भास्कर न्यूज | अमृतसर विभिन्न थानों की पुलिस ने दो मामलों में 18 बोतल अवैध शाराब के साथ दो लोगों को काबू किया है। आरोपियों को खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी देते हुए वेरका थाना पुलिस ने बताया कि उन्होंने गुप्त सूचना के आधार पर 9 बोतल शाराब के साथ एक व्यक्ति को काबू किया है जिसकी पहचान जलवंत सिंह ऊर्फ जज निवासी मूधल के रूप में हुई है । इसी तरह ए डिवीजन की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर करण ऊर्फ बिल्लू निवासी आत्मा राम को 9 बोतल शाराब के साथ ग्रिफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि वह शराब कहां से लेकर आए थे और कहां बेचने जा रहे थे। पुलिस ने अरोपियों पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। भास्कर न्यूज | अमृतसर विभिन्न थानों की पुलिस ने दो मामलों में 18 बोतल अवैध शाराब के साथ दो लोगों को काबू किया है। आरोपियों को खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी देते हुए वेरका थाना पुलिस ने बताया कि उन्होंने गुप्त सूचना के आधार पर 9 बोतल शाराब के साथ एक व्यक्ति को काबू किया है जिसकी पहचान जलवंत सिंह ऊर्फ जज निवासी मूधल के रूप में हुई है । इसी तरह ए डिवीजन की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर करण ऊर्फ बिल्लू निवासी आत्मा राम को 9 बोतल शाराब के साथ ग्रिफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि वह शराब कहां से लेकर आए थे और कहां बेचने जा रहे थे। पुलिस ने अरोपियों पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जगराओं में बहू-बेटे ने किया पिता का कत्ल:हत्या के बाद विदेश भेजा, कनाडा से लौटे भतीजे ने खोला राज, करना था मकान खाली जगराओं में मुल्लापुर दाखा के गांव बलीपुर खुर्द में रहने वाले कलयुगी बेटे ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने कत्ल को छिपाने के लिए कुदरती मौत बताकर आनन फानन में पिता संस्कार भी कर दिया। शक होने पर जब मृतक के भतीजे ने अपने तरीके से पड़ताल की तो पता चला कि बेटे ने अपनी पत्नी संग मिलकर ही अपने पिता को मौत के घाट उतारा है। मृतक की पहचान जगरूप सिंह निवासी गांव बलीपुर के रूप में हुई है। इस संबंधी मृतक के भतीजे ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवा दी है। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद आरोपी पति-पत्नी पर मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों की पहचान गुरइकबाल सिंह उर्फ मक्खन और उसकी पत्नी सुरिंदर कौर उर्फ छिंदर निवासी गांव बलीपुर खुर्द के रूप में हुई है। फिलहाल दोनों आरोपी फरार है। विदेश से लौटे भतीजे ने की पड़ताल थाना दाखा के इंचार्ज अमृतपाल सिंह ने बताया कि गांव बलीखुर्द निवासी किरणवीर सिंह ने थाने में दर्ज कराए बयान में बताया कि वह कनाड़ा में रहता है। उसके पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी। जिसके चलते उसके ताऊ जगरुप ही उनका पालन पोषण करते आ रहे थे। उसे पढ़ा लिखाकर कनाडा भेजने तक सब कुछ उसके ताऊ जगरूप ने किया। करीब तीन साल पहले उसकी मां की मौत के बाद उसकी जमीन की देखभाल भी उसका ताया ही करता था। कनाडा में उसे ताऊ का कई बार फोन आया कि उसका बेटा और बहू उसे रोटी-पानी कुछ नहीं देते और उसके साथ मारपीट करते हैं। उसका बेटा और बहू उसे कभी भी मार सकते है, इनसे मैं बहुत दुखी हूं। भतीजे के आने से पहले ही किया संस्कार किरणवीर सिंह ने बताया कि, मौत से दो दिन पहले भी उसे ताऊ का फोन आया कि उसे फिर बेटे व बहू ने मारा-पीटा और जलील किया है। जिसको लेकर वह भारत आने की तैयारी कर रहा था लेकिन कनाडा की तीन दिसंबर को उसे ताऊ की बेटी इंदरजीत कौर का फोन आया कि पिता जी की मौत हो गई। इस दौरान उसने उन्हें कहा कि वह भारत आ रहा है। वह उसके आने तक ताऊ का संस्कार ना करे। लेकिन आरोपियों ने उसके आने से पहले ही ताऊ का संस्कार कर दिया। इस संबंधी जब उसने पूछा तो उसे कहा गया कि शव खराब हो सकता था, जिस पर उसे शक हुआ। सिर पर मिले चोट के निशान इस दौरान उसने ताऊ के शव को स्नान करवाने वाले लोगों का पता कर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि मृतक जगरूप सिंह के सिर के पीछे चोट के निशान थे और खून निकल रहा था। इतना ही नहीं घर के एक जिम्मेवाद व्यक्ति ने उसे पेनडाइव देकर वीडियो देखने को कहा गया। जब उसने वीडियो देखी तो पता चला कि उसके ताऊ की बहू मारपीट कर रही है और ताऊ को धक्का मारा, जिससे वह जमीन पर गिर पड़े और उनके सिर पर चोट लग गई। इसी दौरान उसके ताऊ का बेटा घर आता है और अपनी पत्नी को शह देते हुए कहता है इसे और मारो। जिसके चलते उसके ताऊ की मौत हो गई। जिसके बाद उसके चचेरे भाई ने अपनी बहनों और रिश्तेदारों को डरा धमकाकर बिना कानूनी कार्रवाई के ही ताऊ का संस्कार कर दिया। हत्यारोपी ने पत्नी को विदेश भेजा इस दौरान आरोपी चचेरे भाई ने अपनी पत्नी को विदेश भेज दिया। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसके ताऊ को मौत के घाट उतारने के बाद कानून के डर से आनन फानन में संस्कार किया गया है, क्योंकि जुलाई 2024 में भी आरोपियों ने ताऊ के साथ मारपीट की थी, जिसे लेकर गांव के कुछ लोगों ने फैसला किया था कि दिसंबर 2024 तक आरोपी घर छोड़ेंगे, लेकिन आरोपियों ने घर खाली करने की जगह उल्टा अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मामले की गहराई से जांच करने के बाद आरोपी बेटे व बहू पर मामला दर्ज कर लिया है।

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लुधियाना में युवक ने लगाई फांसी:चाचा बोले- मौसी के बेटे ने गर्लफ्रेंड से कर ली शादी, कमेंट्स करके देता था ताने पंजाब के लुधियाना में एक ऑटो चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है। मृतक का नाम विनीत है। विनीत ने अपनी मौसी के बेटे और बहू से तंग आकर मौत को गले लगा लिया। युवक ने उस समय आत्महत्या की जब पूरा परिवार उसकी दादी की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट गया हुआ था। वापस लौटने पर परिजनों ने विनीत का शव फंदे से लटका देखा और तुरंत कंगनवाल थाना पुलिस को सूचना दी। रिश्तेदार में ही लड़की से प्रेम-प्रसंग बताया जाता है कि लड़के का रिश्तेदारी में युवती से था अफेयर लेकिन शादी नहीं हुई। मृतक विनीत के चाचा राज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि विनीत ऑटो चलाने का काम करता है। वह ढांढारी इलाके का रहने वाला है। रिश्तेदार में ही एक लड़की से उसका प्रेम-प्रसंग हो गया। दोनों का प्रेम-प्रसंग काफी दिनों तक चला। इसी बीच वह लड़की विनीत की मौसी के बेटे विजय कुमार हैरी से भी बातचीत करने लगी। उस लड़की ने करीब 2 महीने पहले हैरी की शादी कर ली।
हैरी विनित को करता था कमेंट्स शादी होने के बाद हैरी विनित को कमेंट्स करता था। राज कुमार के मुताबिक हैरी अपने इंस्टाग्राम पर स्टेटस लगाकर विनित को नीचा दिखाने की कोशिश करना। जिस कारण कुछ दिन पहले दोनों की जमकर बहसबाजी भी हुई थी। मामला पुलिस थाना तक पहुंच गया था। अब फिर हैरी उसे तंग परेशान करने लगा था। राज कुमार ने कहा कि चौकी कंगनवाल की पुलिस हैरी के घर शिमलापुरी उसे पकड़ने गई थी लेकिन उन लोगों ने पुलिस को बेरंग लौटा दिया। राज कुमार ने कहा कि वह विनित के शव का संस्कार तभी करेंगे जब तक आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती। विनित अपने परिवार का बड़ा बेटा था। वहीं एक मात्र परिवार का कमाने वाला शख्त था।

पर्ल ग्रुप के मालिक का दिल्ली में निधन:पंजाब का रहने वाला, 45 हजार करोड़ घोटाले का मास्टरमाइंड; कभी साइकिल पर दूध बेचता था
पर्ल ग्रुप के मालिक का दिल्ली में निधन:पंजाब का रहने वाला, 45 हजार करोड़ घोटाले का मास्टरमाइंड; कभी साइकिल पर दूध बेचता था पंजाब के रहने वाले पर्ल ग्रुप के मालिक व 45 हजार करोड़ घोटाले के मास्टरमाइंड निर्मल सिंह भंगू का रविवार रात दिल्ली में निधन हो गया। उसे जनवरी 2016 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था। रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के डीडीयू अस्पताल में लाया गया। शाम 7.50 बजे उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। भंगू पर आरोप था कि उसने पोंजी स्कीम्स से करोड़ों का साम्राज्य इकट्ठा किया। भंगू ने 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऐसी स्कीम्स में फंसा कर हजारों करोड़ रुपए इकट्ठा किए और उसे विदेश में इन्वेस्ट कर दिया। जांच शुरू हुई तो जनवरी 2016 को CBI ने निर्मल सिंह को पकड़ लिया। इसके बाद जांच एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने भी की। पर्ल्स ग्रुप का मालिक निर्मल सिंह भंगू पंजाब के बरनाला जिले का रहने वाला था। बताया जाता है कि वह जवानी के दिनों में अपने भाई के साथ साइकिल से दूध बेचता था। इसी दौरान उसने पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन भी की। 1980 में खोली खुद की कंपनी 70 के दशक में भंगू नौकरी की तलाश में कोलकाता चला गया। जहां उसने एक फेमस इन्वेस्टमेंट कंपनी पियरलेस में कुछ साल काम किया। उसके बाद इन्वेस्टर्स से करोड़ों की ठगी करने वाली हरियाणा की कंपनी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड में काम करने लगा। इस कंपनी के बंद होने के बाद वह बेरोजगार हो गया। इसी कंपनी के काम करने के आइडिया के तहत उसने 1980 में पर्ल्स गोल्डन फॉरेस्ट (पीजीएफ) नाम की कंपनी बनाई। यह कंपनी भी गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड की तर्ज पर लोगों से सागौन जैसे पेड़ों के प्लांटेशन पर इन्वेस्टमेंट करा कुछ वक्त बाद अच्छा मुनाफा लौटाने का वादा करती थी। 1996 तक कंपनी ने करोड़ों रुपए जुटा लिए। इनकम टैक्स और दूसरी जांच के चलते कंपनी को बंद कर दिया गया। विदेश में बनाया अपना साम्राज्य इसके बाद उसने पंजाब के बरनाला से एक नई कंपनी पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) की शुरुआत की। ये एक चेन सिस्टम स्कीम्स थी। कंपनी के दिए बड़े मुनाफे के दावों और वादों के लालच में करीब पांच करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसमें पैसा लगा दिया। इसके तहत लोगों से हर महीने मामूली रकम जमा करवाई जाती थी। लोगों से जुटाई गई छोटी-छोटी रकम से उसने देश ही नहीं विदेश में पर्ल्स ग्रुप का एम्पायर खड़ा कर लिया। करोड़ों रुपए को भंगू ने अलग-अलग तरह के कई कारोबार में इन्वेस्ट किया। जब वादे के मुताबिक इन्वेस्टर्स को उनका लगाया पैसा नहीं लौटाया गया तो कंपनी के खिलाफ लोगों शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी। सीएम मान ने प्रॉपर्टी सीज करवानी शुरू की मई 2023 में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पर्ल ग्रुप की प्रॉपर्टी को सीज कर इन्वेस्टर्स के पैसे लौटाने का वादा किया था। जिसके बाद पंजाब सरकार ने प्रॉपर्टी को सीज करने की कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।