हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अलग-अलग बेल्ट से आवाज उठनी शुरू हो गई है। ऐसी ही मांग भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल इलाके से उठी। रेवाड़ी के श्रीकृष्ण भवन में यादव कल्याण सभा ने प्रधान रामबीर यादव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर इस बेल्ट से सीएम पद पर दावा ठोका। साथ ही साफ कह दिया कि अगर सीएम नहीं तो डिप्टी सीएम के पद पर इस इलाके का पूरा हक है, क्योंकि इस इलाके की वजह से ही तीनों बार भाजपा को हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला। यहां के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा का समर्थन किया और इस बार तो 11 में 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जिताने का काम किया। सभा के प्रवक्ता प्रोफेसर सतीश यादव ने बताया कि बैठक में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम बारे विशेष चर्चा की गई। यादव कल्याण सभा ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मांग की है कि हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल के गठन में अहीरवाल को मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद देकर इस क्षेत्र का सम्मान किया जाए। 2014 में 11 और 2019 में 8 सीट जीती भाजपा साल 2014 से पहले तक अहीरवाल इलाका एक तरह से कांग्रेस का गढ़ हुआ करता। उसके बाद अहीरवाल बेल्ट में भाजपा ने अपनी ऐसी जड़ें जमाई की 11 की 11 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए पहली बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। 2019 के चुनाव में वितरित परिस्थितियों के बीच इस इलाके ने भाजपा का साथ दिया और 11 में से 8 सीटों पर भाजपा के कैंडिडेट जीत गए। हालांकि 2024 में किसी को अनुमान नहीं था कि अहीरवाल ही भाजपा को इतने बड़े स्तर पर समर्थन देगा। यहां भाजपा को 10 सीटों पर जीत मिली। पहली दो सरकार में अहीरवाल बेल्ट से सरकार में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से इस बार सरकार में अहम पद को लेकर यादव सभा एक्टिव हो चुकी है। 2 टर्म में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया नांगल चौधरी से लेकर गुरुग्राम तक 11 सीटें अहीर बाहुल्य हैं। रेवाड़ी, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की इन 11 सीटों में बावल और पटौदी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2014 में जब पहली बार भाजपा की सरकार आई तो इस पूरे इलाके से 2 कैबिनेट मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और राव नरबीर के अलावा एक राज्यमंत्री बिक्रम ठेकेदार को बनाया गया। 2019 के चुनाव में रामबिलास शर्मा चुनाव हार गए और राव नरबीर सिंह को टिकट ही नहीं मिल पाई। दूसरे टर्म में मनोहर लाल कैबिनेट में डॉ. बनवारी लाल को कैबिनेट मंत्री और ओमप्रकाश यादव को राज्यमंत्री बनाया गया। ये दोनों ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थित नेता थे। हालांकि मनोहर लाल को सीएम पद से हटाए जाने के बाद राज्यमंत्री के रूप में ओमप्रकाश यादव की छुट्टी कर राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी कहे जाने वाले नांगल चौधरी से विधायक रहे डॉ. अभय सिंह को मंत्री बना दिया गया। राव इंद्रजीत सिंह ठोक चुके सीएम पद पर दावा अहीरवाल बेल्ट के कद्दावर नेता गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह सीएम पद को लेकर काफी बार बयान दे चुके हैं। 2014 में जब भाजपा सरकार आई तो उस वक्त भी उनका नाम सुर्खियों में था, लेकिन उनका सीएम बनने का सपना अधूरा रहा। इस बार के चुनाव में राव इंद्रजीत की सिफारिश पर भाजपा ने इस इलाके में 8 टिकटों का वितरण किया और राव इंद्रजीत सिंह इन सभी नेताओं को जिताने में भी कामयाब रहे। राव इंद्रजीत सिंह ने रिजल्ट आने के बाद सीएम पद पर भी दावा ठोक चुके हैं। हालांकि गृहमंत्री अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ही कह चुके हैं कि नायब सैनी ही हरियाणा के सीएम होंगे। नायब सैनी का सीएम बनना लगभग तय है। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ही नहीं, बल्कि अन्य नेता भी सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर अलग-अलग बेल्ट से आवाज उठनी शुरू हो गई है। ऐसी ही मांग भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले अहीरवाल इलाके से उठी। रेवाड़ी के श्रीकृष्ण भवन में यादव कल्याण सभा ने प्रधान रामबीर यादव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर इस बेल्ट से सीएम पद पर दावा ठोका। साथ ही साफ कह दिया कि अगर सीएम नहीं तो डिप्टी सीएम के पद पर इस इलाके का पूरा हक है, क्योंकि इस इलाके की वजह से ही तीनों बार भाजपा को हरियाणा की सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला। यहां के लोगों ने सबसे ज्यादा भाजपा का समर्थन किया और इस बार तो 11 में 10 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जिताने का काम किया। सभा के प्रवक्ता प्रोफेसर सतीश यादव ने बताया कि बैठक में हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम बारे विशेष चर्चा की गई। यादव कल्याण सभा ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मांग की है कि हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल के गठन में अहीरवाल को मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद देकर इस क्षेत्र का सम्मान किया जाए। 2014 में 11 और 2019 में 8 सीट जीती भाजपा साल 2014 से पहले तक अहीरवाल इलाका एक तरह से कांग्रेस का गढ़ हुआ करता। उसके बाद अहीरवाल बेल्ट में भाजपा ने अपनी ऐसी जड़ें जमाई की 11 की 11 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए पहली बार प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। 2019 के चुनाव में वितरित परिस्थितियों के बीच इस इलाके ने भाजपा का साथ दिया और 11 में से 8 सीटों पर भाजपा के कैंडिडेट जीत गए। हालांकि 2024 में किसी को अनुमान नहीं था कि अहीरवाल ही भाजपा को इतने बड़े स्तर पर समर्थन देगा। यहां भाजपा को 10 सीटों पर जीत मिली। पहली दो सरकार में अहीरवाल बेल्ट से सरकार में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से इस बार सरकार में अहम पद को लेकर यादव सभा एक्टिव हो चुकी है। 2 टर्म में कोई खास प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया नांगल चौधरी से लेकर गुरुग्राम तक 11 सीटें अहीर बाहुल्य हैं। रेवाड़ी, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की इन 11 सीटों में बावल और पटौदी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2014 में जब पहली बार भाजपा की सरकार आई तो इस पूरे इलाके से 2 कैबिनेट मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और राव नरबीर के अलावा एक राज्यमंत्री बिक्रम ठेकेदार को बनाया गया। 2019 के चुनाव में रामबिलास शर्मा चुनाव हार गए और राव नरबीर सिंह को टिकट ही नहीं मिल पाई। दूसरे टर्म में मनोहर लाल कैबिनेट में डॉ. बनवारी लाल को कैबिनेट मंत्री और ओमप्रकाश यादव को राज्यमंत्री बनाया गया। ये दोनों ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थित नेता थे। हालांकि मनोहर लाल को सीएम पद से हटाए जाने के बाद राज्यमंत्री के रूप में ओमप्रकाश यादव की छुट्टी कर राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी कहे जाने वाले नांगल चौधरी से विधायक रहे डॉ. अभय सिंह को मंत्री बना दिया गया। राव इंद्रजीत सिंह ठोक चुके सीएम पद पर दावा अहीरवाल बेल्ट के कद्दावर नेता गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह सीएम पद को लेकर काफी बार बयान दे चुके हैं। 