हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली से अवैध मस्जिद के खिलाफ सुलगी चिंगारी अब शहर के दूसरे उप नगरों में भी फैल गई है। संजौली के बाद वीरवार शाम के वक्त कसुम्पटी में भी बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए और मस्जिद के बाहर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। कसुम्पटी में हिंदू समुदाय के लोगों लगभग तीन घंटे तक मस्जिद के बाहर धरने पर बैठे रहे। यहां भी स्थानीय लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों पर अवैध ढंग से मस्जिद चलाने के आरोप लगाए। लोगों का आरोप है कि घर के लिए ली गई जमीन में मस्जिद चलाई जा रही है। मस्जिद में अंदर ही अंदर कंस्ट्रक्शन की गई। यहां भी संजौली की तर्ज पर लोग मस्जिद को हटाने की मांग पर अड़ गए है। कसुम्पटी में असुरक्षा का माहौल शिमला के कुसुम्पटी नगर निगम वार्ड की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि संजौली में चल रहे विवाद के बाद कसुम्पटी के लोगों ने भी निर्णय लिया कि यहां से भी अवैध मस्जिद को हटाया जाए। इसलिए लोग मस्जिद के खिलाफ एकजुट होकर सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि हर शुक्रवार को यहां इस छोटे से ढांचे में 100 से ज्यादा लोग नमाज पड़ने आते हैं, जिस जगह लोग नमाज पढ़ने पहुंचते हैं, वह जगह मकान के लिए ली गई थी। अब यहां अवैध रूप से मस्जिद चलाई जा रही है। पार्षद ने कहा कि SDM कसुम्पटी और पुलिस ने मस्जिद से जुड़े कागजात की छानबीन के लिए 2 दिन का वक्त मांगा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगो की वजह से बाज़ार में असुरक्षा का माहौल पैदा होता है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा इस पर रोक लगनी चाहिए। चार-पांच सालों से मस्जिद में बड़ी गतिविधियां नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने कहा कि छोटा शिमला वार्ड के अंतिम छोर पर अवैध रूप से मस्जिद चल रही है। बीते 4 सालों से यहां गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि यह जमीन बफ्फ बोर्ड ने सदीक मोहम्मद की घरवाली मुमताज बेगम के नाम पर लीज पर दे दिया था। लेकिन उनके बच्चों ने इसे बाहर से आने वाले लोगों को दे दिया । जिसके बाद से यहां बाहर के लोगों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि यह प्रॉपर्टी बाहर से ऐसी लग रही है। लेकिन इसमें अंदर ही अंदर ही कंस्ट्रक्शन का कार्य चला हुआ है। यहां से एक किलोमीटर आगे मस्जिद है। यहां मस्जिद की क्या जरूरत है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है।बाज़ार में न्यूसेंस क्रिएट हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस अवैध मस्जिद को तुंरत यहां से हटाया जा जाए। ताकि मां, बहन बेटियां यहां महफूज होकर चल सके और सामाजिक सौहार्द बना बना रहे। संजौली में आज 3 घंटे हुआ हंगामा, 2 दिन का अल्टीमेटम शिमला के संजौली की अवैध मस्जिद का मामला छाया हुआ है देश भर में मुद्दे की चर्चा हो रही है। रविवार से शुरू हुआ विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वीरवार को शिमला में एक बार फिर हिंदूवादी संगठनों ने संजौली में विशाल रैली निकाली और 2 दिनों के भीतर अवैध मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार व नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि बीते 14 सालों से चल रहे इस मुकदमें को नगर निगम कोर्ट यदि आने वाली सुनवाई में कोई फैसला नहीं करता अवैध मस्जिद के खिलाफ और उग्र आन्दोलन किया जाएगा और विवादित ढांचे को गिरा दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली से अवैध मस्जिद के खिलाफ सुलगी चिंगारी अब शहर के दूसरे उप नगरों में भी फैल गई है। संजौली के बाद वीरवार शाम के वक्त कसुम्पटी में भी बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए और मस्जिद के बाहर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। कसुम्पटी में हिंदू समुदाय के लोगों लगभग तीन घंटे तक मस्जिद के बाहर धरने पर बैठे रहे। यहां भी स्थानीय लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों पर अवैध ढंग से मस्जिद चलाने के आरोप लगाए। लोगों का आरोप है कि घर के लिए ली गई जमीन में मस्जिद चलाई जा रही है। मस्जिद में अंदर ही अंदर कंस्ट्रक्शन की गई। यहां भी संजौली की तर्ज पर लोग मस्जिद को हटाने की मांग पर अड़ गए है। कसुम्पटी में असुरक्षा का माहौल शिमला के कुसुम्पटी नगर निगम वार्ड की पार्षद रचना शर्मा ने कहा कि संजौली में चल रहे विवाद के बाद कसुम्पटी के लोगों ने भी निर्णय लिया कि यहां से भी अवैध मस्जिद को हटाया जाए। इसलिए लोग मस्जिद के खिलाफ एकजुट होकर सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि हर शुक्रवार को यहां इस छोटे से ढांचे में 100 से ज्यादा लोग नमाज पड़ने आते हैं, जिस जगह लोग नमाज पढ़ने पहुंचते हैं, वह जगह मकान के लिए ली गई थी। अब यहां अवैध रूप से मस्जिद चलाई जा रही है। पार्षद ने कहा कि SDM कसुम्पटी और पुलिस ने मस्जिद से जुड़े कागजात की छानबीन के लिए 2 दिन का वक्त मांगा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगो की वजह से बाज़ार में असुरक्षा का माहौल पैदा होता है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा इस पर रोक लगनी चाहिए। चार-पांच सालों से मस्जिद में बड़ी गतिविधियां नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर राकेश शर्मा ने कहा कि छोटा शिमला वार्ड के अंतिम छोर पर अवैध रूप से मस्जिद चल रही है। बीते 4 सालों से यहां गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि यह जमीन बफ्फ बोर्ड ने सदीक मोहम्मद की घरवाली मुमताज बेगम के नाम पर लीज पर दे दिया था। लेकिन उनके बच्चों ने इसे बाहर से आने वाले लोगों को दे दिया । जिसके बाद से यहां बाहर के लोगों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि यह प्रॉपर्टी बाहर से ऐसी लग रही है। लेकिन इसमें अंदर ही अंदर ही कंस्ट्रक्शन का कार्य चला हुआ है। यहां से एक किलोमीटर आगे मस्जिद है। यहां मस्जिद की क्या जरूरत है। नमाज के समय यहां से चलना मुश्किल हो जाता है।बाज़ार में न्यूसेंस क्रिएट हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस अवैध मस्जिद को तुंरत यहां से हटाया जा जाए। ताकि मां, बहन बेटियां यहां महफूज होकर चल सके और सामाजिक सौहार्द बना बना रहे। संजौली में आज 3 घंटे हुआ हंगामा, 2 दिन का अल्टीमेटम शिमला के संजौली की अवैध मस्जिद का मामला छाया हुआ है देश भर में मुद्दे की चर्चा हो रही है। रविवार से शुरू हुआ विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वीरवार को शिमला में एक बार फिर हिंदूवादी संगठनों ने संजौली में विशाल रैली निकाली और 2 दिनों के भीतर अवैध मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार व नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि बीते 14 सालों से चल रहे इस मुकदमें को नगर निगम कोर्ट यदि आने वाली सुनवाई में कोई फैसला नहीं करता अवैध मस्जिद के खिलाफ और उग्र आन्दोलन किया जाएगा और विवादित ढांचे को गिरा दिया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज भारी बारिश का अलर्ट:कांगड़ा, चंबा, सोलन व सिरमौर को चेतावनी, 2-NH सहित 159 सड़कें बंद, 1083 करोड़ की संपत्ति नष्ट
हिमाचल में आज भारी बारिश का अलर्ट:कांगड़ा, चंबा, सोलन व सिरमौर को चेतावनी, 2-NH सहित 159 सड़कें बंद, 1083 करोड़ की संपत्ति नष्ट हिमाचल के कई भागों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। कांगड़ा में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 155 मिलीमीटर बारिश हुई है। कांगड़ा की कई सड़कें इससे जलमग्न हो गई। नदी-नाले उफान पर है। कांगड़ा के ही धर्मशाला में 150.7 मिलीमीटर, सिरमौर के नाहन में 119.9 मिमी, नयना देवा में 78.2 मिमी और पांवटा साहिब में 48 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस बीच मौमस विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन जारी कर कांगड़ा, चंबा, सोलन और सिरमौर जिला में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बारिश के बाद बाढ़ और लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, प्रदेश में आज और कल मानसून एक्टिव रहेगा। मानसून 17 व 18 अगस्त को कमजोर पड़ेगा। इन दो दिनों के दौरान कांगड़ा, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में ही हल्की बारिश हो सकती है। प्रदेश में सामान्य से 25% कम बादल बरसे प्रदेश में इस मानसून सीजन में नॉर्मल से 25 प्रतिशत कम बारिश हुई है। IMD के अनुसार, 1 जून से 14 अगस्त के बीच प्रदेश में 497.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 373.3 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। शिमला इकलौता ऐसा जिला है जहां सामान्य से ज्यादा बरसात हुई है। शिमला में 450.2 मिलीमीटर बारिश हुई, है, जबकि सामान्य बारिश 425.6 मीटर होती है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बादल बरसे है। कांगड़ा में 1022 मिलीमीटर बारिश कांगड़ा जिला में जरूर पूरे मानसून सीजन के दौरान 1022.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, लेकिन सामान्य बारिश 1114.1 मिलीमीटर के मुकाबले यह 8 प्रतिशत कम है। लाहौल स्पीति में पूरे मानसून सीजन में सबसे कम 63.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। प्रदेश में 2 NH-159 सड़कें बंद, सेब ढुलाई में परेशानी प्रदेश में बीते चार दिनों के दौरान हुई बारिश से 2 नेशनल हाईवे सहित 159 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी है। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 111 सड़कें अवरुद्ध है। इससे सेब ढुलाई में बागवानों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। मंडी जोन में 17, हमीरपुर में 10 और कांगड़ा जोन में 21 सड़कें बंद पड़ी है। शिलाई को जोड़ने वाला हाईवे 24 घंटे से ज्यादा समय से बंद है। किन्नौर को जोड़ने वाला हाईवे भी बंद पड़ा है। हालांकि पिछले कल कुछ देर को बहाल कर दिया गया था, मगर वह रात में दोबारा बंद हो गया है। इससे किन्नौर जिला का राजधानी शिमला से संपर्क कट गया है। किसानों की 141 करोड़ की फसले तबाह प्रदेश में इस मानसून सीजन में भारी बारिश से 1083 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा 470 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। इस बरसात में किसानों-बागवानों की फसलों को भी 141 करोड़ रुपए की चपत लगी है।
हिमाचल पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर:बोले- 1962 में हथियाई जमीन पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहा चीन, पाकिस्तान ने आतंकवाद पाला तो चुकानी होगी कीमत
हिमाचल पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर:बोले- 1962 में हथियाई जमीन पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहा चीन, पाकिस्तान ने आतंकवाद पाला तो चुकानी होगी कीमत केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात को सीरे से खारिज कर दिया कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया है। उन्होंने कहा कि 1962 के युद्ध से पहले हथियाई जमीन पर ही चीन इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर रहा है। एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं किया। शिमला में मंगलवार को विकसित भारत 2047 बुद्धिजीवी संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि, भारत निर्माण क्षेत्र में चीन से पीछे रहा है। चीन में 10 साल पहले आर्थिक सुधार शुरू हो गए थे। विकसित भारत के लिए हमे चीन पर निर्भरता कम करनी होगी। इसके मोदी सरकार की नीयत और नीति दोनों स्पष्ट है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, भारत ने बार्डर में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया है। वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत सड़कें, पुल, टनल इत्यादि का निर्माण किया है। इससे न केवल सेना को फायदा हुआ है, बल्कि बॉर्डर एरिया में रह रहे लोगों को सहूलियत के साथ उनका पलायन भी रुका है। बॉर्डर पर UPA सरकार ने नहीं बनाया इन्फ्रास्ट्रक्चर विदेश मंत्री ने कहा कि UPA सरकार के समय बॉर्डर पर इस सोच से इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं बनाया कि यदि सड़कें व पुल बनाए गए तो दुश्मन घुसपैठ करेंगे। मोदी सरकार ने इस सोच को बदलते हुए चीन सीमा के लिए देश का बजट यूपीए सरकार के कार्यकाल की तुलना में 3500 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 15000 करोड़ किया है। POK वापस मोदी सरकार का वादा जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर (POK) भारत को वापस लेना मोदी सरकार का वादा है। सरकार इस वादे पर कायम है। इस मुद्दे पर संसद में भी प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसमें विपक्ष भी शामिल था। मगर विपक्ष को आज इस बात को भूल चुका है और POK के मुद्दे पर अपने ही देश की आलोचना कर दुनियाभर में भारत को कमजोर करने में लगा है। पाकिस्तान ने आतंकवाद पाला तो चुकानी पड़ेगी कीमत एस जयशंकर ने कहा कि, पाकिस्तान यदि भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है तो उसे आतंकवाद पर नियंत्रण करना होगा। ऐसा नहीं किया तो हम पाकिस्तान को पहले भी आइना दिखा चुके हैं और आगे भी मुंहतोड़ जवाब मिलेगा और सीमा पार जाकर भी जवाब देंगे। पाकिस्तान को आतंकवाद को पालना बंद करना होगा। रूस यूक्रेन युद्ध और इजराइल फिलिस्तीन रूस-यूक्रेन और फिलिस्तीन-इजराइल युद्ध के सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा- इन