महाकुंभ भगदड़, हरियाणा की 2 महिला श्रद्धालुओं की मौत:हादसे के वक्त संगम तट पर थीं, शव आज गांव वापस लाए जाएंगे

महाकुंभ भगदड़, हरियाणा की 2 महिला श्रद्धालुओं की मौत:हादसे के वक्त संगम तट पर थीं, शव आज गांव वापस लाए जाएंगे मौनी अमावस्या की बीती शाम प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में हरियाणा की 2 महिलाओं की मौत हो गई है। इनमें से एक रोहतक की और एक जींद की रहने वाली थी। भगदड़ के समय ये दोनों संगम तट पर ही मौजूद थीं। इनके अलावा जींद के 4 लोग घायल भी हुए हैं। भगदड़ के दौरान अचानक आई भीड़ ने इन्हें संभलने का मौका नहीं दिया, जिससे दोनों बुजुर्ग महिलाएं दबकर मारी गईं। आज इन दोनों के शव इनके गांव लाए जाएंगे। मौनी अमावस्या पर डुबकी लगाने पहुंचे
जानकारी के अनुसार, रोहतक में सांपला के रहने के रहने वाले 2 परिवार मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में डुबकी लगाने गए थे। लेकिन, मंगलवार की देर रात अचानक किन्हीं कारणों से संगम तट के पास भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालुओं की जान चली गई। इनमें सांपला के वार्ड 13 की रहने वाली कृष्णा (75) भी शामिल थीं। हालांकि, उनके परिवार के अन्य लोग सुरक्षित बच गए। इसके अलावा, जींद के राजपुरा गांव से बुजुर्ग रामपति (60) 26 जनवरी को महाकुंभ गई थीं। हादसे में उनकी भी जान चली गई। उनके साथ उनके ही गांव का एक परिवार था, जो सुरक्षित बच गया। हालांकि, उन्हें भी चोटें आई हैं। इनमें 4 लोग नरेंद्र कुमार, उनकी पत्नी उर्मिला, बहन पिंकी और उनकी बेटी शामिल हैं। रामपति के घरवालों का कहना है कि उन्हें दिन में ही उनकी मौत की सूचना मिल गई थी। इसके बाद हम भी मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की। आज उनका शव गांव लाया जाएगा। रामपति की 3 बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। पलवल के लोग बोले- बेहद डरावना था
माघी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान मची भगदड़ में पलवल के भी श्रद्धालु शामिल थे। उन्होंने इस हादसे को एक भयानक याद बताते हुए उस समय के अनुभव को बताया।
पलवल में हथीन के कौशल, बंता गांव की इंद्रा देवी और हथीन की ही ज्योति देवी ने बताया है कि वहां का दृश्य बेहद डरावना था। हम किसी तरह से सुरक्षित बच निकले। चारों ओर अफरातफरी का माहौल था। चीख-पुकार मची हुई थी। लोग भाग रहे थे, एक-दूसरे से टकरा रहे थे और गिर रहे थे। इसमें ही कई लोग कुचल गए। जो हमने देखा वह असहनीय था। झज्जर के 30 श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे
इधर, झज्जर से भी 30 श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। हादसे के बाद उनके परिजनों ने उनका हाल लिया तो पता चला कि सभी सुरक्षित हैं। संगम क्षेत्र में डेरा चला रहे आचार्य उपेंद्र कृष्ण ने बताया है कि उन्हें यहां जगह मिल गई थी। उनके यहां झज्जर से करीब 30 श्रद्धालु आए हैं जो सुरक्षित हैं। इनमें महंत परमानंद गिरि महाराज, महंत मृत्युंजय गिरि महाराज, गीतानंद महाराज, भोला गिरि आदि संत शामिल हैं।

महाकुंभ भगदड़, हरियाणा की 2 महिला श्रद्धालुओं की मौत:हादसे के वक्त संगम तट पर थीं, शव आज गांव वापस लाए जाएंगे

