घरौंडा में HIV-एड्स के मामलों में आई गिरावट:जनवरी से नवंबर तक हुए 5999 टेस्ट, 5 महिलाओं सहित 16 लोग पॉजिटिव

घरौंडा में HIV-एड्स के मामलों में आई गिरावट:जनवरी से नवंबर तक हुए 5999 टेस्ट, 5 महिलाओं सहित 16 लोग पॉजिटिव

हरियाणा के घरौंडा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में HIV व एड्स के मामलों में साल दर साल गिरावट देखने को मिल रही है। वर्ष 2023 में जहां 26 केस सामने आए थे, वहीं इस वर्ष नवंबर तक 16 मामले सामने आए है। जबकि वर्ष-2022 में यह आंकड़ा 29 पर था। इस साल 11 पुरूष और 4 महिलाएं है। इसके अतिरिक्त एक गर्भवती भी पॉजिटिव मिली, लेकिन उसका बच्चा HIV नेगेटिव पाया गया है। घरौंडा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जागरूकता अभियानों का प्रभाव है कि लोग HIV टेस्ट के लिए सामने आते है। गर्भवती महिलाओं का भी टेस्ट किया जाता है। HIV एड्स के केस जीरो पर लाने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है। क्या कहते है आईसीटीसी के आंकड़े?
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर (आईसीटीसी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में जनवरी से लेकर नवंबर तक कुल 5999 टेस्ट हुए। जिसमें 3470 जरनल कैटेगरी और 2529 एएनसी टेस्ट शामिल है। जरनल कैटेगरी में चार महिलाओं सहित 15 लोग पॉजिटिव पाए गए। वहीं एएनसी यानी गर्भवती महिलाओं के टेस्ट में एक गर्भवती महिला पॉजिटिव मिली, जिसको एआरटी दी जा रही है। 18 महीने बाद आती है टेस्ट रिपोर्ट
आईसीटीसी के काउंसलर अजय कपूर की माने तो पॉजिटिव महिलाओं के गर्भ से जन्मे बच्चों को 45 नेवरापाइन सिरप दिया जाता है। इसके बाद डीबीएस टेस्ट को दिल्ली के एम्स में भेजा जाता है। 6 महीने, 12 महीने और 18 महीने की अवधि में बच्चे के टेस्ट किए जाते है और फाइनल रिपोर्ट 18 महीने बाद ही आती है। घटता-बढ़ता रहा HIV का आंकड़ा
आईसीटीसी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2019 में HIV के 18 मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष-2020 में HIV संक्रमण के मामलों में तीन गुणा गिरावट दर्ज की गई। जिससे केवल छह केस ही सामने आए, जिसका कारण कोरोना काल माना गया, लेकिन वर्ष 2021 में HIV का ग्राफ फिर से बढ़ा और आंकड़ा 18 पर पहुंच गया। वर्ष 2022 में एक बार फिर HIV के केसों में उछाल आया और 29 केस सामने आए, लेकिन वर्ष 2023 में 26 लोग ही HIV पॉजिटिव पाए गए। HIV के प्रति जागरूक हो रहे हैं लोग
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ. मुनेश गोयल ने बताया कि जब आईसीटीसी सेंटर सीएचसी में स्थापित हुआ था। उस समय लोग जागरूक नहीं थे और केस भी कम आते थे, लेकिन अब लोग जागरूक हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी HIV एड्स जागरूकता पखवाड़ा चलाकर लोगों को जागरूक करता है, जिसके बाद लोग टेस्ट करवाने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि एड्स के बारे में सही जानकारी होना ही इसका इलाज है। लोग HIV टेस्ट करवाने में संकोच न करें। टेस्ट की जानकारी गोपनीय रखी जाती है। HIV के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की जंग जारी है। हरियाणा के घरौंडा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में HIV व एड्स के मामलों में साल दर साल गिरावट देखने को मिल रही है। वर्ष 2023 में जहां 26 केस सामने आए थे, वहीं इस वर्ष नवंबर तक 16 मामले सामने आए है। जबकि वर्ष-2022 में यह आंकड़ा 29 पर था। इस साल 11 पुरूष और 4 महिलाएं है। इसके अतिरिक्त एक गर्भवती भी पॉजिटिव मिली, लेकिन उसका बच्चा HIV नेगेटिव पाया गया है। घरौंडा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जागरूकता अभियानों का प्रभाव है कि लोग HIV टेस्ट के लिए सामने आते है। गर्भवती महिलाओं का भी टेस्ट किया जाता है। HIV एड्स के केस जीरो पर लाने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है। क्या कहते है आईसीटीसी के आंकड़े?
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर (आईसीटीसी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में जनवरी से लेकर नवंबर तक कुल 5999 टेस्ट हुए। जिसमें 3470 जरनल कैटेगरी और 2529 एएनसी टेस्ट शामिल है। जरनल कैटेगरी में चार महिलाओं सहित 15 लोग पॉजिटिव पाए गए। वहीं एएनसी यानी गर्भवती महिलाओं के टेस्ट में एक गर्भवती महिला पॉजिटिव मिली, जिसको एआरटी दी जा रही है। 18 महीने बाद आती है टेस्ट रिपोर्ट
आईसीटीसी के काउंसलर अजय कपूर की माने तो पॉजिटिव महिलाओं के गर्भ से जन्मे बच्चों को 45 नेवरापाइन सिरप दिया जाता है। इसके बाद डीबीएस टेस्ट को दिल्ली के एम्स में भेजा जाता है। 6 महीने, 12 महीने और 18 महीने की अवधि में बच्चे के टेस्ट किए जाते है और फाइनल रिपोर्ट 18 महीने बाद ही आती है। घटता-बढ़ता रहा HIV का आंकड़ा
आईसीटीसी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2019 में HIV के 18 मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष-2020 में HIV संक्रमण के मामलों में तीन गुणा गिरावट दर्ज की गई। जिससे केवल छह केस ही सामने आए, जिसका कारण कोरोना काल माना गया, लेकिन वर्ष 2021 में HIV का ग्राफ फिर से बढ़ा और आंकड़ा 18 पर पहुंच गया। वर्ष 2022 में एक बार फिर HIV के केसों में उछाल आया और 29 केस सामने आए, लेकिन वर्ष 2023 में 26 लोग ही HIV पॉजिटिव पाए गए। HIV के प्रति जागरूक हो रहे हैं लोग
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ. मुनेश गोयल ने बताया कि जब आईसीटीसी सेंटर सीएचसी में स्थापित हुआ था। उस समय लोग जागरूक नहीं थे और केस भी कम आते थे, लेकिन अब लोग जागरूक हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी HIV एड्स जागरूकता पखवाड़ा चलाकर लोगों को जागरूक करता है, जिसके बाद लोग टेस्ट करवाने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि एड्स के बारे में सही जानकारी होना ही इसका इलाज है। लोग HIV टेस्ट करवाने में संकोच न करें। टेस्ट की जानकारी गोपनीय रखी जाती है। HIV के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की जंग जारी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर