तमिलनाडू छोड़कर पंजाब आए जीवन कुमार अब सिख धर्म अपनाकर जीवन सिंह बन चुके हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के वकील और पंजाब की होशियारपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। तमिलनाडू से आए उनके कुछ साथी घर घर जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जीवन सिंह का चुनाव लड़ने का मकसद समाज को नई दिशा देना है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता 51 वर्षीय जीवन कुमार कुछ समय पहले पंजाब आकर बस गए थे और उन्होंने सिख धर्म अपना लिया था। जीवन सिंह बहुजन द्रविड़ पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं। नई दिशा देने के लिए चुनाव मैदान में उतरे जीवन सिंह का कहना है कि, समाज को नई दिशा देने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। उन्हें गन्ना किसान चुनाव चिन्ह मिला है। उनका कहना है कि लोग पारंपरिक पार्टी की अराजकता से तंग आ चुके हैं और नए विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। जीवन सिंह के साथ उनके कुछ साथी भी चुनाव प्रचार के लिए तमिलनाडू से पंजाब आए हैं। वह होशियारपुर के शाम चुरासी हलके के गांव रायपुर के गुरुद्वारा साहिब में ठहरे हैं और यहीं से वे हर दिन अपने साथियों के साथ चुनाव प्रचार के लिए निकलते हैं। तमिलनाडू छोड़कर पंजाब आए जीवन कुमार अब सिख धर्म अपनाकर जीवन सिंह बन चुके हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के वकील और पंजाब की होशियारपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। तमिलनाडू से आए उनके कुछ साथी घर घर जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जीवन सिंह का चुनाव लड़ने का मकसद समाज को नई दिशा देना है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता 51 वर्षीय जीवन कुमार कुछ समय पहले पंजाब आकर बस गए थे और उन्होंने सिख धर्म अपना लिया था। जीवन सिंह बहुजन द्रविड़ पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं। नई दिशा देने के लिए चुनाव मैदान में उतरे जीवन सिंह का कहना है कि, समाज को नई दिशा देने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। उन्हें गन्ना किसान चुनाव चिन्ह मिला है। उनका कहना है कि लोग पारंपरिक पार्टी की अराजकता से तंग आ चुके हैं और नए विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। जीवन सिंह के साथ उनके कुछ साथी भी चुनाव प्रचार के लिए तमिलनाडू से पंजाब आए हैं। वह होशियारपुर के शाम चुरासी हलके के गांव रायपुर के गुरुद्वारा साहिब में ठहरे हैं और यहीं से वे हर दिन अपने साथियों के साथ चुनाव प्रचार के लिए निकलते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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