महाकुंभ भगदड़, हरियाणा की 2 महिला श्रद्धालुओं की मौत:हादसे के वक्त संगम तट पर थीं, शव आज गांव वापस लाए जाएंगे मौनी अमावस्या की बीती शाम प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में हरियाणा की 2 महिलाओं की मौत हो गई है। इनमें से एक रोहतक की और एक जींद की रहने वाली थी। भगदड़ के समय ये दोनों संगम तट पर ही मौजूद थीं। इनके अलावा जींद के 4 लोग घायल भी हुए हैं। भगदड़ के दौरान अचानक आई भीड़ ने इन्हें संभलने का मौका नहीं दिया, जिससे दोनों बुजुर्ग महिलाएं दबकर मारी गईं। आज इन दोनों के शव इनके गांव लाए जाएंगे। मौनी अमावस्या पर डुबकी लगाने पहुंचे
जानकारी के अनुसार, रोहतक में सांपला के रहने के रहने वाले 2 परिवार मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में डुबकी लगाने गए थे। लेकिन, मंगलवार की देर रात अचानक किन्हीं कारणों से संगम तट के पास भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालुओं की जान चली गई। इनमें सांपला के वार्ड 13 की रहने वाली कृष्णा (75) भी शामिल थीं। हालांकि, उनके परिवार के अन्य लोग सुरक्षित बच गए। इसके अलावा, जींद के राजपुरा गांव से बुजुर्ग रामपति (60) 26 जनवरी को महाकुंभ गई थीं। हादसे में उनकी भी जान चली गई। उनके साथ उनके ही गांव का एक परिवार था, जो सुरक्षित बच गया। हालांकि, उन्हें भी चोटें आई हैं। इनमें 4 लोग नरेंद्र कुमार, उनकी पत्नी उर्मिला, बहन पिंकी और उनकी बेटी शामिल हैं। रामपति के घरवालों का कहना है कि उन्हें दिन में ही उनकी मौत की सूचना मिल गई थी। इसके बाद हम भी मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की। आज उनका शव गांव लाया जाएगा। रामपति की 3 बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। पलवल के लोग बोले- बेहद डरावना था
माघी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान मची भगदड़ में पलवल के भी श्रद्धालु शामिल थे। उन्होंने इस हादसे को एक भयानक याद बताते हुए उस समय के अनुभव को बताया।
पलवल में हथीन के कौशल, बंता गांव की इंद्रा देवी और हथीन की ही ज्योति देवी ने बताया है कि वहां का दृश्य बेहद डरावना था। हम किसी तरह से सुरक्षित बच निकले। चारों ओर अफरातफरी का माहौल था। चीख-पुकार मची हुई थी। लोग भाग रहे थे, एक-दूसरे से टकरा रहे थे और गिर रहे थे। इसमें ही कई लोग कुचल गए। जो हमने देखा वह असहनीय था। झज्जर के 30 श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे
इधर, झज्जर से भी 30 श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। हादसे के बाद उनके परिजनों ने उनका हाल लिया तो पता चला कि सभी सुरक्षित हैं। संगम क्षेत्र में डेरा चला रहे आचार्य उपेंद्र कृष्ण ने बताया है कि उन्हें यहां जगह मिल गई थी। उनके यहां झज्जर से करीब 30 श्रद्धालु आए हैं जो सुरक्षित हैं। इनमें महंत परमानंद गिरि महाराज, महंत मृत्युंजय गिरि महाराज, गीतानंद महाराज, भोला गिरि आदि संत शामिल हैं।

फरीदाबाद में सीनियर रिसर्च ऑफिसर लापता:दिल्ली से वापस आ रहा था घर; 5 साल पहले तलाक हुआ, अकेला रहता था

