पंजाब के बरनाला में शनिवार देर शाम अकाली नेता ने मां और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने पालतू कुत्ते को भी गोली मारी। आखिर में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। घटना का पता चलते ही SSP संदीप मलिक, CIA इंचार्ज बलजीत सिंह पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर अस्पताल में भिजवा दिए हैं। घटना राम राज्य कॉलोनी की है। मृतकों की पहचान कुलवीर मान, उसकी मां बलवंत कौर और बेटी निमरत कौर के रूप में हुई है। बेटी कुछ समय पहले कनाडा से आई पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, कुलवीर मान राम राज्य कॉलोनी में कोठी नंबर 353 में रहता था। बेटी निरमत कौर कुछ समय पहले ही कनाडा से भारत आई थी। शाम के समय आसपास के रहने वाले लोगों ने एक के बाद एक कई गोली चलने की आवाज सुनी। लोग मौके पर पहुंचे तो वहां कुलवीर मान, बलवंत कौर और निमरत कौर का शव खून से सना पड़ा था। वहीं रिवॉल्वर भी पड़ी हुई थी। उन्होंने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। SSP बोले- जांच कर रहे SSP संदीप मलिक ने कहा कि बारीकी से घटना की जांच की जा रही है। हत्या में इस्तेमाल किया गया रिवॉल्वर रिकवर कर लिया गया है। हथियार लाइसेंसी था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। अभी कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पंजाब के बरनाला में शनिवार देर शाम अकाली नेता ने मां और बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने पालतू कुत्ते को भी गोली मारी। आखिर में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। घटना का पता चलते ही SSP संदीप मलिक, CIA इंचार्ज बलजीत सिंह पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर अस्पताल में भिजवा दिए हैं। घटना राम राज्य कॉलोनी की है। मृतकों की पहचान कुलवीर मान, उसकी मां बलवंत कौर और बेटी निमरत कौर के रूप में हुई है। बेटी कुछ समय पहले कनाडा से आई पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, कुलवीर मान राम राज्य कॉलोनी में कोठी नंबर 353 में रहता था। बेटी निरमत कौर कुछ समय पहले ही कनाडा से भारत आई थी। शाम के समय आसपास के रहने वाले लोगों ने एक के बाद एक कई गोली चलने की आवाज सुनी। लोग मौके पर पहुंचे तो वहां कुलवीर मान, बलवंत कौर और निमरत कौर का शव खून से सना पड़ा था। वहीं रिवॉल्वर भी पड़ी हुई थी। उन्होंने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। SSP बोले- जांच कर रहे SSP संदीप मलिक ने कहा कि बारीकी से घटना की जांच की जा रही है। हत्या में इस्तेमाल किया गया रिवॉल्वर रिकवर कर लिया गया है। हथियार लाइसेंसी था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। अभी कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
तरन तारन में दुकानदार पर तेजधार हथियार से हमला:नकदी और मोबाइल फोन लूटकर हुआ फरार, दवाई लेने आया था आरोपी
तरन तारन में दुकानदार पर तेजधार हथियार से हमला:नकदी और मोबाइल फोन लूटकर हुआ फरार, दवाई लेने आया था आरोपी तरनतारन जिले के खारा गांव में स्थित एक मेडिकल स्टोर में अज्ञात व्यक्ति ने घुसकर दुकान से पहले दवाई ली। उसके बाद मेडिकल स्टोर में मौजूद व्यक्ति पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लूट के इरादे से घुसा शख्स दुकान में पड़ी नकदी और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। लूट की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। मुंह लपेट कर आया था आरोपी लूट का शिकार हुए पीड़ित और दुकान पर मौजूद लोगों ने बताया कि दिन में मुंह बांधे एक व्यक्ति दुकान में घुसा था। पीड़ित ने बताया कि उसके साथ मारपीट करने के बाद उस पर धारदार हथियार से हमला कर दुकान और उसकी जेब में रखी नकदी और उसका मोबाइल फोन लूट लिया। लूट का शिकार हुए नौजवान ने बताया कि लोगों ने उसका पीछा भी किया। लेकिन लोगों की मदद नहीं मिल पाने के कारण वह मौके से भाग गया। मामले की जांच में जुटी पुलिस लूट का शिकार हुए युवक और दुकान पर मौजूद लोगों ने लुटेरे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उधर, इस संबंध में जब सरहाली थाने की पुलिस से संपर्क किया गया तो मामले की जांच कर रहे थाना सरहली के प्रभारी कश्मीर सिंह ने बताया कि पुलिस से शिकायत मिलने के बाद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द लुटेरे को पकड़ लिया जाएगा।
