अरविंद केजरीवाल के रोड शो से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक मदन लाल बग्गा का दावा ने दावा किया है कि आप पार्टी लोस चुनाव में 13-0 का टारगेट पूरा करेगी और पार्टी विकास के मुद्दों को लेकर वोट मांग रही है। विधायक मदन लाल बग्गा ने कहा लुधियाना में पार्टी उम्मीदवार शानदार जीत हासिल करेगी। मदन लाल बग्गा ने कहा कि शहर में आम आदमी पार्टी की हवा चल रही है। केन्द्र सरकार की तानाशाही पंजाब के लोग सहन नहीं करेंगे। लोगों ने मन बना रखा है कि इस बार अपना वोट आम आदमी पार्टी को ही देंगे। हम 2 साल के विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे है। राजा वड़िंग मुक्तसर के बाहरी उम्मीदवार आगे उन्होंने बातचीत में कहा कि विरोधियों के पास वोट मांगने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है। अशोक पराशर पप्पी लोकल उम्मीदवार हैं जबकि राजा वड़िंग मुक्तसर के बाहरी उम्मीदवार हैं। बिट्टू का पता नहीं खुद का घर कहां पर है। जो सरकारी घर रखा था उसके पैसे तक उन्होंने जमा नहीं करवाए। आखिर में जब एनओसी नहीं मिली तो रातो-रात पैसे जमा करवाए। बिट्टू ने 10 साल सांसद होने के बावजूद एम्स जैसा अस्पताल नहीं बनवाया। बच्चों के लिए कोई कॉलेज तक नहीं बना। आठ हजार करोड़ रुपए जो केन्द्र सरकार ने पंजाब की जनता का रोक रखा है। यदि यह पैसा पंजाब को मिल जाए तो पंजाब में विकास का रास्ता खुल जाएगा। हमने लोगों को तीन गारंटियां दी थी जिनमें एक गारंटी रह गई है जिसे चुनाव के बाद पूरा कर दिया जाएगा। अरविंद केजरीवाल के रोड शो से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक मदन लाल बग्गा का दावा ने दावा किया है कि आप पार्टी लोस चुनाव में 13-0 का टारगेट पूरा करेगी और पार्टी विकास के मुद्दों को लेकर वोट मांग रही है। विधायक मदन लाल बग्गा ने कहा लुधियाना में पार्टी उम्मीदवार शानदार जीत हासिल करेगी। मदन लाल बग्गा ने कहा कि शहर में आम आदमी पार्टी की हवा चल रही है। केन्द्र सरकार की तानाशाही पंजाब के लोग सहन नहीं करेंगे। लोगों ने मन बना रखा है कि इस बार अपना वोट आम आदमी पार्टी को ही देंगे। हम 2 साल के विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे है। राजा वड़िंग मुक्तसर के बाहरी उम्मीदवार आगे उन्होंने बातचीत में कहा कि विरोधियों के पास वोट मांगने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है। अशोक पराशर पप्पी लोकल उम्मीदवार हैं जबकि राजा वड़िंग मुक्तसर के बाहरी उम्मीदवार हैं। बिट्टू का पता नहीं खुद का घर कहां पर है। जो सरकारी घर रखा था उसके पैसे तक उन्होंने जमा नहीं करवाए। आखिर में जब एनओसी नहीं मिली तो रातो-रात पैसे जमा करवाए। बिट्टू ने 10 साल सांसद होने के बावजूद एम्स जैसा अस्पताल नहीं बनवाया। बच्चों के लिए कोई कॉलेज तक नहीं बना। आठ हजार करोड़ रुपए जो केन्द्र सरकार ने पंजाब की जनता का रोक रखा है। यदि यह पैसा पंजाब को मिल जाए तो पंजाब में विकास का रास्ता खुल जाएगा। हमने लोगों को तीन गारंटियां दी थी जिनमें एक गारंटी रह गई है जिसे चुनाव के बाद पूरा कर दिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाबी सिंगर करण औजला पर जूता मारा:चेहर पर लगा; गुस्साए सिंगर ने कहा- मंच पर आओ, एक-एक करते हैं
पंजाबी सिंगर करण औजला पर जूता मारा:चेहर पर लगा; गुस्साए सिंगर ने कहा- मंच पर आओ, एक-एक करते हैं बॉलीवुड गाना तौबा-तौबा गाने वाले पंजाबी सिंगर करण औजला इन दिनों यूके टूर पर हैं। लंदन में उनका कॉन्सर्ट चल रहा था। इस दौरान किसी ने उन पर जूता फेंक दिया। गुस्साए करण औजला ने स्टेज से ही गाली-गलौज शुरू कर दी और जूता फेंकने वाले को स्टेज पर आने की चुनौती भी दी। आखिर में उन्होंने युवाओं से ऐसा न करने और सम्मान देने की अपील की। दरअसल लंदन शो के दौरान वह स्टेज पर परफॉर्म कर रहे थे। इस दौरान बाईं तरफ से एक सफेद रंग का जूता स्टेज की तरफ आया और सीधा करण औजला के चेहरे पर लगा। जिसके बाद करण औजला भड़क गए। घटना पर सिंगर ने क्या कहा?