फरीदाबाद में सीनियर रिसर्च ऑफिसर लापता:दिल्ली से वापस आ रहा था घर; 5 साल पहले तलाक हुआ, अकेला रहता था हरियाणा के फरीदाबाद में केन्द्र सरकार में सीनियर रिसर्च ऑफिसर अपने ऑफिस से घर लौटते समय रास्ते से हालात में लापता हो गया। गायब हुए ऑफिसर का नाम पंकज कुमार गुप्ता, जिसकी उम्र 43 साल है। पुलिस ने पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। दिल्ली में सीनियर रिसर्च ऑफिसर डबुआ पुलिस को दी शिकायत में विभीषण नामक बुजुर्ग ने कहा है कि वह राजीव नगर क्वार्सी इटावा पास निकट सीमा फार्म अलीगढ का रहने वाला है। उसका तीसरा बेटा पंकज कुमार गुप्ता में 8 सीजीओ कॉम्पलेक्स लोधी रोड भारत सरकार में सीनियर रिसर्च ऑफिसर है। पंकज फरीदाबाद के सेक्टर 49 सैनिक कालोनी में फ्लैट लेकर अकेला रहता है। पांच साल पहले उसका पत्नी से तलाक हो गया था। 21 जनवरी को पंकज दिल्ली से के लोधी रोड़ स्थित अपने ऑफिस से फरीदाबाद घर के लिए निकला था,लेकिन वह घर नही पहुंचा। 5 साल पहले हुआ तलाक पंकज के पिता ने बताया कि करीब 5 साल पहले 2020 में उसका पत्नी से तलाक हो गया था। उसकी एक 9 साल की बेटी थी। जिसको उसकी पत्नी अपने साथ ले गई। तलाक होने के बाद ये वह अकेला फरीदाबाद में फ्लैट लेकर रह रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज किया पुलिस जांच अधिकारी अतर सिंह ने बताया कि पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मोबाइल की आखिरी लोकेशन के आधार पर तलाश की जा रही है और उनके ऑफिस के लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।

सोनीपत में हाईकोर्ट के वकील की कार चोरी:सेंसर बंद किया, विंडो तोड़ी, कुछ मिनटों में स्टार्ट कर फरार

सोनीपत में हाईकोर्ट के वकील की कार चोरी:सेंसर बंद किया, विंडो तोड़ी, कुछ मिनटों में स्टार्ट कर फरार सोनीपत के विकासपुरी कबीरपुर रोड पर एक घर के सामने से कार चोरी हो गई। अज्ञात चोरों ने कार का लॉक तोड़कर वारदात को अंजाम दिया और कार लेकर फरार हो गए। सुबह जब पीड़ित उठा तो कार गायब थी और डायल 112 पुलिस को सूचना दी गई। बाद में पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की और घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। विकासपुरी कबीरपुर रोड निवासी सुमित शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि रात को उसने अपनी मारुति सियाज कार (HR10AJ1497) को रोजाना की तरह घर के सामने खड़ी की और घर में सोने चला गया। सुबह जब वह उठा तो उसकी कार घर के बाहर से अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली थी। कार का रंग मैग्मा ग्रे है और इसका मॉडल 2020 है। गाड़ी में कोर्ट की फाइलें और महत्वपूर्ण दस्तावेज थे बता दें कि सुमित और उनकी पत्नी दिल्ली हाईकोर्ट में वकील हैं। कोर्ट से संबधित कई फाइलें और महत्वपूर्ण दस्तावेज गाडी में ही रखे हुए थे। चोरों ने रात के समय वारदात को अंजाम दिया। गाडी चोरी हाेने से दस्तावेज भी चोरी हो गए। चोर एक गाडी में आए थे और गाडी के साथ लगाकर कुछ ही मिनटों में गाडी का लॉक तोडकर गाडी को लेकर चले गए। सीसीटीवी में कैद हुई वारदात चोरी की यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि चोर पहले अपनी कार में आए और रेकी की। फिर उन्होंने वकील के घर के बाहर खड़ी कार के पास जाकर उसका सेंसर बंद किया। इसके बाद चोरों ने कार की खिड़की खोली और कुछ ही मिनटों में उसे स्टार्ट कर फरार हो गए। पुलिस जांच में जुटी वकील सुमित के पिता के.के. शर्मा ने बताया कि जब वे सुबह 5 बजे उठे तो देखा कि घर के बाहर खड़ी कार गायब थी। उन्होंने तुरंत अपने बेटे को इसकी जानकारी दी और डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। सोनीपत में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन से इलाके में गश्त बढ़ाने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।

मंत्री अनिल विज बने सिंगर, VIDEO:सचिवालय में ‘मैं निकला गड्‌डी लेके’ पर झूमे; बोले- चाहे हंस के जियो, चाहे रोकर, जिंदगी जीनी पड़ेगी

मंत्री अनिल विज बने सिंगर, VIDEO:सचिवालय में ‘मैं निकला गड्‌डी लेके’ पर झूमे; बोले- चाहे हंस के जियो, चाहे रोकर, जिंदगी जीनी पड़ेगी हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बार वह सिविल सचिवालय स्थित ऑफिस में सिंगिंग करते हुए नजर आए। दरअसल, बुधवार को वह फाइलें निकाल रहे थे। फाइल पर साइन करते ही वह सनी देओल की मूवी गदर का गाना ‘मैं निकला, गड्डी लेके, इक मोड़ आया, मैं उत्थे दिल छोड़ आया” गाने लगे। गाना गाते हुए वह कुर्सी पर झूमने भी लगे। गाने के बाद विज ने कहा कि जितनी जिंदगी मिली है उतनी जीनी तो पड़ेगी। चाहे इसको हंस के जी लो, चाहे रोकर। हम हंस कर जीते हैं। अनिल विज यहां नहीं रूके। उन्होंने इसके बाद एक देश भक्ति गीत भी गाया। अनिल विज के ऑफिस में झूमने के PHOTOS… गणतंत्र दिवस समारोह के मंच पर भी नाचे
बीती 26 जनवरी को अनिल विज अंबाला में जिलास्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में चीफ गेस्ट थे। इस दौरान वहां पंजाबी गाने बज रहे थे। तब अनिल विज स्टेज पर ही नाचने लगे। इसके बाद वह जब मेहमानों की कुर्सी के पास पहुंचे तो वहां भी भंगड़ा करने लगे। अनिल विज को देखकर दूसरे मेहमान भी झूमने लगे। चुनाव में पिछड़ रहे थे तो गुनगुना रहे थे विज
अनिल विज को अक्सर गाने गुनगुनाते देखा जाता है। अक्टूबर 2024 में वह अंबाला से भाजपा के उम्मीदवार थे। इस दौरान सुबह की मतणगना के बाद कांग्रेस बहुमत पार हो गई। जब विज से पूछा गया तो वह ‘हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया’ गीत गाने लगे। हालांकि, ढाई घंटे बाद ही उलटफेर हो गया और भाजपा बहुमत पार कर गई। इसी दौरान वह अपनी अंबाला सीट से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा से पिछड़े तो भी वह गाना गुनगुनाते रहे। हालांकि, अंत में उनकी जीत हो गई। CM कुर्सी का दावा ठोक सबको चौंकाया
पिछले विधानसभा चुनाव में वोटिंग से पहले अनिल विज ने सबको चौंका दिया। दरअसल, उन्होंने सीएम की कुर्सी पर दावा ठोक दिया, जबकि भाजपा ने नायब सैनी की अगुआई में चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा था। विज ने कहा था कि सिनियरिटी के आधार पर वह यह पद मांगेंगे। हालांकि, विज ने यह भी क्लियर किया कि वह इसके लिए कोई लॉबिंग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों ने यह भ्रम फैलाया कि विज सीएम बनना ही नहीं चाहता, इसी वजह से उन्हें ये बात कहनी पड़ी।

मंत्री अनिल विज बने सिंगर, VIDEO:सचिवालय में ‘मैं निकला गड्‌डी लेके’ पर झूमे; बोले- चाहे हंस के जियो, चाहे रोकर, जिंदगी जीनी पड़ेगी

