उत्तर प्रदेश के गोंडा में बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 3 AC समेत 12 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस भीषण हादसे में 2 यात्रियों की मौत के अलावा कई यात्रियों के घायल होने की खबर है। हादसे के कारण 33 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए हैं। उधर,यात्रियों की परेशानी को देखते हुए अंबाला मंडल ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इनमें चंडीगढ़ स्टेशन हेल्पलाइन नंबर-0172-2639785, अंबाला कंट्रोल ऑफिस हेल्पलाइन नंबर-0171-2610653, LJN हेल्पलाइन नंबर 8957409292, GD हेल्पलाइन नंबर 8957400965, SV हेल्पलाइन नंबर 9026624251, DEOS हेल्पलाइन नंबर 8303098950 और CPR हेल्पलाइन नंबर 8303979217 शामिल हैं। अंबाला रेल मंडल डीआरएम मनदीप भाटिया ने बताया कि आज लगभग 2:37 मिनट पर 15904 के कुछ कोच के ट्रैक से उतरने की सूचना मिली है। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन पूरी तरह भरी हुई थी इसके लिए अलग अलग जगह के हिसाब से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए है। स्थिति को देखते हुए स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाए गए है। उत्तर प्रदेश के गोंडा में बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 3 AC समेत 12 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस भीषण हादसे में 2 यात्रियों की मौत के अलावा कई यात्रियों के घायल होने की खबर है। हादसे के कारण 33 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए हैं। उधर,यात्रियों की परेशानी को देखते हुए अंबाला मंडल ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इनमें चंडीगढ़ स्टेशन हेल्पलाइन नंबर-0172-2639785, अंबाला कंट्रोल ऑफिस हेल्पलाइन नंबर-0171-2610653, LJN हेल्पलाइन नंबर 8957409292, GD हेल्पलाइन नंबर 8957400965, SV हेल्पलाइन नंबर 9026624251, DEOS हेल्पलाइन नंबर 8303098950 और CPR हेल्पलाइन नंबर 8303979217 शामिल हैं। अंबाला रेल मंडल डीआरएम मनदीप भाटिया ने बताया कि आज लगभग 2:37 मिनट पर 15904 के कुछ कोच के ट्रैक से उतरने की सूचना मिली है। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन पूरी तरह भरी हुई थी इसके लिए अलग अलग जगह के हिसाब से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए है। स्थिति को देखते हुए स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाए गए है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में HCS मीनाक्षी दहिया रिश्वत केस में बड़ा खुलासा:चौकीदार को स्कूटी से रिश्वत लेने भेजा; जमानत खारिज, 29 मई से अंडर ग्राउंड
हरियाणा में HCS मीनाक्षी दहिया रिश्वत केस में बड़ा खुलासा:चौकीदार को स्कूटी से रिश्वत लेने भेजा; जमानत खारिज, 29 मई से अंडर ग्राउंड हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंटर सेक्रेटरी के पद पर तैनात HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ा खुलासा किया है। एसीबी ने कहा है कि दहिया ने अपनी स्कूटी से चौकीदार को जिला मत्स्य अधिकारी से 1 लाख रुपए रिश्वत लेने के लिए भेजा था। 29 मई से अंडर ग्राउंड चल रहीं मीनाक्षी दहिया हालांकि अभी तक एसीबी की पकड़ से दूर हैं। उनका फोन स्विच ऑफ और उनकी लोकेशन के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। सबसे अहम बात यह है कि पंचकूला की आदलत ने एचसीएस अधिकारी मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी है नियुक्ति HSVP में, काम कर रहा दहिया के साथ एसीबी ने अभी तक की जांच में कोर्ट में दावा किया है कि स्कूटी अधिकारी के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। मत्स्य विभाग के