सोनीपत मेयर उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप:कांग्रेस प्रत्याशी ने दी चुनाव आयोग को दी शिकायत; बैंयापुर गांव के वोट रद्द करने की मांग

सोनीपत मेयर उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप:कांग्रेस प्रत्याशी ने दी चुनाव आयोग को दी शिकायत; बैंयापुर गांव के वोट रद्द करने की मांग हरियाणा के सोनीपत में कांग्रेस पार्टी के मेयर प्रत्याशी कमल दीवान ने सोनीपत में 2 मार्च 2025 को संपन्न हुए नगर निगम उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में हरियाणा के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। 2 मार्च 2025 को हुए सोनीपत नगर निगम के मेयर उपचुनाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी कमल दीवान ने चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगाया है कि गांव में पहले से सरपंच मौजूद है। फिर भी गांव बैंयापुर में प्रशासन ने मिलीभगत करके वोटिंग करवाई गई। मांग की गई है कि गांव बैंयापुर में हुए मतदान को चुनाव परिणाम से अलग रखा जाए। गांव बैंयापुर का विवाद कमल दीवान ने अपने पत्र में बताया कि गांव बैंयापुर, जो कि सोनीपत-रोहतक रोड पर स्थित है, नगर निगम की सीमा से बाहर है। इस गांव में 2022 में पंचायती चुनाव हुए थे और वर्तमान में एक निर्वाचित सरपंच कार्यरत है। उन्होंने बताया कि संविधान के अनुसार, जहां पंचायती राज प्रणाली लागू हो, वहां नगर निगम चुनाव नहीं हो सकते। मतदान से ठीक पहले नगर निगम में शामिल करने का आरोप कमल दीवान ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि गांव बैंयापुर को पहले 3 जुलाई 2015 को अधिसूचना (संख्या 18/82/2015-3C1) के तहत नगर निगम में शामिल किया गया था, लेकिन 26 जुलाई 2018 को अधिसूचना (संख्या 18/156/2018-3C1) के तहत इसे नगर निगम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान से ठीक एक दिन पहले, 1 मार्च 2025 को, गांव बैंयापुर को दोबारा नगर निगम सीमा में शामिल कर दिया गया और वहां मतदान भी कराया गया। उनका कहना है कि यह निर्णय प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से विपक्षी दल द्वारा चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए लिया गया था। गिनती से वोट अलग रखने की मांग कमल दीवान ने गांव बैंयापुर के मतदान केंद्र संख्या 228, 229, 230, 231 और 232 पर पड़े वोटों को गिनती से बाहर रखने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना है, तो इस मामले की जांच होनी चाहिए और आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। अब यह देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या इस उपचुनाव के नतीजों पर कोई असर पड़ता है। रविवार सुबह मुनादी कर मतदान की अपील बैंयापुर गांव के 4500 मतदाताओं को शनिवार शाम को तब पता चला कि वे भी चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं, जब गांव के सरकारी स्कूल में पांच मतदान केंद्र बनाए गए। प्रशासन ने उसी शाम वोटर स्लिप बांटना शुरू किया, जिसके बाद रविवार सुबह मुनादी कर मतदान की अपील की गई। लेकिन इस जल्दबाजी के कारण अधिकांश ग्रामीण मतदान प्रक्रिया को लेकर असमंजस में पड़ गए, जिसका सीधा असर मतदान प्रतिशत पर पड़ा। कम मतदान प्रतिशत ने प्रशासन पर उठाए सवाल जल्दबाजी और अव्यवस्थित चुनावी प्रक्रिया के चलते बैंयापुर में बेहद कम मतदान हुआ। 4500 मतदाताओं में से केवल 1200 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उन्हें पहले से जानकारी होती और प्रचार किया गया होता, तो मतदान का प्रतिशत अधिक होता। गांव कब और कैसे निगम में शामिल हुआ, किसी को नहीं पता गौरतलब है कि बैंयापुर और हरसाना गांव पहले नगर निगम में शामिल किए गए थे, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद इन्हें निगम से बाहर कर दिया गया था। 2020 के नगर निगम चुनावों में इन गांवों को मतदान प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था, और 2022 में यहां पंचायत चुनाव हुए थे। तब से गांव पंचायती राज प्रणाली के अंतर्गत ही कार्य कर रहा था।अब जब नगर निगम मेयर उपचुनाव हुआ, तो अचानक गांव के लिए मतदान केंद्र बना दिए गए, लेकिन ग्रामीणों को यह स्पष्ट नहीं था कि गांव को दोबारा नगर निगम में कब और कैसे शामिल किया गया। प्रशासन की सफाई पर ग्रामीण संतुष्ट नहीं इस पूरे मामले पर प्रशासन की ओर से सफाई दी गई है। जिला उपायुक्त (डीसी) डॉ. मनोज कुमार का कहना है कि बैंयापुर की जमीन नगर निगम क्षेत्र में आती है और सभी राजनीतिक दलों की मौजूदगी में मतदाता सूची तैयार की गई थी, जिसमें किसी ने आपत्ति नहीं जताई। इसलिए गांव में मतदान केंद्र बनाए गए।वहीं, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (डीडीपीओ) जितेंद्र कुमार ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के सवाल, जवाब मांग रहे लोग 1. गांव में पंचायत होते हुए इसे नगर निगम में क्यों शामिल किया गया? 2. अगर गांव निगम क्षेत्र में है, तो पंचायत और सरपंच का क्या औचित्य रह जाता है? 3. गांव को निगम में शामिल करने की सार्वजनिक घोषणा क्यों नहीं हुई? 4. चुनाव में कोई प्रत्याशी प्रचार करने गांव क्यों नहीं आया? 5. मतदान केंद्र इतने देरी से क्यों बनाए गए? 6. चुनाव की सूचना केवल एक दिन पहले क्यों दी गई? प्रशासन की लापरवाही ने खड़े किए सवाल बैंयापुर में हुई इस अव्यवस्थित चुनावी प्रक्रिया ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। ग्रामीण अब इस मुद्दे पर स्पष्टता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। अगर समय रहते जागरूकता फैलाई जाती और चुनाव की जानकारी पहले दी जाती, तो मतदान प्रतिशत बेहतर हो सकता था।

करनाल में फर्जी दस्तावेजों से जमानत का खुलासा:कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, जमानत बांड में लगाई दूसरे की फोटो और आधार कार्ड

करनाल में फर्जी दस्तावेजों से जमानत का खुलासा:कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, जमानत बांड में लगाई दूसरे की फोटो और आधार कार्ड हरियाणा के करनाल में किशोर न्याय बोर्ड (JJB)में एक मामले की सुनवाई के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। एक नाबालिग आरोपी (CCL’F’)की जमानत में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज फर्जी पाए गए। पीड़ित चितकार ने कोर्ट में पेश होकर बताया कि उसने किसी की जमानत नहीं दी थी, बल्कि उसके संपत्ति दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी जमानत बांड तैयार किया गया। इस मामले में न्यायालय ने जांच के आदेश दिए और थाना सिविल लाइन करनाल को FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। कोर्ट में पेश होकर पीड़ित ने खोला राज पीड़ित चितकार ने अदालत में पेश होकर बताया कि उसके संपत्ति संबंधी दस्तावेजों को जालसाजी करके जमानत के लिए इस्तेमाल किया गया है। उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी और उसके दस्तावेजों पर किसी और की फोटो और आधार कार्ड का विवरण लगाया गया था। जब उसने यह देखा, तो तुरंत न्यायालय को इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी। नाबालिग आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश, हिरासत में रहेगा फर्जी जमानत मामले में आरोपी CCL’F’ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने उसकी हाजिरी दर्ज की और उसे सुरक्षात्मक हिरासत में रखने के आदेश जारी किए। अब उसे अगली सुनवाई 11 मार्च 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिर से पेश किया जाएगा। SHO को FIR दर्ज करने के निर्देश, अगली सुनवाई 11 मार्च को ​​​​​​​इस खुलासे के बाद न्यायालय ने थाना सिविल लाइन के SHO भगवान को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के निर्देश दिए। SHO कोर्ट में पेश हुए और उन्हें पूरी कार्यवाही की जानकारी दी गई। इसके बाद न्यायालय ने फर्जी जमानत मामले में FIR दर्ज करने और अगली सुनवाई तक स्थिति की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। थाने में दर्ज हुई FIR, कई धाराओं में मामला दर्ज ​​​​​​​न्यायालय के आदेश के बाद एसआई संदीप सिंह ने थाना सिविल लाइन में केस दर्ज किया। आरोपी के खिलाफ धारा 233, 235, 229, 193, 196, 198, 318 (4) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के लिए ASI कुलदीप को केस सौंप दिया गया।

महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाया,CM से मिली एसोसिएशन:कुरुक्षेत्र में BDPO बोला-सभी आरोप निराधार, सरपंच पति के खिलाफ दी शिकायत

महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाया,CM से मिली एसोसिएशन:कुरुक्षेत्र में BDPO बोला-सभी आरोप निराधार, सरपंच पति के खिलाफ दी शिकायत कुरुक्षेत्र में बीडीपीओ द्वारा महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाने और रिश्वत मांगे का मामला तूल पकड़ गया है। यह मामला सीएम दरबार में पहुंच चुका है। वहीं बीडीपीओ ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपी को निराधार बताया और पुलिस को सरपंच पति के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी है। शाहाबाद बीडीपीओ नरेंद्र कुमार के मुताबिक, शाहाबाद की ग्राम पंचायत के खिलाफ बरगद का पेड़ काटने के संबंध में शिकायत सीएम विंडो पर आई थी। इस शिकायत की जांच के लिए सरपंच को 3 मार्च दोपहर 2 बजे खंड कार्यालय में बुलाया गया था। महिला सरपंच के साथ उनके पति को जांच में बैठने की अनुमति दी थी, लेकिन जांच शुरू होते सरपंच का पति उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगा। रिश्वत का झूठा आरोप लगाया बीडीपीओ ने बताया कि सरपंच का पति उन पर 1 लाख रुपए रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगा रहा है। साथ ही उन पर सरपंचों को जानबूझ कर निलंबित करने का आरोप भी लगाया। आरोप लगाया कि वे उनकी पत्नी को रावा और खरींडवा के सरपंच की तरह निलंबित कराना चाहते हैं। इसके बाद सरपंच पति ने उनको जान से मारने की धमकी दी और अपने साथियों को मौके पर बुलाने के लिए फोन भी किया। कर्मी ने अस्पताल में कराया भर्ती बीडीपीओ के मुताबिक, सरपंच पति के कार्यालय में उनके साथियों को बुलाने की बात सुनकर उनका ब्लड प्रैशर बढ़ गया, जिससे उनकी तबीयत खराब होने पर कर्मी ने उनको CHC शाहाबाद पहुंचाया। बीडीपीओ ने सरपंच पति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने की शिकायत सौंपी है। अब पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। सीएम से मिलने गई सरपंच एसोसिएशन उधर, मामले में कार्रवाई नहीं होने पर सरपंच एसोसिएशन सीएम नायब सैनी से मुलाकात करने के लिए चंडीगढ़ गई है। एसोसिएशन बीडीपीओ पर कार्रवाई नहीं पर आंदोलन की चेतावनी दे चुकी है। हालांकि SP वरुण सिंगला की ओर से शाहाबाद DSP को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज सिरसा में:760 स्टूडेंट्स को देंगे डिग्रियां; ओपी चौटाला के नाम पर बने म्यूजियम का करेंगे उद्घाटन

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज सिरसा में:760 स्टूडेंट्स को देंगे डिग्रियां; ओपी चौटाला के नाम पर बने म्यूजियम का करेंगे उद्घाटन हरियाणा के सिरसा शहर में आज बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचेंगे। वह जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ और ओढां स्थित माता हरकी देवी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे। उपराष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर सिरसा के एयरफोर्स में उतरेगा। ​​​उपराष्ट्रपति माता हरकी देवी कॉलेज में 360 और जेसीडी विद्यापीठ में 400 स्टूडेंट्स को डिग्रियां प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक अभय चौटाला करेंगे। इसके अलावा उपराष्ट्रपति हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.ओमप्रकाश चौटाला के नाम से जेसीडी विद्यापीठ में बने म्यूजियम का भी उद्घाटन करेंगे। इस म्यूजियम में स्व.चौटाला से जुड़ी यादों को संजोकर रखा जाएगा। जेसीडी में कार्यक्रम निपटाने के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ डबवाली रोड स्थित अभय चौटाला के आवास पर लंच भी करेंगे। सिरसा शहर में पुलिस की रहेगी सख्ती उपराष्ट्रपति के दौरे के चलते जिला प्रशासन से लेकर पुलिस विभाग तक पूरी तरह अलर्ट रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था तक को लेकर पुलिस की सख्ती रहेगी। जेसीडी में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों व अतिथियों को कड़ी सुरक्षा से गुजरना होगा। इन कॉलेजों के स्टूडेंट्स को मिलेगी डिग्री जेसीडी विद्यापीठ के डायरेक्टर डॉ. जयप्रकाश के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हाथों विद्यापीठ के अलग-अलग छह कॉलेजों के 400 स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। इनमें जेसीडी डेंटल कॉलेज, जेसीडी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, जेसीडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, जेसीडी इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, जेसीडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जेसीडी मेमोरियल पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स शामिल रहेंगे।

हरियाणा में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज:2.18 लाख विद्यार्थी देंगे एग्जाम, मंगलवार को 38 नकलची पकड़े गए

हरियाणा में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज:2.18 लाख विद्यार्थी देंगे एग्जाम, मंगलवार को 38 नकलची पकड़े गए हरियाणा में आज बोर्ड परीक्षाएं (10वीं और 12वीं) होंगी। इनमें 2 लाख 18 हजार 423 विद्यार्थी भाग लेंगे। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए की जा रही सख्ती कामयाब होती नहीं दिख रही है। लगातार नकल के मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को हुए 12वीं के फिजिक्स और इकोनॉमिक्स के पेपर में कुल 38 नकलची पकड़े गए। बुधवार को 10वीं कक्षा के लिए संस्कृत, उर्दू, ड्राइंग, कृषि, कंप्यूटर साइंस, शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा, गृह विज्ञान, संगीत हिंदुस्तानी, पशुपालन और नृत्य विषयों की परीक्षा होगी। 12वीं कक्षा के लिए कृषि और दर्शनशास्त्र विषय की परीक्षा होगी। बुधवार को 2 लाख 18 हजार 423 विद्यार्थी सेकेंडरी (10वीं) और सीनियर सेकेंडरी (12वीं) (शैक्षणिक/मुक्त विद्यालय) और डीएलएड (रि-अपीयर/मर्सी चांस) परीक्षा देंगे। मंगलवार को पकड़े थे 38 नकलची
मंगलवार को आयोजित 12वीं बोर्ड के फिजिक्स और इकोनॉमिक्स के पेपर में पकड़े 38 मामलों में 3 सोनीपत और 3 मामले भिवानी के हैं। इसके साथ ही बोर्ड ने 8 पर्यवेक्षकों को निलंबित करने का आदेश दिया है। दरअसल, कुछ केंद्रों के बाहर पर्चियां बनाने की तस्वीरें सामने आईं थी, इस मामले में भी बोर्ड ने दो टीचरों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसके अलावा गोहाना के एक शिक्षक को तो इसलिए निलंबित किया गया क्योंकि जांच के दौरान परीक्षा केंद्र में उनके पास मोबाइल फोन मिला। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर 4 अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। परीक्षा में कुल 76440 छात्र शामिल हुए थे और ये परीक्षा प्रदेश के कुल 1070 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। 1431 परीक्षा केंद्र बनाए
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश में कुल 1431 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। जिसमें 516787 विद्यार्थी (10वीं व 12वीं कक्षा के रेगुलर व डिस्टेंस छात्र) परीक्षा देंगे। जिनमें से रेगुलर परीक्षा में 475620 परीक्षार्थी प्रविष्ट होंगे। जिसमें सेकेंडरी कक्षा के 277460 तथा सीनियर सेकेंडरी के 198160 परीक्षार्थी शामिल हैं। वहीं मुक्त विद्यालय परीक्षा में प्रदेशभर में करीब 41167 परीक्षार्थी प्रविष्ट होंगे। जिसमें सेकेंडरी (मुक्त विद्यालय) कक्षा के 15935 परीक्षार्थी तथा सीनियर सेकेंडरी (मुक्त विद्यालय) के 25232 परीक्षार्थी शामिल हैं। परीक्षाएं दोपहर साढ़े 12 बजे से साढ़े 3 बजे तक होंगी। रोल नंबर ए-4 साइज पेपर पर रंगीन प्रिंट हो
बोर्ड सचिव अजय चोपड़ा ने कहा कि सेकेंडरी एवं सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) की वार्षिक परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों के प्रवेश-पत्र का रंगीन प्रिंट आउट ए-4 साइज पेपर पर डाउनलोड करना होना चाहिए। मुक्त विद्यालय परीक्षा (फ्रेश, रि-अपीयर, सीटीपी, ओसीटीपी, मर्सी चांस, पूर्ण विषय अंक सुधार व आंशिक अंक सुधार श्रेणी) के लिए परीक्षार्थी अपना पिछला अनुक्रमांक/नाम, पिता का नाम, माता का नाम /रजिस्ट्रेशन नंबर भरते हुए प्रवेश पत्र का रंगीन प्रिंट आउट ए-4 साइज पेपर डाउनलोड करें। नकल रोकने के लिए 219 उड़नदस्तों का गठन
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के लिए 219 उड़नदस्तों का गठन किया गया है। जिसमें बोर्ड अध्यक्ष व बोर्ड सचिव के प्रभावी उड़नदस्तों के अलावा 22 जिला प्रश्न पत्र उड़नदस्ते, 70 उप-मंडल प्रश्न पन्न उड़नदस्ते, 21 रैपिड एक्शन फोर्स, 8 एसटीएफ एवं 2 नियंत्रण कक्ष उड़नदस्ते गठित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त उप-मंडल अधिकारी (ना०) के 70 उड़नदस्ते, जिला शिक्षा अधिकारी के 22 उड़नदस्ते एवं उप-सचिव (संचालन) व सहायक सचिव (संचालन) के उड़नदस्ते भी गठित किए हैं। जो परीक्षा केंद्रों पर पैनी निगाहें बनाए रखेंगे। परीक्षाओं की शुचिता, विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों के आसपास धारा-163 लागू कर दी गई है। परीक्षा केंद्रों के निकट फोटोस्टेट की दुकानें व कोचिंग सेंटर भी बंद रहेंगे। नकल में संलिप्त परीक्षार्थियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यू आर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर भी अंकित किए गए हैं। इससे यदि कोई परीक्षार्थी, पर्यवेक्षक, कर्मचारी व अन्य कोई व्यक्ति प्रश्न पत्र की फोटो लेता है तो तुरंत पता लग जाएगा कि प्रश्न पत्र किस परीक्षार्थी का है एवं कहां से आउट हुआ है। जिससे परीक्षाओं के दौरान होने वाली किसी भी प्रकार की अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सकेगी। उन्होंने आगे बताया कि यदि किसी परीक्षा केन्द्र से पेपर आउट होने का मामला पाया जाता है, तो उस केन्द्र के अधीक्षक, पर्यवेक्षक व नकल में संलिप्त परीक्षार्थी के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। तनावमुक्त परीक्षा दें विद्यार्थी
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की सुचिता सुनिश्चित करने के लिए इस बार विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। अधिकतर परीक्षा केन्द्र सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेंगे। यह कदम पेपर लीक की संभावना को समाप्त करने और परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया गया है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे तनावमुक्त होकर परीक्षा की तैयारी करें। नियमित रूप से सिलेबस का रिवीजन करें, पुराने प्रश्न पत्र हल करें और स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। पढ़ाई के साथ छोटे विराम भी आवश्यक हैं, जो परीक्षा का तनाव कम करने में सहायक होते है।

कुरुक्षेत्र में करंट लगने से राजमिस्त्री की मौत:नर्सिंग कॉलेज में हाई टेंशन लाइन की चपेट में आया; 3 साल पहले हुई थी शादी

कुरुक्षेत्र में करंट लगने से राजमिस्त्री की मौत:नर्सिंग कॉलेज में हाई टेंशन लाइन की चपेट में आया; 3 साल पहले हुई थी शादी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बन रहे नर्सिंग कॉलेज में हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत हो गई। काम करते हुए राजमिस्त्री तार की चपेट आ गया था। घटना मंगलवार देर शाम की है। पुलिस ने देर शाम शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। जिसके बाद परिजनों को शव सौंप दिया है। मजदूर गुलाब के मुताबिक, उन्होंने ठेकेदार को चेतावनी दी थी कि उनको हाई टेंशन तार के पास काम करने से कोई घटना हो सकती है। फिर भी ठेकेदार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और उसे बिजली विभाग से लाइन बंद करने के लिए परमिट नहीं लिया था। इस कारण यह हादसा हो गया। दीवार को पलस्तर करते समय हुआ हादसा मृतक की पत्नी आरती के मुताबिक, उसका पति अरविंद पलवल गांव में बन रहे नर्सिंग कॉलेज की दीवार पर पलस्तर कर रहा था। पलस्तर करते समय दीवार के पास से गुजर रही बिजली की लाइन से अरविंद की एल्युमुनियम की फट्टी तार के साथ टच हो गई। जिसके कारण करंट लगने से उसके पति की मौत हो गई। यूपी का रहने वाला था 23 साल अरविंद उत्तर प्रदेश का रहने वाला था, मगर अभी वो अपनी परिवार के साथ खेड़ी रामनगर में रहता था। अरविंद मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा चला रहा था। करीब 3 साल पहले अरविंद की शादी हुई थी। शादी से उसके पास डेढ़ साल का बेटा दीपेश है। घटना के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव सुभाष मंडी चौकी के इंचार्ज मलकीत सिंह के मुताबिक, पुलिस ने अरविंद की पत्नी आरती के बयान पर BNS 194 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव उसके परिजनों के हवाले कर दिया है।

