हरियाणा में 487 स्कूल बिना टीचर चल रहे:यमुनानगर टॉप पर, रेशनेलाइजेशन कैंपेन में खुलासा; 294 स्कूलों में एक भी स्टूडेंट नहीं

हरियाणा में 487 स्कूल बिना टीचर चल रहे:यमुनानगर टॉप पर, रेशनेलाइजेशन कैंपेन में खुलासा; 294 स्कूलों में एक भी स्टूडेंट नहीं हरियाणा में 487 ऐसे स्कूलों की पहचान हुई है, जहां एक भी टीचर नहीं है। इसका खुलासा हरियाणा मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा किए गए रेशनेलाइजेशन कैंपेन से हुआ है। राज्य के 487 सरकारी प्राथमिक स्कूल बिना किसी टीचर के ही चल रहे हैं, जबकि 294 स्कूलों में चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान कोई छात्र का नॉमिनेशन नहीं हुआ है। आंकड़ों से पता चलता है कि शिक्षकों के पदों के पुन: आवंटन के बाद भी सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 2,262 टीचर्स की कमी है। छात्र-शिक्षक अनुपात लगभग 28:1 है, जिसमें 8,185 सरकारी विद्यालयों में 7 लाख 18 हजार 964 छात्र नामांकित हैं, जिनमें 25 हजार 762 टीचर हैं। यमुनानगर में सबसे ज्यादा बिना टीचर वाले स्कूल यमुनानगर में सबसे ज्यादा बिना टीचर वाले 79 स्कूल 79 हैं। उसके बाद पंचकूला में 45 और कुरुक्षेत्र में 34 हैं। इसी तरह, यमुनानगर में सबसे ज्यादा बिना छात्र वाले 32 स्कूल हैं। उसके बाद अंबाला में 22 और हिसार में 17 स्कूल हैं। राज्य में 1,095 स्कूलों में 20 से कम छात्र हैं, जिनमें यमुनानगर (132) फिर से शीर्ष पर है, उसके बाद पंचकूला (64) और करनाल (62) हैं। दिलचस्प बात यह है कि पंचकूला एकमात्र ऐसा जिला है, जिसमें शिक्षकों के 88 सरप्लस पद हैं। इस कारण से कम रही छात्रों की संख्या हरियाणा प्राथमिक अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हरिओम राठी ने सरकार से तर्कसंगत पदों को समाप्त न करने की मांग की है। प्रदेश में कई सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षकों की कमी है। जिसके चलते उन स्कूलों में बच्चे दाखिला नहीं लेते या फिर उनके अभिभावक बच्चों का दाखिला नहीं कराते, जिसके चलते इन स्कूलों में छात्र संख्या 20 से कम रह गई। अब इन बच्चों को जल्द ही पास के स्कूलों में शिफ्ट कर दिया जाएगा। सरकार द्वारा इनके लिए परिवहन सुविधा का भी बंदोबस्त किया जाएगा ताकि इन्हें आने-जाने में किसी तरह की दिक्कत न हो। पदों को समाप्त किया जाए वहीं, हरियाणा प्राथमिक अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हरिओम राठी ने शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा से से तर्कसंगत पदों को समाप्त न करने की मांग की है। हरियाणा में स्कूलों के बंद होने का मुद्दा राज्यसभा में दो साल पहले गूंज चुका है। एक सवाल के जवाब में राज्यसभा को बताया गया था कि हरियाणा में 292 स्कूलों बंद कर दिया गया है। सरकार की ओर से दावा किया गया है कि इन स्कूलों को बंद करने की वजह कम छात्र संख्या रही। यहां 25 से भी कम बच्चे पढ़ रहे थे। सरकार की ओर से यह भी बताया गया कि सिर्फ दो स्कूलों का ही विलय कर दिया गया था।

आतंकी अब्दुल रहमान के खिलाफ फरीदाबाद में केस दर्ज:डबुआ थाने में कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया, हैंड ग्रेनेड देने वाले की तलाश जारी

आतंकी अब्दुल रहमान के खिलाफ फरीदाबाद में केस दर्ज:डबुआ थाने में कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया, हैंड ग्रेनेड देने वाले की तलाश जारी हरियाणा के फरीदाबाद में बांस रोड पाली से गुजरात ATS और STF द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी अब्दुल रहमान के खिलाफ डबुआ थाने में कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। गुजरात ATS ने अब्दुल रहमान को कोर्ट से 10 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड पर मिलने के बाद गुजरात ATS आतंकी अब्दुल को अपने साथ ले गई। आतंकी अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी फरीदाबाद के बांस रोड पाली इलाके से 2 मार्च को आतंकी अब्दुल रहमान (19) को गिरफ्तार किया गया था। ATS गुजरात ने आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के सहयोग से आतंकी की डिटेल जुटाई और उसकी फोटो हरियाणा STF के साथ सांझा की। 2 मार्च को एटीएस और आईबी को आतंकी अब्दुल रहमान की लोकेशन का पता चल गया। अब्दुल रहमान की लोकेशन फरीदाबाद के पाली इलाके में मिल रही थी। बिना देरी के गुजरात ATS, हरियाणा फरीदाबाद STF और आईबी तीनों सुरक्षा एजेंसियों की टीम ने मिलकर आतंकी को काबू कर लिया। जांच में पता चला बैग में दो हैंड ग्रेनेड सुरक्षा एजेंसियों ने जब अब्दुल रहमान को काबू करके उससे पूछताछ की तो उनके भी होश उड़ गए। एजेंसियों को पता चला कि अब्दुल रहमान के बैग में दो हैंड ग्रेनेड है। तुरंत बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और उन्होंने दोनों हैंड ग्रेनेड को निष्क्रिय किया। इन धाराओं में मामला दर्ज पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, एसटीएफ इंस्पेक्टर के बयान पर फरीदाबाद के डबुआ थाने में आतंकी के खिलाफ 25 (1)(ए) आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4 (ए), 4(बी), 5 के साथ ही विस्फोटक अधिनियम तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अब्दुल रहमान को काबू करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया । गुजरात ATS ने अब्दुल रहमान को कोर्ट से 10 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड पर मिलने के बाद गुजरात ATS आतंकी अब्दुल को अपने साथ ले गई। जानिए क्या है धारा और किसमें कितनी सजा फरीदाबाद कोर्ट के वकील हितेश पराशर ने आतंकी अब्दुल रहमान पर लगा गई धाराओं के बारे जानकारी देते हुए बताया कि ​​​​​​​,आतंकी अब्दुल रहमान पहली धारा 25 (1)(ए) आर्म्स एक्ट लगाई गई है। जो अवैध हथियार रखने पर लगाई जाती है। इस धारा में 7 साल से लेकर 14 साल तक की सजा हो सकती है। दूसरी धारा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4 (ए), 4(बी), 5 लगाई गई है। विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4 (ए), 4(बी), 5 के तहत 7 साल से लेकर 20 साल तक की सजा को प्रावधान है। 1908 की धारा 4 (ए) विस्फोटक पदार्थ बनाने ,4(बी), 5 अपने साथ उस विस्फोटक पदार्थ को रखने पर लगाई जाती है। हैंड ग्रेनेड देने वाले की तलाश जारी फरीदाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की जांच और भी तेज हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां अब अब्दुल को हैंड ग्रेनेड मुहैया कराने वाले शख्स की तलाश कर रही है। साथ ही ये भी पता लगाया जा रहा है कि अब्दुल क हैंड ग्रेनेड कहां से दिया गया था। अयोध्या राममंदिर पर हमले की थी तैयारी फरीदाबाद से पकड़ा गया आतंकी अब्दुल रहमान (19) अयोध्या स्थित राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश को अंजाम देने वाला था। वह फैजाबाद से फरीदाबाद हैंड ग्रेनेड लेने ही आया था। वापस लौटकर उसे अटैक करना था। ये सारा काम वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर कर रहा था। हैंड ग्रेनेड भी इसे ISI के हैंडलर ने ही दिए थे। फरीदाबाद में वह नाम बदलकर छुपा हुआ था। ,