मंत्री अनिल विज बने सिंगर, VIDEO:सचिवालय में ‘मैं निकला गड्‌डी लेके’ पर झूमे; बोले- चाहे हंस के जियो, चाहे रोकर, जिंदगी जीनी पड़ेगी हरियाणा के बिजली एवं परिवहन मंत्री अनिल विज अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बार वह सिविल सचिवालय स्थित ऑफिस में सिंगिंग करते हुए नजर आए। दरअसल, बुधवार को वह फाइलें निकाल रहे थे। फाइल पर साइन करते ही वह सनी देओल की मूवी गदर का गाना ‘मैं निकला, गड्डी लेके, इक मोड़ आया, मैं उत्थे दिल छोड़ आया” गाने लगे। गाना गाते हुए वह कुर्सी पर झूमने भी लगे। गाने के बाद विज ने कहा कि जितनी जिंदगी मिली है उतनी जीनी तो पड़ेगी। चाहे इसको हंस के जी लो, चाहे रोकर। हम हंस कर जीते हैं। अनिल विज यहां नहीं रूके। उन्होंने इसके बाद एक देश भक्ति गीत भी गाया। अनिल विज के ऑफिस में झूमने के PHOTOS… गणतंत्र दिवस समारोह के मंच पर भी नाचे
बीती 26 जनवरी को अनिल विज अंबाला में जिलास्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में चीफ गेस्ट थे। इस दौरान वहां पंजाबी गाने बज रहे थे। तब अनिल विज स्टेज पर ही नाचने लगे। इसके बाद वह जब मेहमानों की कुर्सी के पास पहुंचे तो वहां भी भंगड़ा करने लगे। अनिल विज को देखकर दूसरे मेहमान भी झूमने लगे। चुनाव में पिछड़ रहे थे तो गुनगुना रहे थे विज
अनिल विज को अक्सर गाने गुनगुनाते देखा जाता है। अक्टूबर 2024 में वह अंबाला से भाजपा के उम्मीदवार थे। इस दौरान सुबह की मतणगना के बाद कांग्रेस बहुमत पार हो गई। जब विज से पूछा गया तो वह ‘हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया’ गीत गाने लगे। हालांकि, ढाई घंटे बाद ही उलटफेर हो गया और भाजपा बहुमत पार कर गई। इसी दौरान वह अपनी अंबाला सीट से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा से पिछड़े तो भी वह गाना गुनगुनाते रहे। हालांकि, अंत में उनकी जीत हो गई। CM कुर्सी का दावा ठोक सबको चौंकाया
पिछले विधानसभा चुनाव में वोटिंग से पहले अनिल विज ने सबको चौंका दिया। दरअसल, उन्होंने सीएम की कुर्सी पर दावा ठोक दिया, जबकि भाजपा ने नायब सैनी की अगुआई में चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा था। विज ने कहा था कि सिनियरिटी के आधार पर वह यह पद मांगेंगे। हालांकि, विज ने यह भी क्लियर किया कि वह इसके लिए कोई लॉबिंग नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों ने यह भ्रम फैलाया कि विज सीएम बनना ही नहीं चाहता, इसी वजह से उन्हें ये बात कहनी पड़ी।

हनीप्रीत को डेरे की फुल पावर देगा राम रहीम:पावर ऑफ अटॉर्नी देने की तैयारी, डेरा मुखी के सिरसा आने ही यही बड़ी वजह

