लुधियाना के राजगुरु नगर स्थित सिंधी बेकरी पर 28 अगस्त को गैंगस्टर गोपी लाहौरिया ने गोलियां चलवाई। गोपी ने फायरिंग करवाने की जिम्मेदारी लेते हुए फेसबुक पर पोस्ट डाली। उसने खुलासा किया है कि उसका बेकरी मालिक के बेटे के साथ निजी विवाद चल रहा है। उसने उसे कई बार समझाया लेकिन वह नहीं माना, इस कारण उसे गोलीबारी करवानी पड़ी। गोपी ने लिखा कि बेकरी मालिक के बेटे को एहसास करवाया है कि मौत चीज क्या होती। फायरिंग में बेकरी मालिक का बेटा नवीन घायल हुआ है। बता दें गोपी ने 26 अगस्त को मोगा के शेख वाला चौक में नविका ऑनलाइन सॉल्यूशन कस्टमर सर्विस सेंटर के मालिक पर भी फायरिंग करवाई थी। जिसमें दुकानदार से 32 बोर की पिस्तौल दिखाकर पैसे मांगे थे। दुकानदार पर फायरिंग की, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। 2022 में विदेश भागा, चेहरा छिपाकर करता है पोस्ट गोपी सोशल मीडिया पर भी किसी को अपना चेहरा नहीं दिखाता था। इंस्टाग्राम आदि पर भी वह अपना चेहरा छिपाकर पोस्ट शेयर करता है। 2022 में जगराओं पुलिस ने पहला मामला दर्ज किया। उसके घर से कारतूस और मैगजीन बरामद हुई। मामला दर्ज होने पर वह विदेश भाग गया था। गोपी का बंबीहा गैंग से नाता है। गोपी गिरोह के 2 बदमाशों को किया गिरफ्तार अप्रैल 2024 में मोगा पुलिस ने 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया था, जो गैंगस्टर बंबीहा और गैंगस्टर गोपी लाहौरिया से जुड़े थे। दोनों को पुलिस ने 3.20 लाख रुपए फिरौती और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। 1 मार्च को अमृतसर रोड स्थित बोपाराय इमिग्रेशन में 2 अज्ञात हमलावरों ने ऑपरेटर को जान से मारने के लिए फायरिंग की थी। लुधियाना के राजगुरु नगर स्थित सिंधी बेकरी पर 28 अगस्त को गैंगस्टर गोपी लाहौरिया ने गोलियां चलवाई। गोपी ने फायरिंग करवाने की जिम्मेदारी लेते हुए फेसबुक पर पोस्ट डाली। उसने खुलासा किया है कि उसका बेकरी मालिक के बेटे के साथ निजी विवाद चल रहा है। उसने उसे कई बार समझाया लेकिन वह नहीं माना, इस कारण उसे गोलीबारी करवानी पड़ी। गोपी ने लिखा कि बेकरी मालिक के बेटे को एहसास करवाया है कि मौत चीज क्या होती। फायरिंग में बेकरी मालिक का बेटा नवीन घायल हुआ है। बता दें गोपी ने 26 अगस्त को मोगा के शेख वाला चौक में नविका ऑनलाइन सॉल्यूशन कस्टमर सर्विस सेंटर के मालिक पर भी फायरिंग करवाई थी। जिसमें दुकानदार से 32 बोर की पिस्तौल दिखाकर पैसे मांगे थे। दुकानदार पर फायरिंग की, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। 2022 में विदेश भागा, चेहरा छिपाकर करता है पोस्ट गोपी सोशल मीडिया पर भी किसी को अपना चेहरा नहीं दिखाता था। इंस्टाग्राम आदि पर भी वह अपना चेहरा छिपाकर पोस्ट शेयर करता है। 2022 में जगराओं पुलिस ने पहला मामला दर्ज किया। उसके घर से कारतूस और मैगजीन बरामद हुई। मामला दर्ज होने पर वह विदेश भाग गया था। गोपी का बंबीहा गैंग से नाता है। गोपी गिरोह के 2 बदमाशों को किया गिरफ्तार अप्रैल 2024 में मोगा पुलिस ने 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया था, जो गैंगस्टर बंबीहा और गैंगस्टर गोपी लाहौरिया से जुड़े थे। दोनों को पुलिस ने 3.20 लाख रुपए फिरौती और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। 1 मार्च को अमृतसर रोड स्थित बोपाराय इमिग्रेशन में 2 अज्ञात हमलावरों ने ऑपरेटर को जान से मारने के लिए फायरिंग की थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद आज पहली कैबिनेट मीटिंग:चंडीगढ़ स्थित CM आवास पहुंचेंगे पंजाब के मंत्री, चुनावों से पहले अहम बैठक पंजाब में पंचायत चुनाव से ठीक पहले पंजाब सरकार ने आज कैबिनेट मीटिंग कर रही है। बता दें कि मंत्री मंडल में पांच मंत्रियों के फेरबदल के बाद ये पहली कैबिनेट मीटिंग हो रही है। मगर बता दें कि पहले ये मीटिंग जालंधर में होनी थी, मगर फिर किन्हीं कारणों से उक्त मीटिंग का वेन्यू जालंधर से बदल कर चंडीगढ़ कर दिया गया है। अब