करण औजला ने पहले स्टेज से गाली देते हुए कहा- रुको… ये कौन था, मैं तुझे स्टेज पर आने के लिए कह रहा हूं। चलो अब एक-एक करके करते हैं। तुमने ऐसा क्यों किया। ऐसा मत करो, सम्मान दो। वर्ल्ड टूर पर हैं करण
करण औजला इन दिनों वर्ल्ड टूर पर हैं। वे कुछ दिनों के लिए यूके में हैं और लाइव कॉन्सर्ट कर रहे हैं। लंदन और बर्मिंघम के अलावा आने वाले दिनों में उनके ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शो हैं। वे इस साल के अंत में दिल्ली में भी 2 शो करने वाले हैं। जस्सी गिल की वजह से हुई थी म्यूजिक इंडस्ट्री में एंट्री
करण औजला का असली नाम जसकरण सिंह औजला है। उन्होंने छोटी उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। जस्सी गिल की वजह से औजला म्यूजिक इंडस्ट्री में आए थे। उन्होंने जस्सी गिल के लिए एक गाना लिखा था और वह गाना काफी हिट हुआ था। मूसेवाला के साथ रहा था विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करण औजला और सिद्धू मूसेवाला के बीच काफी विवाद हुआ था। दोनों एक-दूसरे को गानों में जवाब देते थे। मूसेवाला की मौत के बाद करण औजला पर भी सवाल उठे थे। लेकिन करण ने कहा था कि उनके और सिद्धू मूसेवाला के बीच कोई कड़वाहट नहीं है। दोनों ने फोन पर बात करके मसला सुलझा लिया था।
इंडियन हॉकी टीम ने स्पेन को हराकर जीता ब्रॉन्ज:पंजाब सरकार देगी 1 करोड़, सीएम मान ने की घोषणा; कैप्टन हरमन के घर खुशी का माहौल
इंडियन हॉकी टीम ने स्पेन को हराकर जीता ब्रॉन्ज:पंजाब सरकार देगी 1 करोड़, सीएम मान ने की घोषणा; कैप्टन हरमन के घर खुशी का माहौल पेरिस ओलिंपिक में गुरुवार को भारतीय हॉकी टीम ने देश को चौथा मेडल दिलाया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। जीत के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्लेयर को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर दी है। वहीं, अमृतसर के जंडियाला गुरु के अंतर्गत आते टिम्मोवाल में कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। सीएम भगवंत मान ने जीत पर भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी। सीएम मान ने कहा- हमारी स्पोर्ट्स पॉलिसी के अनुसार हम ब्रॉन्ज मैडल जीतने वाले को 1 करोड़ रुपए देंगे… चक दे इंडिया। गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम में पंजाब के 10 प्लेयर होने के चलते सीएम भगवंत मान का खिलाड़ियों के साथ काफी लगाव देखने को मिला। कुछ दिन पहले ही सीएम भगवंत मान ने फोन पर कैप्टन हरमनप्रीत सिंह के साथ बातचीत भी दी थी और शुभकामनाएं भी दी थी। सीएम भगवंत मान ने वादा किया था कि अगर गोल्ड लेकर आए तो एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचेंगे। गोल्ड तो ना सही, लेकिन टीम कांस्य पदक जीतने में सफल रही है। हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल वहीं, हरमनप्रीत सिंह के घर खुशी का माहौल है। मैच को फंसता देख हरमनप्रीत सिंह के पिता सरबजीत सिंह ने जीत पर खुशी जाहिर की। उनका कहना था कि मालिक ने बहुत कृपा की है। 44 सेकेंड रह गए थे, तो टीम को पीसी मिल गई। इंग्लैंड के मैच में जो गलती हुई थी, टीम ने उसे सुधारा है और देश को ब्रॉन्ज मैडल दिलाया है। हरमन के स्वागत की तैयारी मां का कहना है कि वे पूरा समय पाठ करती रही। उन्हें पूरी आस थी कि आज टीम इंडिया मैडल जीतेगी। रिश्तेदारों के फोन आने शुरू हो गए हैं। लेकिन अटैंड करने का समय तक नहीं लग रहा। अब तो हरमन की वापसी की तैयारी है। वापस आने पर हरमन व उसकी पूरी टीम का स्वागत किया जाएगा।
अमृतपाल सिंह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका खारिज:सांसद चुने जाने को चुनौती, पीठ ने कहा- आप चुनाव याचिका दायर करें
अमृतपाल सिंह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका खारिज:सांसद चुने जाने को चुनौती, पीठ ने कहा- आप चुनाव याचिका दायर करें सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी सिख अमृतपाल सिंह के पंजाब के खडूर साहिब से सांसद चुने जाने के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी। यह याचिका जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ के समक्ष दायर की गई थी। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि संविधान का अनुच्छेद 84 संसद की सदस्यता के लिए योग्यता से संबंधित है और इसमें कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति संसद की सीट भरने के लिए तब तक योग्य नहीं होगा जब तक वह भारत का नागरिक न हो। कोर्ट रूम से लाइव – याचिकाकर्ता- इस मामले में अमृतपाल सिंह ने कहा था कि वह भारत के संविधान के प्रति निष्ठा नहीं रखते हैं। पीठ- आप चुनाव याचिका दायर करें। याचिकाकर्ता- वह खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता नहीं है, लेकिन अमृतपाल सिंह द्वारा पहले दिए गए बयानों से मैं गहरा आहत हुआ हूं। पीठ- यह एविडेंस का मामला है। इसके लिए प्रक्रियाएं निर्धारित हैं। जन प्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान हैं। पीठ ने याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए कहा- “धन्यवाद, खारिज।” आजाद उम्मीदवार के तौर पर जीता अमृतपाल अमृतसर के खडूर साहिब का अमृतपाल सिंह 2022 में ही विदेश से वापस लौटा था। आते ही उसने वारिस पंजाब दे के मुखी के रूप में गद्दी संभाली। इसके साथ ही देश विरोधी बयान के कारण लाइम-लाइट में आ गया। अपने साथी को थाने से छुड़ाने के लिए फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह अपने 400 से अधिक समर्थकों व गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर अमृतसर के थाना अजनाला पहुंच गया और थाने पर कब्जा कर लिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत मामला दर्ज किया। 23 अप्रेल को अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया। जेल में रहते ही उसने खडूर साहिब से आजाद चुनाव लड़ा और तकरीबन 1.97 लाख वोटों से जीत हासिल की। 5 जुलाई को ली शपथ आपको बता दें कि बीते 5 जुलाई को अमृतपाल सिंह को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए पैरोल दी गई थी। अमृतपाल सिंह‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का मुखी है। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कथित अपराधों के लिए असम के डिब्रूगढ़ जिले की जेल में बंद है। पंजाब में अमृतपाल सिंह के खिलाफ 11 और एक मामला असम में दर्ज किया गया है। अमृतपाल सिंह ने जेल में रहते हुए खडूर साहिब से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव जीता है।