2014 में जब भाजपा सरकार आई तो उस वक्त भी उनका नाम सुर्खियों में था, लेकिन उनका सीएम बनने का सपना अधूरा रहा। इस बार के चुनाव में राव इंद्रजीत की सिफारिश पर भाजपा ने इस इलाके में 8 टिकटों का वितरण किया और राव इंद्रजीत सिंह इन सभी नेताओं को जिताने में भी कामयाब रहे। राव इंद्रजीत सिंह ने रिजल्ट आने के बाद सीएम पद पर भी दावा ठोक चुके हैं। हालांकि गृहमंत्री अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ही कह चुके हैं कि नायब सैनी ही हरियाणा के सीएम होंगे। नायब सैनी का सीएम बनना लगभग तय है। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह ही नहीं, बल्कि अन्य नेता भी सीएम पद को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा CMO में दिखेंगे कई नए चेहरे:2 पूर्व मंत्री भी लाइन में; खट्टर के करीबियों से दूरी बनाएंगे सैनी, अफसरों में 2 चेहरे रिपीट होंगे
हरियाणा CMO में दिखेंगे कई नए चेहरे:2 पूर्व मंत्री भी लाइन में; खट्टर के करीबियों से दूरी बनाएंगे सैनी, अफसरों में 2 चेहरे रिपीट होंगे हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सैनी के चीफ मिनिस्टर ऑफिस (CMO) में कई नए चेहरे दिखाई देंगे। इस बार CMO में आने के लिए 2 पूर्व राज्यमंत्री भी लाइन में लगे हुए हैं। CMO के गठन में सबसे अहम बात यह होगी कि इस बार सीएमओ में पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी नहीं दिखाई देंगे। हालांकि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाने वाले 2 सीनियर आईएएस ऑफिसर के रिपीट होने के पूरे आसार बने हुए हैं। सीएमओ का गठन दिल्ली से मंजूरी के बाद ही होगा। सरकार के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि 13 नवंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सेशन से पहले सीएमओ का गठन हो जाएगा। कैसा होगा हरियाणा CMO का स्ट्रक्चर… CPS होता है CMO का बिग बॉस
सीएमओ का बॉस मुख्यमंत्री का मुख्य प्रधान सचिव होता है। वर्तमान में इस पद पर रिटायर्ड आईएएस राजेश खुल्लर कार्यरत हैं। हाल ही में उनकी नियुक्ति को लेकर आदेश जारी हुए हैं। हालांकि उनकी नियुक्ति को लेकर काफी विवाद भी हुआ है। पहले आदेश में उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्जा दिया गया था, जिसके बाद विरोध के चलते आदेश रोक दिया गया था। फिर से नए आदेश जारी किए गए। एक पीएस, 2 एपीएस भी टीम का अहम हिस्सा
हरियाणा सीएमओ में एक प्रिंसिपल सेक्रेटरी (पीएस) और दो एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी (APS) भी नियुक्त हैं। सीनियर आईएएस वी उमाशंकर अभी तक पीएस के पद पर कार्यरत थे, अब वे केंद्र में डेपुटेशन पर चले गए हैं। जिसके बाद अब इस पद के लिए तीन सीनियर आईएएस अफसरों के नाम पर विचार किया जा रहा है। इसके बाद अब इस पोस्ट के लिए तीन सीनियर आईएएस ऑफिसर के नाम चल रहे हैं। आईएएस अरूण गुप्ता, विजेंद्ररा कुमार और एके सिंह का नाम इस पोस्ट के लिए चर्चा में है। 2 एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी टू सीएम (APS) भी नियुक्त होंगे। अभी सीनियर आईएएस डॉ. अमित अग्रवाल और आशिमा बराड़ ये जिम्मेदारी देख रहे हैं। हालांकि अभी इनको रिपीट करने की संभावनाएं ज्यादा हैं। नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है। 3 OSD बनाए जाएंगे
हरियाणा सीएमओ में 3 से लेकर 4 तक स्पेशल ऑफिसर आन ड्यूटी (OSD) बनाए जाते हैं। इसमें पहला सीएम हाउस (OSD) इसके अलावा ओएसडी ट्रांसफर भी बनाया जाता है। इसके अलावा 2 और ओएसडी भी बनाए जा सकते हैं। हालांकि इस पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री के द्वारा ही किया जाता है। खट्टर के कार्यकाल में हुई सीएम विंडो की शुरुआत
हरियाणा में सीएम विंडो का काम शिकायतों का निवारण और निगरानी करना है। यह एक प्रमुख कार्यक्रम है, जो 25 दिसंबर, 2014 से लागू है। मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल के दौरान इसकी शुरुआत हुई थी। तब से लेकर अब तक ये कार्यक्रम जारी है। मनोहर लाल खट्टर के बाद नायब सैनी के कार्यकाल में इसका काम भूपेश्वर दयाल देख रहे थे। हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले उनकी इस पद से छुट्टी कर दी गई थी। जिसके बाद से एचसीएस अफसर विवेक कालिया इसकी जिम्मेदारी देख रहे हैं। पॉलिटिकल एडवाइजर के लिए 2 पूर्व मंत्री के नाम
