खनन माफिया ने सिपाही को रौंदकर मार डाला…गांव से रिपोर्ट:भाई बोला- जिन हाथों से दुलारा, उससे लाश कैसे उठाऊंगा, गांव में नहीं जले चूल्हे

खनन माफिया ने सिपाही को रौंदकर मार डाला…गांव से रिपोर्ट:भाई बोला- जिन हाथों से दुलारा, उससे लाश कैसे उठाऊंगा, गांव में नहीं जले चूल्हे

“रोहित ने कहा था भैया अगले हफ्ते इटावा आकर मिलूंगा। फिर दोनों लोग साथ में घर चलेंगे। लेकिन आज वो मेरे सामने खामोश पड़ा है। जिन हाथों से दुलारा उन हाथों से लाश कैसे उठाऊंगा? खनन माफियाओं ने मेरे भाई को मार डाला। मैं पुलिस में रहते हुए भी उसकी जान नहीं बचा पाया। ऐसा बड़ा भाई होने का क्या फायदा?” ये शब्द हैं फर्रुखाबाद में मारे गए सिपाही रोहित के बड़े भाई सचिन के। रोहित को मिट्टी के अवैध खनन माफियाओं ने मार डाला। वह जांबाजी से अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हो गया। फर्रुखाबाद में जिस सिपाही को मारा गया वह बिजनौर का रहने वाला था। घटना के बाद भास्कर टीम बिजनौर के दरबड़ गांव पहुंची, जहां रोहित का अंतिम संस्कार किया जाएगा। खबर में आगे बढ़ने से पहले पूरा मामला जान लीजिए…
फर्रुखाबाद में मिट्‌टी का अवैध खनन रोकने पहुंचे सिपाही को खनन माफिया ने ट्रैक्टर से रौंदकर मार डाला। सिपाही पुलिस टीम के साथ अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी करने गया था। इस दौरान खनन माफिया ने टीम की ओर ट्रैक्टर दौड़ा दिया। जिसमें सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने दम तोड़ दिया। सिपाही का नाम रोहित (24) था। वो बिजनौर के चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव दरबड़ का रहने वाला था। वारदात शनिवार देर रात की है। यहां पुलिस को नगला चंदन में मिट्‌टी के अवैध खनन की सूचना मिली थी। इस पर सब-इंस्पेक्टर संतोष और रोहित फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। धक्का देकर गिराया, चढ़ा दिया ट्रैक्टर
पुलिस के मुताबिक टीम शनिवार रात खनन माफिया को पकड़ने के लिए छापेमारी करने पहुंची। उस दौरान कई ट्रैक्टर से मिट्‌टी का अवैध खनन चल रहा था। पुलिस ने खनन माफिया को दूर से देख लिया। इसके बाद उसका पीछा किया। जब पुलिस की जीप घटनास्थल के पास पहुंची तो वहां से खनन माफिया भागने लगे। जीप खड़ी करके सिपाही राेहित ने उनका पीछा शुरू कर दिया। बाकी पुलिसकर्मी भी गाड़ी से उतर रहे थे। बेखौफ रोहित तब तक खनन माफिया का पीछा करते हुए काफी आगे निकल गया।रोहित ने ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की। इसी दौरान खनन माफिया ने उसे धक्का दे दिया और गाड़ी भगा दी। जिससे रोहित नीचे गिर गया और ट्रैक्टर उसके ऊपर से चढ़ता हुआ निकल गया। जब तक अन्य पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक खनन माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर बाइक लेकर भाग गया। इसके बाद साथी पुलिसकर्मी रोहित को लेकर शहर के निजी अस्पताल पहुंचे। वहां 3 घंटे इलाज के बाद रोहित की मौत हो गई। दरबड़ गांव में छाया सन्नाटा
जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर दरबड़ गांव में सबकी आखें नम हैं। गांव में रोहित की मौत की खबर सुनकर हर कोई उसके घर की तरफ जा रहा है। हालांकि घर पर कोई नहीं है। पूरा परिवार डेडबॉडी लेने के लिए फर्रुखाबाद निकल गया। राेहित का घर सरकारी स्कूल के आगे है। हम लोग जब यहां पहुंचे तो सभी की जुबान पर रोहित का ही नाम था। गांव के किसी भी घर में सुबह से चूल्हा नहीं जला। यहां हमने रोहित के पड़ोसियों से बात करने की कोशिश की। पड़ोसी ने परिवार के बारे में बताया
पड़ोसी रामप्रसाद कहते हैं “रोहित और सचिन एक साथ यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। दोनों भाई बहुत मेहनती थे, गांव में कभी किसी से कोई विवाद नहीं। जब भाइयों की नौकरी लगी तो परिवार का जीवन कुछ ठीक हुआ। आर्थिक स्थिति सुधरी तो बहन की शादी की। फिर अपना घर बनवाया। अब परिवार वाले बड़े लड़के की शादी करने वाले थे। लेकिन आज छोटे भाई रोहित की लाश गांव आ रही है। पूरे गांव में गमगीन माहौल है। ऐसा हो जाएगा कभी सोचा नहीं था। रोहित के पिता का इतना बुरा हाल है कि कुछ बोल ही नहीं पा रहे हैं। बेटे की मौत की खबर से बदहवास हैं।” पिता की खेती में हाथ बंटाते थे दोनों भाई
55 साल के जसवंत सिंह खेती बड़ी का काम करते हैं। उनके पास 6 बीघे खेती है। दोनों बेटे 15-15 दिन में घर आते थे। पिता का खेती में हाथ भी बंटाते थे। उनकी पत्नी गृहिणी हैं। दो बेटे सचिन, रोहित और बेटी अंजू है। अंजू की 2 साल पहले शादी हो चुकी है। पहले घायल होने की खबर आई
बीती रात फर्रुखाबाद थाने से वो मनहूस खबर आई, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया। पहले पता चला कि खनन माफिया ने हमारे रोहित को रौंद दिया है। वो घायल है, जब तक हम लोग घर से निकल पाते, तब तक उसकी मौत की खबर आ गई। इसके बाद रोहित के घर में चीख-पुकार मच गई। पूरे गांव में मातम छा गया। पहले बहन की शादी की, फिर दोनों भाइयों ने घर बनवाया
दोनों भाई बड़े होनहार थे। कड़ी मेहनत करने के बाद नौकरी पाए थे। रोहित फर्रुखाबाद में तैनात था और सचिन जेल पुलिस में है। दोनों भाइयों में बहुत प्रेम था। हम लोगों ने उस घर में ऊंची आवाज में बात करते किसी को नहीं सुना। रोहित बहुत निडर था। लेकिन अब उसकी सिर्फ यादें बचेंगी। जसवंत पहले बड़े बेटे सचिन की शादी करना चाहते थे। उसके लिए रिश्ते देखे जा रहे थे। बाद में रोहित का नंबर आता। लेकिन इस शुभ घड़ी से पहले ही रोहित की हत्या हो गई। बहन अंजू और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। माना जा रहा है कि रात को पोस्टमार्टम के बाद आज शव गांव पहुंचेगा। जहां रोहित का अंतिम संस्कार होगा। जहां हत्याकांड हुआ, वहां लोग बोले- सुबह पता चली घटना
जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर कायमगंज तहसील का गांव नगला चंदन है। जहां रात 9 बजे सिपाही रोहित की हत्या हुई। गांव वालों ने बताया कि यहां अक्सर रात को मिट्‌टी का अवैध खनन होता है। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रात को ट्रैक्टर ट्रॉली की आवाज आ रही थी। लेकिन ये कांड कब हुआ, इसकी कोई भनक नहीं लगी। हम लोग अपने अपने घरों में सो रहे थे। सुबह तब जानकारी हुई, जब कई थानों की फोर्स छानबीन करने पहुंची। वहीं, भाई की हत्या की सूचना पाकर रोहित का भाई सचिन इटावा से फर्रुखाबाद पहुंच गया। खनन माफिया की पहचान हुई, जल्द गिरफ्तार होगा
इस घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह, CO अमृतपुर रवींद्रनाथ राय, सीओ कायमगंज सहित कई थानों की फोर्स घटना स्थल पर पहुंची। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खनन माफिया को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। वारदात के बाद खनन माफिया फरार हो गया था। उसकी शिनाख्त कर ली गई है। जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। “रोहित ने कहा था भैया अगले हफ्ते इटावा आकर मिलूंगा। फिर दोनों लोग साथ में घर चलेंगे। लेकिन आज वो मेरे सामने खामोश पड़ा है। जिन हाथों से दुलारा उन हाथों से लाश कैसे उठाऊंगा? खनन माफियाओं ने मेरे भाई को मार डाला। मैं पुलिस में रहते हुए भी उसकी जान नहीं बचा पाया। ऐसा बड़ा भाई होने का क्या फायदा?” ये शब्द हैं फर्रुखाबाद में मारे गए सिपाही रोहित के बड़े भाई सचिन के। रोहित को मिट्टी के अवैध खनन माफियाओं ने मार डाला। वह जांबाजी से अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हो गया। फर्रुखाबाद में जिस सिपाही को मारा गया वह बिजनौर का रहने वाला था। घटना के बाद भास्कर टीम बिजनौर के दरबड़ गांव पहुंची, जहां रोहित का अंतिम संस्कार किया जाएगा। खबर में आगे बढ़ने से पहले पूरा मामला जान लीजिए…
फर्रुखाबाद में मिट्‌टी का अवैध खनन रोकने पहुंचे सिपाही को खनन माफिया ने ट्रैक्टर से रौंदकर मार डाला। सिपाही पुलिस टीम के साथ अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी करने गया था। इस दौरान खनन माफिया ने टीम की ओर ट्रैक्टर दौड़ा दिया। जिसमें सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने दम तोड़ दिया। सिपाही का नाम रोहित (24) था। वो बिजनौर के चांदपुर थाना क्षेत्र के गांव दरबड़ का रहने वाला था। वारदात शनिवार देर रात की है। यहां पुलिस को नगला चंदन में मिट्‌टी के अवैध खनन की सूचना मिली थी। इस पर सब-इंस्पेक्टर संतोष और रोहित फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। धक्का देकर गिराया, चढ़ा दिया ट्रैक्टर
पुलिस के मुताबिक टीम शनिवार रात खनन माफिया को पकड़ने के लिए छापेमारी करने पहुंची। उस दौरान कई ट्रैक्टर से मिट्‌टी का अवैध खनन चल रहा था। पुलिस ने खनन माफिया को दूर से देख लिया। इसके बाद उसका पीछा किया। जब पुलिस की जीप घटनास्थल के पास पहुंची तो वहां से खनन माफिया भागने लगे। जीप खड़ी करके सिपाही राेहित ने उनका पीछा शुरू कर दिया। बाकी पुलिसकर्मी भी गाड़ी से उतर रहे थे। बेखौफ रोहित तब तक खनन माफिया का पीछा करते हुए काफी आगे निकल गया।रोहित ने ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की। इसी दौरान खनन माफिया ने उसे धक्का दे दिया और गाड़ी भगा दी। जिससे रोहित नीचे गिर गया और ट्रैक्टर उसके ऊपर से चढ़ता हुआ निकल गया। जब तक अन्य पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक खनन माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर बाइक लेकर भाग गया। इसके बाद साथी पुलिसकर्मी रोहित को लेकर शहर के निजी अस्पताल पहुंचे। वहां 3 घंटे इलाज के बाद रोहित की मौत हो गई। दरबड़ गांव में छाया सन्नाटा
जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर दरबड़ गांव में सबकी आखें नम हैं। गांव में रोहित की मौत की खबर सुनकर हर कोई उसके घर की तरफ जा रहा है। हालांकि घर पर कोई नहीं है। पूरा परिवार डेडबॉडी लेने के लिए फर्रुखाबाद निकल गया। राेहित का घर सरकारी स्कूल के आगे है। हम लोग जब यहां पहुंचे तो सभी की जुबान पर रोहित का ही नाम था। गांव के किसी भी घर में सुबह से चूल्हा नहीं जला। यहां हमने रोहित के पड़ोसियों से बात करने की कोशिश की। पड़ोसी ने परिवार के बारे में बताया
पड़ोसी रामप्रसाद कहते हैं “रोहित और सचिन एक साथ यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। दोनों भाई बहुत मेहनती थे, गांव में कभी किसी से कोई विवाद नहीं। जब भाइयों की नौकरी लगी तो परिवार का जीवन कुछ ठीक हुआ। आर्थिक स्थिति सुधरी तो बहन की शादी की। फिर अपना घर बनवाया। अब परिवार वाले बड़े लड़के की शादी करने वाले थे। लेकिन आज छोटे भाई रोहित की लाश गांव आ रही है। पूरे गांव में गमगीन माहौल है। ऐसा हो जाएगा कभी सोचा नहीं था। रोहित के पिता का इतना बुरा हाल है कि कुछ बोल ही नहीं पा रहे हैं। बेटे की मौत की खबर से बदहवास हैं।” पिता की खेती में हाथ बंटाते थे दोनों भाई
55 साल के जसवंत सिंह खेती बड़ी का काम करते हैं। उनके पास 6 बीघे खेती है। दोनों बेटे 15-15 दिन में घर आते थे। पिता का खेती में हाथ भी बंटाते थे। उनकी पत्नी गृहिणी हैं। दो बेटे सचिन, रोहित और बेटी अंजू है। अंजू की 2 साल पहले शादी हो चुकी है। पहले घायल होने की खबर आई
बीती रात फर्रुखाबाद थाने से वो मनहूस खबर आई, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया। पहले पता चला कि खनन माफिया ने हमारे रोहित को रौंद दिया है। वो घायल है, जब तक हम लोग घर से निकल पाते, तब तक उसकी मौत की खबर आ गई। इसके बाद रोहित के घर में चीख-पुकार मच गई। पूरे गांव में मातम छा गया। पहले बहन की शादी की, फिर दोनों भाइयों ने घर बनवाया
दोनों भाई बड़े होनहार थे। कड़ी मेहनत करने के बाद नौकरी पाए थे। रोहित फर्रुखाबाद में तैनात था और सचिन जेल पुलिस में है। दोनों भाइयों में बहुत प्रेम था। हम लोगों ने उस घर में ऊंची आवाज में बात करते किसी को नहीं सुना। रोहित बहुत निडर था। लेकिन अब उसकी सिर्फ यादें बचेंगी। जसवंत पहले बड़े बेटे सचिन की शादी करना चाहते थे। उसके लिए रिश्ते देखे जा रहे थे। बाद में रोहित का नंबर आता। लेकिन इस शुभ घड़ी से पहले ही रोहित की हत्या हो गई। बहन अंजू और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। माना जा रहा है कि रात को पोस्टमार्टम के बाद आज शव गांव पहुंचेगा। जहां रोहित का अंतिम संस्कार होगा। जहां हत्याकांड हुआ, वहां लोग बोले- सुबह पता चली घटना
जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर कायमगंज तहसील का गांव नगला चंदन है। जहां रात 9 बजे सिपाही रोहित की हत्या हुई। गांव वालों ने बताया कि यहां अक्सर रात को मिट्‌टी का अवैध खनन होता है। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रात को ट्रैक्टर ट्रॉली की आवाज आ रही थी। लेकिन ये कांड कब हुआ, इसकी कोई भनक नहीं लगी। हम लोग अपने अपने घरों में सो रहे थे। सुबह तब जानकारी हुई, जब कई थानों की फोर्स छानबीन करने पहुंची। वहीं, भाई की हत्या की सूचना पाकर रोहित का भाई सचिन इटावा से फर्रुखाबाद पहुंच गया। खनन माफिया की पहचान हुई, जल्द गिरफ्तार होगा
इस घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह, CO अमृतपुर रवींद्रनाथ राय, सीओ कायमगंज सहित कई थानों की फोर्स घटना स्थल पर पहुंची। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खनन माफिया को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। वारदात के बाद खनन माफिया फरार हो गया था। उसकी शिनाख्त कर ली गई है। जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर