हरियाणा में 5 दिन तक चलेंगी ठंडी हवाएं:15-20 किमी प्रति घंटा होगी रफ्तार, 8 डिग्री तक गिरेगा तापमान; सिंचाई न करने की सलाह

हरियाणा में 5 दिन तक चलेंगी ठंडी हवाएं:15-20 किमी प्रति घंटा होगी रफ्तार, 8 डिग्री तक गिरेगा तापमान; सिंचाई न करने की सलाह हरियाणा में सर्दी का मौसम फिर से शुरू हो गया है। रात से ही तेज उत्तर-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। पहाड़ों से मैदानी इलाकों की ओर चल रही इन हवाओं ने अचानक ठंड बढ़ा दी है। रात के तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट देखी जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 5 दिनों तक प्रदेश में 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। दिन में धूप खिली रहेगी, लेकिन हवाएं ठंड का एहसास कराएंगी। वहीं, रात के तापमान में 5 से 8 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 9 मार्च तक हरियाणा में मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील लेकिन खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान 5 और 6 मार्च के दौरान बीच-बीच में मध्यम से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है। हरियाणा में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई.. 9 से 12 मार्च के बीच आएंगे 2 पश्चिमी विक्षोभ 28 फरवरी को हरियाणा के कई इलाकों में ओलावृष्टि और पहाड़ों पर लगातार ताजा बर्फबारी ने अचानक ठंड बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में भी 9 मार्च और 12 मार्च को एक के बाद एक दो कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में मौसम में थोड़ा बदलाव और तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, वहीं उत्तरी पहाड़ी इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना है। मार्च के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर कम हो जाएगा। होली के बाद गर्मी का एहसास होने लगेगा। तेज हवाओं के दौरान किसान सिंचाई न करें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को अगले 3 से 4 दिनों तक सिंचाई न करने की सलाह दी है, क्योंकि तेज हवाएं पकी हुई फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। साथ ही किसानों को गेहूं की फसल की लगातार निगरानी करने और नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्रों के कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेने के बाद ही उचित कदम उठाने को कहा गया है। मौसम की आखिरी शीतलहर शुरू वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि आने वाले 4 दिनों में एक बार फिर हरियाणा में रात का तापमान, खासकर पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में, सिंगल डिजिट में पहुंच जाएगा और कुछ जगहों पर इस साल के मौसम की आखिरी शीतलहर चलने की आशंका है। पूरे इलाके में तेज हवाएं चलने की वजह से हरियाणा में ज्यादातर जगहों पर दिन के तापमान में गिरावट देखी गई है।

कैथल में फ्लिपकार्ट अधिकारी बनकर महिला से ठगी:बच्चों के डाइपर किए ऑर्डर, गूगल पर तलाश किया कस्टमर केयर नंबर, 98 हजार रुपए ठगे

कैथल में फ्लिपकार्ट अधिकारी बनकर महिला से ठगी:बच्चों के डाइपर किए ऑर्डर, गूगल पर तलाश किया कस्टमर केयर नंबर, 98 हजार रुपए ठगे कैथल के गांव बुच्ची में अज्ञात आरोपी ने फ्लिपकार्ट का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर एक महिला के खाते से 98 हजार रुपए निकाल लिए। महिला ने बच्चों के डाइपर खरीदने के लिए ऑर्डर किया था। जब ऑर्डर नहीं पहुंचा तो उसने कस्टमर केयर नंबर तलाश किया और कॉल की। काॅल रिसीव करने वाले ने महिला के खाते से रुपए ठग लिए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बच्चों के डाइपर किए ऑर्डर गांव बुच्ची निवासी दीक्षा मैहला ने साइबर थाना में दी शिकायत में बताया कि उसका SBI बैंक में खाता है, जिसमें उसका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है। कुछ समय पहले उसने फ्लिपकार्ट पर बच्चों के डाइपर ऑर्डर किए थे, जो उसके घर पर नहीं पहुंचे थे। इस पर उसने गुगल से फ्लिपकार्ट कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। ऑर्डर न पहुंचने की दी शिकायत जब उसने उस नंबर पर फोन किया तो कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि वह फ्लिपकार्ट से बोल रहा है। उसने अपने ऑर्डर न पहुंचने बारे शिकायत की। इस पर आरोपी ने कहा कि आपकी समस्या का हल कर देता है। आपके पास मैं एक लिंक भेज रहा हूं, उसमें अपनी डिटेल भर देना। फिर उसने व्हाट्सएप पर एक लिंक भेज दिया। जैसे ही उसने डिटेल भरी तो उसके खाते से 98 हजार रुपए कट गए। फिर उसे एहसास हो गया कि उसके साथ फ्रॉड हो गया है। अज्ञात आरोपी ने कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उसके साथ ठगी की है। साइबर थाना प्रभारी सुभ्रांशु ने बताया कि इस संबंध में उनके पास महिला की शिकायत आई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। मामले की आगामी जांच की जा रही है।

हरियाणा के 27 HCS अफसरों के IAS बनने में रोड़ा:राष्ट्रपति तक पहुंचा मामला; करप्शन के आरोप लगे, नियुक्ति में HPSC पर लगे थे आरोप

हरियाणा के 27 HCS अफसरों के IAS बनने में रोड़ा:राष्ट्रपति तक पहुंचा मामला; करप्शन के आरोप लगे, नियुक्ति में HPSC पर लगे थे आरोप हरियाणा के 2002 में HCS नियुक्त हुए अफसरों के आईएएस अफसर के प्रमोशन का मामला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास पहुंच गया है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने एचसीएस 2002 बैच के इन दागी अधिकारियों पर करप्शन के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इन अफसरों को आईएएस में प्रमोट करने के हरियाणा सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखी है। दरअसल एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता वाली कमेटी ने वर्ष 2002 से लेकर 2004 बैच के एचसीएस अधिकारियों को प्रमोट करने के संबंध में अपनी स्वीकृति मिल चुकी हैं। अब सरकार यह केस केंद्रीय लोक सेवा आयोग के पास भेजने की तैयारी कर रही है। 9 पन्नों की दलाल की चिट्‌ठी की ये अहम बातें… 1. चयन में अफसरों ने करप्शन के रास्ते अपनाएं चिट्‌ठी में दलाल ने लिखा है, इन दागी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में पर्याप्त प्रथम दृष्टया सबूत हैं कि वे चयनित होने के लिए भ्रष्ट तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह तथ्य कि उनका चयन दागदार हैं, पक्षपात से भरा हुआ है, यह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष रिट याचिका के लंबित रहने और हरियाणा सतर्कता ब्यूरो द्वारा जांच की गई एक एफआईआर से उत्पन्न भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आपराधिक कार्यवाही से स्पष्ट है। 2. सत्यनिष्ठा प्रमाण पत्र के बिना ही यूपीएससी भेज दिए नाम उन्होंने कहा, विशेष रूप से, रिट कार्यवाही और एफआईआर में अंतिम रिपोर्ट दोनों में इन अधिकारियों को एचसीएस के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए अयोग्य, अनुपयुक्त और सबसे बढ़कर अक्षम पाया गया है। हालांकि, इन अधिकारियों के बारे में उपरोक्त तथ्यात्मक स्थिति को अनदेखा करते हुए, हरियाणा सरकार ने कानून और नियमों के अनुसार सत्यनिष्ठा प्रमाण पत्र जारी करने की आवश्यकता को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए उनके नाम यूपीएससी को भेज दिए हैं ताकि उन्हें आईएएस अधिकारियों के रूप में पदोन्नत किया जा सके। 3. पहले रिजेक्ट कर चुकी यूपीएससी नाम दलाल ने कहा कि इससे पहले भी दो बार यूपीएससी ने इन दागी अफसरों के नाम वापस भेजे थे। उन्होंने आरोप लगाया, “इससे साफ है कि इन दागी अफसरों को हरियाणा सरकार के उच्च अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, क्योंकि इनके नाम बार-बार पदोन्नति के लिए भेजे जा रहे हैं। 4. HPSC के अफसरों ने नियुक्ति में किया भ्रष्टाचार दलाल ने कहा, सफल उम्मीदवारों की उत्तर पुस्तिकाओं के निरीक्षण के दौरान, हरियाणा लोक सेवा आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष और सदस्यों की मिलीभगत से चयनित उम्मीदवारों द्वारा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी, शरारत, भ्रष्टाचार, अवैधता, अनियमितताएं और कदाचार किए गए थे। इन अधिकारियों का होना है प्रमोशन हरियाणा सरकार द्वारा जिन एचसीएस अधिकारियों को आईएएस प्रमोट किया जाएगा, उनमें वीना हुड्डा, सुरेंद्र सिंह, जगदीप ढांडा, डा.सरिता मलिक, कमलेश कुमार भादू, मुनीष नागपाल, कुलधीर सिंह, वत्सल वशिष्ठ, जगनिवास, महाबीर प्रसाद, महेंद्र पाल, सतपाल शर्मा, सुशील कुमार, वर्षा खंगवाल, वीरेंद्र सहरावत, सतेंद्र दुहन, मनिता मलिक, सतबीर सिंह, अमृता सिवाच, योगेश कुमार, डा. वंदना दिसोदिया, डा. सुभिता ढाका, जयदीप कुमार, समवर्तक खंगवाल, अनुराग ढालिया, योगेश कुमार मेहता व नवीन कुमार आहुजा शामिल हैं।

फरीदाबाद में वाहनों को तलाश रही पुलिस:तय समय में नही किया चालान राशि का भुगतान, पुलिस लेगी कब्जे में

फरीदाबाद में वाहनों को तलाश रही पुलिस:तय समय में नही किया चालान राशि का भुगतान, पुलिस लेगी कब्जे में हरियाणा के फरीदाबाद में ट्रैफिक पुलिस पुराने चालान का राशि भुगतान ना करने वाले वाहनों की तलाश कर रही है। जिन वाहनों ने तय समय में अपने पुराने चालान राशि का भुगतान नही किया है उनको पुलिस ढूंढ कर राशि जमा करा रही है। पुलिस ने 3503 वाहनों की चेकिंग मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस ने फरीदाबाद में अलग-अलग जगह पर 3503 वाहनों को चैक किया। पुलिस को चैकिंग के दौरान पता चला कि, इनमें से 762 वाहनों का चालान कटा हुआ है। लेकिन उसको तय समय में भरा नही गया है। जिसके बाद वाहन मालिकों को चालान की राशि को जमा करवाने के लिए आदेश दिए गए। इस दौरान मौके पर ही 95 वाहन चालकों ने चालान की राशि का भुगतान कर दिया। बाकी को जल्द से जल्द चालान की राशि का भुगतान करने का आदेश देकर छोड़ा गया है। तय समय में भुगतान ना करने वाहनों को पुलिस लेगी कब्जे में फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ACP जसलीन कौर ने बताया कि जिन वाहन मालिकों ने तय समय के अन्दर चालान की राशि का भुगतान नही किया है। पुलिस ने उनको राशि का भुगतान करने के के आदेश दिए है, अगर इसके बाद भी वो चालान की राशि नही भरते है तो पुलिस उनके वाहनों को कब्जे में लेना शुरू कर देगी। चालान भरने का समय और स्थान ट्रैफिक पुलिस के अनुसार किसी भी वाहन को अपने चालान की राशि को भरने के लिए 90 से 180 दिन तक का समय मिलता है। जिन वाहनों का चालान 90 दिन से कम समय से लम्बित हैं। वो अपने चालान की राशि, अपने नजदीक पुलिस थाना, यातायात बूथ, चालान ब्रांच ( सैक्टर 12 व बल्लभगढ़ ) में उपलब्ध क्यूआर कोड स्कैनर पर कर सकते है। जिनके चालान को 90 दिन से 180 दिन का समय हो चुका है । वो Virtual Court के Online link- vcourts.gov.in/virtual court पर जाकर भुगतान कर सकते है। जिन चालानों को 180 दिन से ज्यादा समय हो चुका है तथा Regular Court में भेजे जा चुके हैं उनका भुगतान सम्बन्धित न्यायालय में किया जा सकता है।

सोनीपत मेयर उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप:कांग्रेस प्रत्याशी ने दी चुनाव आयोग को दी शिकायत; बैंयापुर गांव के वोट रद्द करने की मांग

सोनीपत मेयर उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप:कांग्रेस प्रत्याशी ने दी चुनाव आयोग को दी शिकायत; बैंयापुर गांव के वोट रद्द करने की मांग हरियाणा के सोनीपत में कांग्रेस पार्टी के मेयर प्रत्याशी कमल दीवान ने सोनीपत में 2 मार्च 2025 को संपन्न हुए नगर निगम उपचुनाव में गड़बडिय़ों का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में हरियाणा के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। 2 मार्च 2025 को हुए सोनीपत नगर निगम के मेयर उपचुनाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी कमल दीवान ने चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगाया है कि गांव में पहले से सरपंच मौजूद है। फिर भी गांव बैंयापुर में प्रशासन ने मिलीभगत करके वोटिंग करवाई गई। मांग की गई है कि गांव बैंयापुर में हुए मतदान को चुनाव परिणाम से अलग रखा जाए। गांव बैंयापुर का विवाद कमल दीवान ने अपने पत्र में बताया कि गांव बैंयापुर, जो कि सोनीपत-रोहतक रोड पर स्थित है, नगर निगम की सीमा से बाहर है। इस गांव में 2022 में पंचायती चुनाव हुए थे और वर्तमान में एक निर्वाचित सरपंच कार्यरत है। उन्होंने बताया कि संविधान के अनुसार, जहां पंचायती राज प्रणाली लागू हो, वहां नगर निगम चुनाव नहीं हो सकते। मतदान से ठीक पहले नगर निगम में शामिल करने का आरोप कमल दीवान ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि गांव बैंयापुर को पहले 3 जुलाई 2015 को अधिसूचना (संख्या 18/82/2015-3C1) के तहत नगर निगम में शामिल किया गया था, लेकिन 26 जुलाई 2018 को अधिसूचना (संख्या 18/156/2018-3C1) के तहत इसे नगर निगम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान से ठीक एक दिन पहले, 1 मार्च 2025 को, गांव बैंयापुर को दोबारा नगर निगम सीमा में शामिल कर दिया गया और वहां मतदान भी कराया गया। उनका कहना है कि यह निर्णय प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से विपक्षी दल द्वारा चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए लिया गया था। गिनती से वोट अलग रखने की मांग कमल दीवान ने गांव बैंयापुर के मतदान केंद्र संख्या 228, 229, 230, 231 और 232 पर पड़े वोटों को गिनती से बाहर रखने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना है, तो इस मामले की जांच होनी चाहिए और आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। अब यह देखना होगा कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या इस उपचुनाव के नतीजों पर कोई असर पड़ता है। रविवार सुबह मुनादी कर मतदान की अपील बैंयापुर गांव के 4500 मतदाताओं को शनिवार शाम को तब पता चला कि वे भी चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं, जब गांव के सरकारी स्कूल में पांच मतदान केंद्र बनाए गए। प्रशासन ने उसी शाम वोटर स्लिप बांटना शुरू किया, जिसके बाद रविवार सुबह मुनादी कर मतदान की अपील की गई। लेकिन इस जल्दबाजी के कारण अधिकांश ग्रामीण मतदान प्रक्रिया को लेकर असमंजस में पड़ गए, जिसका सीधा असर मतदान प्रतिशत पर पड़ा। कम मतदान प्रतिशत ने प्रशासन पर उठाए सवाल जल्दबाजी और अव्यवस्थित चुनावी प्रक्रिया के चलते बैंयापुर में बेहद कम मतदान हुआ। 4500 मतदाताओं में से केवल 1200 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उन्हें पहले से जानकारी होती और प्रचार किया गया होता, तो मतदान का प्रतिशत अधिक होता। गांव कब और कैसे निगम में शामिल हुआ, किसी को नहीं पता गौरतलब है कि बैंयापुर और हरसाना गांव पहले नगर निगम में शामिल किए गए थे, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद इन्हें निगम से बाहर कर दिया गया था। 2020 के नगर निगम चुनावों में इन गांवों को मतदान प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था, और 2022 में यहां पंचायत चुनाव हुए थे। तब से गांव पंचायती राज प्रणाली के अंतर्गत ही कार्य कर रहा था।अब जब नगर निगम मेयर उपचुनाव हुआ, तो अचानक गांव के लिए मतदान केंद्र बना दिए गए, लेकिन ग्रामीणों को यह स्पष्ट नहीं था कि गांव को दोबारा नगर निगम में कब और कैसे शामिल किया गया। प्रशासन की सफाई पर ग्रामीण संतुष्ट नहीं इस पूरे मामले पर प्रशासन की ओर से सफाई दी गई है। जिला उपायुक्त (डीसी) डॉ. मनोज कुमार का कहना है कि बैंयापुर की जमीन नगर निगम क्षेत्र में आती है और सभी राजनीतिक दलों की मौजूदगी में मतदाता सूची तैयार की गई थी, जिसमें किसी ने आपत्ति नहीं जताई। इसलिए गांव में मतदान केंद्र बनाए गए।वहीं, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (डीडीपीओ) जितेंद्र कुमार ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के सवाल, जवाब मांग रहे लोग 1. गांव में पंचायत होते हुए इसे नगर निगम में क्यों शामिल किया गया? 2. अगर गांव निगम क्षेत्र में है, तो पंचायत और सरपंच का क्या औचित्य रह जाता है? 3. गांव को निगम में शामिल करने की सार्वजनिक घोषणा क्यों नहीं हुई? 4. चुनाव में कोई प्रत्याशी प्रचार करने गांव क्यों नहीं आया? 5. मतदान केंद्र इतने देरी से क्यों बनाए गए? 6. चुनाव की सूचना केवल एक दिन पहले क्यों दी गई? प्रशासन की लापरवाही ने खड़े किए सवाल बैंयापुर में हुई इस अव्यवस्थित चुनावी प्रक्रिया ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। ग्रामीण अब इस मुद्दे पर स्पष्टता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। अगर समय रहते जागरूकता फैलाई जाती और चुनाव की जानकारी पहले दी जाती, तो मतदान प्रतिशत बेहतर हो सकता था।

करनाल में फर्जी दस्तावेजों से जमानत का खुलासा:कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, जमानत बांड में लगाई दूसरे की फोटो और आधार कार्ड

करनाल में फर्जी दस्तावेजों से जमानत का खुलासा:कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, जमानत बांड में लगाई दूसरे की फोटो और आधार कार्ड हरियाणा के करनाल में किशोर न्याय बोर्ड (JJB)में एक मामले की सुनवाई के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। एक नाबालिग आरोपी (CCL’F’)की जमानत में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज फर्जी पाए गए। पीड़ित चितकार ने कोर्ट में पेश होकर बताया कि उसने किसी की जमानत नहीं दी थी, बल्कि उसके संपत्ति दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी जमानत बांड तैयार किया गया। इस मामले में न्यायालय ने जांच के आदेश दिए और थाना सिविल लाइन करनाल को FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। कोर्ट में पेश होकर पीड़ित ने खोला राज पीड़ित चितकार ने अदालत में पेश होकर बताया कि उसके संपत्ति संबंधी दस्तावेजों को जालसाजी करके जमानत के लिए इस्तेमाल किया गया है। उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं थी और उसके दस्तावेजों पर किसी और की फोटो और आधार कार्ड का विवरण लगाया गया था। जब उसने यह देखा, तो तुरंत न्यायालय को इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी। नाबालिग आरोपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश, हिरासत में रहेगा फर्जी जमानत मामले में आरोपी CCL’F’ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने उसकी हाजिरी दर्ज की और उसे सुरक्षात्मक हिरासत में रखने के आदेश जारी किए। अब उसे अगली सुनवाई 11 मार्च 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिर से पेश किया जाएगा। SHO को FIR दर्ज करने के निर्देश, अगली सुनवाई 11 मार्च को ​​​​​​​इस खुलासे के बाद न्यायालय ने थाना सिविल लाइन के SHO भगवान को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के निर्देश दिए। SHO कोर्ट में पेश हुए और उन्हें पूरी कार्यवाही की जानकारी दी गई। इसके बाद न्यायालय ने फर्जी जमानत मामले में FIR दर्ज करने और अगली सुनवाई तक स्थिति की रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। थाने में दर्ज हुई FIR, कई धाराओं में मामला दर्ज ​​​​​​​न्यायालय के आदेश के बाद एसआई संदीप सिंह ने थाना सिविल लाइन में केस दर्ज किया। आरोपी के खिलाफ धारा 233, 235, 229, 193, 196, 198, 318 (4) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के लिए ASI कुलदीप को केस सौंप दिया गया।

महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाया,CM से मिली एसोसिएशन:कुरुक्षेत्र में BDPO बोला-सभी आरोप निराधार, सरपंच पति के खिलाफ दी शिकायत

महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाया,CM से मिली एसोसिएशन:कुरुक्षेत्र में BDPO बोला-सभी आरोप निराधार, सरपंच पति के खिलाफ दी शिकायत कुरुक्षेत्र में बीडीपीओ द्वारा महिला सरपंच को रात में अकेले बुलाने और रिश्वत मांगे का मामला तूल पकड़ गया है। यह मामला सीएम दरबार में पहुंच चुका है। वहीं बीडीपीओ ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपी को निराधार बताया और पुलिस को सरपंच पति के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी है। शाहाबाद बीडीपीओ नरेंद्र कुमार के मुताबिक, शाहाबाद की ग्राम पंचायत के खिलाफ बरगद का पेड़ काटने के संबंध में शिकायत सीएम विंडो पर आई थी। इस शिकायत की जांच के लिए सरपंच को 3 मार्च दोपहर 2 बजे खंड कार्यालय में बुलाया गया था। महिला सरपंच के साथ उनके पति को जांच में बैठने की अनुमति दी थी, लेकिन जांच शुरू होते सरपंच का पति उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगा। रिश्वत का झूठा आरोप लगाया बीडीपीओ ने बताया कि सरपंच का पति उन पर 1 लाख रुपए रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगा रहा है। साथ ही उन पर सरपंचों को जानबूझ कर निलंबित करने का आरोप भी लगाया। आरोप लगाया कि वे उनकी पत्नी को रावा और खरींडवा के सरपंच की तरह निलंबित कराना चाहते हैं। इसके बाद सरपंच पति ने उनको जान से मारने की धमकी दी और अपने साथियों को मौके पर बुलाने के लिए फोन भी किया। कर्मी ने अस्पताल में कराया भर्ती बीडीपीओ के मुताबिक, सरपंच पति के कार्यालय में उनके साथियों को बुलाने की बात सुनकर उनका ब्लड प्रैशर बढ़ गया, जिससे उनकी तबीयत खराब होने पर कर्मी ने उनको CHC शाहाबाद पहुंचाया। बीडीपीओ ने सरपंच पति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने की शिकायत सौंपी है। अब पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। सीएम से मिलने गई सरपंच एसोसिएशन उधर, मामले में कार्रवाई नहीं होने पर सरपंच एसोसिएशन सीएम नायब सैनी से मुलाकात करने के लिए चंडीगढ़ गई है। एसोसिएशन बीडीपीओ पर कार्रवाई नहीं पर आंदोलन की चेतावनी दे चुकी है। हालांकि SP वरुण सिंगला की ओर से शाहाबाद DSP को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज सिरसा में:760 स्टूडेंट्स को देंगे डिग्रियां; ओपी चौटाला के नाम पर बने म्यूजियम का करेंगे उद्घाटन

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज सिरसा में:760 स्टूडेंट्स को देंगे डिग्रियां; ओपी चौटाला के नाम पर बने म्यूजियम का करेंगे उद्घाटन हरियाणा के सिरसा शहर में आज बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचेंगे। वह जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ और ओढां स्थित माता हरकी देवी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगे। उपराष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर सिरसा के एयरफोर्स में उतरेगा। ​​​उपराष्ट्रपति माता हरकी देवी कॉलेज में 360 और जेसीडी विद्यापीठ में 400 स्टूडेंट्स को डिग्रियां प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक अभय चौटाला करेंगे। इसके अलावा उपराष्ट्रपति हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.ओमप्रकाश चौटाला के नाम से जेसीडी विद्यापीठ में बने म्यूजियम का भी उद्घाटन करेंगे। इस म्यूजियम में स्व.चौटाला से जुड़ी यादों को संजोकर रखा जाएगा। जेसीडी में कार्यक्रम निपटाने के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ डबवाली रोड स्थित अभय चौटाला के आवास पर लंच भी करेंगे। सिरसा शहर में पुलिस की रहेगी सख्ती उपराष्ट्रपति के दौरे के चलते जिला प्रशासन से लेकर पुलिस विभाग तक पूरी तरह अलर्ट रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था तक को लेकर पुलिस की सख्ती रहेगी। जेसीडी में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों व अतिथियों को कड़ी सुरक्षा से गुजरना होगा। इन कॉलेजों के स्टूडेंट्स को मिलेगी डिग्री जेसीडी विद्यापीठ के डायरेक्टर डॉ. जयप्रकाश के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हाथों विद्यापीठ के अलग-अलग छह कॉलेजों के 400 स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। इनमें जेसीडी डेंटल कॉलेज, जेसीडी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, जेसीडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, जेसीडी इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, जेसीडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जेसीडी मेमोरियल पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स शामिल रहेंगे।

हरियाणा में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज:2.18 लाख विद्यार्थी देंगे एग्जाम, मंगलवार को 38 नकलची पकड़े गए

हरियाणा में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज:2.18 लाख विद्यार्थी देंगे एग्जाम, मंगलवार को 38 नकलची पकड़े गए हरियाणा में आज बोर्ड परीक्षाएं (10वीं और 12वीं) होंगी। इनमें 2 लाख 18 हजार 423 विद्यार्थी भाग लेंगे। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए की जा रही सख्ती कामयाब होती नहीं दिख रही है। लगातार नकल के मामले सामने आ रहे हैं। मंगलवार को हुए 12वीं के फिजिक्स और इकोनॉमिक्स के पेपर में कुल 38 नकलची पकड़े गए। बुधवार को 10वीं कक्षा के लिए संस्कृत, उर्दू, ड्राइंग, कृषि, कंप्यूटर साइंस, शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा, गृह विज्ञान, संगीत हिंदुस्तानी, पशुपालन और नृत्य विषयों की परीक्षा होगी। 12वीं कक्षा के लिए कृषि और दर्शनशास्त्र विषय की परीक्षा होगी। बुधवार को 2 लाख 18 हजार 423 विद्यार्थी सेकेंडरी (10वीं) और सीनियर सेकेंडरी (12वीं) (शैक्षणिक/मुक्त विद्यालय) और डीएलएड (रि-अपीयर/मर्सी चांस) परीक्षा देंगे। मंगलवार को पकड़े थे 38 नकलची
मंगलवार को आयोजित 12वीं बोर्ड के फिजिक्स और इकोनॉमिक्स के पेपर में पकड़े 38 मामलों में 3 सोनीपत और 3 मामले भिवानी के हैं। इसके साथ ही बोर्ड ने 8 पर्यवेक्षकों को निलंबित करने का आदेश दिया है। दरअसल, कुछ केंद्रों के बाहर पर्चियां बनाने की तस्वीरें सामने आईं थी, इस मामले में भी बोर्ड ने दो टीचरों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसके अलावा गोहाना के एक शिक्षक को तो इसलिए निलंबित किया गया क्योंकि जांच के दौरान परीक्षा केंद्र में उनके पास मोबाइल फोन मिला। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर 4 अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। परीक्षा में कुल 76440 छात्र शामिल हुए थे और ये परीक्षा प्रदेश के कुल 1070 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। 1431 परीक्षा केंद्र बनाए
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश में कुल 1431 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। जिसमें 516787 विद्यार्थी (10वीं व 12वीं कक्षा के रेगुलर व डिस्टेंस छात्र) परीक्षा देंगे। जिनमें से रेगुलर परीक्षा में 475620 परीक्षार्थी प्रविष्ट होंगे। जिसमें सेकेंडरी कक्षा के 277460 तथा सीनियर सेकेंडरी के 198160 परीक्षार्थी शामिल हैं। वहीं मुक्त विद्यालय परीक्षा में प्रदेशभर में करीब 41167 परीक्षार्थी प्रविष्ट होंगे। जिसमें सेकेंडरी (मुक्त विद्यालय) कक्षा के 15935 परीक्षार्थी तथा सीनियर सेकेंडरी (मुक्त विद्यालय) के 25232 परीक्षार्थी शामिल हैं। परीक्षाएं दोपहर साढ़े 12 बजे से साढ़े 3 बजे तक होंगी। रोल नंबर ए-4 साइज पेपर पर रंगीन प्रिंट हो
बोर्ड सचिव अजय चोपड़ा ने कहा कि सेकेंडरी एवं सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) की वार्षिक परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों के प्रवेश-पत्र का रंगीन प्रिंट आउट ए-4 साइज पेपर पर डाउनलोड करना होना चाहिए। मुक्त विद्यालय परीक्षा (फ्रेश, रि-अपीयर, सीटीपी, ओसीटीपी, मर्सी चांस, पूर्ण विषय अंक सुधार व आंशिक अंक सुधार श्रेणी) के लिए परीक्षार्थी अपना पिछला अनुक्रमांक/नाम, पिता का नाम, माता का नाम /रजिस्ट्रेशन नंबर भरते हुए प्रवेश पत्र का रंगीन प्रिंट आउट ए-4 साइज पेपर डाउनलोड करें। नकल रोकने के लिए 219 उड़नदस्तों का गठन
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के लिए 219 उड़नदस्तों का गठन किया गया है। जिसमें बोर्ड अध्यक्ष व बोर्ड सचिव के प्रभावी उड़नदस्तों के अलावा 22 जिला प्रश्न पत्र उड़नदस्ते, 70 उप-मंडल प्रश्न पन्न उड़नदस्ते, 21 रैपिड एक्शन फोर्स, 8 एसटीएफ एवं 2 नियंत्रण कक्ष उड़नदस्ते गठित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त उप-मंडल अधिकारी (ना०) के 70 उड़नदस्ते, जिला शिक्षा अधिकारी के 22 उड़नदस्ते एवं उप-सचिव (संचालन) व सहायक सचिव (संचालन) के उड़नदस्ते भी गठित किए हैं। जो परीक्षा केंद्रों पर पैनी निगाहें बनाए रखेंगे। परीक्षाओं की शुचिता, विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों के आसपास धारा-163 लागू कर दी गई है। परीक्षा केंद्रों के निकट फोटोस्टेट की दुकानें व कोचिंग सेंटर भी बंद रहेंगे। नकल में संलिप्त परीक्षार्थियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यू आर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर भी अंकित किए गए हैं। इससे यदि कोई परीक्षार्थी, पर्यवेक्षक, कर्मचारी व अन्य कोई व्यक्ति प्रश्न पत्र की फोटो लेता है तो तुरंत पता लग जाएगा कि प्रश्न पत्र किस परीक्षार्थी का है एवं कहां से आउट हुआ है। जिससे परीक्षाओं के दौरान होने वाली किसी भी प्रकार की अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सकेगी। उन्होंने आगे बताया कि यदि किसी परीक्षा केन्द्र से पेपर आउट होने का मामला पाया जाता है, तो उस केन्द्र के अधीक्षक, पर्यवेक्षक व नकल में संलिप्त परीक्षार्थी के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। तनावमुक्त परीक्षा दें विद्यार्थी
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की सुचिता सुनिश्चित करने के लिए इस बार विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। अधिकतर परीक्षा केन्द्र सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेंगे। यह कदम पेपर लीक की संभावना को समाप्त करने और परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया गया है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे तनावमुक्त होकर परीक्षा की तैयारी करें। नियमित रूप से सिलेबस का रिवीजन करें, पुराने प्रश्न पत्र हल करें और स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। पढ़ाई के साथ छोटे विराम भी आवश्यक हैं, जो परीक्षा का तनाव कम करने में सहायक होते है।

कुरुक्षेत्र में करंट लगने से राजमिस्त्री की मौत:नर्सिंग कॉलेज में हाई टेंशन लाइन की चपेट में आया; 3 साल पहले हुई थी शादी

कुरुक्षेत्र में करंट लगने से राजमिस्त्री की मौत:नर्सिंग कॉलेज में हाई टेंशन लाइन की चपेट में आया; 3 साल पहले हुई थी शादी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बन रहे नर्सिंग कॉलेज में हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत हो गई। काम करते हुए राजमिस्त्री तार की चपेट आ गया था। घटना मंगलवार देर शाम की है। पुलिस ने देर शाम शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। जिसके बाद परिजनों को शव सौंप दिया है। मजदूर गुलाब के मुताबिक, उन्होंने ठेकेदार को चेतावनी दी थी कि उनको हाई टेंशन तार के पास काम करने से कोई घटना हो सकती है। फिर भी ठेकेदार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और उसे बिजली विभाग से लाइन बंद करने के लिए परमिट नहीं लिया था। इस कारण यह हादसा हो गया। दीवार को पलस्तर करते समय हुआ हादसा मृतक की पत्नी आरती के मुताबिक, उसका पति अरविंद पलवल गांव में बन रहे नर्सिंग कॉलेज की दीवार पर पलस्तर कर रहा था। पलस्तर करते समय दीवार के पास से गुजर रही बिजली की लाइन से अरविंद की एल्युमुनियम की फट्टी तार के साथ टच हो गई। जिसके कारण करंट लगने से उसके पति की मौत हो गई। यूपी का रहने वाला था 23 साल अरविंद उत्तर प्रदेश का रहने वाला था, मगर अभी वो अपनी परिवार के साथ खेड़ी रामनगर में रहता था। अरविंद मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा चला रहा था। करीब 3 साल पहले अरविंद की शादी हुई थी। शादी से उसके पास डेढ़ साल का बेटा दीपेश है। घटना के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव सुभाष मंडी चौकी के इंचार्ज मलकीत सिंह के मुताबिक, पुलिस ने अरविंद की पत्नी आरती के बयान पर BNS 194 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव उसके परिजनों के हवाले कर दिया है।