जर्मनी का प्रतिनिधिमंडल ने वहां के सांसद राहुल कुमार के साथ पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से डिजीटल तकनीकों की अपराध नियंत्रण में भूमिका, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर, पारंपरिक तथा आधुनिक अपराध के स्वरूपों व साइबर अपराध रोकने के लिए भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में जानकारी ली। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों का पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल को प्रशिक्षण के बारे में कराया अवगत सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने हरियाणा पुलिस की संरचना, अन्वेषण, भर्ती प्रक्रिया, कार्यक्षमता निर्माण के लिए पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में उनको अवगत करवाया। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों में विशेष रुचि दिखाई। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध को उसकी प्रवृत्ति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। अपराध को दो श्रेणियों में बांटा उन्होंने बताया कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, ट्रैडीशनल अपराध तथा मॉडर्न अपराध। ट्रैडीशनल अपराध जैसे- व्यक्ति के विरूद्ध अपराध तथा प्रॉपर्टी विरूद्ध अपराध, जबकि मॉडर्न अपराध जैसे- साइबर अपराध अथवा बदलते समय के अनुसार होने वाले अन्य अपराध। इन अपराधों को आगे अलग-2 प्रकार की उप-श्रेणियों में बांटा जाता है और इन अपराधों से उनकी प्रवृत्ति के अनुरूप निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर किया विचार उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए मॉडर्न तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ओवरऑल क्राइम को कम करने में मदद मिली है।हरियाणा पुलिस तथा जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने ग्लोबल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अपराधी का दूसरे देश में छिपना सबसे बड़ा खतरा- डीजीपी डीजीपी ने बताया कि कई बार अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में जाकर छिप जाते है। ऐसे अपराधी सभी देशों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-2 देशों की पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करना अति आवश्यक है। जर्मनी का प्रतिनिधिमंडल ने वहां के सांसद राहुल कुमार के साथ पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से डिजीटल तकनीकों की अपराध नियंत्रण में भूमिका, इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर, पारंपरिक तथा आधुनिक अपराध के स्वरूपों व साइबर अपराध रोकने के लिए भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के बारे में जानकारी ली। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने इस मौके पर हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के अधिकारियों का पुलिस मुख्यालय में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल को प्रशिक्षण के बारे में कराया अवगत सबसे पहले पुलिस महानिदेशक ने हरियाणा पुलिस की संरचना, अन्वेषण, भर्ती प्रक्रिया, कार्यक्षमता निर्माण के लिए पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में उनको अवगत करवाया। जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों में विशेष रुचि दिखाई। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण को लेकर हरियाणा पुलिस की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध को उसकी प्रवृत्ति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। अपराध को दो श्रेणियों में बांटा उन्होंने बताया कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, ट्रैडीशनल अपराध तथा मॉडर्न अपराध। ट्रैडीशनल अपराध जैसे- व्यक्ति के विरूद्ध अपराध तथा प्रॉपर्टी विरूद्ध अपराध, जबकि मॉडर्न अपराध जैसे- साइबर अपराध अथवा बदलते समय के अनुसार होने वाले अन्य अपराध। इन अपराधों को आगे अलग-2 प्रकार की उप-श्रेणियों में बांटा जाता है और इन अपराधों से उनकी प्रवृत्ति के अनुरूप निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर किया विचार उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए मॉडर्न तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे ओवरऑल क्राइम को कम करने में मदद मिली है।हरियाणा पुलिस तथा जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल ने ग्लोबल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे अपराधों से निपटने के लिए पुलिस-टू-पुलिस कोऑर्डिनेट की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। अपराधी का दूसरे देश में छिपना सबसे बड़ा खतरा- डीजीपी डीजीपी ने बताया कि कई बार अपराधी एक देश में अपराध करके दूसरे देश में जाकर छिप जाते है। ऐसे अपराधी सभी देशों के लिए बड़ा खतरा है। ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग-2 देशों की पुलिस को आपसी तालमेल के साथ काम करना अति आवश्यक है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के महंत को जान से मारने की धमकी:कहा- गवाही दी तो गोली मार दूंगा; UP मुख्यमंत्री योगी के करीबी हैं शुक्राई नाथ
हरियाणा के महंत को जान से मारने की धमकी:कहा- गवाही दी तो गोली मार दूंगा; UP मुख्यमंत्री योगी के करीबी हैं शुक्राई नाथ हरियाणा में हिसार के नारनौंद क्षेत्र के कोथ कलां स्थित दादा काला पीर मठ के महंत शुक्राई नाथ योगी को जान से मारने की धमकी मिली है। महंत के मठ में एक अन्य महंत आया और गोली मारने की बात कहकर गया। वह मठ को लेकर चल रहे केस में गवाही न देने की चेतावनी दे रहा था। इसके बाद महंत शुक्राई नाथ योगी ने पुलिस को शिकायत दी है। नारनौंद थाना पुलिस ने आरोपी बाबा सुंदराई नाथ के खिलाफ धमकाने का मुकदमा दर्ज किया है। मठ में आकर गाली-गलौज की
महंत शुक्राई नाथ योगी ने पुलिस बताया है कि बीत गुरुवार की शाम करीब 7 बजे कोथ कलां गांव का ही रहने वाला युवक जयप्रकाश मठ में उनसे मिलने आया। ये लोग मठ प्रांगण में बनी कमंडल मूर्ति के पास बैठे बातचीत कर रहे थे। अचानक बाबा सुंदराई नाथ मठ में घुस आया। शुक्राई नाथ ने बताया कि सुंदराई नाथ ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि वह सीधे हिसार कोर्ट से तारीख भुगत कर आया है। केस में अगली तारीख 19 सितंबर की मिली है। सुंदराई नाथ कह रहा था, “अगर तू उस दिन कोर्ट में हमारे खिलाफ गवाही देने पहुंचा तो तुझे गोली मार दी जाएगी।” महंत शुक्राई नाथ का कहना है कि इस धमकी के दौरान सुंदराई नाथ ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज भी की। फिर वहां से भाग गया। पुलिस ने आरोपी पर धारा 232, 296, 351(3) के तहत केस कर लिया है। डेरे को लेकर चल रहा विवाद
जानकारी के अनुसार, बाबा काला पीर डेरे की गद्दी को लेकर सालों से विवाद चल रहा है। इसकी शुरुआत 2018 में हुई। बताया जाता है कि वर्ष 2018 में गद्दीनशीन की मौत के बाद बाबा काला पीर डेरे की गद्दी के 2 दावेदार थे। एक बाबा शुक्राई नाथ जिन्हें धमकी मिली है। वहीं, दूसरे बाबा भजनाई नाथ, जिनके पक्ष के बाबा सुंदराई नाथ ने धमकी दी है। इस विवाद को सुलझाने के लिए साधु समाज के 8 पीर अस्थल बोहर डेरे में बैठक कर फैसला करने वाले थे। इस गद्दी को लेकर गांव कोथ कलां के लोग बंटे हुए थे। कुछ ग्रामीण बाबा शुक्राई नाथ का समर्थन कर रहे थे तो कुछ बाबा भजनाई नाथ के पाले में खड़े थे। 8 पीरों ने गद्दी पर शुक्राई नाथ को बैठाया