करनाल स्ट्रॉन्ग रूम में EVM सुरक्षा पर उठे सवाल:LED स्क्रीन बंद होने से बढ़ी चिंता, कांग्रेस ने लगाए सुरक्षा में चूक के आरोप

करनाल स्ट्रॉन्ग रूम में EVM सुरक्षा पर उठे सवाल:LED स्क्रीन बंद होने से बढ़ी चिंता, कांग्रेस ने लगाए सुरक्षा में चूक के आरोप हरियाणा में करनाल के सेक्टर-14 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज में बनाए गए ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज दिखाने वाली एलईडी स्क्रीन अचानक बंद हो गई, जिससे मेयर और पार्षद उम्मीदवारों ने सुरक्षा पर सवाल उठा दिए। कांग्रेस प्रत्याशियों ने आरोप लगाया कि ईवीएम की सुरक्षा में चूक हुई है और इसकी निष्पक्षता पर संदेह पैदा होता है। 28 मिनट तक बंद रही एलईडी, प्रशासन पर उठे सवाल ईवीएम मशीनों को चार कमरों में सुरक्षित रखा गया है, जहां पुलिस का कड़ा पहरा है। सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जाती है, ताकि उम्मीदवारों के एजेंट भी निगरानी कर सकें। लेकिन मंगलवार शाम 4:25 बजे अचानक एलईडी बंद हो गई। जिससे वहां मौजूद प्रत्याशियों और एजेंटों में हड़कंप मच गया। वार्ड-14 से कांग्रेस प्रत्याशी रोहित जोशी ने कहा कि उन्हें बताया गया कि लाइट जाने से एलईडी बंद हुई, लेकिन सवाल यह है कि लाइट जाने के बावजूद इंटरनेट का राउटर क्यों चालू रहा? लगभग 28 मिनट तक स्क्रीन बंद रही, जिससे ईवीएम की सुरक्षा को लेकर संदेह बढ़ गया। मेयर प्रत्याशी ने कहा-फोन तक नहीं उठाया प्रशासन ने कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी मनोज वधवा ने कहा कि जैसे ही उन्हें कैमरे बंद होने की सूचना मिली, उन्होंने रोहित जोशी को वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए कहा। जब वह खुद मौके पर पहुंचे, तो एलईडी ऑफ थी। उन्होंने दो बार एडीसी को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वधवा ने सवाल उठाया कि अगर लाइट जाने से एलईडी बंद हुई थी, तो वाई-फाई राउटर चालू कैसे था? उन्होंने इसे प्रशासन की चूक बताया और निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए। प्रशासन की सफाई- तकनीकी खराबी या खराब मौसम हो सकता है कारण सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि जैसे ही स्क्रीन बंद हुई, इसकी जानकारी तत्काल मैजिस्ट्रेट को दी गई। इसके बाद एडीसी को सूचित किया गया और जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया गया। ड्यूटी मैजिस्ट्रेट ने कहा कि यह तकनीकी खराबी की वजह से हो सकता है। या फिर खराब मौसम के कारण तार हिल जाने से भी ऐसा हो सकता है। मौके पर तकनीकी टीम को बुलाया गया और एलईडी को ठीक कर दिया गया। हालांकि, उम्मीदवारों की ओर से उठाए गए सवालों के बाद प्रशासन की भूमिका पर संदेह बना हुआ है।

जींद पहुंची महिला आयोग की चेयरपर्सन:रेणू भाटिया बोली- महिला अपराध पर राजनीति न करें विनेश फोगाट, IPS अधिकारी जांच से असंतुष्ट

जींद पहुंची महिला आयोग की चेयरपर्सन:रेणू भाटिया बोली- महिला अपराध पर राजनीति न करें विनेश फोगाट, IPS अधिकारी जांच से असंतुष्ट हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणू भाटिया मंगलवार शाम को जींद पहुंची। सीआरएसयू में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रोहतक में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी हत्याकांड के मामले में विनेश फोगाट द्वारा दिए बयान के सवाल पर रेणू भाटिया ने कहा कि विनेश फोगाट खिलाड़ी होने के नाते महिलाओं के लिए उदाहरण रही हैं। इसलिए वह अपनी इमेज खराब न करें। विनेश फोगाट अब विधायक बन गई हैं, इसलिए उन्हें महिलाओं के साथ और ज्यादा जुड़ना चाहिए। अगर विनेश महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकती तो कम से कम सोच पॉजिटिव रखें। महिला अपराध पर राजनीति करना सही नहीं है, चाहे वह किसी भी जाति, समाज, पार्टी से हो। पिछले दिनों हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी को यौन शोषण आरोप मामले में क्लीन चिट मिलने के मामले में रेणू भाटिया ने कहा कि उसकी किसी से कोई व्यक्ति दुश्मनी नहीं है। वह तो उन्हें जानती भी नहीं थी लेकिन जो बयान अधिकारी, डीएसपी और कर्मचारियों से लिए गए, उसके आधार पर वह जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं। रेणु भाटिया ने ये भी कहा कि उनके पास क्लीन चिट की रिपोर्ट भी नहीं आई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लेटेंट शो दोबारा शुरू किए जाने के सवाल पर रेणु भाटिया ने कहा कि किसी भी शो में कंटेंट ठीक होना चाहिए। गलत कंटेंट से रुपए तो कमाए जा सकते हैं लेकिन भविष्य में अपने ही बच्चों को इससे नुकसान उठाना पड़ेगा। महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध के सवाल पर रेणु भाटिया ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध नहीं बढ़ा है, बल्कि महिलाओं में जागरूकता आई है। जितने भी केस आ रहे हैं, इनमें ज्यादातर 10 साल पुराने केस हैं। लीव इन रिलेशनशिप की वजह से एक भी परिवार आज तक आबाद नहीं हुआ
लीव इन रिलेशनशिप के सवाल पर चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने कहा कि लीव इन रिलेशनशिप की वजह से एक भी परिवार आज तक आबाद नहीं हुआ है। उन्होंने पिछले कुछ सालों में 12 हजार से ज्यादा केस स्टडी किए हैं, जिनमें 60% केस लिव इन की वजह से ही हैं। रोहतक में हुआ हत्याकांड भी लिव इन से ही जुड़ा हुआ मामला लगता है। खापों द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र कम करने के सवाल पर रेणु भाटिया ने कहा कि इस विषय पर खापों को दोबारा विचार करना चाहिए। रेणु भाटिया ने महिला थाना का भी निरीक्षण किया। यहां महिला पुलिस कर्मियों को कहा कि एक दूसरे पुलिस कर्मी से ज्यादा अच्छा कार्य करने के लिए कंपीटिशन बनाएं।

भिवानी बोर्ड परीक्षा में लापरवाही पर 8 पर्यवेक्षक बर्खास्त:1070 केंद्र, 76,440 विद्यार्थी शामिल, 38 पर नकल के केस दर्ज

भिवानी बोर्ड परीक्षा में लापरवाही पर 8 पर्यवेक्षक बर्खास्त:1070 केंद्र, 76,440 विद्यार्थी शामिल, 38 पर नकल के केस दर्ज हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सीनियर सेकेंडरी और डीएलएड परीक्षाओं में आज बड़ी कार्रवाई की गई। प्रदेश के 1070 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित परीक्षाओं में 76,440 विद्यार्थी शामिल हुए। बोर्ड सचिव डॉ. मुनीष नागपाल के अनुसार विभिन्न उड़नदस्तों ने प्रदेशभर में निरीक्षण किया। बोर्ड अध्यक्ष के उड़नदस्ते ने सोनीपत में 3 नकल के मामले पकड़े। नूंह में सुभाष चंद को ड्यूटी से हटाया बोर्ड सचिव के उड़नदस्ते ने भिवानी में 3 मामले दर्ज किए। उप-सचिव (संचालन) की टीम ने 6 मामले पकड़े। कड़ी कार्रवाई करते हुए 8 पर्यवेक्षकों को कार्यभार मुक्त किया गया। नूंह में सुभाष चंद को ड्यूटी से हटाया गया। गोहाना में सुरेंद्र कुमार को मोबाइल रखने के कारण बर्खास्त किया गया। पुर-2 केंद्र से कविता और पवन कुमार को लापरवाही के कारण हटाया गया। पर्चियां मिलने पर कार्यभार मुक्त किया धनाना केंद्र से दिलबाग सिंह और पुर-2 केंद्र से प्रियव्रत को अनियमितता के कारण बर्खास्त किया गया। कथूरा-1 केंद्र से निरंजन और संजय को भौतिक विज्ञान की पर्चियां मिलने पर कार्यभार मुक्त किया गया। अन्य उड़नदस्तों ने प्रदेशभर में 26 नकल के मामले दर्ज किए। कुल मिलाकर आज 38 नकल के मामले सामने आए। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि परीक्षा में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कांग्रेस नेता हिमानी की मां ने कार्रवाई पर सवाल उठाए:कहा- पूछना चाहती हूं कि हत्या का कारण क्या है, आरोपी को फांसी मिले

