शिमला में सरकारी उपक्रम HRTC (हिमाचल पथ परिवहन निगम) बस कंडक्टर की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आई है। कंडक्टर ने भैया दूज पर महिला यात्रियों से किराया वसूल लिया, जबकि हिमाचल सरकार ने रक्षा बंधन और भैया दूज पर महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दे रखी है। HRTC प्रबंधन ने इस पर कंडा संज्ञान लिया है। आज उसे नोटिस जारी कर इसकी जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। आरोप है कि सोलन डिपो की शिमला से पुलवाहल रूट पर जा रही बस के चालक ने महिला यात्रियों के बोलने के बावजूद उनसे किराया वसूल लिया। शिमला के चलौंठी में बस से उतरी महिला विद्या देवी के अनुसार, वह और उसकी बेटी बीते रविवार सुबह सरी पुलवाहल बस में शिमला के लिए आए। कंडक्टर ने मां-बेटी दोनों का 202 रुपए किराया वसूल लिया। विद्या देवी ने बताया, उन्होंने कंडक्टर को बताया कि आज भैया दूज है। आज के दिन महिलाओं की यात्रा निशुल्क है। इस पर कंडक्टर ने जवाब दिया उन्हें अभी ऐसी कोई अधिसूचना नहीं मिली है। फिर महिला ने कहा, आप अपने उच्च अधिकारियों से इस बारे बात कीजिए। मगर कंडक्टर नहीं माना और उसने मां-बेटी का पूरा किराया काट दिया। महिला ने आरोप लगाया कि कंडस्कटर ने बस में बैठी दूसरी महिलाओं का भी किराया काटा है। ठियोग पहुंचने के बाद कंडक्टर ने महिलाओं से किराया लेना बंद किया। लापरवाह कंडक्टर के खिलाफ लेंगे एक्शन: एमडी HRTC के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि भैया दू पर महिला से किराया लेना गलत है। इसमें लापरवाह कर्मचारियों व अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि हिमाचल में भैया दूज और रक्षा बंधन दो ऐसे पर्व है, जिस दिन महिलाओं को प्रदेश में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई है। इस दिन सरकारी बसों में महिलाओं से किराया नहीं लिया जाता है। इसलिए कंडक्टर के रवैये को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं। शिमला में सरकारी उपक्रम HRTC (हिमाचल पथ परिवहन निगम) बस कंडक्टर की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आई है। कंडक्टर ने भैया दूज पर महिला यात्रियों से किराया वसूल लिया, जबकि हिमाचल सरकार ने रक्षा बंधन और भैया दूज पर महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दे रखी है। HRTC प्रबंधन ने इस पर कंडा संज्ञान लिया है। आज उसे नोटिस जारी कर इसकी जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। आरोप है कि सोलन डिपो की शिमला से पुलवाहल रूट पर जा रही बस के चालक ने महिला यात्रियों के बोलने के बावजूद उनसे किराया वसूल लिया। शिमला के चलौंठी में बस से उतरी महिला विद्या देवी के अनुसार, वह और उसकी बेटी बीते रविवार सुबह सरी पुलवाहल बस में शिमला के लिए आए। कंडक्टर ने मां-बेटी दोनों का 202 रुपए किराया वसूल लिया। विद्या देवी ने बताया, उन्होंने कंडक्टर को बताया कि आज भैया दूज है। आज के दिन महिलाओं की यात्रा निशुल्क है। इस पर कंडक्टर ने जवाब दिया उन्हें अभी ऐसी कोई अधिसूचना नहीं मिली है। फिर महिला ने कहा, आप अपने उच्च अधिकारियों से इस बारे बात कीजिए। मगर कंडक्टर नहीं माना और उसने मां-बेटी का पूरा किराया काट दिया। महिला ने आरोप लगाया कि कंडस्कटर ने बस में बैठी दूसरी महिलाओं का भी किराया काटा है। ठियोग पहुंचने के बाद कंडक्टर ने महिलाओं से किराया लेना बंद किया। लापरवाह कंडक्टर के खिलाफ लेंगे एक्शन: एमडी HRTC के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि भैया दू पर महिला से किराया लेना गलत है। इसमें लापरवाह कर्मचारियों व अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि हिमाचल में भैया दूज और रक्षा बंधन दो ऐसे पर्व है, जिस दिन महिलाओं को प्रदेश में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई है। इस दिन सरकारी बसों में महिलाओं से किराया नहीं लिया जाता है। इसलिए कंडक्टर के रवैये को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में टूरिस्टों का हुड़दंग-दबंगई:कुल्लू में बस ड्राइवर को धमकाने के लिए निकाली रिवॉल्वर; शिमला में चलती थार पर लटका युवक हिमाचल प्रदेश में टूरिस्टों की दबंगई और हुड़दंग के 2 मामले सामने आए हैं। इनमें कुल्लू में एक पर्यटक की बस ड्राइवर से बहस हो गई। उसने गुस्से में रिवॉल्वर निकाली और धमकाने लगा। यह देखकर वहां मौजूद दूसरे लोग और टूरिस्ट भी घबरा गए। दूसरे वीडियो में शिमला में एक टूरिस्ट थार पर लटककर जा रहा है। दोनों ही वीडियो हिमाचल पुलिस तक पहुंच गए हैं। जिनकी जांच शुरू कर दी गई है। तंग सड़क थी, टूरिस्ट को गाड़ी पीछे करने को कहा तो भड़का
कुल्लू से सामने आए वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह भुंतर-मणिकरण रोड का है। यहां टूरिस्ट पंजाब नंबर (PB-31Y-9990) की गाड़ी में घूमने आया था। यहां सड़क की चौड़ाई कम थी। इस पर बस के ड्राइवर ने टूरिस्ट को अपनी गाड़ी पीछे करने के लिए कहा। दोनों की गाड़ियां आमने-सामने थी। इससे वह भड़क गया। उसने रिवॉल्वर निकाल ली। जिससे वहां काफी भीड़ जमा हो गई और लंबा जाम लग गया। हालांकि बाद में कुछ और टूरिस्टों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। SP कुल्लू कार्तिकेन गोकुलचंद्रन ने बताया कि रिवाल्वर के साथ टूरिस्ट का वीडियो किसी ने फेसबुक पर शेयर किया है। अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है। इस वीडियो को एग्जामिन कर रहे हैं कि वीडियो कहां है। टूरिस्ट के रिवॉल्वर निकालने से जुड़ी 2 तस्वीरें… शिमला में टनल पर थार पर लटका टूरिस्ट
थार पर स्टंट करते युवक की वीडियो शिमला के 103 टनल की बताई जा रही है। इसमें युवक थार के बाईं तरफ बाहर निकलकर लटका हुआ है। पीछे से चल रही दूसरी गाड़ी से युवक के स्टंट का वीडियो रिकॉर्ड किया गया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया है। जिसमें सवाल उठाए जा रहे हैं कि अगर टूरिस्ट इस तरह हुड़दंग करेंगे और हिमाचल पुलिस चालान काटेगी तो फिर इसको लेकर विवाद पैदा किया जाएगा। हिमाचल और पंजाब के बीच टूरिस्टों को लेकर हो रहा विवाद
पिछले कुछ दिनों में हिमाचल और पंजाब के बीच टूरिस्टों को लेकर विवाद हो रहा है। इसकी शुरूआत चंबा के खजियार में NRI दंपती के साथ झगड़े से हुई। दंपती का आरोप था कि बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पंजाब की CISF कॉन्स्टेबल ने किसान आंदोलन पर बयानबाजी की वजह से थप्पड़ मारा। इसका बदला लेने के लिए उनसे झगड़ा किया गया। हालांकि हिमाचल पुलिस ने कहा था कि NRI और उसका भाई हस्तरेखा के बहाने टूरिस्ट-लोकल महिलाओं का जबरन हाथ पकड़ रहे थे, जिसकी वजह से झगड़ा हुआ। इसके बाद चंडीगढ़ के एक ASI ने भी हिमाचल पुलिस पर धक्केशाही के आरोप लगाए, हालांकि हिमाचल पुलिस ने कहा कि उनकी कार रॉन्ग पार्किंग में खड़ी थी। इसके बाद पंजाब में हिमाचल की कुछ गाड़ियां तोड़ी गईं और ड्राइवर की पिटाई भी की गई।
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल सरकार को लगाई फटकार:दिल्ली को पानी देने का मामला, CM बोले- हमने नहीं रोका, 37 क्यूसेक लीटर दे रहे
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल सरकार को लगाई फटकार:दिल्ली को पानी देने का मामला, CM बोले- हमने नहीं रोका, 37 क्यूसेक लीटर दे रहे देश की राजधानी दिल्ली के लिए पानी छोड़ने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल सरकार के अधिकारी को फटकार लगाई है। दरअसल, कोर्ट ने हिमाचल को दिल्ली के लिए एक्स्ट्रा पानी छोड़ने के लिए कहा था। इस पर हिमाचल सरकार ने लिखित जवाब दिया कि उन्होंने पानी छोड़ दिया है। मगर सुप्रीम कोर्ट में हिमाचल सरकार के वकील कहते हैं कि वे पानी छोड़ने के लिए तैयार हैं। इसका मतलब अभी तक पानी नहीं छोड़ा गया। यह तो कंटेम्पट का मामला है। कोर्ट ने हिमाचल के अधिकारियों को कल पेश होने के लिए कहा है। CM बोले- हमने नहीं रोका पानी इस मामले में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा- हमने पानी छोड़ा हुआ है। हम पानी देने को तैयार है। पानी हरियाणा से होकर जाएगा। दिल्ली देश की राजधानी है और हमारा दायित्व भी बनता है। हमने पानी नहीं रोका। उन्होंने कहा- जिसने सुप्रीम कोर्ट में गलत जानकारी दी है, उसका पता करुंगा। रिपोर्ट में हिमाचल ने ये कहा अप्पर यमुना रिवर बोर्ड (UIRB) को हिमाचल सरकार द्वारा दी गई रिपोर्ट में कहा गया कि हिमाचल 137 क्यूसिक से ज्यादा पानी दिल्ली को दे रहा है। हिमाचल ने कहीं भी पानी नहीं रोका है, क्योंकि यमुना नदी और इसकी सहायक उप नदियों पर कोई भी बांध नहीं बना है, जहां पानी को रोका जा सके। पानी मापने को दो अधिकारियों की तैनाती सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद हिमाचल सरकार ने अप्पर यमुना रिवर बोर्ड के सहयोग के लिए पानी को मापने के लिए जल शक्ति विभाग के दो अधिकारियों की तैनाती की है। इनमें नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता (SE) और योजना एवं अन्वेषण यूनिट-2 के SE शामिल हैं। दिल्ली सरकार को लगाई फटकार दिल्ली जल संकट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई। कोर्ट ने दिल्ली की AAP सरकार को पानी की बर्बादी और टैंकर माफिया को न रोकने को लेकर फटकार लगाई। जस्टिस पीके मिश्रा और पीबी वराले की बेंच ने दिल्ली सरकार से कहा- जल संकट गहराता जा रहा है। आपने अब तक टैंकर माफिया को लेकर क्या एक्शन लिया है। अगर आप एक्शन नहीं ले सकते तो हम दिल्ली पुलिस से कहेंगे कि वो कार्रवाई करे। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि पानी की बर्बादी रोकने के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। इसका जवाब आज या कल में दीजिए। इस मामले में कल फिर से सुनवाई होगी। दिल्ली सरकार ने 31 मई को दायर की थी याचिका दिल्ली सरकार ने जल सकंट पर 31 मई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश को दिल्ली को एक महीने तक एक्स्ट्रा पानी छोड़ने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
हिमाचल के ऊना में धारा 163 लागू:प्रदर्शन पर रोक; 5 लोग इकट्ठे नहीं चल पाएंगे, हथियार के साथ चलने की भी इजाजत नहीं
हिमाचल के ऊना में धारा 163 लागू:प्रदर्शन पर रोक; 5 लोग इकट्ठे नहीं चल पाएंगे, हथियार के साथ चलने की भी इजाजत नहीं हिमाचल प्रदेश के ऊना उप मंडल में आज भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। DC जतिन लाल द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ऊना में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान 5 या इससे अधिक लोगों के एक साथ चलने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही कोई भी व्यक्ति हथियार, लाठी इत्यादि लेकर नहीं चल सकेगा। सूचना के अनुसार, जिला प्रशासन को आज ऊना में प्रदर्शन की सूचना है, जिससे शहर की शांति बिगड़ सकती है। इसे देखते हुए प्रदर्शन पर रोक लगाई है। ऊना में बीते दो-तीन दिन से दो समुदाय के लोगों में तनाव बना हुआ है। इस वजह से ऊना में विवाद दरअसल, एक समुदाय के लोगों ने स्थानीय युवक ने सोशल मीडिया पर रील शेयर करने के आरोप लगाए, जिसमे वाल्मीकि समुदाय को लेकर कुछ टिप्पणी की गई थी। इसके बाद दोनों समुदाय में समझौता हो गया। मगर वाल्मीकि समुदाय के कुछ लोगों पर आरोप है कि समझौता होने के बावजूद उन्होंने युवक की पिटाई की। इसी मामले में कल युवक के समर्थन में कुछ लोगों ने ऊना में प्रदर्शन किया। आज जिला प्रशासन को वाल्मीकि समुदाय के प्रदर्शन की सूचना थी। इससे दोनों समुदाय में झड़प हो सकती है। इसे देखते हुए शहर में शांति बनाए रखने को धारा 163 लगाई गई। कानून व्यवस्था बनाए रखने को लगाई धारा 163: DC DC जतिन लाल ने कहा कि इस उप मंडल में कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए धारा 163 लागू की गई है। पुलिस को इसे लेकर हिदायत दी गई है। इस दौरान किसी को भी धरना प्रदर्शन और रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि आदेश की कोई भी अवेहलना कानून के तहत दंडनीय होगी।