गुरुवार की रात पीट-पीटकर जिस प्रदीप कुमार साहनी की हत्या कर दी गई थी वह 8 सालों से अपने घर नहीं जाता था। परिवार के लोग उससे इस कदर नाराज थे कि हत्या के बाद भी नहीं पसीजे। पुलिस ने पिता को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने एक लाइन में कह दिया कि उनका कोई मतलब नहीं। पोस्टमार्टम के बाद जब प्रदीप का शव सौंपने की बारी आयी तो फिर पिता से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया।
परिवार ने शव नहीं लिया तो तथाकथित प्रेमिका ने शव लिया और उसे लेकर राप्ती नदी के किनारे राजघाट पर पहुंच गई। वहां प्रेमिका के परिजन भी थे लेकिन इन सबके बीच प्रदीप के शव का अंतिम संस्कार एक लावारिश शव के रूप में हुआ। श्मशान पर रहने वाले डोमराजा ने पुलिस के कहने पर चिता में आग लगाई। बाकी दूर बैठे रहे।
प्रेमिका के घर ही रहता था प्रदीप
प्रदीप कुमार साहनी सहजनवा थाना क्षेत्र के सेमराडाडी के रहने वाले थे। घर में उनके पिता रमेश कुमार व एक भाई भी हैं। लेकिन वह शिल्पा से इस कदर प्रभावित हुए कि उसी के मायके में रहने लगे। लगातार 8 साल तक उनका अपने घर से कोई मतलब नहीं रहा। आमतौर पर इस दुनिया से जाने के बाद परिवार के लोग स्वीकार कर लेते हैं लेकिन प्रदीप के पिता ने मरने के बाद भी उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
पुलिस को भी नहीं थी उम्मीद
पुलिस को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि प्रदीप के पिता उनका शव लेने से इनकार कर देंगे। पोस्टमार्टम होने के बाद जब शव को सिपुर्द करने की बारी आयी तो प्रदीप साहनी के पिता रमेश कुमार से संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने शव लेने से स्पष्ट मना कर दिया। यह जवाब पुलिस के लिए भी आश्चर्यचकित करने वाला था। फिलहाल प्रदीप का अंतिम संस्कार हो चुका है। अब सवाल यह उठ रहा है कि ब्रह्मभोज कौन करेगा?
घाट पर बैठी रही शिल्पा यादव
शिल्पा यादव के मायके में ही प्रदीप कुमार रहता था। गांव वाले और आसपास के लोग प्रदीप को शिल्पा के प्रेमी के रूप में ही देखते थे लेकिन शिल्पा इस बात से इनकार कर रही है। वह इस बात पर जोर देते नजर आ रही है कि वह न तो लिव इन में प्रदीप के साथ रहती थी और न ही वह उसके प्रेमी थे। शिल्पा का कहना है कि प्रदीप उनका व उनके बच्चों का खर्च भी देखते थे। घर पर ही रहते थे। घर का काम भी करते थे और वीडियो बनाने में सहयोग करते थे। शिल्पा ने कहा कि लोग जो बोल रहे हैं, वो सही नहीं है।
6 लोग हिरासत में, खंगाले जा रही सीडीआर
इस मामले में सहजनवा पुलिस ने मुख्य अभियुक्त राम सिंह से जुड़े 6 लोगों को हिरासत में लिया है। सर्विलांस की मदद से उनके मोबाइल नंबर का सीडीआर खंगाला जा रहा है। इससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। इधर राम सिंह को पकड़ने के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। देर रात तक दबिश जारी रही। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखे गहरे घाव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सिर में गहरा घाव लगने की पुष्टि हुई है। किसी भारी चीज से सिर पर वार किया गया है। माना जा रहा है कि पीछे से सिर पर वार किया गया है। जिससे प्रदीप की मौत हो गई। गांव में चर्चा है कि शिल्पा की लड़ाई में प्रदीप मारा गया।
वायरल हो रहा वीडियो
शिल्पा इस मामले में लगातार अष्टभुजा गिरि पर आरोप लगा रही है। हालांकि अष्टभुजा अभी भी जेल में है। वह गीडा क्षेत्र में राधेकृष्ण होटल चलाता था। इस समय होटल भी बंद है। होटल के रिसेप्शन पर शिल्पा का एक वीडियो सीसीटीवी कैमरे से निकाला गया है। जिसमें वह वहीं काम करने वाली एक अन्य युवती के ब्वायफ्रेंड के साथ नजर आ रही है। यह वीडियो शुक्रवार की सुबह से वायरल हो रहा है। गुरुवार की रात पीट-पीटकर जिस प्रदीप कुमार साहनी की हत्या कर दी गई थी वह 8 सालों से अपने घर नहीं जाता था। परिवार के लोग उससे इस कदर नाराज थे कि हत्या के बाद भी नहीं पसीजे। पुलिस ने पिता को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने एक लाइन में कह दिया कि उनका कोई मतलब नहीं। पोस्टमार्टम के बाद जब प्रदीप का शव सौंपने की बारी आयी तो फिर पिता से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया।
परिवार ने शव नहीं लिया तो तथाकथित प्रेमिका ने शव लिया और उसे लेकर राप्ती नदी के किनारे राजघाट पर पहुंच गई। वहां प्रेमिका के परिजन भी थे लेकिन इन सबके बीच प्रदीप के शव का अंतिम संस्कार एक लावारिश शव के रूप में हुआ। श्मशान पर रहने वाले डोमराजा ने पुलिस के कहने पर चिता में आग लगाई। बाकी दूर बैठे रहे।
प्रेमिका के घर ही रहता था प्रदीप
प्रदीप कुमार साहनी सहजनवा थाना क्षेत्र के सेमराडाडी के रहने वाले थे। घर में उनके पिता रमेश कुमार व एक भाई भी हैं। लेकिन वह शिल्पा से इस कदर प्रभावित हुए कि उसी के मायके में रहने लगे। लगातार 8 साल तक उनका अपने घर से कोई मतलब नहीं रहा। आमतौर पर इस दुनिया से जाने के बाद परिवार के लोग स्वीकार कर लेते हैं लेकिन प्रदीप के पिता ने मरने के बाद भी उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
पुलिस को भी नहीं थी उम्मीद
पुलिस को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि प्रदीप के पिता उनका शव लेने से इनकार कर देंगे। पोस्टमार्टम होने के बाद जब शव को सिपुर्द करने की बारी आयी तो प्रदीप साहनी के पिता रमेश कुमार से संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने शव लेने से स्पष्ट मना कर दिया। यह जवाब पुलिस के लिए भी आश्चर्यचकित करने वाला था। फिलहाल प्रदीप का अंतिम संस्कार हो चुका है। अब सवाल यह उठ रहा है कि ब्रह्मभोज कौन करेगा?
घाट पर बैठी रही शिल्पा यादव
शिल्पा यादव के मायके में ही प्रदीप कुमार रहता था। गांव वाले और आसपास के लोग प्रदीप को शिल्पा के प्रेमी के रूप में ही देखते थे लेकिन शिल्पा इस बात से इनकार कर रही है। वह इस बात पर जोर देते नजर आ रही है कि वह न तो लिव इन में प्रदीप के साथ रहती थी और न ही वह उसके प्रेमी थे। शिल्पा का कहना है कि प्रदीप उनका व उनके बच्चों का खर्च भी देखते थे। घर पर ही रहते थे। घर का काम भी करते थे और वीडियो बनाने में सहयोग करते थे। शिल्पा ने कहा कि लोग जो बोल रहे हैं, वो सही नहीं है।
6 लोग हिरासत में, खंगाले जा रही सीडीआर
इस मामले में सहजनवा पुलिस ने मुख्य अभियुक्त राम सिंह से जुड़े 6 लोगों को हिरासत में लिया है। सर्विलांस की मदद से उनके मोबाइल नंबर का सीडीआर खंगाला जा रहा है। इससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। इधर राम सिंह को पकड़ने के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। देर रात तक दबिश जारी रही। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखे गहरे घाव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सिर में गहरा घाव लगने की पुष्टि हुई है। किसी भारी चीज से सिर पर वार किया गया है। माना जा रहा है कि पीछे से सिर पर वार किया गया है। जिससे प्रदीप की मौत हो गई। गांव में चर्चा है कि शिल्पा की लड़ाई में प्रदीप मारा गया।
वायरल हो रहा वीडियो
शिल्पा इस मामले में लगातार अष्टभुजा गिरि पर आरोप लगा रही है। हालांकि अष्टभुजा अभी भी जेल में है। वह गीडा क्षेत्र में राधेकृष्ण होटल चलाता था। इस समय होटल भी बंद है। होटल के रिसेप्शन पर शिल्पा का एक वीडियो सीसीटीवी कैमरे से निकाला गया है। जिसमें वह वहीं काम करने वाली एक अन्य युवती के ब्वायफ्रेंड के साथ नजर आ रही है। यह वीडियो शुक्रवार की सुबह से वायरल हो रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
प्रेमिका की मौजूदगी में लावारिश की तरह हुआ अंतिम संस्कार:राजघाट पर डोमराजा ने दी चिता को आग; पिता ने शव लेने से कर दिया था इनकार
