यूपी विधानसभा में गिद्ध-सूअर और लाश की एंट्री:सपा नेता को टांग ले गए मार्शल, थूक पर हंगामा; VIDEO में 11 दिन के टॉप मोमेंट्स

यूपी विधानसभा में गिद्ध-सूअर और लाश की एंट्री:सपा नेता को टांग ले गए मार्शल, थूक पर हंगामा; VIDEO में 11 दिन के टॉप मोमेंट्स गिद्ध, सूअर, लाश…। नोक-झोंक, शेरो-शायरी, हंगामा… और पान मसाले की पीक…जिस पर महाना का गुस्सा। ये नजारा था यूपी विधानसभा के बजट सत्र का। महाकुंभ पर उठाए गए विपक्ष के सवालों पर योगी ने कहा- जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली। एक ऐसा वक्त आया, जब विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी को मार्शल टांग ले गए। सीएम योगी के दूसरे कार्यकाल में पहली बार ऐसा हुआ, जब सत्र आखिरी दिन तक चला। 18 फरवरी से 5 मार्च तक चला ये सबसे लंबा बजट सत्र भी रहा। 11 बैठकें हुईं। सदन की कार्रवाई 72 घंटे 56 मिनट की रही। 3 विधेयक भी पारित हुए। बजट सत्र के टॉप मोमेंट्स VIDEO में देखिए…

योगी क्यों बोले- बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखते मुसलमान:हिंदुओं से नफरत करता था या मंदिर बनवाए, अबू आजमी के बयान से जुड़ी पूरी कंट्रोवर्सी