हनीप्रीत को डेरे की फुल पावर देगा राम रहीम:पावर ऑफ अटॉर्नी देने की तैयारी, डेरा मुखी के सिरसा आने ही यही बड़ी वजह राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा के साढ़े 7 साल बाद सिरसा स्थित हेडक्वार्टर आने की बड़ी वजह सामने आई है। डेरे के टॉप सोर्सेज के मुताबिक राम रहीम डेरे की गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के निपटारे के लिए यहां पहुंचा है। यह विवाद पहले राम रहीम के परिवार और मुख्य शिष्या हनीप्रीत के बीच चल रहा था। जिसके बाद परिवार विदेश चला गया। अब हनीप्रीत और डेरा मैनेजमेंट कमेटी के बीच विवाद चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक विवाद को खत्म करने के लिए राम रहीम अपनी मुख्य शिष्या और मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को डेरे की पावर दे सकता है। इसके लिए डेरे के मैनेजमेंट से लेकर फाइनेंस वगैरह तक की पावर ऑफ अटॉर्नी हनीप्रीत को दी जा सकता है। हालांकि डेरा मैनेजमेंट फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। हनीप्रीत को पावर ऑफ अटॉर्नी देने की जरूरत क्यों पड़ रही?
डेरे से जुड़े सोर्सेज के मुताबिक डेरे की गतिविधियों को लेकर किसी बात पर तुरंत फैसला लेना होता है तो उसमें काफी परेशानी होती है। इसके लिए डेरा मैनेजमेंट कमेटी को राम रहीम के पैरोल पर आने का इंतजार करना पड़ता है। ज्यादा देरी होने पर डेरा कमेटी को जेल में राम रहीम से मिलना पड़ता है। हालांकि इसमें उन्हें काफी परेशानी होती है। हनीप्रीत को राम रहीम का सबसे करीबी और राजदार माना जाता है। ऐसे में डेरे में आंतरिक तौर पर भी यह चर्चा है कि हनीप्रीत को डेरे की कमान सौंपी जा सकती है। डेरे की गद्दी को लेकर हनीप्रीत का दावा सबसे मजबूत क्यों, 5 वजहें 1. सभी कागजों में हनीप्रीत मुख्य शिष्य
राम रहीम हनीप्रीत को मुख्य शिष्य बना चुका है। राम रहीम जब फरवरी 2022 में पहली बार पैरोल पर आया था तो उसने अपने आधार कार्ड से लेकर परिवार पहचान पत्र में पिता और परिवार के नाम कटवा दिए थे। पिता के नाम के आगे अपने गुरु सतनाम सिंह का नाम अंकित करवा दिया और खुद को उनका मुख्य शिष्य अंकित करवाया। वहीं परिवार पहचान पत्र में अपनी पत्नी और मां के नाम ना लिखवाकर केवल हनीप्रीत का ही मुख्य शिष्य के तौर पर नाम दर्ज करा दिया। 2. मुख्य शिष्य को ही सौंपी जाती है गद्दी
डेरा सच्चा सौदा में परंपरा है कि गद्दी उसे ही सौंपी जाती है जो मौजूदा गद्दीनशीन का मुख्य शिष्य हो। चूंकि अभी राम रहीम गद्दीनशीन है और हनीप्रीत मुख्य शिष्या है तो ऐसी सूरत में परंपरा के हिसाब से वही गद्दी के अगले वारिस होने के कयास लगाए जा रहे हैं। 3. हनीप्रीत से अनबन के बाद ही लंदन गया परिवार
राम रहीम के बच्चे विदेश में बस चुके हैं। इनमें उसकी बेटी अमरप्रीत और चरणप्रीत कौर के अलावा बेटा जसमीत भी शामिल है। डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत कौर देश में ही हैं लेकिन कागजात में उनके नाम नहीं हैं। डेरे के सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत से ही उनका विवाद हुआ था। परिवार डेरा मैनेजमेंट पर भरोसा कर रहा था लेकिन हनीप्रीत इसमें इंटरफेयर कर रहीं थी। 4. हनीप्रीत को पॉलिटिकल फैसले का अधिकार मिल चुका
डेरे के सोर्सेज के मुताबिक राम रहीम के परिवार के विदेश जाने के बाद हनीप्रीत की दखलअंदाजी काफी बढ़ चुकी थी। राम रहीम की मुख्य शिष्या होने की वजह से वह डेरे के कई अहम फैसले ले रही थी। इसके अलावा राम रहीम ने डेरे से जुड़े पॉलिटिकल फैसले लेने का अधिकार भी हनीप्रीत को ही दे रखा था। परिवार और मैनेजमेंट से विवाद की वजह भी हनीप्रीत का नेताओं से मीटिंग करना रहा था। 5. हनीप्रीत का नाम भी बदल चुका राम रहीम
राम रहीम ने अक्टूबर 2022 में हनीप्रीत का नाम भी बदल दिया था। राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम रूहानी दीदी (रुह दी) रख दिया था। तब राम रहीम 40 दिन की पैरोल पर आया था। इससे भी कयास तेज हुए थे कि डेरे का अधिकार देने से पहले राम रहीम हनीप्रीत के सांसारिक नाम की जगह कोई ऐसा नाम दे रहा है, जिससे वह डेरे के गद्दीनशीन के तौर पर जाहिर हो सके। ********************** राम रहीम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें.. राम रहीम की सुरक्षा में 200 पुलिसकर्मी तैनात:हनीप्रीत रोहतक से सिरसा डेरे लाई, फोटो-वीडियो पर रोक; दिल्ली चुनाव से पहले पैरोल मिली डेरा सच्चा सौदा का मुखी राम रहीम साढ़े 7 साल बाद सिरसा डेरे में पहुंच गया है। 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग से करीब एक हफ्ते पहले उसे 30 दिन की पैरोल मिली (पढ़ें पूरी खबर) राम रहीम पैरोल पर सिरसा डेरे क्यों आया:डेरा सच्चा सौदा की अरबों की प्रॉपर्टी, डेरा मैनेजमेंट–परिवार और हनीप्रीत में विवाद समेत 4 वजहें मर्डर–यौन शोषण केस में कैद काट रहे राम रहीम ने मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर सिरसा आकर सबको चौंका दिया (पढ़ें पूरी खबर)