मीटिंग चंडीगढ़ स्थित सीएम आवास पर दोपहर 2 बजे होगी। मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। क्योंकि आने वाले दिनों में 4 विधानसभाओं के उप चुनाव होने हैं। हालांकि मीटिंग को लेकर कोई एजेंडा जारी नहीं किया गया है। नए मंत्रियों की यह पहली मीटिंग यह मीटिंग सीएम आवास पर होगी। पंजाब मंत्रिमंडल में शामिल किए गए 5 नए मंत्रियों की यह पहली मीटिंग है। इससे पहले 2 सितंबर को मीटिंग हुई थी। इसमें सरकार ने पेट्रोल और डीजल के रेट पर वैट बढ़ा दिया था। जिससे लोगों की जेब पर बोझ पड़ा था। हालांकि अब त्योहारों का सीजन आने वाला है। ऐसे में सरकार द्वारा लोगों को ध्यान में रखकर ही मीटिंग में फैसले लिए जांएगे।
पंजाब पूर्व CM के पोते चुनाव हारकर भी मंत्री बने:दादा की एम्बेसडर कार को मानते हैं लकी; सचिवालय में ब्लास्ट के दौरान मौजूद थे
पंजाब पूर्व CM के पोते चुनाव हारकर भी मंत्री बने:दादा की एम्बेसडर कार को मानते हैं लकी; सचिवालय में ब्लास्ट के दौरान मौजूद थे वर्ष 1995 में आतंकवाद के दौर में सचिवालय बिल्डिंग ब्लास्ट में जान गंवाने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत बिट्टू को नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में मंत्री बनाया गया है। रवनीत बिट्टू ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की थी। भाजपा ने उन्हें लुधियाना से उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से हार गए। ऐसे में अब भाजपा ने उन्हें मंत्री बनाकर सिख समाज को साधने की कोशिश की। रवनीत बिट्टू के राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2008 में युवा कांग्रेस से शुरू किया था। 2008 में वे पंजाब यूथ कांग्रेस के पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने। 2009 में पार्टी ने उन्हें श्री आनंदपुर साहिब से टिकट दी और दादा बेअंत सिंह व पिता स्वर्णजीत सिंह के किए कामों के कारण वे आसानी से चुनाव जीत गए। पार्टी ने भी पहली बार चुनाव जीतने के बाद उन्हें होम अफेयर्स कमेटी का सदस्य बना दिया। 2014 में कांग्रेस ने बिट्टू की सीट बदलते हुए लुधियाना शिफ्ट किया। इसके बाद 2014 और 2014 में वह इसी सीट से सांसद चुने गए। आतंकियों की धमकी को नजरअंदाज कर डाला वोट
90 के दशक में आतंकवाद का दौर था। आतंकियों ने वोट डालने वालों को जान से मारने की धमकी दे रखी थी। बिट्टू 18 साल के हुए थे और उनका पहला वोट डालने का मौका था। बिट्टू ने आतंकियों की धमकी करे नजरअंदाज कर वोट डाला। इतना ही नहीं, मुहिम चलाई और लोगों को आतंकियों की धमकी से उलट चल वोट डालने के लिए प्रोत्साहित किया। दादा की मौत के समय घटनास्थल पर मौजूद थे बिट्टू
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के देहांत के समय रवनीत सिंह बिट्टू की उम्र महज 20 साल थी। वे सचिवालय की दूसरी मंजिल पर मौजूद थे, उनके चचेरे भाई गुरकिरत सिंह कोटली भी वहीं थे। जब धमाका हुआ तो वे तुरंत नीचे की तरफ भागे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने दोबारा ब्लास्ट के संदेह के डर से दोनों को बिल्डिंग से बाहर निकाल दिया। उन्हें सुरक्षा के चलते गाड़ी के पास नहीं जाने दिया गया। अंत में बेअंत सिंह हाथ में पहने कड़े के कारण पहचाने गए। गुरकिरत कोटली चचेरे भाई
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के देहांत के बाद बेटे तेजप्रकाश सिंह ने परंपरा को आगे बढ़ाया था। वे पंजाब के पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी छोटी बेटी गुरकंवल कौर भी राजनीति में रहीं। बेअंत सिंह के बेटे तेजप्रकाश के बेटे गुरकिरत सिंह कोटली खन्ना से 2 बार विधायक रह चुके हैं और आज भी कांग्रेस के साथ हैं। बेअंत सिंह के दूसरे बेटे स्वर्णजीत सिंह ने राजनीति से दूरी बनाकर रखी और उनके बेटे रवनीत बिट्टू राजनीति में आ गए। दादा की कार को मानते हैं लकी