योगी क्यों बोले- बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखते मुसलमान:हिंदुओं से नफरत करता था या मंदिर बनवाए, अबू आजमी के बयान से जुड़ी पूरी कंट्रोवर्सी मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी के बयान से सियासी घमासान छिड़ा है। महाराष्ट्र विधानसभा ने उन्हें पूरे बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया। आजमी के बयान पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘ये लोग (सपा) औरंगजेब को अपना आदर्श मान रहे हैं। औरंगजेब के पिता शाहजहां ने अपनी जीवनी में उसे कोसते हुए लिखा- तुमसे अच्छे तो ये हिंदू हैं, जो जीते जी अपने मां-बाप की सेवा करते हैं। खुदा करे कि ऐसा कमबख्त किसी को पैदा न हो।’ योगी ने कहा, ‘कोई मुसलमान भी अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता। भारत की आस्था को रौंदने वाले का महिमामंडन करने वाले सदस्य को सपा को बाहर निकाल देना चाहिए।’ क्या है पूरी कंट्रोवर्सी, क्या औरंगजेब ने मंदिर बनवाए थे, भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए… सवाल-1: सपा विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर क्या कहा, जिस पर विवाद हो गया है? जवाब : 3 मार्च को अबू आजमी ने कहा, हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए। मैं उसे क्रूर शासक नहीं मानता। छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच धार्मिक नहीं, बल्कि सत्ता और संपत्ति के लिए लड़ाई थी। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू और मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता। अबू आजमी के बयान पर शिवसेना के लोकसभा सांसद नरेश म्हस्के ने उनके खिलाफ ठाणे (महाराष्ट्र) में FIR दर्ज करवाई। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299, 302, 356 (1) और 356(2) के तहत मामला दर्ज हुआ। FIR में कहा गया है कि आजमी के बयानों ने धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाया है। इसके अलावा शिवसेना समर्थकों ने भी मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में भी लिखित शिकायत दर्ज कराई। सवाल-2: विवाद बढ़ने पर अबू आजमी ने अब क्या सफाई दी है? जवाब: मामले ने तूल पकड़ा तो सपा विधायक ने कहा, औरंगजेब ने मंदिरों के साथ मस्जिदों को भी नष्ट किया। अगर वह हिंदुओं के खिलाफ होता, तो 34% हिंदू उसके साथ नहीं होते। उसके शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान एवं बर्मा तक पहुंच गई थी। हमारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24% था और भारत को (औरंगजेब के समय) सोने की चिड़िया कहा जाता था। इसे हिंदू-मुसलमान एंगल से नहीं देखना चाहिए। औरंगजेब ने 52 वर्ष शासन किया और अगर वह सच में हिंदुओं को मुसलमान में परिवर्तित करते, तो सोचिए कितने हिंदू परिवर्तित हो जाते। 1857 की विद्रोह में जब मंगल पांडे ने लड़ाई शुरू की, तो उसका सबसे पहले साथ मुसलमान बहादुर शाह जफर ने दिया था। अबू आजमी ने माफी मांगते हुए कहा, ‘मैंने सिर्फ वही कहा, जो इतिहासकारों ने लिखा, किसी भी महापुरुष के बारे में अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है।’ सवाल-3: क्या औरंगजेब ने मंदिर बनवाए और हिंदुओं के लिए अच्छे काम किए? जवाब: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर रहे प्रदीप केसरवानी के मुताबिक, औरंगजेब ने मंदिर सिर्फ तोड़े नहीं, बल्कि बनवाए भी थे। उसके बनाए गए मंदिरों में बालाजी मंदिर चित्रकूट, उमानंद मंदिर गुवाहाटी शामिल हैं। इसी तरह कई मंदिरों जैसे महाकालेश्वर और सोमेश्वर मंदिर को उसने दान दिए थे। प्रदीप कहते हैं कि औरंगजेब और दूसरे मुगल शासकों ने हिंदू और मुस्लिम के बीच भाईचारा बढ़ाने की भी कोशिश की। वहीं, इतिहासकार इरफान हबीब कहते हैं कि औरंगजेब अपने शासनकाल के शुरू से अंत तक एक जैसा बना रहा। उसे लगता था कि उसे खुदा ने चुना है। इसलिए अब खुदा के प्रति हमेशा वफादार रहा। यह सच है कि उसने अपने शासनकाल के दौरान हिंदुओं के मंदिर तोड़े तो कुछ मंदिर बनवाए भी। औरंगजेब के फैसले को हिंदू-मुस्लिम से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उस वक्त हर धर्म के राजा शासन चलाने के लिए तलवार का इस्तेमाल करते थे। जिस समय जो फैसला उनके हित में होता, वो वैसा कदम उठाते। सवाल-4: औरंगजेब और छत्रपति संभाजी के बीच दुश्मनी की क्या कहानी है? जवाब: लेखक शिवा जी सावंत की किताब छावां में जिक्र है कि संभाजी मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के बड़े बेटे और साम्राज्य के उत्तराधिकारी थे। शिवाजी की मृत्यु के बाद वह मराठा साम्राज्य की गद्दी पर बैठे। 1681 से लेकर 1689 तक उन्होंने राज किया। उनके कार्यकाल के दौरान मराठा और मुगलों में सबसे अधिक संघर्ष हुए। तब मुगल साम्राज्य का शासक औरंगजेब था। एक तरफ संभाजी किसी भी तरह दक्कन में मुगलों का प्रसार रोकना चाहते थे। तो दूसरी तरफ औरंगजेब किसी भी कीमत पर मराठा साम्राज्य को खत्म करना चाहता था। इसी को लेकर संभाजी ने आज के मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में आक्रमण किया, जो तब मुगलों के कब्जे में था। यह तब व्यापार का एक मुख्य केंद्र हुआ करता था। संभाजी के इस अभियान से औरंगजेब वहां से आगे नहीं बढ़ पाया। इसके बाद के सालों में भी कई बार मुगल और मराठा साम्राज्य आमने-सामने आए। तब आखिरकार 1 फरवरी 1689 में औरंगजेब ने धोखे से संभाजी को कैद कर लिया। औरंगजेब ने संभाजी को कई दिनों तक यातनाएं दी और फिर उनकी हत्या कर दी। सवाल-5: औरंगजेब हिंदुओं से नफरत करता था या उनके प्रति उदार था? जवाब: इतिहासकार इरफान हबीब अपनी किताबों में इसे लेकर तर्क देते हैं कि औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को बंदी बनाया था और गद्दी के लिए अपने भाई दारा शिकोह की हत्या कर दी। वह हिंदुओं से नफरत की वजह से नहीं, बल्कि अपनी ताकत दिखाने के लिए मंदिरों को तोड़ता था और जहां जरूरत पड़ी, वहां बनवाया। उस समय हर राजा अपने साम्राज्य में मंदिर स्थापित करते थे। फिर दूसरे राजा इन मंदिरों को गिराकर अपनी ताकत का एहसास कराते थे। औरंगजेब के समय में सबसे ज्यादा हिंदू ही उसकी सेना में थे। वह चाहता तो इन सभी का धर्म परिवर्तन करा देता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उसने सिर्फ अपने दुश्मनों को धर्म बदलने पर मजबूर किया। दूसरी तरफ इतिहासकार राम पुनियानी एक इंटरव्यू में कहते हैं कि औरंगजेब को हिंदू विरोधी माने जाने की दो वजहें हैं। पहली वजह- वह इस्लाम धर्म को मानने वाला कट्टर सुन्नी था। दूसरी वजह- वह मौलानाओं से प्रभावित होकर फैसला लेता था। राम पुनियानी भी औरंगजेब को हिंदुओं से नफरत करने वाला और कट्टर राजा नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने हिंदुओं से नफरत के कारण नहीं, बल्कि राजाओं, जमींदारों और अपने विरोधियों को संदेश देने के लिए मंदिर गिरवाएं और जबरन धर्म परिवर्तन कराया। ——————- ये खबर भी पढ़ें…. यूपी में मुखौटे भी तेंदुए से नहीं बचा पाए:स्कूल, खेत सब खाली पड़े; 6 साल में 59 को बाघ ने बनाया शिकार यूपी के बिजनौर में तेंदुए के खौफ से लोग सिर के पीछे मुखौटा लगाकर निकल रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे। दो दिन पहले मुखौटा बांटने के बाद भी एक महिला को तेंदुए ने मार दिया। लगातार हो रहे हमलों से लोग खौफ में हैं। समूह बनाकर और हथियार लेकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर

लखनऊ से गुजरेगी होली स्पेशल ट्रेन:आनंदविहार से जयनगर और सीतामढ़ी के लिए चलेंगी होली स्पेशल,ट्रैफिक ब्लॉक के चलते संचालन भी प्रभावित

लखनऊ से गुजरेगी होली स्पेशल ट्रेन:आनंदविहार से जयनगर और सीतामढ़ी के लिए चलेंगी होली स्पेशल,ट्रैफिक ब्लॉक के चलते संचालन भी प्रभावित होली पर ट्रेनों में लंबी वेटिंग से यात्रियों को राहत देने के लिए आनंद विहार से जयनगर व सीतामढ़ी के लिए वाया लखनऊ होली स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि ट्रेन 04014 आनंद विहार-जयनगर स्पेशल ट्रेन 6, 10, 13 और 17 मार्च को आनंद विहार से सुबह पांच बजे चलकर दोपहर दो बजे चारबाग पहुंचेगी और यहां से रायबरेली, अमेठी, वाराणसी होते हुए अगली दोपहर 12 बजे जयनगर पहुंचेगी। वापसी में 04013 जयनगर-आनंद विहार स्पेशल सात, 11, 14 व 18 मार्च को जयनगर से शाम पांच बजे चलकर सुबह 10:40 बजे चारबाग व शाम 7:55 बजे आनंद विहार टर्मिनल पहुंचेगी। ट्रेन में एसी, स्लीपर व जनरल बोगियां रहेंगी। ट्रेन 04016 आनंद विहार-सीतामढ़ी फेस्टिवल स्पेशल सात, 11, 14 व 18 मार्च को आनंद विहार से रात 12:30 बजे चलकर चारबाग सुबह 9:25 बजे तथा सीतामढ़ी रात दो बजे पहुंचेगी। 04015 सीतामढ़ी-आनंद विहार स्पेशल आठ, 12, 15 व 19 मार्च को सीतामढ़ी से सुबह पांच बजे चलकर रात साढ़े आठ बजे चारबाग तथा सुबह छह बजे आनंद विहार पहुंचेगी। ट्रेन में स्लीपर व जनरल बोगियां होंगी। देरी से चलाई जाएंगी ये ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रैफिक ब्लॉक के चलते ट्रेनों का संचालन प्रभावित होगा। ट्रेन 13020 काठगोदाम-हावड़ा एक्सप्रेस गुरुवार को हावड़ा से डेढ़ घंटे की देरी से चलाई जाएगी। 02569 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल शुक्रवार को दरभंगा से दो घंटे देरी से चलाई जाएगी।

पंजाब में सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन:तापमान गिरा, 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं, अगले सप्ताह बारिश संभव

पंजाब में सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन:तापमान गिरा, 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं, अगले सप्ताह बारिश संभव पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद पंजाब में ठंड बढ़ गई है। हिमाचल प्रदेश से सटे इलाकों में 10 से 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। जिससे न्यूनतम तापमान में 0.4 डिग्री और अधिकतम तापमान में 3.3 डिग्री की गिरावट आई है। हालांकि आसमान साफ ​​होने और धूप खिलने से लोगों को थोड़ी राहत मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले सप्ताह में बारिश की कोई संभावना नहीं है और न ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। जिसके चलते पूरे सप्ताह अच्छी धूप खिली रहेगी। लेकिन पिछले दिनों हुई बर्फबारी से बढ़ी ठंड अब कम होने लगेगी। हर दिन तापमान में बढ़ोतरी होगी। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुमान के अनुसार आने वाले सप्ताह में पंजाब के शहरों का तापमान 30 डिग्री के आसपास या इसके पार रहेगा। पहाड़ों से आ रही हवाएं, अमृतसर पटियाला में 15 किलोमीटर की रफ्तार पंजाब के शहरों में पिछले दो दिनों से तेज हवाएं चल रही हैं। हिमाचल से सटे इलाकों में जहां पहाड़ों से आ रही हवाएं ठंड बढ़ा रही हैं, वहीं मालवा क्षेत्र में पाकिस्तान से तेज हवाएं आ रही हैं। अमृतसर में हवा की रफ्तार करीब 11 किलोमीटर प्रति घंटा, लुधियाना में 9.5 और पटियाला में करीब 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल रही है। पंजाब के शहरों का मौसम अमृतसर- आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 6 से 23 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 7 से 23 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 10 से 24 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 8 से 26 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- आसमान साफ रहेगा और धूप खिलेगी। अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। तापमान 11 से 26 डिग्री के बीच रह सकता है।

योगी ने रवि किशन से कहा- केले के बाल लगाइए:काहे परेशान हैं, अलग-अलग किरदार निभाइए, गोरखपुर में युवाओं को दिए चेक

