हरियाणा के करनाल के सेक्टर 32,33 थाना क्षेत्र में एक विवाहिता रात को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। विवाहिता अपनी 1 साल की बेटी को घर पर छोड़कर चली गई। इतना ही नहीं वह घर में रखे लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी समेत अपने सारे दस्तावेज भी साथ ले गई। विवाहिता के पति ने मामले की शिकायत सेक्टर 32,33 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर विवाहिता की तलाश शुरू कर दी है। विवाहिता के पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी सवा दो साल पहले करनाल की एक लड़की से हुई थी। शादी के बाद उसकी एक बेटी भी हुई जो फिलहाल 1 साल की है। बीती रात यानी 1 अगस्त की रात को वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ सोया था। घर में किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं था। दोनों पति-पत्नी अच्छे से रह रहे थे। बेटी रोई तो पता चला पति ने बताया कि रात करीब 1 बजे उसने अपनी बेटी के रोने की आवाज सुनी और उसकी आंख खुल गई। उसके बाद उसने लाइट जलाई तो देखा कि उसकी पत्नी बिस्तर पर नहीं थी। उसके बाद उसने पूरे घर में उसकी तलाश की। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। इतना ही नहीं घर के बाहर का मुख्य दरवाजा भी बाहर से बंद था। जिसके बाद उसने पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा खुलवाया। उसके बाद उसने अपनी पत्नी को बाहर भी ढूंढा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। अलमारी चेक की तो आभूषण भी मिले गायब सभी जगह तलाश करने पर जब उसकी पत्नी का कोई सुराग नहीं लगा तो उसने अपने ससुराल में भी फोन किया। लेकिन वह वहां पर नहीं गई। बाद में घर पर आकर अलमारी चेक की तो उससे लाखों रुपए के सोने चांदी के आभूषण, 20 हजार रुपए की नकदी और घर पर जीतने भी उसके दस्तावेज थे वो सब गायब मिले। पुलिस को लगाई तलाश करने की गुहार पति ने सेक्टर 32,33 थाना पुलिस से अपनी 1 साल की मासूम बेटी के लिए उसकी मां को तलाश करने की गुहार लगाई है। जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि पति की शिकायत के आधार मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस विवाहिता की तलाश कर रही है। जल्द ही उसका सुराग लगा लिया जाएगा। हरियाणा के करनाल के सेक्टर 32,33 थाना क्षेत्र में एक विवाहिता रात को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। विवाहिता अपनी 1 साल की बेटी को घर पर छोड़कर चली गई। इतना ही नहीं वह घर में रखे लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात, नकदी समेत अपने सारे दस्तावेज भी साथ ले गई। विवाहिता के पति ने मामले की शिकायत सेक्टर 32,33 थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर विवाहिता की तलाश शुरू कर दी है। विवाहिता के पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी सवा दो साल पहले करनाल की एक लड़की से हुई थी। शादी के बाद उसकी एक बेटी भी हुई जो फिलहाल 1 साल की है। बीती रात यानी 1 अगस्त की रात को वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ सोया था। घर में किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं था। दोनों पति-पत्नी अच्छे से रह रहे थे। बेटी रोई तो पता चला पति ने बताया कि रात करीब 1 बजे उसने अपनी बेटी के रोने की आवाज सुनी और उसकी आंख खुल गई। उसके बाद उसने लाइट जलाई तो देखा कि उसकी पत्नी बिस्तर पर नहीं थी। उसके बाद उसने पूरे घर में उसकी तलाश की। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। इतना ही नहीं घर के बाहर का मुख्य दरवाजा भी बाहर से बंद था। जिसके बाद उसने पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा खुलवाया। उसके बाद उसने अपनी पत्नी को बाहर भी ढूंढा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। अलमारी चेक की तो आभूषण भी मिले गायब सभी जगह तलाश करने पर जब उसकी पत्नी का कोई सुराग नहीं लगा तो उसने अपने ससुराल में भी फोन किया। लेकिन वह वहां पर नहीं गई। बाद में घर पर आकर अलमारी चेक की तो उससे लाखों रुपए के सोने चांदी के आभूषण, 20 हजार रुपए की नकदी और घर पर जीतने भी उसके दस्तावेज थे वो सब गायब मिले। पुलिस को लगाई तलाश करने की गुहार पति ने सेक्टर 32,33 थाना पुलिस से अपनी 1 साल की मासूम बेटी के लिए उसकी मां को तलाश करने की गुहार लगाई है। जांच अधिकारी कुसुम ने बताया कि पति की शिकायत के आधार मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस विवाहिता की तलाश कर रही है। जल्द ही उसका सुराग लगा लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के 5 जिलों में BJP का खाता नहीं खुला:यहां की सभी 19 सीटों पर हारी; 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था
हरियाणा के 5 जिलों में BJP का खाता नहीं खुला:यहां की सभी 19 सीटों पर हारी; 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही बंपर जीत हासिल की हो, लेकिन वह हरियाणा के 5 जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इन जिलों में नूंह, सिरसा, झज्जर, रोहतक और फतेहाबाद शामिल हैं। अगर बेल्ट के हिसाब से देखें तो ये जिले बागड़, देसवाल और नूंह बेल्ट में आते हैं। इन जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं। वहीं, कांग्रेस ने जाट लैंड और बागड़ बेल्ट को जीता। बागड़ ऐसी बेल्ट है, जहां कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार से बेहतर रहा है। पार्टी को बागड़ बेल्ट से अतिरिक्त 6 सीटों का फायदा हुआ है। इस बेल्ट में जाट मतदाता सबसे ज्यादा हैं। वहीं, इस बेल्ट में भाजपा का प्रदर्शन पिछली बार जैसा ही रहा। इस बार बागड़ बेल्ट में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 10, इनेलो ने 2 और निर्दलीय ने 1 सीट जीती। वहीं, 2019 में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 4, JJP ने 5, इनेलो ने 1 और निर्दलीय ने 2 सीटें यहां से जीती थीं। इन 5 जिलों में क्यों हारी बीजेपी…
सिरसा और फतेहाबाद में किसान आंदोलन का असर
सिरसा और फतेहाबाद की सभी 8 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर इन जिलों में देखने को मिला। यहां नशाखोरी का मुद्दा भी चुनाव में छाया रहा। नशाखोरी रोकने के लिए भाजपा सरकार द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी नजर आए। इन सीटों पर जाटों के साथ-साथ जाट सिख मतदाताओं की नाराजगी भी देखने को मिली। दोनों जिलों की पंजाबी बेल्ट में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। रोहतक-झज्जर में हुड्डा मैजिक चला
रोहतक लोकसभा के अंतर्गत आने वाली सीटों पर हुड्डा फैक्टर अभी भी काम कर रहा है। दोनों जिलों की 8 में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। यहां भाजपा दूसरे या तीसरे स्थान पर रही। इसकी वजह यह रही कि लोगों में यह संदेश गया कि कांग्रेस की सरकार आ रही है और हुड्डा सीएम बन रहे हैं। इस वजह से यहां भाजपा का खाता भी नहीं खुला। मेवात में मुसलमानों ने भाजपा को नकारा
मेवात की तीनों सीटों पर भाजपा कोई कमाल नहीं कर पाई। यहां नूंह दंगों का असर देखने को मिला। यहां के लोगों में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी है। लोगों ने बीजेपी सरकार पर क्षेत्र में विकास न होने और भेदभाव का आरोप लगाया था। बीजेपी इन मुस्लिम बहुल इलाकों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। विधायकों-मंत्रियों की कार्यशैली
सिरसा और फतेहाबाद में भाजपा विधायकों और नेताओं की कार्यशैली को लेकर भी लोगों में नाराजगी रही। सिरसा में भाजपा ने गोपाल कांडा पर भरोसा जताया। फतेहाबाद में लोग दुड़ाराम की कार्यशैली से नाखुश थे। टोहाना में बराला-बबली की टिकट से नाखुश थे और ऐलनाबाद, रानियां व डबवाली में कमजोर उम्मीदवार उतारे गए थे। सत्ता विरोधी लहर
सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों में जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर थी। लोकसभा चुनाव के नतीजों का असर यहां भी देखने मिला। जनता कई जगहों पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करती रही, लेकिन प्रदेश इकाई के नेता आंखें मूंदे रहे। ऐसे में जैसे ही मौका मिला, जनता ने वोट के जरिए अपनी बात रखी। तीन लालों की धरती है बागड़ बेल्ट
बागड़ बेल्ट पर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला, चौधरी बंसीलाल और भजनलाल परिवार का दबदबा रहा है। वर्तमान में भजनलाल परिवार से कुलदीप बिश्नोई, बंसीलाल परिवार से किरण चौधरी और चौटाला परिवार से अजय और अभय चौटाला राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। राजनीतिक रूप से यह बेल्ट प्रदेश में सबसे मजबूत रही है और इस धरती ने ताऊ देवीलाल समेत 4 मुख्यमंत्री दिए हैं। राजस्थान और पंजाब से सटे होने के कारण यहां बागड़ी और पंजाबी दोनों भाषाएं बोली जाती हैं। बागड़ बेल्ट में चरखी दादरी, भिवानी, सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिलों के 21 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
हरियाणा आएंगे इंटरनेशनल चेस चैंपियन गुकेश:AICF अध्यक्ष ने न्योता दिया, बोले- खिलाड़ी ने खुद को शतरंज का अभिमन्यु साबित किया
हरियाणा आएंगे इंटरनेशनल चेस चैंपियन गुकेश:AICF अध्यक्ष ने न्योता दिया, बोले- खिलाड़ी ने खुद को शतरंज का अभिमन्यु साबित किया अंतरराष्ट्रीय शतरंज के क्षेत्र में भारत ने एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। 18 वर्षीय होनहार ग्रैंड मास्टर डी. गुकेश ने 2024 विश्व शतरंज चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए मौजूदा चैंपियन चीन के डिंग लीरेन को हराकर खिताब अपने नाम किया है। गुकेश को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) के अध्यक्ष नितिन नारंग ने कहा, गुकेश की यह जीत न केवल उनके करियर में मील का पत्थर है, बल्कि शतरंज के इतिहास में भारत का नाम भी स्वर्ण अक्षरों में अंकित करती है। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने जिस एकाग्रता और धैर्य का परिचय दिया है, वह वाकई प्रेरणादायक है। गुकेश आज के युवाओं के लिए रोल मॉडल बनकर उभरे हैं। नारंग ने कहा, गुकेश जल्द ही हरियाणा आएंगे। क्राउन प्रिंस ऑफ चेस की संज्ञा दी नितिन नारंग ने कहा, “शतरंज के बादशाह विश्वनाथन आनंद के बाद गुकेश को ‘क्राउन प्रिंस ऑफ चेस’ कहना गलत नहीं होगा। आज गुकेश ने खुद को शतरंज का वह अभिमन्यु साबित किया है जिसने सही समय पर सही चाल चलते हुए अपने प्रतिद्वंदी के किलेबंदी को भेद दिया। सही मायने में आज गुकेश को उनके दस सालों की कड़ी मेहनत का फल मिला है। “गुकेश के पीछे पूरी टीम की मेहनतयह महज संयोग नहीं है कि भारतीय क्रिकेट और हॉकी टीम के साथ काम कर चुके हैं पैडी अप्टन जैसे धुरंधर पेशेवर कोच ने गुकेश के मेंटल कंडीशनिंग के लिए अथक मेहनत की। यह मेंटल कंडीशनिंग का ही नतीजा था कि गुकेश ने प्रतिद्वंदी की हर चाल को बारीकी से समझा और मैच के अंत होते-होते पूरे खेल की बाजी पलट दी। यह उनके कोच ग्रेज़गॉर्ज गाजेव्स्की थे जिन्होंने उनकी प्रतिभा को निखारा, उन्हें खेल जीतने की अदम्य भावना से प्रेरित किया, कम समय में प्रभावी खेल खेलने का कौशल सुधारने में मदद की और सबसे महत्वपूर्ण कठिन समय में धैर्य बनाए रखना सिखाया। हरियाणा के नितिन नारंग, 9 महीनें पहले बने अध्यक्ष अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) की कमान इस बार हरियाणा के पास है। सीएम सिटी के नाम से विख्यात करनाल के नितिन नारंग को नौ महीने पहले एआईसीएफ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सबसे अहम बात यह है कि सबसे कम उम्र में नारंग महासंघ के अध्यक्ष बने हैं। एआईसीएफ की इस प्रक्रिया में देश के 33 राज्यों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया था।इससे पहले हरियाणा शतरंज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष के रूप में वह अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। 36 वर्षीय नितिन नारंग एआईसीएफ के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। नितिन नारंग खेल के साथ ही पॉलिटिकल कम्युनिकेशन और स्ट्रेटजी, उद्योग और इन्वेस्टर के क्षेत्र में भी फैला हुआ है। जहां उन्होंने एक अनुभवी राजनीतिक रणनीतिकार, सीरियल निवेशक और दूरदर्शी उद्यमी के रूप में प्रशंसा हासिल की है।
यमुनानगर में जेल से बाहर आए युवक की हत्या:5 युवकों ने घेरकर गंडासा से काटा, गुल्ली डंडा खेलते वक्त हुई थी बहस
यमुनानगर में जेल से बाहर आए युवक की हत्या:5 युवकों ने घेरकर गंडासा से काटा, गुल्ली डंडा खेलते वक्त हुई थी बहस यमुनानगर में आज हत्या की सजा काट रहे युवक पर उसी के कॉलोनी के 5 युवकों ने गंडासे से हमला कर हत्या कर दी। मृतक गंगानगर कॉलोनी का रहने वाला 18 वर्षीय सुफियान था, जो कुछ दिन पहले ही पेरोल पर अपने घर आया हुआ था और 4 महीने पहले जेल गया हुआ था। जगाधरी पुलिस सीआईए-2 की टीम और डीएसपी राजीव मिगलानी मौके पर पहुंचे। मृतक की भाभी इसराना ने बताया कि आज दोपहर बाद उन्हें फोन से सूचना मिली कि सुफियान पर 5 युवकों ने तेजधार हथियार से हमला कर दिया और पुलिस उसे अपने साथ अस्पताल ले गई है। गंडासा लेकर आए युवक ने किया हमला
भाभी इसराना ने बताया कि आज गुल्ली डंडा खेलते समय कॉलोनी के ही 5 युवक से सुफियान की खेल को लेकर बहस हो गई। बात विवाद में बदल गई। सुफियान जब वापस घर आ रहा था तब युवकों ने उसका पीछा किया। सुफियान को इस बात का पता चल गया था कि युवक उसका पीछा कर रहे तो वह तेज दौड़ता हुआ घर की तरफ भागा। जल्दबाजी के चक्कर में वह नीचे गिर गया और युवकों ने उसे घेर लिया। उनमें से एक युवक गंडासा लेकर आया था और उस पर हमला कर दिया। युवक ने सुफियान ने मुंह में सामने की तरफ से गंडासा मार दिया, जिससे उसकी गाल कट गई और एक आंख में चोट आ गई। इसके बाद भी युवक उसे मारते रहे। बाद में वे उसे रास्ते पर ही छोड़कर भाग गए। युवक की चिल्लाने की आवाज सुनकर पास के ही रहने वाले पड़ोसी आए और इसकी सूचना पुलिस और युवक के घर वालों को दी। लेकिन तब तक ज्यादा खून बहने से युवक की मौत हो चुकी थी। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया
डीएसपी राजीव मिगलानी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया और शव पोस्टमार्टम करवाने के लिए जगाधरी सिविल अस्पताल में भिजवा दिया। मृतक की भाभी के मुताबिक, सुफियान ज्यादा पढ़ा नहीं था। वह फर्नीचर का काम करता था। उसका एक बड़ा भाई है। पिता मेहनत मजदूरी करते है और मां घर का काम करती है।