मैंने राधे-राधे कहा, उनको बुरा लग गया:मथुरा में मंच से उतारे गए भाजपा विधायक बोले- मैं तो खुद रिजर्व सीट से विधायक हूं

मैंने राधे-राधे कहा, उनको बुरा लग गया:मथुरा में मंच से उतारे गए भाजपा विधायक बोले- मैं तो खुद रिजर्व सीट से विधायक हूं चार-पांच लोगों के खड़े होने, हंगामा करने और नारेबाजी से सिस्टम पर कोई असर नहीं पड़ता। आगरा में दलितों का विरोध नहीं था, मैं तो खुद ही रिजर्व सीट से 6 बार विधायक हूं। ये कहना है मथुरा की रिजर्व विधानसभा सीट बलदेव के BJP विधायक पूर्ण प्रकाश का। वह अचानक यूपी की सियासत में सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, 15 अप्रैल को आगरा में भीम नगरी उत्सव मनाया जा रहा था। मंच पर पूर्ण प्रकाश संबोधन दे रहे थे। अचानक उन्होंने जय श्रीकृष्ण और राधे-राधे के जयघोष लगाए। इसके बाद लोगों ने विरोध कर दिया, तो विधायक को मंच से नीचे उतरना पड़ा। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भीम नगरी उत्सव में पहुंचे थे। इस मामले के बाद सवाल उठता है कि दलित सियासत में BJP कितनी मजबूत है? यह समझने के लिए दैनिक भास्कर डिजिटल ऐप टीम ने BJP विधायक पूरण प्रकाश से बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : जयकारे लगाने पर लोग भड़के, क्या ये राजनीति साजिश?
जवाब : सब जगह के अपने-अपने समीकरण होते हैं। विपक्ष के लोग हर जगह पहुंच ही जाते हैं। वह ऐसे ही क्रिया कलाप करते हैं। सवाल : BJP दलितों के लिए काम कर रही, फिर ये गुस्सा क्यों?
जवाब : नहीं…गुस्सा कहां है? ऐसा बिल्कुल नहीं है। पहले भी राज्यसभा में मामले हुए हैं। लोगों की अपनी शैली होती है। 2-4 लोगों से पूरे समाज का अंदाजा लगाना गलत है। हर कार्यक्रम में कुछ लोग होते हैं, जिनका काम विरोध करना होता है। सवाल : अखिलेश दलितों को आगे बढ़ा रहे, क्या चुनावी माइलेज लेना चाहते हैं?
जवाब : यूपी की पॉलिटिक्स में सभी पार्टियां प्रयास कर रही हैं। मैं 6 बार से विधायक हूं। जिस पार्टी से हूं, मेरा धर्म है कि रीति-नीति को लोगों तक पहुंचा दूं। अखिलेश अपने दल के नेता है, वो अपना काम कर रहे हैं। सवाल : भीम नगरी उत्सव में बुलाया गया था या खुद गए थे?
जवाब : इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि थे। हमको भी सूचना मिली थी, इसलिए हम भी गए थे। सबके अपने-अपने अनुयायी होते हैं। मैंने भी मंच से अपना संबोधन दिया। मथुरा से मेरा संबंध है, इसलिए चलते-चलते मैंने राधे-राधे कहा। बस इतनी सी बात है। सवाल : योगी ने बाबा साहब का भव्य स्मारक बनाने की बात कही, जमीन देख ली?
जवाब : योगीजी प्रदेश के मुखिया हैं, वह जो भी कहते हैं वह करके दिखाते हैं। चाहे राम मंदिर हो या महाकुंभ का आयोजन, जहां 66.23 करोड़ लोगों ने स्नान किया। यह सब आस्था से जुड़े मामले हैं, योगीजी अपना कहा, हमेशा पूरा करते आए हैं। उन्होंने लखनऊ और आगरा में भव्य स्मारक बनाने की बात कही है। सवाल : भीम महोत्सव में कुर्सियां खाली रहीं, योगी को एयरपोर्ट पर वेट करना पड़ा?
जवाब : ऐसा नहीं है, जिस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए सभी कुर्सियां भरी थीं। सवाल : दलितों को BJP से जोड़ने का कोई तय प्लान?
जवाब : मैं भी एक रिजर्व सीट का प्रतिनिधित्व करता हूं। लोगों को अपने साथ जोड़ते हैं, खुद उनके साथ जुड़ते हैं। हमारे तो देश की राष्ट्रपति भी दलित जाति से आती हैं। BJP की सोच किसी से छिपी नहीं है। सवाल : क्या दलितों के बीच रहकर PDA फॉर्मूला को तोड़ना चाहते हैं?
जवाब : हम जो काम करते हैं, उनको बताना भी हमारा अधिकार है। उपलब्धियों का कार्यक्रम रखा, उनको बता रहे हैं। आगे क्या करेंगे, यह भी बता रहे हैं। काम ही तो बोलता है, मैं काम करूंगा तो जनता मुझे स्वीकार करेगी। सवाल : आप 6 बार के विधायक हैं, मगर मंत्री पद नहीं मिला?
जवाब : यह प्रश्न जब बड़े साहब आएं, तब उनसे करें तो बेहतर रहेगा। अब ये जानिए कि आगरा के भीम उत्सव में क्या हुआ था… सीएम योगी ने मंगलवार को आगरा में भीमनगरी उत्सव का आगाज किया। लेकिन, योगी के आने से पहले हंगामा हो गया। भाजपा के विधायक पूर्ण प्रकाश मेहरा ने मंच से जय श्री कृष्ण और राधे-राधे के जयकारे लगाए। यह सुनकर कार्यक्रम में लोग भड़क गए। कुर्सियों पर खड़े हो गए। विधायक को मंच से उतारने की मांग करते हुए जय बाबा भीम के नारे लगाने लगे। कहा- इन्हें मंच से उतरो, ये बाबा साहब का कार्यक्रम है। कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होने देंगे। यहां पर राधे-राधे नहीं चलेगा। विरोध करने वालों में महिलाएं भी थीं। उनका कहना था कि यहां पर सिर्फ जय भीम के नारे लगेंगे। बाबा साहब की जय जयकार होगी। आयोजन समिति और पुलिस अफसरों ने लोगों को शांत कराया। इसके 5 मिनट बाद CM योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे। ……………… यह भी पढ़ें : आगरा में भाजपा विधायक के राधे-राधे कहने पर भड़के लोग:कहा- बाबा साहब के कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होगा; योगी के आने से पहले हंगामा सीएम योगी ने मंगलवार को आगरा में भीमनगरी उत्सव का आगाज किया। लेकिन, योगी के आने से पहले हंगामा हो गया। भाजपा के विधायक पूर्ण प्रकाश मेहरा ने मंच से जय श्री कृष्ण और राधे-राधे के जयकारे लगाए। यह सुनकर कार्यक्रम में लोग भड़क गए। कुर्सियों पर खड़े हो गए। विधायक को मंच से उतारने की मांग करते हुए जय बाबा भीम के नारे लगाने लगे। कहा, इन्हें मंच से उतरो, ये बाबा साहब का कार्यक्रम है। कार्यक्रम का भगवाकरण नहीं होने देंगे। यहां पर राधे-राधे नहीं चलेगा। पढ़िए पूरी खबर…

यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर कई पेड़ उखड़े, 4 घंटे जाम; VIDEO में देखिए कल कहां कितनी मौत

यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर कई पेड़ उखड़े, 4 घंटे जाम; VIDEO में देखिए कल कहां कितनी मौत यूपी में गुरुवार शाम 12 जिलों में जोरदार बारिश हुई। आंधी में पेड़ उखड़ गए। सड़क पर खड़ी ट्रॉली पलट गई। अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर बस बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराई और पलट गई। हाईवे पर 4 घंटे करीब 20 किमी लंबा जाम लगा रहा। गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरी। अयोध्या और बाराबंकी में 5 की मौत हो गई। बस्ती और अमेठी में 1-1 की जान गई। VIDEO में देखिए कहां-कहां बारिश हुई…

योगी बोले- अब मरीजों के घरवाले सड़क पर नहीं भटकेंगे:डॉक्टरों को नसीहत दी, गोरखपुर में सबसे बड़े रैन बसेरा का भूमि पूजन किया

योगी बोले- अब मरीजों के घरवाले सड़क पर नहीं भटकेंगे:डॉक्टरों को नसीहत दी, गोरखपुर में सबसे बड़े रैन बसेरा का भूमि पूजन किया सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में एक कहानी सुनाई। कहा- ‘आज से एक-डेढ़ साल पुरानी घटना है। मैं पीजीआई के दौरे पर था। रात को लोग सड़कों पर लेटे थे। मैंने डायरेक्टर से पूछा, ये कौन लोग हैं? ऐसे क्यों लेटे हैं? उन्होंने जवाब दिया कि ये मरीजों के परिजन हैं। इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मैंने कहा, उनके लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। जहां वे सुरक्षित हो सकें और अपने सामान रख सकें। अगले दिन मैंने 8 बजे सीएम आवास पर बैठक बुलाई। मैंने हर जगह अटेंडेंट के रहने की व्यवस्था करने लिए अवनीश अवस्थी को जिम्मेदारी दी। पेट्रोलियम मिनिस्टर हरदीप पुरी ने लखनऊ के पीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल के लिए तीन रैन बसेरे दिए। उसके बाद गोरखपुर में भी हुआ। इसकी पैरवी लगातार अवनीश अवस्थी करते रहे।’ सीएम ने ये बातें गोरखपुर AIIMS में कही। उन्होंने पूर्वी यूपी के सबसे बड़े रैन बसेरे का शिलान्यास और भूमि पूजन किया। यह रैन बसेरा 44 करोड़ रुपए से बनाया जाएगा। इसमें पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन आफ इंडिया मदद कर रहा है। इसकी क्षमता 500 बेड की होगी। योगी बोले- सड़क पर रहना मतलब अमानवीय स्थिति
सीएम ने कहा, याद करिए कि कम से कम 1200 लोग ऐसे होंगे इस परिसर में, जिनको बाहर जहां-तहां सिर छिपाने के लिए पटरी पर, सड़कों के किनारे या किसी अन्य जगह जाकर रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। कितना अमानवीय होता है, जब भीषण गर्मी के दौरान कोई व्यक्ति धूप में गर्मी में झेलने के लिए मजबूर है। सर्दी मे बाहर ठिठुरने के लिए मजबूर कर दें। जब कड़कती बिजली के बीच बारिश में उसे भीगने को मजबूर कर दिया जाए। यह अमानवीय स्थिति है। उन स्थितियों से बचने के लिए जरूरी है कि हम मानवीय स्वरूप बनाएं। चिकित्सा संस्थानों की कमी के रूप में इसे देखते रहते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कोई व्यक्ति बीमार होता है तो पेशेंट के साथ 10-10 लोग आ जाते हैं। यह कॉन्सेप्ट सबसे अच्छा है कि परिजन के रहने की व्यवस्था करें, सस्ती कैंटीन की व्यवस्था करें। पेशेंट को रेफर करने से बचना होगा
सीएम योगी ने डॉक्टरों को नसीहत भी दी। कहा- मेडिकल कॉलेजों में रिस्क नहीं लिया जाता। हर पेशेंट को रेफर करते हैं। यह बंद होना चाहिए। एम्स में ऐसे पेशेंट, जिनको क्रिटिकल केयर की जरूरत होती है। उनके साथ रिस्क लेना होगा। उन्होंने कहा- लखनऊ पहुंचने में उसे 4 घंटे लगेंगे। इतने देर में क्या होगा, यह वही जानेगा। हर पेशेंट आपके लिए नया अनुभव व नॉलेज है। आपके उस डाटा बैंक को भी बढ़ाने में भी मददगार होगा, जो अलग-अलग परिस्थिति से आ रहा है। योगी की 5 बड़ी बातें… …………………………… ये खबर भी पढ़ें- पति को जिस सांप से डसवाया, उसके दांत नहीं थे:शरीर नीला नहीं पड़ने से शक, मेरठ में पोस्टमॉर्टम से पत्नी-बॉयफ्रेंड गिरफ्तार यूपी के मेरठ में पति की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसे छिपाने के लिए पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड ने पति की बॉडी को सांप से कटवाया। दोनों इसमें करीब-करीब सफल भी हो गए थे, लेकिन उनकी साजिश पर पानी फिर गया। सांप पकड़ने के लिए सपेरे बुलाए गए। उन्होंने मौके से वाइपर सांप पकड़ा, लेकिन उसे देखकर बता दिया कि इसके दांत के नीचे जहर की थैली (Poison Gland) नहीं है। उसे निकाल लिया गया है। यानी उस सांप के काटने से इंसान मर ही नहीं सकता। पढ़ें पूरी खबर

हर्षा रिछारिया फूट-फूटकर रोईं:अलीगढ़ में पदयात्रा रोकी;संभल नहीं जा सकेंगी, बोलीं-ये आंसू हरिगढ़ पहुंचने की खुशी के हैं