पंजाब में SAD बागी गुट ने लॉबिंग की शुरू:नाराज सीनियर अकाली लीडर्स से गुपचुप मुलाकात जारी; सुखबीर बादल होंगे अकाल तख्त साहिब पर पेश
पंजाब में SAD बागी गुट ने लॉबिंग की शुरू:नाराज सीनियर अकाली लीडर्स से गुपचुप मुलाकात जारी; सुखबीर बादल होंगे अकाल तख्त साहिब पर पेश शिरोमणि अकाली दल में फूट के बाद श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से जारी हुकमों ने अध्यक्ष सुखबीर बादल की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। सुखबीर बादल ने ऐलान कर दिया है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब पर जरूर पेश होंगे। वहीं दूसरी तरफ, विरोधी गुट अपने आप को मजबूत करने के लिए नाराज, सस्पेंड, एसजीपीसी व पूर्व जत्थेदारों से लॉबिंग में जुट गया है। सुखबीर बादल ने अपने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि वे श्री अकाल तख्त साहिब पर विनम्रता के साथ पेश होंगे। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा- एक धर्मनिष्ठ और विनम्र सिख के रूप में, मैं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज और मिरी पीरी के सर्वोच्च मंदिर, श्री अकाल तख्त साहिब के प्रति समर्पित हूं। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के अनुसार, दास अपार श्रद्धा और विनम्रता के साथ सर्वोच्च तीर्थ पर मत्था टेकेंगे। बादल ने खुद दी प्रतिक्रिया बागी गुट की तरफ से शुरू की गई कोशिशों के बाद ये पहला मौका है जब अध्यक्ष सुखबीर बादल ने खुद कोई प्रतिक्रिया दी है। बागी गुट के विरोध और श्री अकाल तख्त साहिब पर माफीनामा सौंपने के बाद भी सुखबीर बादल ने अपनी तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया था। बागी गुट नाराज अकाली नेताओं से कर रहा मुलाकात प्रेम सिंह चंदूमाजरा की अध्यक्षता में अकाली दल बचाओ लहर के तहत सभी बागी लीडर लगातार नाराज नेताओं से मिल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अकाली दल के बागी गुट ने उन नेताओं से भी मुलाकात की है, जिन्हें बीते दिनों किसी ना किसी कारणवश सुखबीर बादल ने सस्पेंड किया था। इनमें उनके अपने जीजा आदेश प्रताप सिंह कैरों, रविकरण सिंह काहलों और मलूका परिवार भी शामिल है। लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, बागी गुट पहले ही कह चुका है कि वे हर नाराज अकाली लीडर से संपर्क करेंगे। इसके अलावा अकाली दल लगातार एसजीपीसी सदस्यों और पूर्व जत्थेदारों से मुलाकात कर रहा है। एक इंटरव्यू में पूर्व जत्थेदार रणजीत सिंह ने कहा कि उनसे भी संपर्क साधा गया था। लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया। उनका कहना था कि वे धर्म की सेवा में लगे हैं, राजसी सेवा वह नहीं करेंगे। जालंधर चुनावों के दौरान शुरू हुई थी बगावत अकाली दल के बीच बगावत जालंधर चुनावों के दौरान ही शुरू हो गई थी। सीनियर अकाली नेता चंदूमाजरा, ढींढसा परिवार, बीबी जगीर कौर व कई सीनियर अकाली नेताओं ने सुखबीर बादल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अकाली दल को बादल परिवार से मुक्त करवाने की मांग उठने लगी। अकाली दल के नेताओं ने 2022 में सामने आई झूंदा रिपोर्ट को अमल में लाने की मांग की। जिसमें प्रधान को उतारने के लिए सीधे तौर पर नहीं लिखा गया था, लेकिन कहा गया था कि दो टर्म के बाद प्रधान रिपीट नहीं होना चाहिए। बागी श्री अकाल तख्त साहिब का रुख बागी गुट ने इस बगावत को अकाली दल बचाओ लहर नाम दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बागी गुट ने अपना विरोध तो जता दिया था, लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब का रुख कर सभी का ध्यान पुराने मुद्दे राम रहीम की माफी, बेअदबी की घटनाओं आदि की तरफ केंद्रित कर दिया। बागी गुट ने सीधे तौर पर सुखबीर बादल के खिलाफ शिकायत नहीं दी, उन्होंने इसे माफीनामा नाम दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि वे पार्टी की तरफ से हुई गलतियों का विरोध नहीं कर पाए, इसके लिए वे माफी मांगते हैं। चार आरोप, जो माफीनामा में सुखबीर के खिलाफ लिखे गए 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचाया था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में SAD सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी को ध्यान में रखते हुए इस फैसले से पीछे हटना पड़ा। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। शिरोमणि अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में सफल नहीं हुए। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ SAD सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया था। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पुलिसकर्मी इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। बताना चाहते हैं कि 2012 में बनी SAD सरकार और पिछली अकाली सरकारों ने भी राज्य में झूठे पुलिस मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच करने और पीड़ितों को राहत देने के लिए एक आयोग बनाकर लोगों से किए वादे विफल रहे। बागी गुट झूंदा कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की कर रहा मांग बागी गुट लगातार झूंदा कमेटी, जिसे 2022 में भी लागू करने की मांग उठी थी, पर विचार करने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि इसमें पार्टी प्रधान बदलने का प्रस्ताव नहीं है, लेकिन ये लिखा गया है कि पार्टी अध्यक्ष 10 साल के बाद रिपीट नहीं होगा। झूंदा रिपोर्ट पर जब अमल नहीं हुआ तो इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। झूंदा ने सार्वजनिक तौर पर बयान जारी किया था कि 117 विधानसभा हलकों में 100 में जाकर उन्होंने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। इस रिपोर्ट में कुछ जानकारियां 2022 में सांझी की थी। तब अकाली नेताओं ने कहा था कि झूंदा रिपोर्ट में 42 सुझाव दिए गए हैं। पार्टी प्रधान को बदले जाने का रिपोर्ट में कहीं जिक्र नहीं है। लेकिन, भविष्य में पार्टी प्रधान के चुने जाने की तय सीमा जरूर तय की गई है। ये भी बात उठाई गई कि अकाली दल अपने मूल सिद्धांतों से भटका है और राज्य सत्ता में रहने के मकसद से कई कमियां आई हैं। सुखबीर बादल का शक्ति प्रदर्शन पूरे घटनाक्रम में सुखबीर बादल ने एक भी शब्द अपनी सफाई व विरोधी गुट के लिए नहीं कहा। लेकिन अकाल तख्त साहिब से सम्मन पर उन्होंने पहली बार कुछ कहा है। वहीं, दूसरी तरफ सुखबीर बादल लगातार बिना कुछ कहे अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहे। बागी गुट एक तरफ विरोध तेज कर रहा था, वहीं सुखबीर बादल लगातार बैठकें बुलाकर समर्थन अपने पक्ष में कर रहे थे।
पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज:ऑनलाइन चलेगी ड्राइव, चंडीगढ़ में बनी स्ट्रेटजी, केंद्र व पंजाब सरकार पर बोला हमला
पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज:ऑनलाइन चलेगी ड्राइव, चंडीगढ़ में बनी स्ट्रेटजी, केंद्र व पंजाब सरकार पर बोला हमला महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर आज (रविवार को) पंजाब महिला कांग्रेस की मेंबरशिप मुहिम का आगाज हुआ। इस मौके महिला कांग्रेस के नेताओं की एक मीटिंग हुई। जिसमें पार्टी की सभी जिलों व ब्लॉकों की अध्यक्ष शामिल हुई। बैठक प्रधान गुरशरण कौर रंधावा की अगुवाई में हुई। पंजाब महिला कांग्रेस की पर्यवेक्षक नताशा शर्मा ने बताया कि मेंबरशिप ड्राइव ऑनलाइन चलेगी। महिलाओं से वोट लिए, हक नहीं दिए बीजेपी पर निशाना बनाते हुए गुरशरण कौर रंधावा ने कहा कि केंद्र सरकार के राज में जहां देशभर में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। महिलाएं अपना घर, रसोई चलाने और बच्चों की फीस भरने में भी असमर्थ हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का सपना दिखाकर उनका वोट तो हड़प लिया, लेकिन अब जनगणना के बाद इसे लागू करने के बहाने आरक्षण को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी कठिनाइयों का सामना करने और महिलाओं को कांग्रेस के साथ मजबूत करने के लिए महिला कांग्रेस ने यह भर्ती अभियान शुरू किया है। पंजाब में कानून व्यवस्था का बुरा हाल इस मौके गुरशरण कौर रंधावा ने कहा कि पंजाब महिला कांग्रेस अपने आप में एक मजबूत संगठन है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और महिलाएं घर से निकलने से डरती है। बेरोजगारी, नशा और गुंडागर्दी ने उनके बच्चों को बुरे दौर में धकेल दिया है। आज महिलाएं सरकार के 1000 रुपए के झूठे वादे को भूलकर अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, जिसके कारण महिला कांग्रेस चुप बैठने के बजाय संघर्ष का रास्ता चुन रही है।