चपरासी सतिंदर सिंह को लेकर भी एसीबी ने बड़ा खुलासा किया है। कहा है कि गिरफ्तार चपरासी ने खुलासा किया है कि वह शहरी स्थानीय निकाय विभाग का कर्मचारी है, लेकिन वह दहिया के घर पर काम करता था। उसकी नियुक्ति 2020 में एचएसवीपी में हुई थी। उसने यह भी दावा किया है कि उसने उसे जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोरा से किसी आधिकारिक काम के लिए पैसे लेने के लिए भेजा था। उसके साथ जुड़े स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह को भी बिचौलिए के तौर पर काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। खोरा के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी ACB के पास मीनाक्षी दहिया के साथ खोरा की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी एसीबी के पास मौजूद है। दरअसल, काम हो जाने के बाद दहिया ने खोरा को व्हाट्सएप कॉल किया था, जिसने उसे आश्वासन दिया कि उसी दिन आदेश जारी किए जाएंगे। चार्जशीट वापस लेने के बाद, जब वह 19 अप्रैल को आभार व्यक्त करने के लिए दहिया के कार्यालय गया और उनकी बातचीत रिकॉर्ड की। अदालत को सौंपी गई प्रतिलिपि में, उसने जोगिंदर के साथ खोरा द्वारा तय की गई 1 लाख रुपये की राशि पर चर्चा की, और कहा कि वह अपनी सुविधानुसार इसका प्रबंध कर सकता है क्योंकि उसे कोई जल्दी नहीं है। ACB दहिया को जारी कर चुकी नोटिस सबूतों के आधार पर एसीबी ने इस मामले में दहिया को नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि वह इस भ्रष्टाचार के केस में उससे पूछताछ करना चाह रही है। नोटिस दहिया के घर भी एसीबी के द्वारा लेकर भेजा गया है, लेकिन घर से वह फरार बताई जा रही हैं। साथ ही अभी तक भी एसीबी के किसी भी नोटिस का दहिया के द्वारा जवाब नहीं दिया गया है। ये खबरें भी पढ़ें…।
हरियाणा में ACB की FIR में खुलासा:HCS अफसर मीनाक्षी दहिया ने 1 महीना रिश्वत का इंतजार किया, पर्ची पर सेवादार का नाम लिखा हरियाणा के मत्स्य विभाग में जॉइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया के खिलाफ दर्ज एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की FIR में बड़े खुलासे सामने आए हैं। रिश्वत केस में फरार चल रही मीनाक्षी दहिया ने एक पर्ची में अपने सेवादार सत्येंद्र का नाम लिखकर दिया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को यह भी कहा था कि मुझे फोन करने के बाद पर्ची पर लिखे नाम वाले व्यक्ति को रिश्वत के एक लाख रुपए दे देना। इसके बाद शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी ACB को दी और तय समय के तहत रिश्वत की राशि सेवादार सत्येंद्र व स्टेनोग्राफर जोगेंद्र को देते हुए ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया (पूरी खबर पढ़ें ) हरियाणा में रिश्वत केस में फंसी HCS अफसर:CMO के साथ 2 बड़े IAS अधिकारी बचाने में जुटे, हुड्डा सरकार में भर्ती हुई थीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में भर्ती हुई HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया को बचाने की प्लानिंग शुरू हो गई है। मीनाक्षी दहिया मत्स्य विभाग की जॉइंट सेक्रेटरी हैं। रिश्वत लेने से जुड़े केस में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने पंचकूला में FIR दर्ज की है। इस केस में सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंद्र सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं। FIR में मीनाक्षी दहिया का भी नाम है। चीफ मिनिस्टर ऑफिस (CMO) के साथ 2 बड़े IAS अफसर मीनाक्षी को बचाने में जुट गए हैं। ACB की टीम मीनाक्षी दहिया की तलाश कर रही है (पूरी खबर पढ़ें)
कांग्रेस की मदद करने वाले अधिकारियों पर एक्शन होगा:हरियाणा में दिवाली के बाद कई DC-SP बदलेंगे, CM सैनी लिस्ट करवा रहे तैयार
कांग्रेस की मदद करने वाले अधिकारियों पर एक्शन होगा:हरियाणा में दिवाली के बाद कई DC-SP बदलेंगे, CM सैनी लिस्ट करवा रहे तैयार हरियाणा विधानसभा चुनाव में गड़बड़ करने वाले अधिकारियों पर सरकार जल्द ही एक्शन ले सकती है। शुरुआत जिलों के SP और DC के तबादलों से होगी। बदलाव के मूड में दिख रही प्रदेश की नई सरकार दिवाली के बाद यह कार्रवाई कर सकती है। सूत्र बताते हैं कि इसको लेकर CM नायब सैनी की निगरानी में सूची तैयार हो रही है। इसके अलावा 31 अक्टूबर को ही मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद भी रिटायर्ड हो रहे हैं। ऐसे में उनके जाने के बाद अफसरशाही में बदलाव होने की पूरी संभावना है। सूत्रों ने यह भी बताया है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार को कई अफसरों व कर्मचारियों की ओर से चुनाव में गड़बड़ करने की सूचना मिली थी। इनमें कई जिलों के DC, SP, SDM और DSP रैंक तक के अधिकारी शामिल थे। इतना ही नहीं चुनाव में इन्होंने दूसरे दलों के नेताओं को लाभ पहुंचाने की कोशिश भी की थी। सरकार के पास विधायकों व जिलाध्यक्षों के जरिए ऐसे अफसरों व कर्मचारियों की एक-एक रिपोर्ट पहुंच चुकी है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही अब तबादले की सूची तैयार की जा रही है। भाजपा मंत्री ने कहा था- हुड्डा के पास माथा टेकने गए थे अधिकारी
3 दिन पहले पंचायती विकास मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कहा था कि हरियाणा में 8 अक्टूबर को मतगणना से पहले ही अधिकारी पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के पास माथा टेकने पहुंच गए थे। वहां भाजपा के खिलाफ रणनीति तक बनाई गई थी। पंवार ने दावा किया था कि यह मीटिंग दिन में नहीं, बल्कि रात के अंधेरे में हुई थी। साथ ही उन्होंने कहा था- इनके नाम अब CM नायब सैनी के पास पहुंच गए हैं। उन पर जल्द गाज गिर सकती है। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को मैसेज देते हुए कहा था कि अधिकारी अब नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं। वह भी सरकार का हिस्सा हैं। वह निष्ठा से काम करें। अधिकारी दिमाग से यह बात निकाल दें कि भविष्य में कांग्रेस की सरकार आएगी। जिस तरह गुजरात में 5 बार भाजपा की सरकार बनी, उसी तरह हरियाणा में भी आगे 2 बार BJP की सरकार ही आएगी। विज ने कहा था- मेरी हत्या की साजिश रची, DC गायब हो गए
इससे पहले बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज कह चुके हैं कि अधिकारियों ने उनकी हत्या की साजिश रची थी। विज ने सीधे DC पार्थ गुप्ता पर आरोप जड़े थे। विज ने कहा था- मुझे 2 जगह जनसभा करने जाना था। मुझे लगता है कि वहां मुझे मरवाने की साजिश थी, ताकि मैं अंबाला कैंट से 6 बार चुनाव जीतकर 7वीं बार चुनाव हार जाऊं। विज ने DC से पूछा था कि उनका जिन 2 जगहों पर विरोध हुआ, वहां क्या कार्रवाई की? प्रशासन को विरोध की पुख्ता जानकारी थी तो फिर सुरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए? विज ने यह भी कहा था कि जैसे ही 8 अक्टूबर को उन्हें लीड मिलनी शुरू हुई तो DC वहां से गायब हो गए। शिक्षा मंत्री ने 15 दिन पहले ही बता दिया था- कार्रवाई होगी
पानीपत ग्रामीण सीट से निर्वाचित BJP विधायक महिपाल ढांडा ने प्रशासनिक अधिकारियों को 15 दिन पहले ही कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी। विधायक ने यह चेतावनी उन अधिकारियों को दी थी, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की मदद की। मीडिया से बात करते हुए महिपाल ढांडा ने कहा था- प्रशासन में कुछ लोग तेवर बदल रहे थे। कुछ अधिकारी भी तेवर बदल रहे थे। मैं 15 साल में पहली बार बोल रहा हूं- बख्शेंगे नहीं, जिन लोगों ने चीटिंग की है, बदतमीजी की है, बेईमानी की है। ऐसे लोग टिप्स पर हैं। महिपाल ढांडा यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा- उन्हें (अधिकारियों को) लगता था कि कांग्रेस की सरकार आ रही है, इसलिए पानी भरने चले गए थे। पानी भरने वालों… बख्शेंगे नहीं तुम्हें, ध्यान रखना। केंद्र से लौटे जोशी की CMO में एंट्री होगी
हरियाणा सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की एंट्री होना अब लगभग तय है। केंद्र सरकार की तरफ से 1989 बैच के IAS ऑफिसर विवेक जोशी को केंद्र से स्टेट कैडर में भेजने के आदेश जारी हो गए हैं। वह प्रदेश के अगले चीफ सेक्रेटरी (CS) होंगे। 31 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद रिटायर हो रहे हैं। विवेक जोशी केंद्र में वित्त मंत्रालय में सेक्रेटरी भी रह चुके हैं। अभी वह कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सेक्रेटरी की जिम्मेदारी देख रहे थे। सबसे अहम बात यह है कि जोशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुड लिस्ट में आते हैं। वह राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के अलावा कई प्रमुख पदों पर भी रह चुके हैं।
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में बवाल:कुलदीप बिश्नोई ने मौजूदा प्रधान को हटाया, देवेंद्र बुढ़िया बोले-मैं अब भी प्रधान, आज मुकाम में बैठक बुलाई
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में बवाल:कुलदीप बिश्नोई ने मौजूदा प्रधान को हटाया, देवेंद्र बुढ़िया बोले-मैं अब भी प्रधान, आज मुकाम में बैठक बुलाई अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बुढ़िया के आरोपों के बाद बिश्नोई समाज भड़क गया है। समाज के लोगों द्वारा बीकानेर स्थित मुकाम धाम में आज आपातकालीन मीटिंग बुलाई है। बकायदा समाज के लोगों को इसके लिए मैसेज दिए जा रहे हैं। वहीं अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने भी अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुढ़िया को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया है और उनके स्थान पर परसराम बिश्नोई को नया प्रधान घोषित कर दिया है। वहीं देवेंद्र बुढ़िया ने कुलदीप के द्वारा लेटर जारी करने के बाद फेसबुक पर लाइव आकर कहा कि संरक्षक को प्रधान को हटाने की पावर अब खत्म हो गई है। नियमानुसार अब कुलदीप बिश्नोई के इस लेटर का कोई मतलब नहीं है। आज मुकाम धाम में विधायक रणधीर पनिहार और कुलदीप बिश्नोई दोनों पर निर्णय लिया जाएगा। बता दें इससे पहले देवेंद्र बुढ़िया ने कुलदीप बिश्नोई पर विधानसभा चुनाव में बेटे के चुनाव पर 10 करोड़ रुपए का चंदा एकत्रित करने और अपने दोस्त एमएलए रणधीर पनिहार से किडनैप करवाने, अपना यशोगान करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। देवेंद्र बुढ़िया ने जोधपुर में बिश्नोई समाज के लोगों के बीच यह बातें रखी थी। कुलदीप बिश्नोई की ओर से लिखा गया पत्र… कुलदीप बिश्नोई के लिखे पत्र की 3 खास बातें…
1. महासभा में प्रधान पद पर नई नियुक्ति की
कुलदीप बिश्नोई ने अपने X हैंडल पर पोस्ट कर देवेंद्र बुढ़िया को हटाने की जानकारी दी। कुलदीप बिश्नोई ने पत्र में लिखा है कि ” अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा सदैव गुरू जंभेश्वर भगवान के दिखाए आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवा की दिशा में अपने कर्तव्यों को पूरा करने का प्रयास करती आई है और हमेशा करती रहेगी। व्यक्ति, पद और निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर हम सबको मिलकर समाज की एकजुटता की दिशा में कार्य करते रहना है। नई परिस्थितियों को देखते हुए समाज के सभी प्रबुद्ध जनों से विचार विमर्श करने के बाद महासभा में प्रधान पद पर नई नियुक्ति की गई है। मुझे पूर्ण विश्वास है की परसराम बिश्नोई स्वर्गीय रामसिंह जी के गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाते हुए महासभा को नई ऊंचाईयां प्रदान करेंगे”। 2. मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुढ़िया को बताया समाज को तोड़ने वाला व्यक्ति
कुलदीप बिश्नोई ने मौजूदा प्रधान देवेंद्र बुढ़िया को समाज को तोड़ने वाला व्यक्ति बताया। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि देवेंद्र बुढ़िया द्वारा पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया में काफी तथ्यहीन, झूठी एवं समाज को बांटने वाली बातें कही जा रही हैं, जिससे समाज में बिखराव व टकराव की संभावनाएं नजर आ रही हैं। मेरे पास निजी तौर पर भी समाज के अनेक गणमान्य व्यक्तियों, साधु संतों एवं महासभा के पदाधिकारी व समाज के राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा काफी शिकायतें आ रही हैं। साथ ही साथ विभिन्न निर्माण कार्यों में टेंडर प्रक्रियाओं का पाल उनके द्वारा नहीं किया गया। समाज में एकता बनाए रखने, महासभा के पदाधिकारियों के प्रति विश्नास बना रहे और समाज में बंटवारा न हो और आपसी भाईचारा समाज में बना रहे इसलिए देवेंद्र बुढ़िया को पद मुक्त कर रहा हूं। 3. बुढ़िया के खिलाफ जांच को 5 सदस्यीय कमेटी बनाई
कुलदीप बिश्नोई ने 5 सदस्यीय कमेटी का गठन सुभाष देहड़ू की अध्यक्षता में किया। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कमेटी का गठन कर रहा हूं जो पूरे मामले की जांच करके सारे तथ्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी तब तक इनके स्थान पर परसराम विश्नोई को अगले चुनाव तक अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का प्रधान नियुक्त करता हूं। अखिल भारती बिश्नोई महासभा के संविधान के अनुसार प्रधान एवं समस्त कार्यकारिणी के चुनाव के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। जल्द ही अगले दिनों में पदाधिकारियों व प्रधान पद के लिए चुनावों की रूपरेखा के लिए विधिवत घोषणा करूंगा। कैसे शुरू हुआ विवाद, किसने क्या कहा..
देवेंद्र बुढ़िया ने कहा- मेरे साथ बुरा बर्ताव किया
सोमवार रात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लाइव आकर देवेंद्र बुढ़िया ने कहा, “मुझे 2 दिन से रणधीर पनिहार दिल्ली बुला रहे हैं। मैं आज आया तो मेरे साथ ट्रैजेडी की और मेरे साथ बहुत ही बुरा बर्ताव किया।
ये सारी चीजें मैं समाज को बताउंगा। यह बहुत बड़ी घटना है और बहुत बड़ी मेरे साथ ट्रैजेडी हुई है। यह सब चीजें कैमरे में हैं। अब मैं आप लोगों को इतना ही बता पाऊंगा। मैं माफी चाहता हूं। कल मैं आपको सारी चीजें बता दूंगा। यह रणधीर पनिहार पता नहीं मुझसे क्या मांगता है।” पनिहार ने कहा- बुढ़िया मेरे दोस्त, ऐसा क्यों बोला, मुझे पता नहीं
वहीं अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया के आरोपों पर विधायक रणधीर पनिहार ने कहा कि जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। मनगढंत आरोपों का मैं क्या जवाब दूं। हां, मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई। बुढ़िया साहब आज भी मेरे अच्छे दोस्त हैं और उनसे मेरी अकसर मुलाकात होती रहती है। सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसा क्यों बोला मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैं आज चंडीगढ़ जा रहा हूं। बिश्नोई संत बोले-रणधीर पनिहार को छोड़ेंगे नहीं
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया के आरोपों पर बिश्नोई समाज के संत लालदास योग गुरु ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। संत लालदास ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बुरा व्यवहार करने वाले को छोड़ेंगे नहीं। संत ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई के इशारे पर ही सब कुछ हुआ है। कुलदीप बिश्नोई करोड़ों रुपए की डिमांड अध्यक्ष से कर रहा था वो इतने पैसे नहीं दे पा रहा तो उसे पद से हटाया जा रहा था, जिसका उसने विरोध किया था। संत लालदास ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बहुत ही बड़ी घटना हुई है। रणधीर पनिहार के नाम किसी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ निंदनीय घटना की है। वो रणधीर पनिहार नहीं थे बल्कि कुलदीप बिश्नोई ने करवाई है। संत लालदास ने कहा- कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ कठोर फैसला लें
बिश्नोई संत लालदास योग गुरु ने कुलदीप बिश्नोई पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुलदीप बिश्नोई राष्ट्रीय अध्यक्ष बुढ़िया से करोड़ों रुपए मांगते हैं। कुलदीप कहते हैं कि करोड़ों रुपए दोगे तो अध्यक्ष रहोगे नहीं तो हटा देंगे। उनके पास करोड़ों रुपए नहीं थे, इसलिए उन्होंने लौटा दिया। कुलदीप बिश्नोई कहते हैं कि मुझे और पैसे दोगे तो ही मैं आपको प्रधान रखूंगा, इसलिए आप इस्तीफा दो। इन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो प्रधान से बहुत बड़ी डिमांड की गई। मैं बिश्नोई समाज से निवेदन करना चाहता हूं कि आज देवेंद्र बुढ़िया अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष हैं, कल को कोई और अध्यक्ष बन सकता है। क्या कोई इस तरह की डिमांड करेगा। यह तो कुलदीप बिश्नोई का निजी व्यवसाय बन गया है। इसलिए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा की कार्यकारिणी और बिश्नोई समाज को मिलकर कठोर फैसला लेना चाहिए, ताकि समाज की इज्जत रह सके। बुढ़िया ने कहा- मैं जोधपुर जा रहा हूं, 2 बजे लाइव आउंगा
वहीं इसी विवाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने सोशल मीडिया पर संदेश दिया है कि ” मैं अभी 12.50 बजे दिल्ली से जोधपुर की फ्लाइट होने के कारण अभी 11 बजे लाइव नहीं आ पाऊंगा। एयरपोर्ट पर शोर (आवाज) अधिक होने के कारण लाइव नहीं हो पाउंगा। मैं 2 बजे जोधपुर पहुंचकर आप सबके बीच में आकर लाइव आऊंगा एवं पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दूंगा। मैं अपनी बात पर अडिग था और रहूंगा। आप सबके सहयोग की अपेक्षा रहेगी। देवेंद्र बुढ़िया ने पंचायत में कहीं 3 बड़ी बातें…
1. विधानसभा चुनाव के बीच 10 करोड़ रुपए मांगे
देवेंद्र बुढ़िया ने बताया कि विधानसभा चुनाव के समय से ही संरक्षक महोदय (कुलदीप बिश्नोई) और मेरे बीच खटपट चल रही थी। मुझे कहा गया कि आपको 10 करोड़ का टारगेट दिया जाता है कि आप समाज से चंदा एकत्रित करके लाकर दो। उसमें मैं असफल रहा। लोगों ने मुझे दिए नहीं। मुझसे कहा लिस्ट दे दो, मैंने लिस्ट शुरुआत में दी। मेरे से जो हो सका मैंने किया। 2. कुलदीप ने कहा- सीएम के आगे मेरे नाम नहीं लिया
बिश्नोई समाज का धरना समाप्त होते ही मेरे पास फोन आया कि आपने सीएम के सामने मेरा नाम नहीं लिया। मैंने बताया कि मेरा ज्यादा नंबर बोलने का आया नहीं और धरना समाप्त करने में क्या नाम लेना था, मगर मैंने फिर भी सॉरी बोला। इसके बाद मुझसे इस्तीफा मांगा गया। मैंने कहा मैं रास्ते में इस्तीफा नहीं दूंगा, मैं मिलकर दूंगा। चुनाव से पहले भी मेरे सामने कहा था। मैं दूसरा अध्यक्ष बनाऊंगा। मैंने कहा आपकी मर्जी है जी जो बनाओ। 3. कुलदीप ने भजनलाल की कसम खाई और कहा इस्तीफा लूंगा
कुलदीप ने चौधरी भजनलाल की तस्वीर के सामने हाथ रखकर कहा कि मैं पिता जी कि कसम खाता हूं आपको प्रधान नहीं रहने दूंगा। मैंने कहा ऐसा क्या हो गया जी। बस मुझे आपको नहीं बनाना है, आप इस्तीफा दो। मैंने कहा कि मैं इस्तीफा मिलकर दूंगा। फिर उन्होंने कहा ठीक है आप टिकट बुक करवाओ। मैं टिकट बुक करवाकर दिल्ली पहुंच गया। देवेंद्र ने पनिहार और उनके बीच हुई घटना के बार में बताया…
1. रणधीर पनिहार ने हरियाणा भवन बुलाया
देवेंद्र बुढ़िया ने कहा कि मेरे पास फोन आया रणधीर पनिहार का कि आप कब आओगे। मैंने कहा मुझे तकलीफ है। मैं पहले मेदांता में दिखाऊंगा, फिर आऊंगा। पनिहार ने कहा नहीं आप पहले यहां आओ। हरियाणा भवन में 30 व 31 नंबर में आ जाना। मैं वहां गया। अंदर बैठे रणधीर पनिहार ने कहा आओ अंदर। मुझसे चाय पूछी और कहा आगे क्या करना है। मैंने कहा कि इस्तीफा देना है। पनिहार ने कहा कि आपने कमिटमेंट पूरी नहीं की। मैंने कहा कि मुझसे हो नहीं पाया। 2. पनिहार ने इस्तीफा लिखवाना चाहा, मैंने नहीं लिखा
पनिहार ने मुझे दो कागज दिए और कहा कि इस पर साइन कर दो। मैंने कहा मैं साइन तो बॉस (कुलदीप बिश्नोई) के आगे करूंगा। पनिहार ने कहा कि वो तो आपका मुंह नहीं देखना चाहते। मैंने कहा मैं साइन नहीं करूंगा ऐसे। मैं साइन बॉस के सामने करूंगा। इसके बाद तू तड़ाक हुई। मुझसे पनिहार ने कहा कि आपको साइन करने पड़ेंगे। मैंने कहा मर जाऊंगा, मगर साइन नहीं करूंगा। वो 5 लोग थे, मैं अकेला था। मैंने कहा आप ऐसा करो आप गाड़ी में चलो। उसने कहा चलो। इसके बाद एक ने मेरा हाथ पकड़ लिया और दूसरा मेरा वीडियो बनाने लगा। वहां से चलने के बाद मैं फुटपाथ पर आकर बैठ गया। 3. कुलदीप बिश्नोई को फोन मिलाया, मगर फोन नहीं उठाया
कुलदीप जी को फोन मिलाया, उन्होंने फोन नहीं उठाया। मैंने भव्य जी को फोन मिलाया। नहीं उठाया, मगर उनका बाद में बैक कॉल आया। उन्होंने कुछ नहीं कहा और फोन काट दिया। इसके बाद मैंने कुलदीप बिश्नोई को वॉइस मैसेज वॉट्सऐप पर भेजे और कहा कि मेरे साथ इस तरह की घटना हो रही है और यह लोग मेरे साथ गलत कर रहे हैं। इसके बाद रणधीर पनिहार ने कहा कि इसको गाड़ी में डालो। इसके बाद मैंने देखा वहां मंत्रियों की गाड़ियां थी और पुलिस वाले भी थे। मैंने शोर मचाया तो वह गाड़ी दौड़ाकर भाग गए। मेरे पास टैक्सी थी। मैं वहां से निकल आया। मैंने इसके बाद कुलदीप जी को फोन किया तो उनका नंबर स्विच ऑफ आया। 4. जिस इंसान को इतना माना, उसने 15 घंटे बाद भी फोन नहीं किया
देवेंद्र बुढ़िया ने कहा कि इस घटना के बाद मुझे लगा कहीं रात को मुझे कोई मार ना दे, इसलिए लाइव के माध्यम से मैंने आप लोगों को सब कुछ बताया। 3 साल में हम कोई पत्र भी लिखते हैं तो उनका नाम लिखना जरूरी है। भाषण देते हैं तो हम दुविधा में पड़ जाते हैं। कुलदीप कहते हैं मेरा नाम लेना जरूरी है और आप कहते हो आप उसके चमचे हो। मगर मेरा उद्देश्य समाज सेवा था, मैं समाज सेवा करना चाहता था ताकि दूसरे समाज के आगे बिश्नोई समाज एक उदाहरण बने। मैंने उस इंसान (कुलदीप बिश्नोई) को काफी माना, मगर 15 घंटे बीतने के बाद भी उसका फोन नहीं आया कि क्या हुआ। कुलदीप बिश्नोई ने दिलवाया रणधीर पनिहार को टिकट
रणधीर पनिहार पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के दोस्त हैं। कुलदीप बिश्नोई ने ही लॉबिंग कर रणधीर पनिहार को भाजपा का टिकट दिलवाया था। इतना ही नहीं, रणधीर के लिए प्रचार भी किया। इस विधानसभा चुनाव में रणधीर पनिहार की जीत हुई, लेकिन आदमपुर से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई अपनी पैतृक सीट हार गए।
इसके अलावा, कुलदीप बिश्नोई के भाई दुड़ाराम बिश्नोई भी फतेहाबाद से चुनाव हार गए। हालांकि, रणधीर पनिहार कह चुके हैं वह कुलदीप बिश्नोई के लिए विधायक पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वह चाहें तो उनके बेटे को मेरी जगह पर चुनाव लड़वा सकते हैं।