गद्दी को लेकर गांव में कई बार पंचायत भी हुई, लेकिन बात सिरे न चढ़ती देख गांव कोथ कलां व कोथ खुर्द के ग्रामीणों ने एक कमेटी का गठन कर फैसला कमेटी पर छोड़ दिया। लेकिन, कमेटी ने फैसला सुनाने के बजाय इसका फैसला साधु समाज के 8 पीरों पर छोड़ दिया। 8 पीरों ने फैसला शुक्राई नाथ के हक में सुनाया। इससे बाबा भजनाई नाथ के समर्थक भड़क गए। भजनाई नाथ के समर्थकों की भीड़ ने डेरे पर धावा बोल दिया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर पथराव किया गया। शरारती तत्वों ने एक घंटे तक जमकर पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी में हांसी के DSP नरेंद्र कादयान सहित 8 लोग घायल हुए। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 37 नामजद सहित डेढ़ सौ से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया। यह केस अब तक कोर्ट में चल रहा है। इसी मामले में महंत शुक्राई नाथ गवाही देने वाले हैं। उन्हें गवाही देने से रोकने के लिए दूसरे पक्ष के सदस्य बाबा सुंदराई नाथ ने धमकी दी है। महंत पर 2020 में हुआ हमला
बाबा काला पीर मठ के प्रमुख महंत शुक्राई नाथ पर 4 साल पहले मठ के अंदर भी हमला हुआ था। हमले में महंत गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के समय महंत को मिला गनमैन मठ में मौजूद था, लेकिन वह महंत के कमरे के बाहर तैनात था। हालांकि, हमलावर युवक को मौके पर ही पकड़ लिया गया था, और उसे पुलिस को सौंप दिया। 2022 में योगी के लिए महंत शुक्राई नाथ ने किया था प्रचार
कोथ कलां मठ से वर्ष 2022 में महंत शुक्राई नाथ उत्तर प्रदेश गए थे। वहां उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए यूपी के CM योगी आदित्यनाथ का प्रचार किया। उनके साथ डेरे के अन्य साधु भी गोरखपुर गए थे। महंत शुक्राई नाथ ने तब कहा था कि यूपी में योगी कहीं से भी चुनाव लड़ कर जीत सकते हैं। उन्होंने कहा था कि योगी आदित्यनाथ ने यूपी को मिनी पाकिस्तान बनने से बचाया है, और उन्होंने इस भूमि को स्वर्ग बनाने का अथक प्रयास किया है। कोथ कलां मठ में योगी का दौरा हुआ था रद्द
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। गोरखपुर नाथ समुदाय का केंद्र भी रहा है। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से वह सांसद भी रह चुके हैं। साधु समाज में मान के 8 पीर माने गए हैं, जिनमें से हरियाणा के कोथ कलां स्थित दादा काला पीर मठ सबसे बड़ा माना जाता है। इस मठ में योगी आदित्यनाथ के नजदीकी योगी शुक्राई नाथ गद्दीनशीन हैं। 2021 में योगी आदित्यनाथ को इस मठ में आना भी था, लेकिन वह किन्हीं कारणों से नहीं आ पाए। उन्होंने अपना संदेश मठ के भेज कर यह वादा किया था कि वह भविष्य में कोथ कलां के इस मठ में जरूर आएंगे।
हरियाणा BJP में घमासान, पनिहार का रणजीत चौटाला पर पलटवार:बोले- मैं और कुलदीप जोर न लगाते तो आदमपुर-नलवा से 50-50 हजार वोट से हारते
हरियाणा BJP में घमासान, पनिहार का रणजीत चौटाला पर पलटवार:बोले- मैं और कुलदीप जोर न लगाते तो आदमपुर-नलवा से 50-50 हजार वोट से हारते हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट पर हारे BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद घमासान मच गया है। रणजीत चौटाला ने अपनी हार के लिए कुलदीप बिश्नोई, रणधीर पनिहार, कैप्टन अभिमन्यु और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला को जिम्मेदार ठहराया। अब रणधीर पनिहार से चौटाला पर पलटवार किया है। पनिहार ने कहा- ”अगर मैं और कुलदीप बिश्नोई आदमपुर और नलवा में जोर न लगाते तो रणजीत दोनों जगह से 50-50 हजार वोटों से हारते”। पनिहार ने आगे कहा-“रणजीत चौटाला चुनाव के बाद यह सब बातें बोल रहे हैं। अगर हिम्मत करते तो चुनाव से एक दिन पहले कहते। चुनाव से एक दिन पहले मेरे फार्म हाउस पर कार्यकर्ताओं के सामने चौटाला मेरे कार्यकर्ताओं के सामने तो ये कहकर आया था कि रणधीर पनिहार, मैं आपकी हर बात का वजन रखूंगा।” पनिहार के पलटवार के बाद अब इस मामले में कुलदीप बिश्नोई, कैप्टन अभिमन्यु और भाजपा की लोकसभा चुनाव समिति के संयोजक बनाए सुभाष बराला भी चौटाला के आरोपों पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं। जिसके बाद यहां भाजपा के भीतर की कलह और तेज हो सकती है। हिसार में रणजीत चौटाला के मंच पर नहीं गए रणधीर
रणजीत चौटाला ने सोमवार देर शाम को हिसार में वर्करों की मीटिंग बुलाई। इस दौरान मंच पर भाजपा के तमाम जिले के पदाधिकारी बैठे रहे। मगर कुलदीप बिश्नोई के करीबी नेता रणधीर पनिहार मंच के सामने कुर्सी पर बैठे। वह ना तो मंच पर गए और ना ही रणजीत चौटाला के नजदीक गए। वह रणजीत चौटाला का भाषण सुनकर कार्यक्रम से चलते बने। बाद में जब मीडिया ने रणधीर पनिहार के मंच पर ना जाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं लेट आया था इसलिए जहां जगह मिली, वहां बैठ गया। मैं भाजपा के कार्यक्रम में आया था। रणजीत चौटाला के वायरल ऑडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए रणधीर पनिहार ने कहा कि रणजीत चौटाला मेरा नाम तो दिन में रात में सोते जागते लेता रहता है इसमें कुछ खास नहीं है। मैं इन सब चीजों को नहीं सोचता। रणजीत को शक, कुलदीप के कहने पर पनिहार ने कांग्रेस को वोट डलवाई
दरअसल, रणजीत चौटाला को चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं से फीडबैक मिला था कि आदमपुर और नलवा में हार का कारण कुलदीप बिश्नोई है। रणजीत को फीडबैक मिला कि रणधीर पनिहार ने अपने समर्थकों को रणजीत के लिए वोट ना डालकर जयप्रकाश के लिए वोट डलवाए। इतना ही नहीं यह सब कुलदीप बिश्नोई के इशारे पर किया गया। आदमपुर में भी लोगों ने रणजीत की जगह जयप्रकाश को वोट डाले। अपने समर्थकों से मिले फीडबैक के आधार पर रणजीत चौटाला ने एक रिपोर्ट तैयार की है। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में रणधीर पनिहार के ऑडियो भी हैं जिसमें वह रणजीत को वोट ना डालने की बात कर रहे हैं। नलवा और आदमपुर में भाजपा हार गई
दरअसल लोकसभा चुनाव में आदमपुर और नलवा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को जीत की उम्मीद थी वह दोनों जगहों से 50 हजार का मार्जिन लेकर चल रहे थे। मगर जब नतीजे आए तो आदमपुर से लीड के बजाय 6,384 वोट से रणजीत चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से पीछे रह गए। इसी तरह नलवा से कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश को 55 हजार 362 वोट मिले जबकि रणजीत को 52 हजार 923 वोट मिले। चौटाला यहां कांग्रेस के जयप्रकाश से 2439 वोट से पीछे रहे। इस प्रकार रणजीत को लीड मिलने के बजाय जयप्रकाश को यहां से 8823 वोटों की लीड मिल गई। जो रणजीत की हार का सबसे बड़ा कारण बनी। कांग्रेस की टिकट पर नलवा से चुनाव लड़ चुके हैं रणधीर
रणधीर पनिहार 2019 में नलवा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। रणधीर पनिहार का मुकाबला भाजपा के रणबीर गंगवा से हुआ था। मगर रणधीर चुनाव हार गए और रणबीर गंगवा जीतकर डिप्टी स्पीकर के पद पर पहुंचे। रणबीर गंगवा को चुनाव में 47 हजार 523 वोट मिले, उनका वोट शेयर 41.09 प्रतिशत रहा। वहीं रणधीर पनिहार को 37 हजार 851 वोट मिले उनका वोट शेयर 37.72 प्रतिशत था। अब दोनों ही नेता भाजपा में हैं बावजूद इसके रणजीत चौटाला जीतने के बजाय हार गए। रणजीत चौटाला इसी को लेकर रणधीर पनिहार पर भीतरघात करने का आरोप लगा रहे हैं। हिसार से टिकट के दावेदार थे कुलदीप और अभिमन्यु
हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ कांग्रेस जॉइन कर ली। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु ने टिकट पर दावा ठोका। हालांकि भाजपा ने इन्हें टिकट देने के बजाय निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला को पार्टी में शामिल कर हिसार से टिकट दे दी। इसके बाद कुलदीप नाराज रहे और प्रचार में नहीं आए। हालांकि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और फिर सीएम नायब सैनी के मनाने पर वे सिर्फ आदमपुर में प्रचार करने आए। वहीं कैप्टन अभिमन्यु भी शुरूआती समय में प्रचार से दूर रहे। रणजीत चौटाला की वायरल कॉल रिकॉर्डिंग की खबर पढ़ें हिसार से हारे BJP उम्मीदवार बोले- कुलदीप-पनिहार गंदा कर गए, बराला-अभिमन्यु ने नाश किया; खिंचाई होगी, माफ नहीं करूंगा हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट से चुनाव हारे रणजीत चौटाला की कॉल रिकॉर्डिंग ने BJP के भीतर घमासान मचा दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह कॉल रिकॉर्डिंग 1 मिनट 24 सेकेंड की है। जिसमें रणजीत चौटाला अपनी हार के लिए हिसार के बड़े नेताओं कुलदीप बिश्नोई, कैप्टन अभिमन्यु, रणधीर पनिहार और भाजपा चुनाव समिति के चेयरमैन सुभाष बराला को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि इस कॉल रिकॉर्डिंग में रणजीत चौटाला की आवाज की भास्कर पुष्टि नहीं करता (पूरी खबर पढ़ें)
कांग्रेस सांसद सैलजा का मनोहर लाल पर तंज:बोली- लोकसभा चुनाव के बाद हताश हैं; आप अपने मंत्रियों की ही बात सुन लीजिए
कांग्रेस सांसद सैलजा का मनोहर लाल पर तंज:बोली- लोकसभा चुनाव के बाद हताश हैं; आप अपने मंत्रियों की ही बात सुन लीजिए हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा ने संसद में मानसून सत्र के दौरान हरियाणा से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार पर खूब तंज कसे। सैलजा ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मिले मंत्रालय पर चुटकी लेते हुए कहा- हमारे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री को बहुत बड़ा मंत्रालय मिला है। अब तो हरियाणा के हालात सुधार दीजिए। फरीदाबाद, दिल्ली से 2 कदम की दूरी पर है। आप वहां जाकर देखिए जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। आप लोगों को नाम बदलने का शौक हैं। फरीदाबाद कहां से स्मार्ट सिटी है। उसकी हालत देखकर तो नहीं लगता। फरीदाबाद, गुरुग्राम का मुद्दा उठाया सैलजा ने गुरुग्राम का भी जिक्र किया और कहा- मिलेनियम सिटी गुरुग्राम के हालात में भी देख लीजिए। दो दिन पहले ही केंद्र में मंत्री और वहां के एमपी का एक पेपर में इंटरव्यू छपा है। जिसमें गुरुग्राम के कचरा प्रबंधन को लेकर साफ सवाल खड़े कर रहे हैं। सैलजा ने कहा कि आप हमारी नहीं, बल्कि अपने ही मंत्री और सांसदों की आवाज सुन लीजिए। सैलजा ने ये भी कहा कि मैं जानती हूं कि आप हताश हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव के बाद आए रिजल्ट से, लेकिन हरियाणा की जनता ने आपको 10 साल सेवा करने का मौका दिया है। आप उनका कल्याण कीजिए। सिरसा से सांसद हैं कुमारी सैलजा सैलजा ने स्वच्छता अभियान को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, स्वच्छ भारत अभियान का तो आज कहीं कोई जिक्र ही नहीं है। वो गांधी जी की ऐनक ही गायब कर दी, जिसकी जगह-जगह दीवारों पर फोटो लगी मिली थी। पहले ये ऐनक हर दीवार पर नजर आती थी। लेकिन मुझे लगता है कि उसे भी कहीं कचरे में ही लिप्त कर दिया गया है। बता दें कि कुमारी सैलजा, बीजेपी प्रत्याशी अशोक तंवर को वोटों के बड़े अंतर से हराकर सिरसा से सांसद चुनी गई हैं।