योगी ने रवि किशन से कहा- केले के बाल लगाइए:काहे परेशान हैं, अलग-अलग किरदार निभाइए, गोरखपुर में युवाओं को दिए चेक गोरखपुर में सीएम योगी ने सांसद रवि किशन की चुटकी ली। सीएम ने कहा- अब केले के चिप्स और अचार बन रहे हैं। केले के रेशे से बाल भी तैयार किए जा रहे हैं। मैंने रवि किशन से कहा- काहे परेशान हैं? केले के बाल लगाइए और अलग-अलग किरदार निभाइए। यानी, अगर उन्हें कभी कालीबाड़ी बाबा का रोल करना हो तो बालों की आवश्यकता नहीं होगी। केले के बाल उन्हें मिल जाएंगे। जिस केले को हम फेंक देते थे, वह अब काम का हो गया है। यूपी में 96 MSME यूनिट हैं। हमारे युवा अब सिर्फ नौकरी लेने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले भी बन रहे हैं। योगी ने मुख्यमंत्री युव उद्यमी विकास अभियान के तहत गोरखपुर और बस्ती मंडल के संयुक्त क्रेडिट कैंप का शुभारंभ किया। योगी बोले- एक साल में एक लाख उद्यमी तैयार करेंगे
सीएम ने कहा- गोरखपुर मंडल के सातों जिलों के युवाओं को आज इस मंच से लोन वितरित किया है। युवाओं के पास उनका विजन है। बहुत नौजवान हैं, जो अपना काम करना चाहते हैं। उनके पास पूंजी नहीं है। हमने उनके लिए नई मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना शुरू की है। एक वर्ष में एक लाख उद्यमी तैयार करेंगे। हमारे उद्यमी अपना प्रोडक्ट दुबई में बेच रहे हैं
योगी ने कहा- आज काम की कमी नहीं है। हौंसला चाहिए, हम उन युवाओं का संबल बनने के लिए तैयार हैं। 24 जनवरी 2018 को वन जिला वन प्रोडक्ट योजना लागू हुई थी। 96 लाख एमएसएमई हैं। जो लोगों को काम देंगे। यूपी का एक्सपोर्ट बढ़ा है। विश्वकर्मा सम्मान योजना के माध्यम से हम टूलकिट दिया जा रहा है। बैंक से लोन लेकर अपना शोरूम बनाइए। अपना काम करिए। यहां का बना सामान दुबई भेज रहे हैं। पैसा देश में आएगा, यही नया भारत है। जो सब की खुशहाली का काम करता है। आस्था ने आजीविका को जन्म दिया
मुख्यमंत्री ने कहा- प्रदेश में पहले बैंक से लोन नहीं मिलता था। हमने बैंक अधिकारियों से कहा तो 25 हजार लोगों का लोन पास हो गया। 10 हजार को वितरित भी किया है। एक नया भारत है। प्रयागराज में 750 लाख खर्च किया, 3500 करोड़ कमाए। आस्था ने आजीविका को जन्म दिया, धोबी, माली और नाविक सभी को लाभ मिला। एक नाविक ने 30 करोड़ कमाए। अब जो भी काम करेगा, वह ऐसे ही आगे बढ़ेगा। उद्यमियों से कह रहा हूं, अपना कारोबार शुद्ध मन से करेंगे तो परिणाम अच्छा आएगा। सरकार भी 10 प्रतिशत मार्जिन मनी देगी। साथ ही समय पर किस्त देने पर पूरा ब्याज भी सरकार देगी। सरकार की दी जा रही इस सौगात का आप लाभ उठाएं। खबर अपडेट की जा रही है….

हिसार एयरपोर्ट को इसी हफ्ते मिलेगा लाइसेंस:अगले महीने से उड़ानें, UP के जेवर एयरपोर्ट से पहले शुरूआत, सरकार ने ATR जमा कराई

हिसार एयरपोर्ट को इसी हफ्ते मिलेगा लाइसेंस:अगले महीने से उड़ानें, UP के जेवर एयरपोर्ट से पहले शुरूआत, सरकार ने ATR जमा कराई हरियाणा का अपना पहला एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के जेवर एयरपोर्ट से पहले शुरू हो सकता है। दोनों ही राज्य अपने-अपने एयरपोर्ट को लेकर सक्रिय हैं। हरियाणा सरकार चाहती है कि यूपी के जेवर एयरपोर्ट से पहले हरियाणा का एयरपोर्ट शुरू हो सके। यूपी के जेवर एयरपोर्ट से 17 अप्रैल से फ्लाइट शुरू करने की योजना है। अब इसी को लेकर हरियाणा सरकार के एविएशन मंत्रालय ने मॉनिटरिंग तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने हरियाणा के इकलौते हिसार एयरपोर्ट की एक्शन टेकन रिपोर्ट (ATR) एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) में जमा करवा दी है। 27 फरवरी को इस रिपोर्ट को जमा करवाया गया है। इसके साथ ही लाइसेंस प्रक्रिया के लिए हरियाणा सरकार लगातार AAI के संपर्क में बनी हुई है। सब कुछ ठीक रहा तो इसी सप्ताह हिसार एयरपोर्ट को लाईसेंस मिल सकता है। इसके बाद हरियाणा सरकार अप्रैल के पहले या दूसरे सप्ताह में ही फ्लाइट शुरू कर सकती है। जेवर से 7, हिसार से 5 जगहों के लिए शुरू होगी उड़ान
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, जेवर एयरपोर्ट से पहले हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस मिल सकता है। जेवर एयरपोर्ट से 7 जगहों के लिए उड़ान शुरू होंगी। वहीं, हिसार एयरपोर्ट से 5 जगहों के लिए उड़ान शुरू करने की योजना है। जेवर से लखनऊ, अहमदाबाद, वाराणसी, चेन्नई, जयपुर, हैदराबाद और मुंबई जैसे शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू होगी। वहीं, हिसार एयरपोर्ट से अयोध्या, जम्मू, जयपुर, दिल्ली और अहमदाबाद के लिए उड़ानें जाएंगी। जेवर एयरपोर्ट पर जहां DGCA की टीम दौरा करेगी, वहीं हिसार में टीम दौरा कर रिपोर्ट सब्मिट कर चुकी है। हिसार एयरपोर्ट का समर शेड्यूल बन रहा
DGCA की ओर से लाइसेंस मिलने के बीच हिसार एयरपोर्ट के हवाई संचालन के लिए समर शेड्यूल तैयार किया जा रहा है। यह शेड्यूल 31 मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक शेड्यूल लागू होगा। हिसार से शुरुआत में सप्ताह में एक बार फ्लाइट शुरू की जाएगी। इसके बाद ट्रैफिक को देखते हुए आगामी फैसला लिया जाएगा। हरियाणा सरकार का फ्लाइट उड़ाने के लिए भारत सरकार की एविएशन एयरलायंस के साथ समझौता हो चुका है। लाइसेंस मिलने के बाद समझौते के कारण एविएशन एयरलायंस यहां से ऑपरेशन शुरू करेगी। हिसार एयरपोर्ट के लिए 2 एमओयू साइन होंगे
हिसार एयरपोर्ट पर DGCA की ओर से 42 आपत्तियां लगाई गई थीं, जिसे दूर कर लिया गया है। अभी 8 ऐसे पॉइंट्स हैं, जिन्हें दूर करना बाकी है। इसमें 2 मेजर आपत्तियां एमओयू को लेकर हैं। पहला एमओयू फायर सेफ्टी को लेकर होगा। इसमें इमरजेंसी होने पर स्थानीय फायर बिग्रेड स्टेशन से गाड़ियां पहुंचेगी। अभी एयरपोर्ट के पास 2 फायर सेफ्टी व्हीकल हैं, मगर यह नाकाफी है। हिसार एयरपोर्ट से कुछ ही दूरी पर हिसार में फायर स्टेशन मौजूद है। दूसरा सीएमओ के साथ एमओयू। हिसार में सीएमओ के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी एमओयू साइन करेगी। इससे इमरजेंसी में हिसार से इमरजेंसी सेवाएं मुहैया करवाई जाएंगी। एयरपोर्ट को केंद्र सरकार ही संभालेगी
हिसार में बन रहे हरियाणा के पहले एयरपोर्ट को केंद्र सरकार ही संभालेगी। इसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) चलाएगी। इसके लिए एयरपोर्ट को AAI को हैंडओवर कर दिया गया है। इसका सबसे बड़ा असर ये पड़ेगा कि एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑपरेशन और मेंटिनेंस से लेकर नौकरी पर नियुक्ति भी केंद्र ही करेगा। हरियाणा सरकार के पास सिर्फ इस जमीन का मालिकाना हक रहेगा। इससे पहले एयरपोर्ट में डेवलपमेंट का सारा काम हरियाणा सरकार से ही कराया गया। इसकी सुरक्षा का जिम्मा भी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के पास रहेगा। अभी हरियाणा पुलिस की थर्ड बटालियन के 300 जवान इसकी सुरक्षा में तैनात हैं। जिन्हें बाद में गेट के बाहर तैनात किया जा सकता है।

हरियाणा में मेयर चुनाव पर कानूनी पेंच फंस सकता है:निगम एक्ट में वोटिंग के बाद पार्षदों को भी अधिकार; 6 सवाल-जवाब से जानिए पूरा विवाद

हरियाणा में मेयर चुनाव पर कानूनी पेंच फंस सकता है:निगम एक्ट में वोटिंग के बाद पार्षदों को भी अधिकार; 6 सवाल-जवाब से जानिए पूरा विवाद हरियाणा में 10 नगर निगमों के मेयर चुनाव में कानूनी पेंच फंस सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हरियाणा के म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट-1994 में मेयर चुनाव के लिए एक नहीं, बल्कि 2 नियम बना दिए गए। एक तरफ मेयर का सीधे पब्लिक के वोट से चुनाव हो रहा है तो दूसरी तरफ पार्षदों को भी पहली मीटिंग में मेयर चुनाव का अधिकार दे रखा है। ऐसे में अगर जनता के चुने मेयर को नगर निगम हाउस में पार्षद बहुमत से नकार देते हैं तो फिर कानूनी संकट खड़ा हो सकता है। बता दें कि रविवार को प्रदेश के 7 निगमों, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, करनाल, मानेसर, रोहतक और यमुनानगर मेयर चुनाव और सोनीपत व अंबाला में मेयर उपचुनाव हुआ है। पानीपत में मेयर के लिए 9 मार्च को वोटिंग होनी है। मेयर चुनाव पर कानूनी पेंच के बारे में 6 सवाल-जवाब से जानिए…… 1. हरियाणा में मेयर चुनाव की पहले क्या व्यवस्था थी?
जवाब: दूसरे प्रदेशों की तरह ही हरियाणा में भी मेयर चुना जाता था। जनता वोट से वार्डों के पार्षद चुनती थी। फिर पार्षदों के बहुमत से उन्हीं में से कोई एक पार्षद मेयर चुना जाता था। इसके लिए हरियाणा म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट-1994 की धारा 53 में मेयर चुनाव के लिए यह नियम बनाया गया था। 2. मेयर चुनाव की अभी क्या व्यवस्था है, यह बदलाव कैसे हुआ?
जवाब: हरियाणा की BJP सरकार ने हरियाणा म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट-1994 में सितंबर 2018 में संशोधन कर दिया। इसमें यह तय किया गया कि अब मेयर के चुनाव वार्डों के पार्षद नहीं, बल्कि सीधे जनता करेगी। इसके बाद अब वार्ड पार्षदों के साथ मेयर का चुनाव भी सीधे लोगों के वोट से किया जाता है। इसे हरियाणा विधानसभा से भी पास कराया गया। 3. सरकार एक्ट में संशोधन कर चुकी, फिर 2 तरह की व्यवस्थाएं क्यों हैं?
जवाब: असल में सरकार ने एक्ट में तो संशोधन कर दिया, लेकिन वार्ड पार्षदों के मेयर चुनने के लिए एक्ट में जो धारा 53 थी, उसे नहीं हटाया गया। वह अभी भी एक्ट में शामिल है। जिस वक्त एक्ट को विधानसभा से संशोधित किया गया, उस वक्त इस धारा को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया। ऐसे में यह एक्ट एक ही है लेकिन इसमें मेयर चुनाव को लेकर 2 तरह की व्यवस्थाएं हैं। 2019 में जारी एक्ट में मौजूद धारा 53, जिसमें मेयर के पार्षदों से चुनाव का जिक्र है 4. जनता मेयर चुन चुकी, अब पार्षद कैसे चुनाव करेंगे?
जवाब: एक्ट के एक प्रावधान के हिसाब से जनता मेयर का चुनाव कर चुकी है। इसके नतीजे 12 मार्च को आएंगे। अब दूसरे प्रावधान के हिसाब से नतीजों के 30 दिन के भीतर निगम हाउस की पहली मीटिंग बुलाई जाएगी। इसमें जीते हुए पार्षदों में से मेयर को चुना जाएगा। इस चुनावी प्रक्रिया की अध्यक्षता के लिए मंडल आयुक्त ऐसे पार्षद को मनोनीत करेंगे जो मेयर चुनाव का उम्मीदवार न रहा हो। 5. एक्ट में संशोधन के बाद क्या पार्षदों ने मेयर चुना?
जवाब: सितंबर 2018 में एक्ट में संशोधन के बाद दिसंबर 2018 में करनाल, पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर में सीधे मेयर चुनाव हुए। उसके दो साल बाद दिसंबर 2020 में अंबाला, पंचकूला, सोनीपत नगर निगमों में मेयर चुनाव हुए। हालांकि, जनता के चुने जाने के बाद हाउस में पार्षदों के मेयर चुनने वाली प्रक्रिया को फॉलो नहीं किया गया। 6. जब एक्ट की संशोधित धारा का पालन हो रहा तो फिर कानूनी पेंच कैसे है?
जवाब: इस बारे में हमने म्यूनिसिपल कानून के एक्सपर्ट व पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार से बात की। उन्होंने हरियाणा म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट में दोनों तरह की व्यवस्था होने की पुष्टि की। उन्होंने इसको लेकर 2 बातें बताईं.. पहली… एक्ट की धारा में संशोधन न होने से विवाद हो सकता है। अगर मेयर चुनाव जीते उम्मीदवार के विरोध में ज्यादा पार्षद हों तो उनके पास कानूनी विकल्प होगा कि वह कोर्ट जाकर मेयर चुनाव पार्षदों के जरिए कराने की मांग कर सकते हैं। इसके लिए वह एक्ट में पुरानी धारा 53 का हवाला दे सकते हैं। दूसरी.. सरकार को पहले एक्ट से दोहरी व्यवस्था को खत्म करना चाहिए था। इसके बाद ही सभी नगर निगमों के चुनाव कराने चाहिए थे। पुरानी धारा खत्म होने से ही मेयर के सीधे वोटर्स से चुनाव को पूर्ण वैधानिक मान्यता मिल सकती है। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो आगामी दिनों में मेयर चुनाव के मामले में कानूनी पेंच फंस सकता है।

हैंड ग्रेनेड लेने अयोध्या से फरीदाबाद आया था आतंकी अब्दुल:1 मार्च का टिकट मिला; हैंडलर जमीन में 2 फीट नीचे दबाकर गया था विस्फोटक

हैंड ग्रेनेड लेने अयोध्या से फरीदाबाद आया था आतंकी अब्दुल:1 मार्च का टिकट मिला; हैंडलर जमीन में 2 फीट नीचे दबाकर गया था विस्फोटक हरियाणा के फरीदाबाद से गुजरात ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वॉयड) और फरीदाबाद STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ने 2 मार्च को जिस आतंकवादी अब्दुल रहमान को पकड़ा है, वह 1 मार्च को ही फरीदाबाद आया था। सूत्रों के अनुसार, STF की पूछताछ में पता चला है कि आतंकी उत्तर प्रदेश के अयोध्या से फरीदाबाद हैंड ग्रेनेड लेने आया था। ये हैंड ग्रेनेड एक हैंडलर जमीन में दबाकर गया था, जिनकी लोकेशन आतंकी अब्दुल के पास थी। इसकी भनक जब टीमों को लगी तो फरीदाबाद के सोहना रोड पर पाली इलाके से आतंकी को गिरफ्तार कर लिया। आतंकी ने यह खुलासा पूछताछ किया है। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया है कि अब्दुल 1 साल से आतंकवादियों के संपर्क में था। हैंडग्रेनेड लेकर 4 मार्च को वापस पहुंचना था
आतंकी अब्दुल रहमान को 4 मार्च को हैंड ग्रेनेड लेकर वापस अयोध्या पहुंचना था। इसके बाद वह अयोध्या में राम मंदिर पर इन हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल करने वाला था, लेकिन उससे पहले ही गुजरात ATS और IB को आतंकी अब्दुल रहमान की लोकेशन और फोटो मिल गई। गुजरात ATS और IB ने फरीदाबाद STF के साथ मिलकर अब्दुल को दबोच लिया। जमीन में गड्ढे के अंदर छिपाए थे 2 हैंड ग्रेनेड
सुरक्षा एजेंसियों ने जब आतंकी अब्दुल को गिरफ्तार किया था, उस समय उसके बैग से 2 हैंड ग्रेनेड मिले थे। आतंकी संगठन के एक हैंडलर ने इन ग्रेनेड्स को पाली बांस रोड के पास जमीन में करीब 2 फीट गड्ढा खोदकर छिपाया था। आतंकी अब्दुल रहमान अलकायदा इन इंडियन सब-कांटिनेंट (AQIS) के कुख्यात आतंकी अबू सूफियान के संपर्क में था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अबू सूफियान ने ही अपना हैंडलर भेजकर हैंड ग्रेनेड को पाली इलाके के बांस रोड के पास खेत में गड्ढा खोदकर छिपाने को कहा था। लोकेशन देने के बाद हैंडलर फरार
अब्दुल रहमान को हैंड ग्रेनेड की लोकेशन देने के बाद हैंडलर फरार हो गया, जिसकी तलाश अभी तक जारी है। अब्दुल रहमान ने लोकेशन पर जाकर उन 2 हैंड ग्रेनेड को गड्ढे से निकालकर अपने बैग में रख लिया था और वहां से निकलने की तैयारी कर रहा था। आतंकी के मोबाइल से खुलेंगे राज
STF अब आतंकी अब्दुल रहमान के मोबाइल में मिले सबूतों से कड़ियों को जोड़ने का काम कर रही है। सुरक्षा एंजेसियों ने अब्दुल के पास से गिरफ्तारी के समय 2 मोबाइल फोन बरामद किए थे। दोनों मोबाइल के कॉल रिकार्ड की जांच की जा रही है। जांच टीम को कुछ संदिग्ध वीडियो भी मिले हैं। ये वीडियो धर्म विशेष को टारगेट करते हुए भावनाएं भड़काने वाले बताए जा रहे हैं। ट्रेन की एक टिकट भी मिली
STF को आतंकी अब्दुल रहमान के पास से एक ट्रेन का टिकट मिला है, जिससे पता चला है कि वह 1 मार्च को अयोध्या कैंट स्टेशन से दिल्ली जंक्शन पहुंचा था। वहां से लोकेशन मिलने पर वह फरीदाबाद के पाली इलाके में हैंडग्रेनेड लेने के लिए पहुंचा था। 2 मार्च को 3 सुरक्षा एजेंसियों ने किया था गिरफ्तार
2 मार्च को 4 घंटे के ऑपरेशन के बाद 3 सुरक्षा एंजेसियों गुजरात ATS, फरीदाबाद STF और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर, फैजाबाद के रहने वाले आतंकी अब्दुल रहमान (19) को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सोमवार को फरीदाबाद STF ने कोर्ट में पेश कर अब्दुल को 10 दिन की रिमांड पर लिया। अब्दुल फरीदाबाद में STF की निगरानी में है, जहां उससे रोजाना पूछताछ की जा रही है। कौन है AQIS का चीफ
AQIS का प्रमुख आतंकी अबू सूफियान झारखंड के चतरा का रहने वाला है। वह झारखंड ATS, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, NIA समेत अन्य एजेंसियों के निशाने पर है और सभी को उसकी तलाश है। अपने कई केसों में ये सुरक्षा एजेंसियां अबू सूफियान को आरोपी बनाकर चार्जशीट भी पेश कर चुकी हैं। अबू सूफिया पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में जाकर ट्रेनिंग लेने के बाद खुद आतंकी मॉड्यूल के तहत युवाओं को चुनकर उनका ब्रेनवॉश कर आतंकी बनाता है। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… राम मंदिर पर ग्रेनेड अटैक की साजिश:हरियाणा-गुजरात पुलिस ने ISI आतंकी पकड़ा; अयोध्या का रहने वाला, दिल्ली के हैंडलर के टच में था हरियाणा में फरीदाबाद से पकड़ा गया आतंकी अब्दुल रहमान (19) अयोध्या स्थित राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश को अंजाम देने वाला था। वह फैजाबाद से फरीदाबाद हैंड ग्रेनेड लेने ही आया था। वापस लौटकर उसे अटैक करना था। पूरी खबर पढ़ें…

जालसाज मेट्रो में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कर रहे भर्तियां:यूपीएमआरसी ने फर्जीवाड़ों से बचने की करी अपील

जालसाज मेट्रो में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कर रहे भर्तियां:यूपीएमआरसी ने फर्जीवाड़ों से बचने की करी अपील लखनऊ में जालसाज मेट्रो में नौकरी के नाम पर लोगों को गुमराह करके उनके फर्जी नियुक्ति पत्र देखर ठग रहे हैं। यूपीएमआरसी के पास ऐसी कई शिकायते आई हैं। जिसके बाद अफसरों ने फर्जीवाड़ों से बचने की अपील की। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) लगातार भर्तियां निकालता रहा है। कुछ जालसाज इसका फायदा उठाकर फर्जी भर्तियों का विज्ञापन निकाल कर आवेदकों के साथ ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं। यूपीएमआरसी ने कहा है कि साफ किया जाता है कि कंपनी में कोई आधिकारिक भर्ती, परीक्षा एवं उनके परिणाम की जानकारी सिर्फ यूपीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट (www.Imrcl.com/ www.upmetrorail.com) पर ही उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा यूपीएमआरसी भर्तियों की जानकारी अखबारों में नोटिफिकेशन के माध्यम से भी प्रकाशित कराता है। यूपीएमआरसी युवाओं से ऐसे फर्जीवाड़ों से बचने की अपील की।

रोक के बाद भी निबंधन विभाग करता रहा रजिस्ट्री:LDA वीसी ने DM को लिखा पत्र, पुलिस ने भी एलडीए से मांगी जानकारी

रोक के बाद भी निबंधन विभाग करता रहा रजिस्ट्री:LDA वीसी ने DM को लिखा पत्र, पुलिस ने भी एलडीए से मांगी जानकारी अंसल API के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त लहज़े के बाद अब अफसर भी अलर्ट मोड़ में आ गए। एक-एक करके सभी विभागों की ज़िम्मेदारी तय की जा रही है। एलडीए अफसरों की दो दिन की जांच में सामने आया हैं कि निबंध विभाग के अफसरों की मिलीभगत से पांच सालों में 200 के करीब रजिस्ट्री हुई और इसके लिए एलडीए से एनओसी तक नहीं ली गई थी। 2020 से 2025 तक तैनात अफसरों की मांगी गई जानकारी निबंध विभाग के अफसरों ने रोक के बाद भी 2020 से 2025 तक बिना एलडीए से अनुमति लिए रजिस्ट्री करते रहे। जबकि एलडीए ने 2020 में पत्र भेज कर अंसल की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी। इसके बाद इन वर्षो में तैनात अफसरों ने अंसल से मिलीभगत करके रजिस्ट्रियां करते रहे। एक दो नहीं 200 से ज्यादा रजिस्ट्री हुई है। अब इन वर्षों में तैनात अफसरों की सूची तैयार की जा रही है। सूत्रों की मानें तो अफसरों को चिन्हित करके उनके खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई जाएगी। पुलिस ने एलडीए अफसरों से मांगे दस्तावेज LDA के अमीन ने गोमतीनगर थाने में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के मालिक पिता-पुत्र समेत पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया है। आरोप है कि कंपनी ने दो बार टाउनशिप की योजना स्वीकृत कराई थी। निर्धारित भूमि से कई गुना पर टाउनशिप बना लिया। इसमें अंसल प्रमोटर प्रणव अंसल, सुशील अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फेरन्सेटी पैट्रिक अटकिंशन और डायरेक्टर विनय कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-316(5), 318(4), 61(2), 352, 351(2), 338, 336(3), 340(2), 111 और प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट-1984 की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले में एलडीए के अफसरों से दस्तावेज़ मांगे हैं।