कांग्रेस नेता हिमानी की मां ने कार्रवाई पर सवाल उठाए:कहा- पूछना चाहती हूं कि हत्या का कारण क्या है, आरोपी को फांसी मिले हरियाणा के रोहतक जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में मां सविता ने प्रशासन से सवाल करते हुए कहा कि आरोपी सचिन ने उसकी बेटी की हत्या क्यों की, इसका जवाब दिया जाए। पैसे का लेनदेन हत्या का कारण नहीं हो सकता। सविता ने बताया कि पैसे का लेनदेन तो दुनिया का चलता है। उसकी बेटी ने बहुत से लोगों को पैसे दे रखे थे। कुछ लोगों से तो हिमानी ने उसके सामने ही फीस जमा करवाने के लिए अपने पैसे मांगे थे। ये हत्या का कोई कारण नहीं हो सकता। अगर पैसे के लेनदेन में ही हत्या की होती तो वह घर से सामान क्यों लेकर गया, क्योंकि उन्हें घर में कुछ नहीं मिला। साजिश के तहत आया था आरोपी
सविता ने बताया कि आरोपी एक साजिश के तहत उनके घर आया था। जो बताया जा रहा है कि आरोपी डेढ़ साल से हिमानी को जानता था। ये सब तो आरोपी अपने बचाव में बोल रहा है। हकीकत को पुलिस छुपा रही है। उसे जानना है कि आखिर आरोपी ने उसकी बेटी की हत्या क्यों की। चुनाव में लगा दिया था पैसा
सविता ने बताया कि हिमानी ने अपना पैसा चुनाव में लगा दिया था, लेकिन बाद में उसके पास फीस भरने के पैसे भी नहीं थे। जब उसने पैसे देने के लिए कहा तो हिमानी ने स्पष्ट कहा कि वह ड्यूटी ज्वाइन कर फीस भर देगी और उसके बाद पेपर भी देगी। पुलिस ने मामले में अपना काम तो किया, लेकिन इस बात से सहमत नहीं कि हिमानी गलत थी। गंद को नहीं रखती थी अपने साथ
सविता ने कहा कि हिमानी 10 साल से कांग्रेस की कार्यकर्ता थी। कहीं जाना होता तो उसके साथ 10 गाड़ियां चलती थी। कार्यकर्ताओं के साथ काम करती थी। अगर ऐसा ही होता तो पहले ही मार देना चाहिए था। हिमानी साफ सुथरी छवि के साथ काम करना चाहती थी, उसने कभी गंद को अपना साथ नहीं रखा। 9 बजे तक होती रही बात
सविता ने बताया कि आरोपी का उसके घर आने जाने के बारे में उसे नहीं पता। बहुत से लोगों का उसके घर आना जाना था। 27 फरवरी को 4 बजे वह गई थी और रात 9 बजे तक बात होती रही। उसके बाद आरोपी कब आया, क्या मकसद था, यह प्रशासन को बताना चाहिए। ब्वॉयफ्रेंड होता तो खुलकर बता देती हिमानी
सविता ने बताया कि उसने अपनी बेटी हिमानी की परवरिश लड़कों जैसे ही की थी। ब्वॉयफ्रेंड का कीड़ा नहीं पालती थी। अगर कोई उसके घर आता और आस पड़ोस के लोग पूछते तो वह बता देती थी कि उसका भाई है या दोस्त है। क्योंकि गांव के रिश्तेदार भी आते थे। हिमानी किसी से डरती नहीं थी। आरोपी को मिलनी चाहिए फांसी
सविता ने एक ही मांग की कि आरोपी को फांसी मिलनी चाहिए। आरोपी बता रहा है कि पैसों के लेनदेन में झगड़ा हो गया और उसने हिमानी को मार दिया। यह कारण नहीं हो सकता। पुलिस को हत्या की असली वजह बतानी चाहिए। साथ ही पुलिस बताए कि मामले में आरोपी के अलावा कोई और भी शामिल था या नहीं।