रवनीत सिंह बिट्टू का अपने दादा के साथ भावनात्मक रिश्ता है। बेअंत सिंह की एम्बेसडर कार को बिट्टू लकी मानते हैं। अपना नामांकन वे हमेशा इसी कार में भरने जाते हैं। बिट्टू ने एक इंटरव्यू में कहा था उनके परिवार का उस कार से भावनात्मक रिश्ता है। जिसमें उनके दादा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए आतंकवाद के दिनों में राज्यभर में लाखों किलोमीटर का सफर किया करते थे। उनके पास अपने समय के महान राजनीतिक व्यक्तित्व की विरासत है। बम से उड़ाने की मिल चुकी धमकी
इस साल की शुरुआत में रवनीत सिंह बिट्टू को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। बिट्टू को वॉट्सऐप पर अज्ञात विदेशी नंबर से कॉल आई। धमकी देने वाले ने बिट्टू से कहा कि जल्द ही उन्हें बम से उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद बिट्टू ने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी। किसानों ने बिट्टू पर किया था हमला
जनवरी 2021 में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सिंघु बॉर्डर पर बैठे हुए थे। उस दौरान रवनीत सिंह बिट्टू किसानों के बीच पहुंचे। यहां उनकी किसानों के साथ कहासुनी हो गई। बात धक्कामुक्की से लेकर छीना झपटी तक जा पहुंची। इस दौरान बिट्टू की पगड़ी भी उतर गई थी। रवनीत सिंह बिट्टू से जुड़े 2 विवाद 1. कब्जे के आरोप में नोटिस मिला – मई महीने में नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले, नागरिक निकाय ने रवनीत बिट्टू को 8 साल तक लुधियाना में सरकारी घर पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाते हुए नोटिस दिया था। बिट्टू को नामांकन दाखिल करने से पहले घर खाली करने और जुर्माने के रूप में 1.82 करोड़ का भुगतान करने के लिए कहा गया। इसके बाद बिट्टू भाजपा कार्यालय चले गए और फर्श पर ही सोए। 2. किसानों के विरोध के कारण भागना पड़ा- लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान रवनीत बिट्टू को लुधियाना में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान एक वीडियो भी वायरल हुई थी, जिसमें बिट्टू भागते हुए नजर आए। इसके बाद बिट्टू ने कहा था कि “वह उन्हें (किसानों को) 4 जून (परिणाम वाले दिन) के बाद देख लेंगे”। राज्यसभा में भेजने की तैयारी में पार्टी
चूंकि रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा चुनाव हार गए हैं तो पार्टी उन्हें राज्यसभा में भेजने की तैयारी कर रही है। चर्चा है कि उन्हें हरियाणा से राज्यसभा में भेजा जा सकता है। कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यहां एक सीट खाली हुई है। यह पहला मौका नहीं है कि पंजाब में चुनाव हारकर कोई केंद्र में मंत्री बना हो। इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह, अरुण जेटली और हरदीप पुरी भी केंद्र में मंत्री बन चुके हैं।
अबोहर में फेल हुआ ट्रेन का इंजन:बठिंडा से श्रीगंगानगर जा रही थी रेल, डेढ़ घंटे किल्लियांवाली में खड़ी रही; यात्री रहे परेशान
अबोहर में फेल हुआ ट्रेन का इंजन:बठिंडा से श्रीगंगानगर जा रही थी रेल, डेढ़ घंटे किल्लियांवाली में खड़ी रही; यात्री रहे परेशान बठिंडा से श्रीगंगानगर जा रही पैसेंजर ट्रेन का इंजन किल्लियांवाली रेलवे स्टेशन के पास फेल हो गया। जिससे करीब डेढ़ घंटा तक ट्रेन में सवार यात्री गर्मी में व्याकुल होते रहे। इसके बाद बठिंडा से दूसरा इंजन मंगवाकर ट्रेन को श्रीगंगानगर तक पहुंचाया गया। डेढ़ घंटे बाद रवाना हुई ट्रेन जानकारी के अनुसार, बठिंडा-श्रीगंगानगर यात्री गाड़ी आज दोपहर करीब 1 बजकर 50 मिनट पर अबोहर स्टेशन पर पहुंची और निर्धारित समय के अनुसार श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुई, कि किल्लियांवाली के पास अचानक ट्रेन का इंजन फेल गया। ट्रेन के चालक और परिचालक ने इसकी सूचना तुरंत ही संबंधित रेलवे अधिकारियों को दी। जिसके बाद बठिंडा से दूसरा इंजन भेजा गया। इस दौरान करीब 48 डिग्री तापमान में सभी रेल यात्री गाड़ी में परेशान होते रहे। करीब डेढ़ घंटे बाद बठिंडा से आया नया इंजन ट्रेन को लेकर श्री गंगानगर पहुंचा।