सोनीपत में विधायक ने जुड़वाए कनेक्शन ठेकेदार ने काटे:लोगों ने किया नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन, बोले-11 साल बाद मिला था पानी

सोनीपत में विधायक ने जुड़वाए कनेक्शन ठेकेदार ने काटे:लोगों ने किया नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन, बोले-11 साल बाद मिला था पानी हरियाणा के सोनीपत में सारंग रोड स्थित भीम नगर वार्ड नंबर 11 के निवासियों को वर्षों से पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। दो दिन पहले स्थानीय विधायक निखिल मदन और मंत्री रणबीर गंगवा ने मौके पर पहुंचकर नए कनेक्शन जुड़वाए थे, जिससे कॉलोनीवासियों को बड़ी राहत मिली थी। लेकिन आज सुबह नगर निगम के अधिकारी ठेकेदार के साथ पहुंचे और कनेक्शन काटने का प्रयास किया, जिससे स्थानीय लोगों में रोष फैल गया और उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पिछले 10-11 साल से उनकी कॉलोनी में पीने के पानी की सही आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। इसके लिए उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। भीम नगर में चौपाल के पास लगे ट्यूबवेल का पानी खारा होने के कारण लोग इसे पीने के लिए इस्तेमाल नहीं कर पाते। इससे मजबूरन 500 से ज्यादा घरों के लोग पीने का पानी खरीदने पर मजबूर थे। पिछले दिनों विधायक और मंत्री के हस्तक्षेप से सारंग रोड की मुख्य लाइन से कॉलोनी में पानी का कनेक्शन दिया गया था। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने आज फिर से कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी, जिससे गुस्साए नागरिकों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। पानी सभी का अधिकार, भेदभाव बर्दाश्त नहीं स्थानीय महिलाओं ने प्रशासन से पानी की सप्लाई को बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि पानी की आपूर्ति रोकी गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि पार्षद इंदु वलेचा के पति संजीव वलेचा ने उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि,हम कई वर्षों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। अब जाकर राहत मिली थी, लेकिन फिर से कनेक्शन काटे जा रहे हैं। अगर प्रशासन ने तुरंत समाधान नहीं किया तो हमें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। पानी सबका अधिकार है, इसे कोई रोक नहीं सकता। स्थानीय निवासी सतबीर निर्माण ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी कुछ प्रभावशाली लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए गरीबों के घरों के कनेक्शन काट रहे हैं। जब विरोध हुआ तो ठेकेदार राजकुमार ने कहा कि निर्धारित समय तय करके कुछ समय के लिए अन्य कॉलोनी में पानी भेजा जाएगा और कुछ देर के लिए नगर में पानी की सप्लाई चालू रखी जाएगी। नगर निगम पर पक्षपात करने का आरोप स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निगम कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर गरीबों के घरों के कनेक्शन काटने की कोशिश कर रहा है। प्रदर्शन कर रहे नागरिकों ने प्रशासन से पानी की आपूर्ति में भेदभाव न करने की मांग की और जल्द से जल्द स्थायी समाधान करने की अपील की। अब देखना यह होगा कि नगर निगम इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या स्थानीय लोगों को स्थायी रूप से पीने के पानी की सुविधा मिल पाएगी या नहीं।

हिसार में रेपिस्ट ड्राइंग टीचर को सजा आज:सेशन कोर्ट ने दोषी करार दिया था, खेत में 4 घंटे तक बंधक बनाकर रखा

हिसार में रेपिस्ट ड्राइंग टीचर को सजा आज:सेशन कोर्ट ने दोषी करार दिया था, खेत में 4 घंटे तक बंधक बनाकर रखा हरियाणा के हिसार जिले के एक गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा से 5 अप्रैल 2020 को ड्राइंग टीचर द्वारा रेप किए जाने के मामले में हिसार कोर्ट द्वारा आज सजा सुनाई जाएगी। टीचर ​​​​​छात्रा को स्कूटी पर बैठकर गांव के नजदीक खेतों में ले गया और वहां एक कमरे में रेप किया था। इतना ही नहीं 4 घंटे तक छात्रा को बंधक बनाकर रखा और किसी को बताने पर जान से मारने की भी धमकी दी। 25 फरवी को महिला विरुद्ध अपराध के लिए स्थापित विशेष अदालत के न्यायाधीश सुनील जिंदल ने आरोपी ड्राइंग टीच राजवीर को दोषी करार दिया था। इस मामले में सजा 28 फरवरी को सुनाई जानी थी, मगर किसी कारण वश सजा नहीं सुनाई जा सकी। कोर्ट आज इस मामले में सजा सनाएगी। पीड़ित पक्ष के वकील का कहना है कि छात्रा ने कोर्ट के सामने दर्ज बयान में आरोप लगाया था कि वह 2015 में नौवीं कक्षा में पढ़ती थी। जहां पर आरोपी ड्राइंग टीचर उससे छेड़खानी करता था। जब वह दसवीं कक्षा की छात्रा थी, तब उसे स्कूल से कुछ दूर खेतों में ले जाकर उसके साथ रेप किया था। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी। माता-पिता ने टीचर को समझाया था, मगर वह नहीं माना
इसके बाद पीड़ित छात्रा ने अपने माता-पिता को बताया तो उसके माता-पिता ने स्कूल में जाकर आरोपी ड्राइंग टीचर राजबीर को समझाया कि उनकी बेटी को तंग न करें। इसके बावजूद आरोपी ड्राइंग टीचर राजवीर पीड़ित छात्रा को प्रताड़ित करता रहा। 5 अप्रैल 2020 को ड्राइंग टीचर पीड़िता के साथ रेप किया। इस मामले में छात्रा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। गलत नजर रखता था ड्राइंग टीचर
छात्रा ने बयान में बताया था कि स्कूल में राजबीर ड्राइंग विषय पढ़ाता था। उस दौरान टीचर मुझ पर गलत नजर रखता था। चॉकलेट, टॉफी, पेन और पेंसिल देकर अकेले में छेड़छाड़ करता था। जब दसवीं कक्षा में थी, तो आरोपित टीचर स्कूल से कुछ दूर खेत में ले गया। वहां एक कोठे में बंद कर प्राकृतिक और अप्राकृतिक संबंध बनाए। 4 घंटे बंधक बना कर रखा। किसी तरह उसके भाई को सूचना मिली तो वह तलाशते हुए खेतों में आया। उस दौरान टीचर ने मेरे भाई के साथ मारपीट भी की थी और जातिसूचक गालियां दी थी। इस केस में परिजनों को गवाह बनाया गया
पीड़िता के वकील ने बताया कि इस मुकदमे में पीड़िता, उसके माता-पिता व उसके भाई सहित अन्य गवाहों के बयान दर्ज हुए। 20 फरवरी को पीड़ित पक्ष और आरोपित पक्ष के वकीलों की बहस सुनने के बाद मंगलवार 25 फरवरी को कोर्ट ने आरोपी ड्राइंग टीचर को दोषी करार दिया था। अपहरण, बंधक बनाने, रेप और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में दोषी करार दिया है। कोर्ट में एससी-एसटी एक्ट के कोई सबूत नहीं मिले।

हरियाणा की बड़ी खबरें:कैथल में नई स्विफ्ट कार बेकाबू होकर पलटी, युवक की मौत; करनाल अस्पताल से भ्रूण मिला

हरियाणा की बड़ी खबरें:कैथल में नई स्विफ्ट कार बेकाबू होकर पलटी, युवक की मौत; करनाल अस्पताल से भ्रूण मिला हरियाणा के कैथल जिले में सोमवार रात को सड़क हादसे में 18 वर्षीय युवक अनमोल सिंह की मौत हो गई। वह सीवन गांव का रहने वाला था और अपने दोस्त की नई स्विफ्ट कार लेकर निकला था। कार बेकाबू होकर हवा में उछली और सड़क किनारे लगी ईंटों के ढेर पर पलट गई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जानकारी अनुसार, हादसे के समय अनमोल अपने दोस्त की कार चला रहा था, जबकि उसकी खुद की कार उसके दोस्त के पास थी। रात करीब 11 बजे जब वे पोलड गांव के पास पहुंचे, तो अनमोल की कार अचानक बेकाबू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार हवा में उछलती हुई सड़क किनारे पड़े ईंटों के ढेर पर जा गिरी। दृश्य इतना भयावह था कि ऐसा लग रहा था मानो किसी ने कार को उठाकर उल्टा करके ईंटों के ढेर पर रख दिया हो (पूरी खबर पढ़ें) करनाल के सरकारी अस्पताल में मिला भ्रूण, पाइप में फंसा था, DNA टेस्ट होगा करनाल के सरकारी नागरिक अस्पताल की तीसरी मंजिल के शौचालय में सफाई के दौरान करीब 5 महीने का भ्रूण मिला है। शौचालय में ब्लॉकेज होने के कारण कर्मचारी वहां सफाई के लिए आए थे। पाइप खोलते ही भ्रूण बाहर आ गया। इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ से पूछताछ की गई। अस्पताल प्रशासन ने भ्रूण को सील कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, साथ ही इसके खून के नमूने लिए गए हैं, जिनकी डीएनए जांच जल्द ही कराई जाएगी। नागरिक अस्पताल के डॉ. बलवान ने बताया कि यह मामला बेहद चौंकाने वाला है। उनके मुताबिक, भ्रूण करीब पांच महीने का है और संभवतः एक-दो दिन पहले ही फेंका गया था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि भ्रूण लड़के का है या लड़की का। इस बारे में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी। करनाल के सिविल सर्जन डॉ. लोकवीर ने बताया कि मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक मेडिकल जांच में भ्रूण लड़की का प्रतीत हो रहा है (पूरी खबर पढ़ें)

दादरी में किसानों ने किया रोड जाम:ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग; बोले- रिपोर्ट में कम दर्शाया नुकसान

दादरी में किसानों ने किया रोड जाम:ओलावृष्टि से बर्बाद फसलों के मुआवजे की मांग; बोले- रिपोर्ट में कम दर्शाया नुकसान हरियाणा के चरखी दादरी जिले में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद होने को लेकर किसानों में रोष बना हुआ है। प्रभावित किसान मंगलवार को जिले के गांव हंसावास कलां बस अड्‌डे पर एकत्रित हुए और हिसार-नारनौल रोड पर जाम लगाकर मुआवजे की मांग की। इस दौरान किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। किसानों ने शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की चेतावनी दी है। जाम के कारण हिसार-नारनौल मुख्य मार्ग पर वाहनों की लाइन लग गई। जिसके कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी शुक्रवार को हुई थी ओलावृष्टि बता दें कि बीते शुक्रवार की रात को चरखी दादरी जिले के कई गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलों को काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा बारिश के साथ आंधी आने से भी गेहूं, सरसों की फसलें जमीन पर बिछ गईं। जिससे काफी नुकसान हुआ। प्रभावित किसान और किसान संगठनों के लोग लगातार नुकसान की भरपाई के लिए स्पेशल गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर किसान गांव हंसावास कलां बस अड्‌डे पर हिसार-नारनौल रोड़ पर एकत्रित हुए और मुआवजे की मांग की लेकर रोष प्रदर्शन किया। किसान बोले- नुकसान कम दर्शाया रोष जता रहे किसान पूर्व सरपंच दिनेश, राजबीर नंबरदार, जयसिंह, सत्यवान ने कहा कि ओलावृष्टि से उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। जिसकी विभाग द्वारा नुकसान की रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें नुकसान कम दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। जन प्रतिनिधि करें मौके का निरीक्षण ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जबकि विधायक व अधिकारी दूसरे गांवों में चक्कर लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय विधायक, सांसद व विभाग के अधिकारी उनके गांव में मौके का निरीक्षण करें और उसके बाद रिपोर्ट तैयार करें, ताकि वास्तविक नुकसान का पता चल सके। उन्होंने कहा कि गेहूं, सरसों व सब्जी की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जबकि विभाग जो रिपोर्ट तैयार कर रहा है, उसमें काफी कम नुकसान दिखाया गया है। अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी किसानों ने कहा कि शीघ्र उनकी मांग पूरी नहीं की गई, तो वे गांव के बस अड्‌डे पर टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे और दोबारा से रोड़ जाम करेंगे। यदि फिर भी उनकी मांग पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो महापंचायत बुलाकर बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे। बुजुर्ग ग्रामीणों ने खुलवाया जाम स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों ने प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा देने की मांग की। किसानों ने रोष जताते हुए नारनौल-हिसार सड़क मार्ग पर जाम भी लगा दिया। लेकिन कुछ ही मिनट बाद गांव के मौजिज लोगों ने समझाया कि जाम लगाना समस्या का हल नहीं है, वे अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से मिलकर अपनी मांग उनके समक्ष रखेंगे। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया।

कैथल में हवा में उछलकर ईंटों पर पलटी कार:नवयुवक की मौत; दोस्त ने हाल ही में खरीदी थी स्विफ्ट, हादसा देख ग्रामीण हैरान

कैथल में हवा में उछलकर ईंटों पर पलटी कार:नवयुवक की मौत; दोस्त ने हाल ही में खरीदी थी स्विफ्ट, हादसा देख ग्रामीण हैरान हरियाणा के कैथल जिले में सोमवार रात को सड़क हादसे में 18 वर्षीय युवक अनमोल सिंह की मौत हो गई। वह सीवन गांव का रहने वाला था और अपने दोस्त की नई स्विफ्ट कार लेकर निकला था। कार बेकाबू होकर हवा में उछली और सड़क किनारे लगी ईंटों के ढ़ेर पर पलट गई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जानकारी अनुसार, हादसे के समय अनमोल अपने दोस्त की कार चला रहा था, जबकि उसकी खुद की कार उसके दोस्त के पास थी। रात करीब 11 बजे जब वे पोलड गांव के पास पहुंचे, तो अनमोल की कार अचानक अनियंत्रित हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार हवा में उछलती हुई सड़क किनारे पड़े ईंटों के ढेर पर जा गिरी। दृश्य इतना भयावह था कि ऐसा लग रहा था मानो किसी ने कार को उठाकर उल्टा करके ईंटों के ढेर पर रख दिया हो। कार के परखच्चे उड़ गए और अनमोल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अनमोल सिंह की मौत की खबर सुनते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। जैसे ही हादसे की सूचना उसके घर पहुंची, परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह? फिलहाल, दुर्घटना के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि तेज रफ्तार इस दर्दनाक हादसे का मुख्य कारण हो सकती है। जिस तरह से कार हवा में उछलकर ईंटों के ढेर पर जा गिरी, उससे स्पष्ट है कि वाहन बहुत तेज गति में था। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं चालक नशे की हालत में तो नहीं था या फिर किसी अन्य वाहन से टकराने के प्रयास में नियंत्रण नहीं खो बैठा। पुलिस मौके पर पहुंची, जांच जारी घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन को कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना की गहनता से जांच की जा रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।

हिसार में बड़े भाई ने छोटे की जगह दिया पेपर:10वीं की बोर्ड परीक्षा में पकड़ा गया; बाथरुम के पास घूमता मिला

हिसार में बड़े भाई ने छोटे की जगह दिया पेपर:10वीं की बोर्ड परीक्षा में पकड़ा गया; बाथरुम के पास घूमता मिला हरियाणा के हिसार जिले में बोर्ड परीक्षा में नकल का एक अनोखा मामला सामने आया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मतलोडा में दसवीं कक्षा की परीक्षा के दौरान एक छात्र के बड़े भाई को रंगे हाथों पकड़ा गया। परीक्षा केंद्र पर तैनात पुलिसकर्मियों ने देखा कि दोपहर 3:15 बजे स्कूल के बाथरूम के पास एक युवक संदिग्ध तरीके से घूम रहा था। पूछताछ में पता चला कि वह शुभम है, जिसकी जगह उसका भाई सचिन परीक्षा दे रहा था। शुभम ने पहले खुद को बोबुआ, हिसार का रहने वाला बताया। बाद में कड़ी पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अपने रोल नंबर 1025234548 पर अपने भाई को परीक्षा में बैठाया था। ASI सज्जन सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उन पर हरियाणा पब्लिक एग्जामिनेशन प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मींस एक्ट 2021 समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा है कि परीक्षा में धांधली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रिंसिपल ने डंडा लेकर छात्रों से हटवाया मलबा:नूंह में साढ़े 3 लाख में दिया था स्कूल की सफाई का ठेका; DEO बोले-जांच कराएंगे

प्रिंसिपल ने डंडा लेकर छात्रों से हटवाया मलबा:नूंह में साढ़े 3 लाख में दिया था स्कूल की सफाई का ठेका; DEO बोले-जांच कराएंगे हरियाणा के नूंह जिले में बच्चों को बाल मजदूरी से बचाने के लिए जहां प्रशासन से लेकर विभिन्न संस्थाएं काम कर रही हैं, तो वहीं नाबालिग बच्चों से स्कूल में प्रिंसिपल ने कमरों में पड़ा मलबा साफ कराया। जिससे ग्रामीणों में रोष है। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी ने इसकी जांच कर कार्रवाई की बात कही है। पुन्हाना उपमंडल के गांव बिछोर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों से स्कूल में खंडहर हुए कमरों के मलबे को हटवाया जा रहा है। जबकि खंडहर कमरों की बोली लगाकर काम ठेकेदार को सौंपा हुआ है। करीब साढ़े तीन लाख में दिया कमरों का ठेका जानकारी के मुताबिक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बिछोर में करीब 1 दर्जन कमरे काफी दिनों से खंडहर अवस्था में थे। जनवरी माह में इन कमरों की बोली लगाई गई थी। इन कमरों को लोक निर्माण विभाग द्वारा करीब साढ़े तीन लाख रुपए में ठेकेदार को ठेका दिया। कमरों से निकलने वाले मलबे को भी ठेकेदार अपने साथ लेकर गया है। कुछ काम स्कूल में बचा हुआ है। जिसे अब शिक्षक स्कूली छात्रों से करा रहे हैं। जबकि ये काम ठेकेदार को लेबर से करवाना था, लेकिन यहां मजदूर दिखाई नहीं दे रहे हैं और मजदूरों का काम बच्चों से करवाया जा रहा है। प्रिंसिपल डंडा लेकर करा रहे काम जिन कंधों पर देश के भविष्य की नींव होती है, वहीं शिक्षक बच्चों से किताब छीन कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यही कारण कि मेवात में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। हैरानी की बात यह देखने को मिली कि स्कूल में स्वयं प्रिंसिपल अपने हाथ में डंडा लेकर छात्रों से काम करा रहे थे। डंडे के डर से छात्र भी ईंटें उठाते हुए नजर आए। बच्चों से मजदूरों की तरह काम क्यों कराया गया? इसका जवाब तो शिक्षक ही देंगे। ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग वहीं ग्रामीणों ने कहा कि इस मामले में ठेकेदार और शिक्षक दोनों पर कार्रवाई होनी चाहिए। नौनिहालों के साथ इस तरह का व्यवहार सही नहीं है। पूरा कार्य स्कूल शिक्षकों की मौजूदगी में किया जा रहा है। अब यह तो शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ही बता सकते हैं कि दोषियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई होगी। ग्रामीण बनवारी लाल, मुकेश कुमार, अलीशेर सहित अन्य लोगों ने बताया कि स्कूल का समय सुबह 7 बजे का हैं। समय पर स्कूल में शिक्षक नहीं आते हैं। वहीं कुछ शिक्षक समय पर भी आ जाते हैं, तो वह स्कूल में खेलते रहते हैं। इससे पहले भी प्रिंसिपल पर 12वीं कक्षा के एडमिट कार्ड रोकने का आरोप लग चुका है। प्रिंसिपल की तानाशाही से स्कूली छात्र और ग्रामीण पूरी तरह से परेशान हैं। जिला शिक्षा अधिकारी बोले- बच्चों से काम कराना गलत जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि स्कूल में किसी भी तरह कार्य को बच्चों से कार्य करना गलत है। ठेकेदार को काम दिया गया है, उसी की जिम्मेदारी है कि वह वहां से मलबे को साफ करेगा। कंस्ट्रक्शन लेबर ही कार्य को करेगी। अगर स्कूल में बच्चों से कार्य कराया गया है, तो यह निंदनीय है। इस पूरे मामले की जांच कराने के बाद दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कैथल में किसान कल करेंगे भूख हड़ताल:डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर लिया निर्णय, लघु सचिवालय पर देंगे धरना

कैथल में किसान कल करेंगे भूख हड़ताल:डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर लिया निर्णय, लघु सचिवालय पर देंगे धरना कैथल में किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से संघर्ष तेज किया है। 5 मार्च को जिले के किसान संगठन लघु सचिवालय में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल करेंगे। यह हड़ताल अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन के 100 दिन पूरे होने पर की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत के प्रधान होशियार सिंह गिल व नौजवान किसान यूनियन के प्रधान जसविंद्र ढुल ने बताया कि किसान सुबह नौ बजे से सचिवालय में इकट्‌ठे होने शुरू हो जाएंगे। सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक हड़ताल की जाएगी। हड़ताल के माध्यम से किसानों की मांगों को सरकार के सामने रखा जाएगा। ये हैं किसानों की मांगें – पूरे देश के किसानों के लिए सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए और डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार फसलों के भाव तय किए जाएं। – किसानों और मजदूरों की पूर्ण कर्ज मुक्ति की जाए। – भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को पूरे देश में पुनः लागू किया जाए एवं भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की लिखित सहमति व मार्केट रेट से 4 गुणा मुआवजा देने के प्रावधान किया जाए। – लखीमपुर खीरी नरसंहार के दोषियों को सजा एवं पीड़ित किसानों को न्याय दिया जाए। – भारत विश्व व्यापार संगठन से बाहर आए एवं सभी मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए। – किसानों और खेत मजदूरों को पेंशन दी जाए। – दिल्ली कोर्ट के दौरान मृतक किसानों को मुआवजा व परिवार के 1 सदस्य को नौकरी दी जाए। – विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए। – मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार, 700 रुपए का मजदूरी भत्ता दिया जाए व मनरेगा को खेती के साथ जोड़ा जाए। – नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां एवं खाद बनाने वाली कंपनियों पर सख्त दंड और जुर्माना लगाने के प्रावधान किया जाए व बीजों की गुणवत्ता में सुधार किए जाएं। – मिर्च, हल्दी व अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए। – संविधान की 5 सूची को लागू किया जाए व जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के अधिकार सुनिश्चित कर के कम्पनियों द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए।