सांसद औजला ने शराब सस्ती करने की रखी मांग:बोले- मजीठा में 27 मौत के जिम्मेदार सीएम मान; रेवन्यू लाशों से पूरा ना करें

सांसद औजला ने शराब सस्ती करने की रखी मांग:बोले- मजीठा में 27 मौत के जिम्मेदार सीएम मान; रेवन्यू लाशों से पूरा ना करें

पंजाब के अमृतसर में मजीठा हल्के में नकली शराब पीने से मरे 27 लोगों की मौत का जिम्मेदार सांसद औजला ने सीएम भगवंत मान को ठहराया है। उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम मान को गांवों में शराब सस्ती करने की मांग रख दी है। उनका कहना है कि नकली शराब का धंधा तभी रुक सकेगा, जब सरकार सस्ती शराब ठेकों पर उपलब्ध करवाएगी। औजला ने कहा कि सरकार ने नई पॉलिसी में तकरीबन 11 हजार करोड़ रेवन्यू इकट्‌ठा करने की बात कही है, लेकिन क्या सरकार इन लाशों से ये रेवन्यू इकट्‌ठा करेगी। इस समय स्थित बेहद गंभीर है। ऐसे में नकली शराब के धंधे को बंद करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार को जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने इस संबंध में कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार को पत्र लिखकर चेताया था, लेकिन वह नहीं जागे। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि पूरे देश को पाकिस्तान से खतरा है, लेकिन पंजाब में अपना ही पाकिस्तान बना हुआ है जो कि इसे पल-पल मार रहा है। धडल्ले से मेथेनॉल मंगवा रहे शराब विक्रेता उन्होंने कहा कि मजीठा हल्के में 27 मौतें उस नकली शराब से हुई हैं जो कि मेथेनॉल से बनाई गई थी। मेथेनॉल को शराब बनाने वाले भारी मात्रा में मंगवा रहे हैं और सरकारी तंत्र को एक बार भी इस बारे में पता नहीं चला जो कि और भी हैरान करने वाला है। इससे पहले 2020 में अमृतसर, बटाला और तरनतारन में भी नकली शराब से 120 मौतें हुई थीं। उसके बाद मार्च 2022 में संगरुर में नकली शराब से 20 लोगों की मौत हुई थी। उसके आरोपियों के साथ क्या किया गया इसकी जानकारी किसी को नहीं है जिसके कारण ही लोगों में कानून का डर नहीं है। नशे के मुद्दे को सरकार ने नजरअंदाज किया सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि पंजाब में लगातार बिक रही नकली शराब, द़ड़ा- सट्टा, और चिट्टे का कारोबार लगातार फल फूल रहा है। इस धंधे में कुछ पुलिस अधिकारी तो कुछ राजनीतिक लोग शामिल है। सांसद औजला ने कहा कि 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था और बार-बार इस तरफ गंभीरता से ध्यान देने को लिए कहा था, लेकिन एक सांसद होने के बावजूद उसके द्वारा उठाए गए मुद्दे को नजरअंदाज किया गया या फिर यूं कहे कि सरकार इन लोगों को हाथ लगाने से डर रही है। महंगी बिक रही शराब उन्होंने कहा कि एक्साइज विभाग के चौकन्ना होने के बावजूद अच्छी और ब्रांडेड शराब एमआरपी पर ना बिक कर मंहगी बिक रही है, जिससे गरीब वर्ग सस्ती और नकली शराब लेने पर मजबूर हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ठेकों पर मंहगी शराब बेचकर गरीबों को खुद मौत के मुंह में धकेल रही है और फिर खानापूर्ती की कार्रवाई करके उसे बदलाव का नाम दे रही है। जबकि इसके लिए जिम्मेदारी उच्च स्तर पर तय करनी जरुरी है। सांसद औजला ने तल्ख लहजे में कहा कि कि नकली शराब का धंधा वर्षों से चल रहा और बेहद हैरानी है कि पुलिस, एसटीएफ सहित और भी इंटेलिजेंस एजेंसीस हैं जो कि पल-पल की खबर रखते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता चला कि इतनी भारी मात्रा में मेथेनाल पंजाब आ रही है और किस तरह से प्रयोग की जा रही है। पंजाब के अमृतसर में मजीठा हल्के में नकली शराब पीने से मरे 27 लोगों की मौत का जिम्मेदार सांसद औजला ने सीएम भगवंत मान को ठहराया है। उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम मान को गांवों में शराब सस्ती करने की मांग रख दी है। उनका कहना है कि नकली शराब का धंधा तभी रुक सकेगा, जब सरकार सस्ती शराब ठेकों पर उपलब्ध करवाएगी। औजला ने कहा कि सरकार ने नई पॉलिसी में तकरीबन 11 हजार करोड़ रेवन्यू इकट्‌ठा करने की बात कही है, लेकिन क्या सरकार इन लाशों से ये रेवन्यू इकट्‌ठा करेगी। इस समय स्थित बेहद गंभीर है। ऐसे में नकली शराब के धंधे को बंद करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार को जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने इस संबंध में कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार को पत्र लिखकर चेताया था, लेकिन वह नहीं जागे। सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि पूरे देश को पाकिस्तान से खतरा है, लेकिन पंजाब में अपना ही पाकिस्तान बना हुआ है जो कि इसे पल-पल मार रहा है। धडल्ले से मेथेनॉल मंगवा रहे शराब विक्रेता उन्होंने कहा कि मजीठा हल्के में 27 मौतें उस नकली शराब से हुई हैं जो कि मेथेनॉल से बनाई गई थी। मेथेनॉल को शराब बनाने वाले भारी मात्रा में मंगवा रहे हैं और सरकारी तंत्र को एक बार भी इस बारे में पता नहीं चला जो कि और भी हैरान करने वाला है। इससे पहले 2020 में अमृतसर, बटाला और तरनतारन में भी नकली शराब से 120 मौतें हुई थीं। उसके बाद मार्च 2022 में संगरुर में नकली शराब से 20 लोगों की मौत हुई थी। उसके आरोपियों के साथ क्या किया गया इसकी जानकारी किसी को नहीं है जिसके कारण ही लोगों में कानून का डर नहीं है। नशे के मुद्दे को सरकार ने नजरअंदाज किया सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि पंजाब में लगातार बिक रही नकली शराब, द़ड़ा- सट्टा, और चिट्टे का कारोबार लगातार फल फूल रहा है। इस धंधे में कुछ पुलिस अधिकारी तो कुछ राजनीतिक लोग शामिल है। सांसद औजला ने कहा कि 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था और बार-बार इस तरफ गंभीरता से ध्यान देने को लिए कहा था, लेकिन एक सांसद होने के बावजूद उसके द्वारा उठाए गए मुद्दे को नजरअंदाज किया गया या फिर यूं कहे कि सरकार इन लोगों को हाथ लगाने से डर रही है। महंगी बिक रही शराब उन्होंने कहा कि एक्साइज विभाग के चौकन्ना होने के बावजूद अच्छी और ब्रांडेड शराब एमआरपी पर ना बिक कर मंहगी बिक रही है, जिससे गरीब वर्ग सस्ती और नकली शराब लेने पर मजबूर हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ठेकों पर मंहगी शराब बेचकर गरीबों को खुद मौत के मुंह में धकेल रही है और फिर खानापूर्ती की कार्रवाई करके उसे बदलाव का नाम दे रही है। जबकि इसके लिए जिम्मेदारी उच्च स्तर पर तय करनी जरुरी है। सांसद औजला ने तल्ख लहजे में कहा कि कि नकली शराब का धंधा वर्षों से चल रहा और बेहद हैरानी है कि पुलिस, एसटीएफ सहित और भी इंटेलिजेंस एजेंसीस हैं जो कि पल-पल की खबर रखते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता चला कि इतनी भारी मात्रा में मेथेनाल पंजाब आ रही है और किस तरह से प्रयोग की जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर