<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के नेता और राज्यसभा सांसद रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने शुक्रवार को एनडीए की संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया. अठावले ने इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ”मैंने पीएम मोदी से कहा कि आप में है दम, इसलिए साथ हैं हम. इसलिए हमें विश्वास है कि मोदी हमारे करीबी हैं. हमने पूरे देश में <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में काम किा है. एनडीए के घटक दल बड़ गए हैं. इसका कोई असर नहीं होगा. दलित और आदिवासियों का मैं नेतृत्व करता हूं तो मुझपर कोई अन्याय नहीं होगा. अगर मुझे मंत्री पद नहीं दिया जाता है तो भी हम एनडीए का साथ काम करेंगे. हम मोदी के साथ रहेंगे.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के नेता और राज्यसभा सांसद रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने शुक्रवार को एनडीए की संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया. अठावले ने इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ”मैंने पीएम मोदी से कहा कि आप में है दम, इसलिए साथ हैं हम. इसलिए हमें विश्वास है कि मोदी हमारे करीबी हैं. हमने पूरे देश में <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में काम किा है. एनडीए के घटक दल बड़ गए हैं. इसका कोई असर नहीं होगा. दलित और आदिवासियों का मैं नेतृत्व करता हूं तो मुझपर कोई अन्याय नहीं होगा. अगर मुझे मंत्री पद नहीं दिया जाता है तो भी हम एनडीए का साथ काम करेंगे. हम मोदी के साथ रहेंगे.”</p> महाराष्ट्र AAP के अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर कांग्रेस बोली, ‘हमने पहले ही…’
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फिरोजाबाद में गोवंश को रस्सी से बांधकर बरसाए लाठी-डंडे, लड़खड़ाकर गिर पड़ा सांड, केस दर्ज
फिरोजाबाद में गोवंश को रस्सी से बांधकर बरसाए लाठी-डंडे, लड़खड़ाकर गिर पड़ा सांड, केस दर्ज <p style=”text-align: justify;”><strong>Firozabad News:</strong> उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में गोवंश का रस्सी से बाँधकर बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने पांच नाबालिग बच्चों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है. इन बच्चों की उम्र 11 साल से 16 साल के बीच की बताई जा रही है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लेकर ये कार्रवाई की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ये घटना फिरोजाबाद के जसराना थाना क्षेत्र की बताई जा रही है जहां देहुली गांव में नाबालिग बच्चों ने एक सांड को रस्सी से बांध दिया, जिसके बाद उसकी लाठी डंडों से पिटाई की. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि चार-पांच बच्चों सांड को चारों तरफ से घेरकर डंडों से लगातार प्रहार किए जा रहे हैं. सांड ख़ुद के बचाने के लिए इधर उधर कूदता हुआ दिखता है लेकिन, बंधे होने की वजह से बेहद लाचार दिखाई देता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो</strong><br />बच्चों ने सांड की पिटाई इस कदर की है कि कुछ ही देर बाद ही वो लड़खड़ाकर नीचे गिर गया और बुरी तरह हांफने लगा. सांड की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसके बाद जसराना पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने इस मामले में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. वीडियो में दिखाई दे रहे बच्चों की पहचान कर ली गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/12/30/9c5fb8272be3cb4b55f16f875e83fa831735537661239275_original.jpg” /> </p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है कि सांड खेत में खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहा था इस सांड को कई बार ग्रामीणों ने भगाया था लेकिन, ये सांड यहां कई दिनों से खेतों में घूम रहा था और फसलों को नुक़सान पहुंचा रहा था, जिसके कारण इस सांड को पहले बंधक बनाया गया और फिर इसकी पिटाई करने के बाद इसे गांव से दूर नहर को पार करते हुए दूर छोड़ दिया गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>फिरोजाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अखिलेश भदौरिया ने बताया कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होते वीडियो का संज्ञान जसराना पुलिस द्वारा लिया गया है जसराना पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम में पांच नाबालिग बच्चों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. क्योंकि बच्चे नाबालिग हैं इसलिए इस मामले में बच्चों की पहचान करके इनके विरुद्ध बाल अधिकारों का ध्यान रखते हुए कार्रवाई की जाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इनपुट- फिरोजाबाद से रंजीत गुप्ता </strong></p>
रायपुर में भगवान भरोसे कई अस्पताल! कहीं एक्सपायर सिलेंडर तो कहीं फायर फाइटर सिस्टम पूरी तरह जर्जर
रायपुर में भगवान भरोसे कई अस्पताल! कहीं एक्सपायर सिलेंडर तो कहीं फायर फाइटर सिस्टम पूरी तरह जर्जर <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> उत्तर प्रदेश के झांसी में अस्पताल में हुई आगजनी की घटना में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई और कई बच्चे इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए. ऐसे में छत्तीसगढ़ के अस्पताल आगजनी की घटना और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं? क्या झांसी की घटना से प्रदेश की राजधानी रायपुर के अस्पतालों ने सबक लिया या नहीं?</p>
<p style=”text-align: justify;”>छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और पूरा स्वास्थ्य महकमा बैठता हैं. वहां आपातकालीन स्थिति या आगजनी की घटना से निपटने के लिए अस्पताल में क्या तैयारी है. इसकी एबीपी न्यूज ने जांच की, लेकिन उससे पहले टीम रायपुर के भाटागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची. यहां जब एबीपी न्यूज की टीम पहुंची तो मरीजों की भीड़ लगी हुई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अस्पताल में दिखे एक्सपायर सिलेंडर</strong><br />वहीं जब हॉस्पिटल में जांच की गई तो पता चला कि अगर अस्पताल में कोई आगजनी की घटना हो जाती है तो यहां सिलेंडर के नाम पर सिर्फ डमी टंगी हुई है. दरअसल, यहां लगा फायर सिलेंडर जुलाई महीने में ही एक्सपायर हो चुका है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. सिर्फ यही नहीं अस्पताल में और भी जो आग बुझाने के लिए फायर सिलेंडर लगे हुए हैं वह भी एक्सपायर हो चुके हैं. ऐसे में अगर अस्पताल में कोई आगजनी की घटना हो जाती है तो उससे कैसे निपटा जाएगा. यह सब कुछ भगवान भरोसे ही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं जब इस बारे में अस्पताल में मौजूद डॉक्टर अमोल उपाध्याय से बात की गई, तो उन्होंने कहा, “अस्पताल में मौजूद फायर सिलेंडर एक्सपायर हो चुके हैं जिसकी जानकारी विभाग को भेजी गई है. लेकिन अभी तक विभाग की तरफ से कोई आया नहीं है. लगातार पत्राचार किया जा रहा है आने वाले दिनों में नए फायर सिलेंडर लगा लिए जाएंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भीमराव अंबेडकर अस्पताल के हालात भी खराब</strong><br />इसके अलावा एबीपी न्यूज की टीम छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अस्पताल डॉ भीमराव अंबेडकर अस्पताल भी पहुंची, जहां कुछ दिन पहले ही ट्रामा सेंटर में आगजनी की घटना हुई थी. इसके बावजूद यहां हालात वैसे ही हैं. अस्पताल में 12 साल पहले 3 करोड़ की लागत से फायर सिस्टम लगाया गया था और पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन मेंटेनेंस और ऑडिट नहीं होने के कारण पाइपों में जंग लग चुका है, नोजल जाम हो चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें इस अस्पताल में प्रदेश भर से मरीज पहुंचते हैं. ऐसे में यहां चाइल्ड वार्ड और गायनोकॉलोजी डिपार्टमेंट के सामने एक्सपायरी सिलेंडर लटकाना किसी बड़े हदसे को आमंत्रित कर रहा है. दरअसल चाइल्ड वार्ड के बाहर बरामदे में अक्सर भीड़ रहती है. अगर किसी तरह की कोई घटना हो जाती है तो भगदड़ मच सकती है. ऐसे में तत्कालीन राहत के लिए अस्पताल के पास तैयारी के नाम पर सिर्फ खोखले दावे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जानाकरी के अनुसार, यहां फायर फाइटर सिस्टम लगाया तो गया है, लेकिन उसके लिए अब तक टेक्नीशियन की भर्ती नहीं की गई. कुछ सालों पहले तक अस्पताल में फायर मेंटेनेंस का काम ठेके पर चल रहा था, लेकिन कई सालों से ठेका सिस्टम भी बंद कर दिया गया है. इसके अलावा पिछले कई सालों से फायर फाइटर सिस्टम को लेकर कोई ऑडिट नहीं हुई. ऐसे में फायर फाइटर सिस्टम पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. पाइप में जंग लग चुके हैं, नोजल पूरी तरह से खराब हो चुके हैं. <br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/11/17/5b77887b03a3b8ff61cfc9004ef885e71731814337958489_original.jpg” /><br /><strong>अस्पताल प्रबंधन ने क्या कहा?</strong><br />वहीं अस्पताल प्रबंधन ने कहा, “अस्पताल लगातार इस ओर काम कर रहा है. धीरे-धीरे अस्पताल में नए फायर सिलेंडर लगाए जा रहे हैं. जल्दी वहां पर भी नए सिलेंडर लगा दिए जाएंगे. वहीं फायर फाइटर सिस्टम को लेकर उनका कहना है कि इसके ऑडिट की प्रक्रिया कराई जा रही है. अगले हफ्ते से संभवता काम शुरू हो जाएगा. जल्दी ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फायर फाइटर सिस्टम को दुरुस्त कर लिया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्वास्थ्य मंत्री के विधानसभा में हालात क्या? </strong><br />वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के विधानसभा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गवां में भी हालात बेहद खराब दिखे. अस्पताल में लगे हुए फायर सिलेंडर पूरे एक साल से एक्सपायर हैं. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “इस तरह से सिलेंडर एक्सपायर होते ही रहते हैं, जहां पर जरूरत है वहां नए सिलेंडर लगाए जा रहे हैं और जहां पर सिलेंडर एक्सपायर हो गए हैं वहां जल्द ही बदल दिया जाएगा.”</p>
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<p><strong>ये भी पढ़ें- </strong><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/chhattisgarh/encounter-between-police-and-naxalites-in-forests-of-kanker-5-naxalites-bodies-recovered-ann-2824383″>कांकेर के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 5 शव बरामद, 2 जवान घायल</a></strong></p>
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लुधियाना की आबोहवा हुई जहरीली:शहर में चारों तरफ फैला धुंआ,आंखों में जलन,सांस लेने तकलीफ,50 मीटर विजीबिल्टी
लुधियाना की आबोहवा हुई जहरीली:शहर में चारों तरफ फैला धुंआ,आंखों में जलन,सांस लेने तकलीफ,50 मीटर विजीबिल्टी पंजाब के लुधियाना आबोहवा में जहर घुल गया है। बीती दिन एक्यूआई 209 पार था। चारों तरफ शहर में धुंआ ही धुंआ नजर आया। लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हुई। अब ठंड के साथ ही शहर व आसपास के कई इलाकों में प्रदूषण बढ़ना शुरू हो गया है। पराली जलाने के कारण लगातार हवा का स्तर खराब होता चला गया। पूरा शहर बुरी तरह स्माग की चपेट आया हुआ है। बीती रात शहर में विजीबिल्टी सिर्फ 50 मीटर की रह गई थी। रात का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 316 तक पहुंच गया। रात आठ बजे के बाद शहर ट्रैफिक तक थम गया। वाहन चालकों को भी कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। जमीन से करीब 20 फुट ऊपर घने धुंए की चादर छाई रही। अभी तक 177 पराली जलाने के मामले आए सामने विषैली बदबू के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती रही। लुधियाना में कल 6 केस पराली जलाने के दर्ज किए गए है। अभी तक लुधियाना में कुल 177 मामले पराली जलाने के सामने आ चुके है। इस बारे PAU की मौसम विभाग की प्रमुख डा. पवनीत किंगरा ने कहा कि 15 नवंबर तक स्माग की स्थिति इसी तरह बनी रहेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि यदि बहुत जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलेष। सुबह लोग पार्क में अभी योग या सैर करने ना जाए। यदि किसी ने घर से बाहर जाना भी है तो एन-95 मास्क जरूर लगाए। इस मौसम में इन चीजों का रखें ख्याल
सेहत विभाग माहिरों की माने तो इस इस मौसम में कई सावधानियां प्रयोग करनी चाहिए। जैसे की घर से निकलते समय मास्क लगाना चाहिए। डाइट का ध्यान रखे। प्रदूषण से बचने के लिए डाइट अच्छी होनी चाहिए। घर की हवा शुद्ध रखने के लिए प्लांट लगा सकते हैं। प्रदूषण से बचने के लिए घर से कम निकले। स्मोकिंग से परहेज करे।