हर्षा रिछारिया फूट-फूटकर रोईं:अलीगढ़ में पदयात्रा रोकी;संभल नहीं जा सकेंगी, बोलीं-ये आंसू हरिगढ़ पहुंचने की खुशी के हैं हर्षा रिछारिया संभल नहीं जा सकेंगी। प्रशासन ने बुलंदशहर से आगे जाने की अनुमति नहीं दी है। अब वह नरौरा से गंगा स्नान करने के बाद लौट जाएंगी। गुरुवार को अलीगढ़ में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आगमन के चलते हर्षा की पदयात्रा को रोक दिया गया था, लेकिन बाद में सशर्त उन्हें आगे जाने दिया गया। 17 अप्रैल को हर्षा रिछारिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर रोते हुए एक वीडियो अपलोड किया। उन्होंने लिखा- धर्म के रास्ते पर चलना इतना आसान नहीं होता। परीक्षा, त्याग, समर्पण के बिना कुछ प्राप्त नहीं होता। उन्होंने लिखा- ये आंसू किसी तकलीफ के नहीं हैं बल्कि तीसरे दिन की पदयात्रा पूरी करने की और हरिगढ़ (अलीगढ़) पहुंचने की खुशी के हैं। 2 तस्वीरें देखिए… नरौरा से लौटेंगी हर्षा की पदयात्रा हर्षा रिछारिया की पैदल यात्रा गुरुवार को अलीगढ़ शहर में पहुंचीं। यहां पर वह महाभारत कालीन अचलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करने के लिए गईं। इस दौरान कुछ हिंदू संगठनों ने उन्हें रोक दिया था। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। हर्षा रिछारिया की सनातनी युवा जोड़ो यात्रा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से होकर गुजरनी थी। ऐसे में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। इसी कारण उन्हें अनुमति नहीं दी गई। फिर बाद में सिर्फ नरौरा तक जाने की अनुमति दी गई। अब वह नरौरा घाट से गंगा स्नान करके वापस अलीगढ़ आएंगी और संभल नहीं जाएंगी। नरौरा में ही यात्रा करेंगी खत्म
प्रशासन की सशर्त अनुमति के अनुसार, नरौरा घाट से स्नान करने के बाद हर्षा रिछारिया अलीगढ़ लौटेंगी। संभल नहीं जाएंगी। अलीगढ़ होते हुए वह वापस मथुरा वृंदावन लौट जाएंगी। अलीगढ़ प्रशासन की ओर से संभल प्रशासन को भी इस बारे में सूचना भेजी जा चुकी है। माहौल को देखते हुए हर्षा को संभल न जाने को कहा गया- सीओ
ADM सिटी अमित कुमार भट्‌ट ने बताया- कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने उन्हें रोका था। फिर उन्हें बुलंदशहर बॉर्डर तक सुरक्षा के साथ छोड़ दिया गया था। उनका गंगा स्नान का कार्यक्रम था। पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है। अलीगढ़ के सीओ सिटी थर्ड अभय कुमार पांडेय ने बताया- संभल के माहौल को देखते हुए साध्वी से संभल न जाने को कहा गया था। वह नरौरा तक ही जाएंगी और गंगा स्नान करके लौटेंगी। हिंदू संगठनों ने मंदिर पर यात्री नहीं रुकने दी
वृंदावन में श्री राम मंदिर आश्रम के महंत रघुनाथ दास जी ने बताया- गुरुवार शाम को यात्रा अलीगढ़ के अचलेश्वर मंदिर पहुंची थी। जहां कुछ हिंदुओं संगठनों के लोगों ने रुकने से मना किया। जबकि उस मंदिर पर पहले से यात्रा का रुकना तय था। विरोध करने वालों का कहना था कि यात्रा से शोर होगा। इससे कहीं हंगामा न हो जाए। इसके बाद जिलाधिकारी से बातचीत के बाद मामला शांत हुआ। अब अतरौली से निकलकर नरौरा की तरफ पदयात्रा जा रही है। हर्षा रिछारिया की पदयात्रा का रूटमैप हर्षा दो संदेश लेकर निकलीं
हर्षा रिछारिया की यात्रा में आगे-आगे चलने के लिए जो रथ बनाया गया है उस पर दो संदेश लिखे गए हैं। पहला संदेश- आदरणीय बंधुओं, बाबा साहेब अंबेडकर जयंती को वृंदावन से हिंदू जोड़ो पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। इसका उद्देश्य सनातन धर्म से विमुक्त हो चुके युवक-युवतियों को वापस अपने धर्म में लाने के लिए। दूसरा संदेश- चलो जोड़ें इतिहास के पन्ने में अपना नाम कि हमन जवानों ने भी कदम बढ़ाया था, अपने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में, हमने भी अपना फर्ज निभाया था। हर्षा रिछारिया बोलीं- ये तपस्या कहीं तो लेकर जाएगी हर्षा रिछारिया वृंदावन से संभल तक पदयात्रा कर रही हैं। पहले दिन सोमवार सुबह बांके बिहारी का जयकारा लगाते हुए वृंदावन से निकलीं। समर्थकों ने उनपर फूल बरसाए। हर्षा की चप्पल गुम हो गई तो कड़ाके की धूप में नंगे पैर ही चल पड़ीं। हर्षा दैनिक भास्कर से बोलीं- ये तपस्या मुझे कहीं तो लेकर जाएगी। पहले दिन की पूरी अपडेट क्लिक कर देखिए पेशवाई के रथ पर बैठीं, ट्रोलर्स के निशाने पर आई थीं हर्षा 4 जनवरी को महाकुंभ के लिए निरंजनी अखाड़े की पेशवाई निकली थी। उस वक्त 30 साल की मॉडल हर्षा रिछारिया संतों के साथ रथ पर बैठी नजर आई थीं। पेशवाई के दौरान हर्षा रिछारिया से पत्रकारों ने साध्वी बनने पर सवाल किया था। इस पर हर्षा ने बताया था कि मैंने सुकून की तलाश में यह जीवन चुना है। मैंने वह सब छोड़ दिया, जो मुझे आकर्षित करता था। इसके बाद हर्षा सुर्खियों में आ गईं। वह ट्रोलर्स के भी निशाने पर हैं। मीडिया चैनल ने उन्हें ‘सुंदर साध्वी’ का नाम भी दे दिया। इसके बाद हर्षा फिर से मीडिया के सामने आईं। कहा- मैं साध्वी नहीं हूं। मैं केवल दीक्षा ग्रहण कर रही हूं। इसी बीच आनंद स्वरूप महाराज ने वीडियो जारी किया। कहा- पेशवाई के दौरान मॉडल को रथ पर बैठाना उचित नहीं है।

पति की चाय में चूहे मारने की दवा मिलाई:बरेली में बॉयफ्रेंड के साथ फंदे पर लटकाया; शक न हो…इसलिए खूब रोई

पति की चाय में चूहे मारने की दवा मिलाई:बरेली में बॉयफ्रेंड के साथ फंदे पर लटकाया; शक न हो…इसलिए खूब रोई बरेली में मेरठ के ‘सौरभ हत्याकांड’ जैसी वारदात हुई है। यहां पत्नी ने पति को चाय में चूहे मारने की दवा मिलाकर पिला दी। जब वह बेहोश हो गया तो फोन करके प्रेमी को बुलाया। दोनों ने मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मर्डर को सुसाइड का रूप देने के लिए शव को फंदे से लटका दिया। वारदात के बाद प्रेमी को वहां से भगा दिया। किसी को शक न हो, इसलिए वह जोर-जोर से रोने लगी। आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ा गया, तो शव फंदे से लटका मिला। शव बाहर निकालते ही पत्नी शव से लिपट गई और चीखने लगी। यह देखकर पुलिस को भी पहले मामला सुसाइड का लगा। जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। इसमें पता चला कि युवक की मौत गला दबाने और नशीला पदार्थ पीने से हुई है। भाई की शिकायत और शक के आधार पर पुलिस ने पत्नी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बॉयफ्रेंड का नाम बताया। फिर दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई, तो जुर्म कबूल कर लिया। मामला ठाकुरद्वारा मोहल्ले का है। जानिए पूरा मामला- अलीगंज थाना क्षेत्र के खेलम देहाजागीर गांव के रहने वाले केहर पाल सिंह (35) अपनी पत्नी रेखा और 4 बच्चों के साथ मोहल्ला ठाकुरद्वारा में किराए पर रहता था। वह नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में 10 साल से संविदा पर सफाईकर्मी था। पड़ोसियों के मुताबिक, 13 अप्रैल को शाम करीब 5 बजे केहर की पत्नी की चीखने की आवाज आई। हम लोग दौड़कर पहुंचे। जब उससे रोने की वजह पूछी तो उसने कहा- पति ने फांसी लगा ली है। हमने खिड़की से देखा तो शव फंदे पर लटका हुआ था। हम लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। करीब 10-15 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा। जैसे ही पुलिस ने शव को कमरे से बाहर निकाला, रेखा उससे लिपटकर रोने लगी। यह देखकर हमें भी लगा कि केहर ने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, केहर के भाई अशोक कुमार ने हत्या की आशंका जताई और बहू के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस की शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा था।दो दिन पहले आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रिपोर्ट में युवक की मौत का कारण गला दबाना और नशीला पदार्थ पाया गया। इसके बाद पुलिस ने पत्नी रेखा को हिरासत में लिया। पूछताछ में रेखा ने अपने प्रेमी का नाम बताया। फिर दोनों को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने हत्या की बात कबूल ली। 16 साल पहले हुई थी शादी
केहर सिंह के बड़े भाई अशोक कुमार ने बताया- छोटे भाई की शादी 16 साल पहले हुई थी। उसके चार बच्चे हैं- राहुल सिंह (13), वंश (10), रितिक (7) और बेटी परी (5)। रेखा मेडिकल कॉलेज में खाना बनाने का काम करती थी। वहीं उसकी मुलाकात बिजनौर निवासी पिंटू से हुई। दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसकी जानकारी केहर को हो गई थी। उसने रेखा से नौकरी छोड़ने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसी बात को लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते थे। SP बोले- पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड से की जा रही पूछताछ
एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि संविदा कर्मचारी का शव रविवार को घर में फंदे से लटका मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। अब तक की जांच में रेखा और पिंटू के प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है। केहर को इसकी जानकारी थी। वह इसका विरोध करता था। इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल, रेखा और उसके प्रेमी पिंटू को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही कि हत्या करने के बाद अंदर से कैसे रूम बंद किया। ………………………… ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने हत्या की, फिर 10 बार सांप से डसवाया:बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर मर्डर किया, दोनों गिरफ्तार; मेरठ में फिर मुस्कान जैसी वारदात मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात फिर हुई है। यहां पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर सोते वक्त पति का गला घोंटा, फिर शव के नीचे सांप को दबा दिया। दबे होने पर सांप ने युवक को 10 बार डसा। वारदात के बाद बॉयफ्रेंड को वहां से भगा दिया और खुद दूसरे कमरे में सोने चली गई। पूरी खबर पढ़िए

यूपी सरकार 2 लाख युवाओं को फायर सेफ्टी अफसर बनाएगी:अस्पताल-मॉल और स्कूलों में होगी तैनाती; योग्यता 10वीं पास

यूपी सरकार 2 लाख युवाओं को फायर सेफ्टी अफसर बनाएगी:अस्पताल-मॉल और स्कूलों में होगी तैनाती; योग्यता 10वीं पास यूपी में योगी सरकार दो लाख से अधिक युवाओं को फायर सेफ्टी अफसर बनाएगी। फायर विभाग से ट्रेनिंग के बाद उन्हें प्राइवेट संस्थानों में अग्नि सुरक्षा अधिकारी और अग्नि सुरक्षा कर्मी के पद पर तैनाती देगी। सीएम योगी के निर्देश पर विभाग ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। इन युवाओं को ट्रेनिंग के बाद प्रदेश के मॉल, हॉस्पिटल, स्कूल और बड़े व्यवसायिक भवनों में नौकरी दी जाएगी। सरकार की यह पहल एक ओर जहां प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ेगी, वहीं दूसरी ओर प्रदेश को अधिक सुरक्षित, सजग और समय रहते आपदा से निपटने में सक्षम बनाएगी। इसी के साथ उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बना जाएगा, जहां युवाओं को अग्निशमन का प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। एक हफ्ते से 4 हफ्ते की मिलेगी ट्रेनिंग
अग्निशमन विभाग की एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया, मुख्यमंत्री योगी की मंशा के अनुरूप प्रदेश के निजी भवनों में सिक्याेरिटी गार्ड की तरह अनिवार्य रूप से अग्नि सुरक्षा अधिकारी और अग्नि सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए योग्यता के मानक भी तय कर लिए गए हैं। विभाग द्वारा युवाओं को एक हफ्ते से लेकर चार हफ्ते की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद उन्हें विभाग द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। फिर प्रदेश के निजी भवनों जैसे- मॉल/मल्टीप्लेक्स, 100 या उससे अधिक बेड की क्षमता वाले हॉस्पिटल, 24 मीटर से अधिक ऊंचाई के गैर आवासीय भवन, 45 मीटर से अधिक ऊंचाई के आवासीय भवन, 10 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले औद्योगिक भवनों में नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया, उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने केंद्र सरकार के “मॉडल फायर सर्विस बिल–2019” को स्वीकार करते हुए “उत्तर प्रदेश अग्निशमन तथा आपात सेवा अधिनियम–2022” लागू किया है। इस अधिनियम के तहत निजी भवनों में प्रशिक्षित अग्नि सुरक्षा अधिकारियों के साथ अग्नि सुरक्षा कर्मियों की तैनाती अनिवार्य है। इन भवनों में अग्नि सुरक्षा अधिकारियों और अग्नि सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। 196 से बढ़ाकर 600 ट्रेनिंग सेंटर होंगे
एडीजी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लागू “उत्तर प्रदेश अग्निशमन तथा आपात सेवा अधिनियम–2022” और “अग्निशमन नियमावली–2024” देश के अन्य राज्यों के लिए आदर्श बन चुकी है। अन्य राज्य इस मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं और अपने यहां इसी तरह की व्यवस्था लागू करने की दिशा में प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को उच्च तकनीकी ज्ञान के साथ–साथ मॉडर्न उपकरणों का गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने के लिए उन्नाव स्थित ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता 196 से बढ़ाकर 600 किए जाने का कार्य प्रगति पर है। रीजनल ट्रेनिग सेंटरों की स्थापना का भी लक्ष्य है, जिससे आम नागरिकों और विभिन्न कंपनियों/ संस्थाओं के कर्मियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त हो सके। ये हैं मानक
विभिन्न श्रेणियों के भवनों के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता और अनुभव प्राप्त महिला-पुरुष, जिसकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष हो, अपने जनपद के किसी भी फायर स्टेशन पर एक सप्ताह के अनुकूलन/प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद फायर सेफ्टी ऑफिसर हो सकेगा। इसी प्रकार अग्नि सुरक्षा कर्मी के लिए कक्षा–10 उत्तीर्ण कोई भी महिला या पुरुष, किसी फायर स्टेशन से 4 सप्ताह का प्रशिक्षण प्राप्त करके या अग्नि सचेतक/फायर वॉलंटियर के रूप में लगातार 2 वर्ष तक पंजीकृत रहकर योगदान देने के बाद अग्नि सुरक्षा कर्मी बन सकेगा।

लखनऊ के लोहिया संस्थान से निकाले गए 250 गार्ड:नई कंपनी को मिला है ठेका, 8 साल से तैनात थे

लखनऊ के लोहिया संस्थान से निकाले गए 250 गार्ड:नई कंपनी को मिला है ठेका, 8 साल से तैनात थे लखनऊ के डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 8 साल से काम कर रहे 250 से अधिक गार्डों को अचानक नौकरी से हटा दिया गया है। इनकी जगह नए गार्ड तैनात किए गए हैं। अचानक हुए इस बदलाव से नए गार्डों के परिवार पर जीविका का संकट आ गया है। संस्थान प्रशासन इस मामले में खुलकर बोलने से बच रहा है। कई महीने का वेतन भी बकाया गार्डों का आरोप है कि उन्हें बिना किसी नोटिस या सूचना के अचानक नौकरी से हटा दिया गया है। डेढ़ माह का वेतन भी बकाया है। उन लोगों ने अफसरों से बात की, तो उन्होंने वार्ड बॉय के रूप में समायोजित करने का गोलमोल आश्वासन दिया। 14 अप्रैल से नौकरी पर आने से रोका लोहिया संस्थान में कार्यरत गार्डों को 14 अप्रैल से नौकरी से हटा दिया गया है। सुदर्शन फैसिलिटी संस्था की ओर से यह गार्ड संस्थान में विभिन्न जगहों पर तैनात होकर काम कर रहे थे। उससे पहले ये गार्ड प्रिंसिपल सिक्योरिटीज संस्था की ओर से कार्यरत थे। नई कंपनी को मिला ठेका 8 साल से लगातार 2 कंपनियां (पहले प्रिंसिपल, फिर सुदर्शन फैसिलिटी) के जरिए काम करने वाले इन गार्डों को अचानक निकाल दिया गया है। अब नई फर्म किंग सिक्योरिटी को लोहिया संस्थान के अफसरों ने गार्डों की नियुक्ति का ठेका दे दिया है। नई फर्म किंग सिक्योरिटी ने अपने गार्डों की तैनाती शुरू कर दी है। आउटसोर्स कंपनी देगी ज्यादा जानकारी इस मामले में लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. भुवन चंद तिवारी ने बताया कि गार्डों से संबंधित आउटसोर्स कंपनी को बदला गया है। नई कंपनी को अब टेंडर मिला है। संस्थान में अब गार्ड के रूप में सिर्फ सेना के रिटायर्ड कर्मियों की ही तैनाती दी जाएगी। डिटेल संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक बता सकते हैं। नौकरी से हटाए जाने की बात पर संबंधित कंपनी ही कुछ बता सकती है।

मैनपुरी में दूल्हे ने जयमाल पर दुल्हन को गालियां दीं:लड़की ने भरी पंचायत में शादी से इनकार किया; बोली- नशे में धुत था

मैनपुरी में दूल्हे ने जयमाल पर दुल्हन को गालियां दीं:लड़की ने भरी पंचायत में शादी से इनकार किया; बोली- नशे में धुत था मैनपुरी में जयमाल के दौरान स्टेज पर दूल्हे ने दुल्हन को गालियां दे दीं। दूल्हे की इस हरकत से नाराज होकर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। बड़े-बुजुर्गों ने दोनों पक्षों को समझाया। काफी देर तक बातचीत का दौर चला, लेकिन दुल्हन मानने को तैयार नहीं थी। मामला किशनी थाने तक पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की गई। दुल्हन ने कहा, दूल्हा नशे में है। वह अपनी शादी में शराब पीकर आया है, आगे क्या ही करेगा? लड़की के घरवाले भी शादी करने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद दूल्हा बिना ब्याह के लौट गया। 2 फोटो देखिए… इटावा से मैनपुरी आई थी बारात
मामला कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव बसंतपुर का है। इटावा के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से बारात बसंतपुर आई थी। आमोद अपनी बारात लेकर बसंतपुर मास्टर के यहां पहुंचा। बारात के स्वागत में घरातियों ने पूरी आवभगत की। बारातियों ने नाच-गाने के साथ धूमधाम से एंट्री ली। नशे की हालत में स्टेज पर पहुंचा दूल्हा
दरवाजे पर द्वाराचार का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद दूल्हा जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंचा। जैसे ही वरमाला का कार्यक्रम शुरू हुआ, वैसे ही वहां हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। दुल्हन बनी डॉली ने आरोप लगाया कि दूल्हा नशे में था। उसने स्टेज पर ही उसे गालियां दीं। दूल्हे की इस हरकत को देखकर दुल्हन भड़क गई। शादी करने से साफ इनकार कर दिया। घरातियों का कहना था कि दूल्हे को देखकर ही लग रहा था कि वह नशे में है। उसकी चाल भी ठीक नहीं थी। रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चली
दुल्हन के शादी से इनकार करते ही बारातियों में हड़कंप मच गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। काफी देर तक रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच पंचायत चलती रही, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंत में मामला किशनी थाने पहुंचा। थाने में भी दोनों पक्षों के बीच घंटों बातचीत और पंचायत होती रही, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अड़ी रही। दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया
दुल्हन पक्ष का आरोप था कि उन्होंने दूल्हे पक्ष की सभी मांगें मानीं, लेकिन दूल्हा पक्ष घटिया आभूषण और कपड़े लेकर आया। ऊपर से शराब पीकर मंच पर तमाशा किया। आखिरकार दूल्हा बिना दुल्हन के ही बारात लेकर बैरंग लौट गया। दोनों पक्षों में अभी तक किसी ने कोई शिकायत नहीं की है। सोने-चांदी के आभूषण को नकली बताया
दुल्हन की मां गुड्डी देवी ने बताया, एक तो दूल्हा शराब के नशे में धुत होकर आया, और ऊपर से जो सोने-चांदी के आभूषण हमने दूल्हे को दिए थे, उन्हें उसका परिवार नकली बता रहा था। जबकि दूल्हे पक्ष की ओर से जो आभूषण और कपड़े लाए गए थे, वे सभी घटिया थे। अब हमने और हमारी बेटी ने मिलकर फैसला किया है कि उस घर में शादी नहीं करेंगे। बारात इटावा जनपद के सैफई थाना क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर से आई थी। दूल्हे का नाम आमोद है। अब हम अपनी बेटी की शादी उस लड़के से नहीं करेंगे, बल्कि किसी और जगह करेंगे। ———————– ये खबर भी पढ़ें… वक्फ बिल तो बहाना, मकसद काफिरों को मिटाना है:राजा भैया ने बंगाल हिंसा पर कहा- आखिर हिंदू कब तक और कहां तक भागेगा प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, वक्फ बिल तो बहाना है, मकसद काफिरों को मिटाना है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबी पोस्ट लिखी है। जिसमें उन्होंने रहीमदास के दोहे का जिक्र करते हुए मुर्शिदाबाद हिंसा की न केवल निंदा की, बल्कि वक्फ कानून को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए। पढ़ें पूरी खबर…

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:दलित दूल्हे को घोड़ी से खींचा, मायावती बोलीं- जुल्म बढ़ा; पार्षद की बेटी की हेलिकॉप्टर से विदाई

यूपी दिनभर, 15 बड़ी खबरें:दलित दूल्हे को घोड़ी से खींचा, मायावती बोलीं- जुल्म बढ़ा; पार्षद की बेटी की हेलिकॉप्टर से विदाई यूपी दिनभर में देखिए आज की 15 बड़ी खबरें। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें…

कमरे में मिली पति-पत्नी की लाश:आगरा में डेडबॉडी के पास एक माह की बच्ची रो रही थी, पास में रखे थे लड्‌डू

कमरे में मिली पति-पत्नी की लाश:आगरा में डेडबॉडी के पास एक माह की बच्ची रो रही थी, पास में रखे थे लड्‌डू आगरा में गुरुवार को कमरे के अंदर पति-पत्नी की लाश मिली है। लाश के बगल में 1 महीने की बच्ची मिली। जो रो रही थी। वहां से कुछ दूरी पर एक डिब्बे में लड्डू रखे हुए थे। दोनों की लाश बेड पर पड़ी थी। मोहल्ले वालों की सूचना पर पुलिस पहुंची। शुरुआती जांच में दोनों के जहर खाकर सुसाइड करने आशंका है। पुलिस रिश्तेदारों और मोहल्ले वालों से पूछताछ कर रही है। मामला शाहगंज थाना क्षेत्र का है। सुबह 11 बजे दोनों ठीक थे
DCP सिटी सोनम कुमार ने बताया-पुलिस को सूचना मिली थी कि आलम पाड़ा में चांदी कारीगर वीरू अपनी पत्नी डोली के साथ रहते हैं। इनकी एक माह की बेटी भी है। लोगों ने बताया कि सुबह 11 बजे तक पति-पत्नी दोनों ठीक थे। लोगों ने इन्हें देखा था। इसके बाद दोनों अपने कमरे में चले गए। दोपहर 3 बजे तक जब ये बाहर नहीं आए तो कमरे में देखा। कमरे में दोनों बेड पर अचेतावस्था में थे। जब कमरे का दरवाजा तोड़ा तो इनके मुंह से झाग निकल रहे थे। पास में बच्ची लेटी थी। आशंका जताई जा रही है कि गृहक्लेश के चलते ही दोनों ने जहरीला पदार्थ खाया है। मोहल्ले वाले बोले-परिवार से चलता था विवाद
मोहल्ले वालों पुलिस को बताया-दोनों का परिवार से विवाद चलता था। इस वजह आए दिन ये लोग लड़ते थे। कई बार हम लोगों ने समझौता कराया है। आज भी सुबह दोनों में किसी बात पर बहस हो रही थी। इसके बाद सुबह 11 बजे के बाद दरवाजा बंद कर दिया। काफी देर तक बाहर निकले। बच्ची के रोने की आवाज आई। तो घटना का पता चला। ——————————– यह खबर भी पढ़िए प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा रोकी तो रो पड़े भक्त:3 दिन से कार से आश्रम जा रहे, देर रात तक डायलिसिस चल रही प्रेमानंद महाराज पिछले तीन दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकल रहे हैं। महाराज का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों भक्तों को लौटना पड़ रहा है। बुधवार आधी रात बाद आश्रम के सेवादार ने माइक से अनाउंस किया कि महाराज जी आज भी पदयात्रा पर नहीं निकलेंगे। यह सुनकर कई भक्त रो पड़े। भक्तों ने ईश्वर से कामना की कि महाराज जी जल्द स्वस्थ हों। बता दें कि प्रेमानंद महाराज किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, पहले कभी-कभी प्रेमानंद महाराज की डायलिसिस होती थी, इन दिनों रोज देर रात तक डायलिसिस हो रही है। स्वास्थ्य कारणों से वह पदयात्रा पर नहीं निकल रहे। पूरी खबर पढ़िए