हरियाणा सीएमओ में एक पॉलिटिकल एडवाइजर की नियुक्ति की जाती है। अभी इस पद पर भारत भूषण भारती हैं। हालांकि अब सैनी सरकार के सेकेंड टर्म में दो पूर्व मंत्री लॉबिंग करने में जुटे हुए हैं। इनमें पहला नाम थानेसर से चुनाव हार चुके सुभाष सुधा का है। वहीं दूसरा नाम अंबाला सिटी से विधानसभा चुनाव हारे असीम गोयल का नाम शामिल है। जबकि मीडिया एडवाइजर के लिए चंडीगढ़ के लिए प्रवीण अत्रैय और अशोक छाबड़ा लॉबिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीएम सैनी इस पोस्ट के लिए पवन सैनी और तुषार को रखने की वकालत कर रहे हैं। वहीं दिल्ली के लिए अलग से एक मीडिया एडवाइजर रखा जाएगा। ये खबर भी पढ़ें- हरियाणा चुनाव हारे 53 नेता दिल्ली तलब,राहुल गांधी के करीबी बघेल ने मीटिंग बुलाई; हार से जुड़े 4 तरह के सबूत मंगवाए हरियाणा में कांग्रेस हार के मंथन के साथ-साथ हार के सबूत भी तलाश रही है। इसके लिए आज (9 नवंबर) को दिल्ली में कांग्रेस की हार के कारण जानने के लिए बनाई गई 8 मेंबरी कमेटी की मीटिंग होगी। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और हरियाणा कांग्रेस सह प्रभारी जितेंद्र बघेल करेंगे। पूरी खबर पढ़ें
सिरसा में 25 करोड़ की धोखाधड़ी में एक और काबू:चिटफंड कंपनी बना 1500 लोगों से किया था फ्रॉड; रिमांड पर लिया
सिरसा में 25 करोड़ की धोखाधड़ी में एक और काबू:चिटफंड कंपनी बना 1500 लोगों से किया था फ्रॉड; रिमांड पर लिया हरियाणा के सिरसा। विजन मार्केट के नाम से चिटफंड कंपनी का गठन कर मोटे मुनाफे का झांसा देकर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व यूपी के अनेक लोगों से करोड़ों रुपए की ठग्गी करने वाले एक अंतर राज्य गिरोह के एक और आरोपी को सिरसा पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा ने पंजाब क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान राकेश कुमार उर्फ जोधा निवासी गांव स॔ंघा पंजाब के रूप में हुई है। इस घटना का मुख्य आरोपी सुभाष व उसका भाई श्याम सुंदर निवासी गुड़िया खेड़ा सिरसा तथा लाभ सिंह उर्फ लवली निवासी समाना पंजाब को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में पतली डाबर निवासी लखबीर सिंह की शिकायत पर एक जनवरी 2024 को शहर के सिविल लाइन थाना में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपियों ने मिलकर साजिश के तहत लोगों से ठगी करने के उद्देश्य से विजन मार्केट के नाम से “चिटफंड कंपनी” का गठन किया और शहर सिरसा में कार्यालय स्थापित कर वर्ष 2021 व 2022 की अवधि के दौरान हरियाणा, पंजाब, राजस्थान तथा यूपी के करीब 1500 लोगों से अब तक 25 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपी राकेश कुमार को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। एसपी का कहना है कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से इस ठग गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी हासिल कर उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा लोगों से की गई ठगी की राशि भी बरामद की जाएगी।
अधिकारियों से परेशान हुईं विनेश फोगाट:बोलीं- अधिकारी मेरे हाथ में नहीं, जो साइन कर दें, उनके पास मुख्यमंत्री का फोन आ जाता है
अधिकारियों से परेशान हुईं विनेश फोगाट:बोलीं- अधिकारी मेरे हाथ में नहीं, जो साइन कर दें, उनके पास मुख्यमंत्री का फोन आ जाता है रेसलर से MLA बनीं विनेश फोगाट हरियाणा के अधिकारियों से परेशान हो गई हैं। उन्होंने लोगों से बात करते हुए कहा– ‘’अधिकारी मेरे हाथ में नहीं हैं कि मेरे कहने से साइन कर देंगे। उनके पास तुरंत मुख्यमंत्री का फोन आ जाता है, ये काम नहीं करना, साइन न मार देना।’’ हालांकि ऐसा किस मामले में हुआ, इसको लेकर विनेश ने कोई खुलासा नहीं किया। इसको लेकर उनका वीडियो सामने आया है। विनेश जींद जिले की जुलाना सीट से कांग्रेस की विधायक हैं। वे पहली बार ही विधायक बनी हैं। पिछले दिनों उन्होंने कुछ जगहों का दौरा किया और काम में कमी या गड़बड़ी मिलने पर तुरंत अधिकारियों को फोन कर नाराजगी भी जताई थी। वीडियो में विनेश फोगाट की कहीं 3 अहम बातें… 1. मिलकर काम करेंगे, बोझ नहीं पड़ेगा
विनेश का इस संबंध में एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह कह रही हैं कि मैं अभी सीख रही हूं। सब लोगों से मिलकर काम करेंगे। आप लोगों ने जिम्मेदारी दी है, मैं अपनी तरफ से पूरे एफर्ट लगा रही हूं। एक आदमी के सिर बोझ हो जाएगा, लेकिन मिलकर करेंगे तो काम भी हो जाएगा और बोझ भी नहीं पड़ेगा। 2. अपना बेस्ट करूंगी, कागज पक्के देना
आपने मुझे वोट दिए, मेरा तो फर्ज है कि काम करूं। 5 साल बाद जब आऊं तो आप लोगों को ये न लगे कि आपके वोट खराब कर दिए। जितना भी होगा, अपना बेस्ट करेंगे। मेरे से काम कराने के लिए फोन करो या ऑफिस आ जाओ। बस मेरी एक रिक्वेस्ट है कि कागज पक्के रखो। कल को आप भी कह सकोगे कि हमने तो पूरे और पक्के कागज दिए थे। 3. लोग कहेंगे तो सड़क पर भी बैठूंगी
मेरे हलके के लोग कहेंगे की लड़ाई खड़े होकर लड़नी है तो खड़े होकर लड़ेंगे। सड़क पर बैठने को कहेंगे तो सड़क पर बैठकर आपकी लड़ाई लड़ेंगे। लोग नारे लगाने की बात कहेंगे तो साथ मिलकर नारे लगाएंगे। विनेश फोगाट ने 2 बार अधिकारियों को फोन लगाए पब्लिक हेल्थ SE को कहा– घर गिर जाएंगे, फिर कहोगे बताया नहीं
एक हफ्ते पहले विनेश फोगाट जुलाना पहुंची थीं। यहां वार्ड 5 में लोगों ने उन्हें बताया कि यहां वाटर सप्लाई की लाइन टूटी हुई है। लोगों के घरों की नींव में पानी जा रहा है। मकानों में दरारें आ गई हैं। यह सुनकर विनेश फोगाट ने पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (SE) को फोन लगा दिया। विनेश ने SE को कहा कि यहां आज ही किसी को भेजो। लोगों के घरों में दरारें आ गईं हैं। घर गिर जाएंगे तो बाद में कहोगे- बताया नहीं। नाले का काम रुकवाकर कहा- थर्ड क्वालिटी का मटेरियल इस्तेमाल हो रहा
शनिवार को विनेश फोगाट ने नेशनल हाईवे पर नाले का काम रुकवा दिया। विनेश ने PWD के अधिकारी राजकुमार नैन को फोन कर कहा- मैं उस जगह पर आई थी, जहां नाले का निर्माण हो रहा है। यहां पर थर्ड क्वालिटी का काम चल रहा है। आप परेशान मत होइए, हम आपको इस जगह का वीडियो भेज देंगे। उन्होंने कहा कि काम में जो ईंटें इस्तेमाल की जा रही हैं, उनमें सरिया भी नहीं लगाया जा रहा। पानी कैसे रुकेगा, आप बताइए। अब मौके पर किसे भेज रहे हैं? जब तक आप मौके पर पहुंचेंगे, तब तक सब गायब हो जाएगा। विनेश ने कहा कि आप जल्दी से यहां पर काम रुकवाएं, सैंपल मंगवाएं और इसकी सही से जांच करें। आप बताइए, जब पूरे शहर में पानी भरेगा तो पानी कैसे रुकेगा? यह तो 6 महीने भी नहीं चलेगा। थर्ड क्वालिटी का मटेरियल इस्तेमाल किया जा रहा है। विधानसभा से गैरहाजिर रहीं तो गुमुशदा पोस्टर वायरल किए गए
करीब 2 महीने पहले विनेश फोगाट के गुमशुदा के पोस्टर वॉट्सऐप ग्रुपों में वायरल किए गए थे। इसमें लिखा था कि लापता विधायक की तलाश है। किसी को दिखे तो सूचना दें। दरअसल, हरियाणा विधानसभा का 4 दिवसीय सत्र 19 नवंबर तक चला। इस सेशन में पहली बार MLA बनीं विनेश फोगाट गैरहाजिर रहीं थीं। वह पहले वायनाड में प्रियंका गांधी का प्रचार करने गईं। फिर महाराष्ट्र में कांग्रेस का प्रचार किया। पोस्टर में कोई नाम-नंबर नहीं था, लेकिन कांग्रेस का आरोप था कि इसके पीछे भाजपा है। विनेश ने कहा था- मैं जिंदा हूं
गुमशुदगी के पोस्टर पर विनेश ने कहा था कि ये बहुत छोटी सोच है। अभी विधायक बने एक महीना हुआ। इतने में ही ये लोग गुमशुदा की तलाश करने लगे। इनको हजम नहीं हो रहा कि कोई लड़की जुलाना विधानसभा से पहली बार टिकट लेकर चुनाव जीत गई। मैं सबको बताना चाहती हूं कि मैं जुलाना में ही हूं। जिंदा हूं और कहीं गुमशुदा नहीं हूं। मैं अपनों के बीच रही हूं और अपनों के बीच ही रहेंगे।