सोनीपत में खड़ी फसलों पर चला प्रशासन का बुलडोजर:पुलिस बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई, सड़क पर कब्जा कर की जा रही थी खेती

सोनीपत में खड़ी फसलों पर चला प्रशासन का बुलडोजर:पुलिस बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई, सड़क पर कब्जा कर की जा रही थी खेती हरियाणा के सोनीपत में प्रशासन का बुलडोजर चला है और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर पीला पंजा चलाकर अतिक्रमण से मुक्त कराया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी रही।अवैध कब्जा करके खेती करने वाली जमीन पर उगाई गई गेहूं की फसल को नष्ट किया गया है। जानकारी के मुताबिक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) और जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम ने कार्रवाई की। गांव नांगल कलां और अटेरना की राजस्व संपदा में सेक्टर रोड पर किए गए अतिक्रमण को हटाया। इस दौरान प्रशासन ने 30 मीटर और 45 मीटर चौड़ी सड़कों से कब्जा हटाने के लिए पीला पंजा चलाया है और दोबारा से कब्जा करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। कई विभागों की मौजूदगी में हुई कार्रवाई यह कार्यवाही उप-मंडल अधिकारी (सोनीपत), नायब तहसीलदार (राई) और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (राई) की देखरेख में हुई। कार्यवाही के दौरान महिला व अन्य पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया। ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। अतिक्रमण हटाने से रुके कार्यों को मिलेगी गति टीडीआई सिटी, कुंडली के सेक्टर-59/60 और 60/64 में 30 मीटर तथा सेक्टर-60/64 में 45 मीटर चौड़ी सड़क में अवैध रूप से कब्जाई गई भूमि को खाली कराया गया। प्रशासन का कहना है कि यह कार्यवाही स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद शांतिपूर्ण ढंग से पूरी की गई। बता दें कि कुछ कब्जाधारियों ने अवैध रूप से कब्जा करके उक्त जमीन पर गेहूं की फसल उगा रखी थी।जहां प्रशासन के नियमों के विरूद्ध अवैध रूप से की जाने वाली खेती पर प्रशासन ने भारी विरोध के बीच यह कार्रवाई की है। प्रशासन की कार्रवाई की तस्वीरें.. जनसुविधाओं को मिलेगा बढ़ावा इस कार्यवाही के बाद अब प्रशासन रुकी हुई सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर सकेगा और सीवरेज लाइन को अटेरना स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने में तेजी आएगी। इससे आसपास के लोगों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। प्रशासन ने साफ किया है कि आगे भी अवैध कब्जों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे विकास कार्यों में कोई बाधा न आए।

भिवानी में फैक्ट्री में लगी आग:हीटर फटा, मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियां, पहली मंजिल पर घटना

भिवानी में फैक्ट्री में लगी आग:हीटर फटा, मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियां, पहली मंजिल पर घटना भिवानी के उत्तम नगर में गंदे नाले के पास बुधवार रात एक प्लास्टिक फैक्ट्री में हीटर फट गया। इससे पहली मंजिल पर तेल की भट्ठी में आग लग गई। कर्मचारियों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 20 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लेने से बड़ा हादसा टल गया। अगर फैक्ट्री में रखे प्लास्टिक में आग लग जाती तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। आग से हुए नुकसान का अभी आकलन नहीं हो पाया है। हीटर फटने से लगी आग रामा कृष्णा प्लास्टिक फैक्ट्री के मैनेजर आशु सिंगला ने बताया कि 29 जनवरी को उनकी फैक्ट्री में तेल भट्ठी में हीटर फटने से आग लग गई थी। इससे हुए नुकसान का अभी कोई अनुमान नहीं है। जैसे ही कर्मचारियों को इस आग के बारे में पता चला तो उन्होंने सूझबूझ से आग पर काबू पाने की कोशिश की। कर्मचारियों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मामले की सूचना दमकल विभाग और पुलिस को दी। फैक्ट्री में लगी आग से जुड़ी तस्वीरें.. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया सूचना देने के कुछ देर बाद ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उनकी मदद से बहुत जल्द आग पर काबू पा लिया गया। जिससे आग आगे नहीं फैल सकी। कोई जनहानि नहीं हुई। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। प्रथम तल पर लगी थी आग, 20 मिनट में पाया काबू
दमकल विभाग भिवानी के लीडिंग फायरमैन नरेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार को उन्हें सूचना मिली थी कि दादरी रोड पर गंदे नाले के समीप उत्तम नगर में रामा कृष्णा प्लास्टिक की फैक्ट्री में आग लगी है। इसके बाद दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर चेक किया तो पाया कि प्रथम तल पर मशीन में आग लगी हुई थी। जिसे केमिकल की सहायता से आग पर काबू पा लिया। आग की सूचना मिलते ही दो गाड़ियों को बुलाया गया था। करीब 20 मिनट में आग पर नियंत्रण पा लिया था। तेल की आग थी तो केमिकल डालना पड़ा था। जिसकी मदद से जल्दी ही आग पर काबू पा लिया।

भिवानी में फैक्ट्री में लगी आग:हीटर फटा, मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियां, पहली मंजिल पर घटना

भिवानी में फैक्ट्री में लगी आग:हीटर फटा, मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियां, पहली मंजिल पर घटना भिवानी के उत्तम नगर में गंदे नाले के पास बुधवार रात एक प्लास्टिक फैक्ट्री में हीटर फट गया। इससे पहली मंजिल पर तेल की भट्ठी में आग लग गई। कर्मचारियों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 20 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लेने से बड़ा हादसा टल गया। अगर फैक्ट्री में रखे प्लास्टिक में आग लग जाती तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। आग से हुए नुकसान का अभी आकलन नहीं हो पाया है। हीटर फटने से लगी आग रामा कृष्णा प्लास्टिक फैक्ट्री के मैनेजर आशु सिंगला ने बताया कि 29 जनवरी को उनकी फैक्ट्री में तेल भट्ठी में हीटर फटने से आग लग गई थी। इससे हुए नुकसान का अभी कोई अनुमान नहीं है। जैसे ही कर्मचारियों को इस आग के बारे में पता चला तो उन्होंने सूझबूझ से आग पर काबू पाने की कोशिश की। कर्मचारियों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मामले की सूचना दमकल विभाग और पुलिस को दी। फैक्ट्री में लगी आग से जुड़ी तस्वीरें.. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया सूचना देने के कुछ देर बाद ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उनकी मदद से बहुत जल्द आग पर काबू पा लिया गया। जिससे आग आगे नहीं फैल सकी। कोई जनहानि नहीं हुई। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। प्रथम तल पर लगी थी आग, 20 मिनट में पाया काबू
दमकल विभाग भिवानी के लीडिंग फायरमैन नरेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार को उन्हें सूचना मिली थी कि दादरी रोड पर गंदे नाले के समीप उत्तम नगर में रामा कृष्णा प्लास्टिक की फैक्ट्री में आग लगी है। इसके बाद दमकल विभाग की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर चेक किया तो पाया कि प्रथम तल पर मशीन में आग लगी हुई थी। जिसे केमिकल की सहायता से आग पर काबू पा लिया। आग की सूचना मिलते ही दो गाड़ियों को बुलाया गया था। करीब 20 मिनट में आग पर नियंत्रण पा लिया था। तेल की आग थी तो केमिकल डालना पड़ा था। जिसकी मदद से जल्दी ही आग पर काबू पा लिया।