंजाब के फिरोजपुर जिले के गांव करी कलां में एक अनोखी और चर्चा में रहने वाली शादी हुई। आमतौर पर विवाह समारोह में दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर जाता है, लेकिन इस शादी में यह परंपरा उलट गई। यहां दुल्हन हरमन खुद बारात लेकर दूल्हे दुर्लभ के घर पहुंची। बाजे-गाजे और नाचते-गाते बरातियों के साथ जब यह अनोखी बारात निकली तो गांववालों के लिए यह नजारा किसी अजूबे से कम नहीं था। इस शादी की एक और खासियत थी कि समारोह का आयोजन खेत के बीचों-बीच किया गया था। दूल्हे के परिवार ने अपनी खड़ी गेहूं की फसल के बीच बहुत बड़ा टेंट लगाया था। बरातियों और मेहमानों के लिए वहीं खान-पान की व्यवस्था भी की गई थी। इस अनोखी शादी ने लोगों को न सिर्फ चौंकाया बल्कि बहुत प्रभावित भी किया। किसान आंदोलन से मिली प्रेरणा दूल्हा-दुल्हन दोनों कनाडा में रहते हैं, लेकिन अपनी मिट्टी से जुड़ाव बनाए रखने के लिए उन्होंने शादी पंजाब में करने का फैसला किया। उनका यह निर्णय सिर्फ परंपरा निभाने तक सीमित नहीं था बल्कि इसमें एक गहरी सोच भी थी। हरमन और दुर्लभ ने बताया कि वे पंजाब के किसानों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में हरियाणा बॉर्डर पर दिए जा रहे धरने से प्रेरित हुए हैं। उन्होंने शादी अपने खेत में कर यह संदेश दिया कि वे अपनी जड़ों से कभी दूर नहीं होंगे और हमेशा अपनी मातृभूमि से जुड़े रहेंगे। हरियाली के बीच नई शुरुआत इस अनोखी शादी में पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। शादी का पंडाल हरे-भरे पौधों से सजाया गया था। समारोह के अंत में रिश्तेदारों को पौधे उपहार में देकर विदा किया गया, जिससे पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया गया। गांववालों और बरातियों के लिए यह शादी बेहद खास रही। इस अनोखे अंदाज से न सिर्फ ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा मिला, बल्कि किसानों की मेहनत और उनकी संघर्षशीलता को भी सम्मान मिला। यह शादी उन सभी के लिए एक मिसाल बन गई जो अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं।
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गिद्दड़बाहा उप-चुनाव में AAP प्रत्याशी के खिलाफ SAD का प्रचार:डिंपी के पोस्टर बाजारों में लगाए; पार्टी को धोखा देने वाला बताया
गिद्दड़बाहा उप-चुनाव में AAP प्रत्याशी के खिलाफ SAD का प्रचार:डिंपी के पोस्टर बाजारों में लगाए; पार्टी को धोखा देने वाला बताया गिद्दड़बाहा में उप-चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल प्रतिस्पर्धा में नहीं है। इसके बावजूद अकाली दल के गिद्दड़बाहा के बाजारों में लगे पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इनमें पार्टी अपना कोई प्रचार तो नहीं कर रही, लेकिन पूर्व अकाली व AAP प्रत्याशी डिंपी ढिल्लों पर निशाना साधा गया है। इन पोस्टरों पर अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल की डिंपी ढिल्लों के साथ तस्वीर भी लगी हुई है। गिद्दड़बाहा में पोस्टर अभियान के माध्यम से अकाली दल ने यह संकेत दिया है कि डिंपी ढिल्लों के प्रति नाराजगी और असंतोष है। पोस्टरों पर लिखा है- जो नहीं हो सका भाई जैसे परिवार का, वे क्या मूल्य डालेगा गिद्दड़बाहा के सत्कार का। हालांकि, इन पोस्टरों पर जारी करने वाले का कोई नाम नहीं लिखा है, लेकिन पोस्टर पर शिरोमणि अकाली दल व पार्टी सिंबल लगाया गया है। पोस्टरों का मकसद यह दिखाना है कि डिंपी ढिल्लों, जो पहले अकाली दल में थे, अब पार्टी के साथ नहीं हैं और AAP के उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए हैं। पोस्टरों में ढिल्लों की अकाली दल के साथ पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल कर यह जताने की कोशिश की गई है कि उन्होंने पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया है, जो उनके प्रति अकाली दल के समर्थकों में असंतोष की भावना को बढ़ावा दे सकता है। पोस्टर में सुखबीर व डिंपी एक साथ
इन पोस्टरों में सुखबीर बादल के साथ डिंपी ढिल्लों की तस्वीर का उपयोग किया गया है, जो यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि एक समय में ढिल्लों अकाली दल के करीबी और समर्थक थे। इसके जरिए अकाली दल यह संदेश देना चाहता है कि उन्होंने पार्टी को छोड़कर AAP का रास्ता अपनाया, जिसे पार्टी ‘विश्वासघात’ के रूप में देख रही है। इस तरह के पोस्टर गिद्दड़बाहा में चर्चा का विषय बन गए हैं और मतदाताओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। चर्चा का विषय बने पोस्टर
बाजारों में लगे इन पोस्टरों के कारण स्थानीय लोगों में काफी हलचल मची हुई है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि अकाली दल का चुनाव में प्रत्यक्ष भागीदारी न होने के बावजूद, पार्टी ने इन पोस्टरों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने का प्रयास किया है। मतदाताओं के बीच इस तरह के पोस्टर की प्रतिक्रिया अलग-अलग है; कुछ लोग इसे डिंपी ढिल्लों की छवि को प्रभावित करने की कोशिश मानते हैं, जबकि कुछ इसे अकाली दल की ‘प्रचार रणनीति’ मान रहे हैं। परिवारवाद का आरोप लगा छोड़ी थी पार्टी
तकरीबन तीन महीने पहले डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल को अलविदा कहा था। तब उन्होंने सुखबीर बादल पर परिवारवाद का आरोप लगाया था। डिंपी ने कहा था कि चुनावों से पहले मनप्रीत बादल गिद्दड़बाहा में एक्टिव हो गए। जिस पर सुखबीर बादल ने उन्हें दोबारा पार्टी जॉइन करवाने और गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़ाने की बात कही थी। वे दोनों भाइयों के बीच रोड़ा बन रहे थे, जिसके चलते पार्टी छोड़ने का फैसला किया। कुछ दिनों बाद ही डिंपी ने आम आदमी पार्टी को जॉइन कर लिया था।