युद्धों से दुनिया में तनाव बढ़ा है। जैसा सोचा जा रहा था की चीन-यूक्रेन युद्ध जल्द खत्म होगा। मगर तीन साल में भी चला हुआ है। ऐसे हालात में भारत की भूमिका ओर ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है। दलाई लामा को वापस जाने को नहीं बोलेंगे विदेश मंत्री ने कहा, दलाई लामा चीन के अग्रेशन के बाद 1962 में स्वयं भारत आएं। हमने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत दलाई लामा को कभी भी वापस जाने के लिए नहीं कहेगा। दलाई लामा में देशवासियों की आस्था है। हम उसका आदर करते हैं। UNO में सदस्यता में चीन अड़ंगा डाल रहा विदेश मंत्री ने कहा- भारत की संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) में विकासशील देश स्थाई सदस्यता चाहते हैं। मगर, चीन इसमे रोड़ें अटका रहा है। भारत अब चीन के पीछे भागने के बजाय नजदीकी बनाने का पक्षधर हैं। सेब का अवैध आयात रोकेंगे विदेश मंत्री ने कहा कि, किसी भी तरह की अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस को रोका जाएगा, ताकि अवैध ढंग से दुनिया से सेब भारत के बाजार में न पहुंच सके और हिमाचल के सेब बागवानों को नुकसान न उठाना पड़े। सेब पर इंपोर्ट-ड्यूटी घटाने के सवाल पर उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा पर ठीकरा फोड़ा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार में हुए एग्रीमेंट की वजह से यह नौबत आई है। फिर भी मोदी सरकार इंपोर्ट-ड्यूटी बढ़ाने को लेकर समीक्षा कर रही है। यह तीन मंत्रालय से जुड़ा मसला है। इस पर विचार चल रहा है। दुनिया भारत की तरक्की से प्रभावित जयशंकर ने कहा कि भारत दुनिया में तेज़ी से विकास करने वाला देश बन गया है। पिछले 10 वर्षों में भारत में 70 साल की अपेक्षा दोगुना विकास हुआ है जिसकी बदौलत भारत दुनियां के पांचवी बड़ी अर्थव्यस्था बना है। दुनिया के दूसरे देश भी आज भारत की डिजिटलाइजेशन में तरक्की से प्रभावित होते है।
हिमाचल में भारी बारिश व फ्लैश-फ्लड का अलर्ट:लैंडस्लाइड से 81 सड़कें अवरुद्ध; मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश
हिमाचल में भारी बारिश व फ्लैश-फ्लड का अलर्ट:लैंडस्लाइड से 81 सड़कें अवरुद्ध; मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात से बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने आज के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। IMD के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान पूरे प्रदेश में मानसून ज्यादा एक्टिव होगा। इससे ज्यादातर भागों में अच्छी बारिश के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि ऊना, चंबा, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में एक दो स्थानों पर भारी से भारी बारिश हो सकती है। 8 जुलाई के बाद अगले दो तीन दिन तक मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा। 4 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर और मंडी जिले में आज फ्लैश फ्लड की भी चेतावनी जारी कर रखी है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को सावधानी बरतने और नदी नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की गई है। भारी बारिश के बाद 81 सड़कें बंद प्रदेश के कई इलाकों में बीती दो दिन से हो रही बारिश के कारण 81 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 59 सड़कें अकेले मंडी जिला और शिमला में 21 सड़कें वाहनों के लिए अवरुद्ध पड़ी है। लोक निर्माण महकमा इन सड़कों की बहाली में जुटा हुआ है। 10 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग के अनुसार, 10 जुलाई तक लगातार बारिश होने की संभावना है। आज के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, जबकि कल से 10 जुलाई तक येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश प्रदेश के सात जिलों में मानसून ने 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को दस्तक दी। मानसून की एंट्री के बाद से 4 जुलाई तक प्रदेश में नॉर्मल से 12 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है। बिलासपुर जिला में नॉर्मल से 26 प्रतिशत ज्यादा, हमीरपुर में 37%, कांगड़ा में 11%, मंडी में 135% और शिमला जिला में नॉर्मल से 137% ज्यादा बादल बरसे हैं। इन जिलों में नॉर्मल से कम बारिश वहीं चंबा जिला में नॉर्मल से 10% कम, किन्नौर में 30%, कुल्लू में 24%, लाहौल स्पीति में 100%, सिरमौर में 52% और ऊना जिला में नॉर्मल से 58% कम बारिश हुई है।