हिमाचल में 15-16 को बारिश-बर्फबारी:4 दिन तक घनी धुंध का येलो अलर्ट; पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98% कम बारिश, सूखे जैसे हालात

हिमाचल में 15-16 को बारिश-बर्फबारी:4 दिन तक घनी धुंध का येलो अलर्ट; पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98% कम बारिश, सूखे जैसे हालात हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे 15 और 16 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। आज और कल प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। IMD ने आज 3 जिले मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। 43 दिन के ड्राइ स्पेल टूटने का इंतजार प्रदेश में 43 दिन से बारिश नहीं हो रही। 15 और 16 नवंबर को भी 4 जिलों में ही बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। बारिश नहीं होने की वजह से राज्य में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज और कल का दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया।

हिमाचल की डल झील एक साल से सूखी:क्लाइमेट चेंज वजह; संवारने को फंड मिला, लेकिन काम नहीं हुआ

हिमाचल की डल झील एक साल से सूखी:क्लाइमेट चेंज वजह; संवारने को फंड मिला, लेकिन काम नहीं हुआ क्लाइमेट चेंज से तापमान बढ़ने के चलते हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में मैक्लोडगंज स्थित डल झील सूख चुकी है। कभी शीशे जैसे निर्मल पानी में भरी रहने वाली झील का अस्तित्व आज खतरे में है। हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक मैक्लोडगंज की डल झील अनदेखी के चलते पूरी तरह से सूख गयी है। राजनीतिक और प्रशासनिक उदासीनता के चलते झील की ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। विभिन्न विभागों द्वारा करोड़ों रुपए का बजट खर्च करने के बावजूद भी इसका स्वरूप नहीं बदला गया। डल झील में 2011 से हो रहा रिसावडल झील से लगातार हो रहे पानी के रिसाव से कृत्रिम झील में पानी न के बराबर होने से गाद उभर आई है। पिछले कुछ वर्षों से सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन का मुंह ताक रही डल झील अंतिम सांसे ले रही है। सौंदर्यीकरण को लेकर ग्रामीण विकास विभाग भी विभागीय कार्यप्रणाली को कोस रहा है। मैक्लोडगंज आने वाले पर्यटकों के लिए भी ऐतिहासिक डल झील मात्र सफेद हाथी बनकर रह गई है। 2011 में निकाला गया था गाद
इससे पहले 2013, 2017, 2019, 2020, 2021 और नवंबर 2022 में भी झील में रिसाव हो चुका है। बता दें कि आसपास के पहाड़ों की गाद ने इसकी गहराई कम कर दी थी। झील का लगभग आधा क्षेत्र गाद से भरा हुआ है, जिसे घास के मैदान में बदल दिया गया है। झील से गाद निकालने के लिए 2011 में स्थानीय लोगों की मदद से एक बड़ा अभियान शुरू किया गया था। गाद का उपयोग मंदिर क्षेत्र के पास पार्किंग बनाने के लिए किया गया था। तब से झील तेजी से सूख रही है। क्लाइमेट चेंज झील के सूखने का मुख्य कारण
क्लाइमेट चेंज से तापमान बढ़ता है, जिससे वाष्पीकरण की दर बढ़ती है और झीलों का स्तर कम होता जाता है। ग्लोबल वार्मिंग से बारिश का मौसम छोटा हो गया है। अध्ययन में पाया गया कि क्लाइमेट चेंज झीलों के सूखने का मुख्य कारण है जैसे-जैसे ग्रह गर्म होता है, वाष्पीकरण दर बढ़ती है, जिससे झीलों का स्तर कम होता जाता है। झीलों के सूखने से जैव विविधता का भी नुकसान हो सकता है, क्योंकि पौधों और जानवरों की कई प्रजातियां जलीय वातावरण में रहने के लिए अनुकूलित होती हैं। क्या कहते हैं स्थानीय पर्यावरण प्रेमी…
काल्डेन चोफेल का कहना है कि दुनिया भर में ग्लेशियर, झीलें, नदियां सूख रही हैं और इसके परिणाम अकल्पनीय हैं। बचपन के दिनों से हम झील को उफनते और जीवन से भरपूर देखते थे। यह कल्पना करना दर्दनाक है कि यह पर्यटन स्थल नहीं बल्कि इसके आसपास के सभी वन्य जीवन के लिए है। तेंजिन थिनले का कहना है कि यह डल लेक नहीं अब यह सूखी लेक है। सोनम त्सेरिंग ने कहा कि अधिकारियों की उपस्थिति में शाहपुर के विधायक ने 12 सितंबर को सार्वजनिक रूप से कहा था कि डल महोत्सव के बाद त्वरित जीर्णोद्धार परियोजना शुरू होगी। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ और पानी छोड़ने और मछलियों को उसमें स्थानांतरित करने के लिए दो तालाब बनाने के अलावा कुछ भी नहीं किया। एक तरह से, ऐसा लगता है कि सभी बदकिस्मत मछलियां अपने पिछले जन्म में संचित अपने पाप कर्मों को पूरा करने या दूर करने के लिए इस डल झील में पैदा हुई हैं। उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि ऐतिहासिक डल लेक के सौंदर्यीकरण तथा पानी के रिसाव को रोकने के लिए डेढ़ महीने के भीतर डीपीआर तैयार की जाएगी। इस के लिए लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगावाद ने निरीक्षण के दौरान डल लेक के पानी के रिसाव की समस्या गहनता से अध्ययन किया है तथा जिला प्रशासन, वन विभाग, आईपीएच विभाग के अधिकारियों को सुझाव भी दिए हैं। उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने डल लेक के सौंदर्यीकरण और संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं जिसके चलते ही लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगावाद को डल लेक के निरीक्षण के लिए सरकार की ओर से आमंत्रित किया गया है।

हिमाचल कांग्रेस में पदों के लिए लॉबिंग शुरू:वन-मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत पड़ेगा भारी; ​​​​​​​होलीलॉज और सुक्खू गुट के नेताओं में होगी खींचतान

हिमाचल कांग्रेस में पदों के लिए लॉबिंग शुरू:वन-मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत पड़ेगा भारी; ​​​​​​​होलीलॉज और सुक्खू गुट के नेताओं में होगी खींचतान हिमाचल कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी भंग करने के बाद पदों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। अंदरखाते पदों की लालसा रखने वाले नेता, सीनियर लीडरों से तार भिड़ाने में लग गए हैं। महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए ज्यादा लॉबिंग हो रही है। बड़े नेताओं की नजरें महासचिव पद पर टिकी है। मगर सरकार में ताजपोशी पाने वाले कई दिग्गज नेता वन मैन, वन पोस्ट सिद्धांत के कारण दौड़ से बाहर माने जा रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह बार-बार कहती रही हैं कि एक व्यक्ति को एक ही पद दिया जाएगा। सरकार और संगठन में दोनों जगह पद नहीं दिए जाएंगे। संगठन में ताजपोशी के लिए आने वाले दिनों में होली लॉज और सुक्खू गुट के नेताओं में ज्यादा खींचतान देखने को मिलेगी। वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत तोड़ेगा कई नेताओं के सपने वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत लागू किया गया तो होली-लॉज गुट के यशवंत छाजटा, सुक्खू गुट के नरेश चौहान जैसे दिग्गज नेता संगठन में पद पाने से वंचित रह जाएंगे, जबकि इन दोनों नेताओं को महासचिव पद का सबसे सशक्त दावेदार माना जा रहा है। किमटा की दोबारा ताजपोशी की चर्चा सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस हाईकमान रजनीश किमटा को फिर से महासचिव बना सकती है और उन्हें संगठन महासचिव का जिम्मा दिया जा सकता है। किमटा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के भी करीबी हैं। इसलिए उन्हें दोबारा सशक्त दावेदार माना जा रहा है। उक्त नामों पर सहमति नहीं बनी तो सुक्खू गुट के प्रेम कौशल, होली लॉज गुट के अतुल वर्मा और हरि कृष्ण हिमराल को महासचिव पद का दावेदार माना जा रहा है। सुक्खू, प्रतिभा और अग्निहोत्री जल्द करेंगे मीटिंग सूत्रों की माने तो अगले पांच-छह दिन के भीतर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर आपस में मीटिंग कर सकते हैं। इसमें नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद संभावित पदाधिकारियों की लिस्ट हाईकमान को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। वहीं प्रतिभा सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं से वन टू वन बात शुरू कर दी है। प्रतिभा सिंह सीनियर नेताओं से नई कार्यकारिणी के लिए नेताओं के नाम सुझाने को लेकर बात कर रही हैं। मार्ग दर्शक मंडल बनाने की चर्चा सूत्र बताते हैं कि सीनियर नेताओं को राज्य कार्यकारिणी से बाहर रखकर मार्गदर्शक मंडल बनाया जाएगा। इसमें कौल सिंह ठाकुर, राम लाल ठाकुर, आशा कुमार, विप्लव ठाकुर, गंगू राम मुसाफिर, कुलदीप कुमार इत्यादि को शामिल किया जा सकता है। खड़गे ने भंग की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी बता दें कि बीते 2 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। प्रदेश में अब केवल प्रतिभा सिंह ही इकलौती पदाधिकारी बची हैं। लिहाज नई कार्यकारिणी के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कार्यकारिणी का गठन सूत्र बताते हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। प्रतिभा सिंह ने कहा कि संगठन में अच्छा काम करने वाले नेताओं को मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नया संगठन 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दृष्टिगत बनाया जाएगा।

शिमला में अनियंत्रित होकर पलटी जीप:सड़क हादसे में युवक की मौत, दूसरे घायल को IGMC किया गया रेफर

शिमला में अनियंत्रित होकर पलटी जीप:सड़क हादसे में युवक की मौत, दूसरे घायल को IGMC किया गया रेफर शिमला जिला के उपमंडल ठियोग में मंगलवार देर शाम एक सड़क हादसे में युवक की मौत हो गयी। नयागांव के करीब एक जीप अनियंत्रित होकर रोड से नीचे गिर गई, जिससे उसमें सवार व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है। घटना के बाद लोगों ने तुरंत घायलों को सिविल हॉस्पिटल ठियोग पहुंचाया। जहां से प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने घायल युवक को IGMC शिमला रेफर कर दिया गया है। गाड़ी में दो लोग थे सवार सूचना के अनुसार घटना मंगलवार देर शाम 5:00 के आसपास की बताई जा रही है, जब एक हिमाचल नंबर की जीप नयागांव के समीप दुर्घटना का शिकार हो गई। जीप मुख्य सड़क से नीचे से जाने वाले लिंक रोड़ में लुढ़कने से पलट गई। मिली जानकारी के मुताबिक घटना के वक्त गाड़ी में दो लोग सवार थे। जिसमें से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल को सिविल हॉस्पिटल उद्योग में प्राथमिक उपचार के बाद नाजुक हालत को देखते हुए IGMC शिमला रेफर कर दिया गया। शव का कराया गया पोस्टमॉर्टम मृतक की पहचान सुरेश कुमार पुत्र मोतीराम निवासी मोजा चमेच के रूप में हुई है। जबकि घायल व्यक्ति बुद्धिराम पुत्र लच्छू राम मोजा चमेच के रहने वाले के रूप में हुई है। फिलहाल हादसे के कारणों का पता नही चल पाया है। पुलिस को घटना की सूचना दे दी गयी है। मृतक व्यक्ति का सिविल हॉस्पिटल ठियोग में पोस्टमॉर्टम करवाया गया।

धर्मशाला 40 लाख मामले में पुलिस के हाथ खाली:5 दिन बाद भी पता नहीं चला रुपए किसके, केंद्रीय एजेंसियां भी जांच कर रही

धर्मशाला 40 लाख मामले में पुलिस के हाथ खाली:5 दिन बाद भी पता नहीं चला रुपए किसके, केंद्रीय एजेंसियां भी जांच कर रही दिल्ली से धर्मशाला ट्रिप तारा वॉल्वो बस से 40 लाख रुपए नकद और ड्रग्स सहित गिरफ्तार आरोपी गमरू निवासी राकेश कुमार मामले में 5 दिन के बाद भी पुलिस को यह पता नहीं लग पाया है कि कैश का असली मालिक कौन है। बड़ी मात्रा में नकद कैश बरामद होने से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी मामले की जांच में जुट गई हैं। तिब्बत निर्वासित सरकार मुख्यालय और 9 वीं कोर सेना मुख्यालय होने के चलते दिल्ली से धर्मशाला पहुंची इतनी बड़ी रकम को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा होने के चलते गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी राकेश बार-बार दिल्ली कंपनी का सामान लेने जाता था। इस मामले की जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही हैं। 5 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि राकेश कुमार के पास से जो 40 लाख रुपए नकद कैश पकड़ा गया उसका असली मालिक कौन है। धर्मशाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी राकेश कुमार के कॉल डिटेल्स चेक कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे इस रकम के बारे में पता लग पाएगा। पुलिस ने आरोपी राकेश कुमार के पिटठू से 40 लाख रुपए और धर्मकोट स्थित कंपनी के होटल का साज सजावट का बिना बिल का बिजली सामान भी आया था। 7 नवंबर को रुपए के साथ पकड़ा था
उसे भी कब्जे में लिया गया है। इस सारे सामान को लेने कंपनी के होटल का प्रतिनिधि तेंजिन थाई जो राकेश के साथ ही कंपनी में काम करता था लेने आया था। लेकिन वह पिट्ठू बैग और सामान ले जाता पुलिस ने उससे पहले ही राकेश को पकड़ लिया। डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई को पुलिस ने गवाह बना लिया। राकेश कुमार कंपनी के इस होटल के लिए बर्ड वाचिंग गाइड के रूप में काम करता है और बीच-बीच में कंपनी का सामान लाने दिल्ली जाता था। पुलिस लंबे समय से राकेश पर नजर रखे हुए थी। आरोपी राकेश कुमार 5 नवंबर को दिल्ली गया था और 7 नवंबर को जब दिल्ली से लौटा तो पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर थी
बस ड्राइवर सुंदरी जोकि गमरु में राकेश का ही पड़ोसी है ने बताया कि नारकोटिक्स विभाग की विशेष टीम काफी समय से राकेश की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी और जानकारियां एकत्रित कर रही थी। आरोपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस जिस पाउडर को हेरोइन बता रही है वह हीरोइन नहीं है बल्कि मेरी दवा की गोलियां हैं। जिसे मैंने गले में तकलीफ होने के चलते पीस कर पाउडर बनाकर रखा हुआ था। यह सारा कैश और सामान कम्पनी का है। मैं कंपनी के लिए ही काम करता हूं। ऐसे बरामद किये ड्रग्स और 40 लाख रुपए…
धर्मशाला कैंट वाई पास रोड वॉल्वो बस स्टैंड के संमीप वोल्वो बस ट्रिप तारा की साइड की डिक्की को खोल कर बस का ड्राइवर सुंदरी और तेंजिन थाई सामान उतार रहे थे। उसी समय पास में खड़ा पिठू बैग लटकाये 44 बर्षीय राकेश कुमार ने पुलिस गाड़ी को आते देखकर भागने का प्रयास किया। पिठू बैग में किसी संदिग्ध वस्तु का शक होने पर पुलिस ने लॉक को जोर से खींचा तो लॉक खुल गया। जिप को खोलकर चेक किया तो पिठू की जेब में 500/500 करेंसी के बंडल से भरा पाया। पिठू बैग में बरामद नोट को बाहर निकाल कर चेक किया तो 500 x 500 की 16 बंडल पाए गए। जिनको गिनने पर 40 लाख रुपए बने। बैग पिठू की बाहरी जेब में एक तौलिया रंग नीला सफेद, एक लोअर वरंग ग्रे, एक हैट कैप फौजी, एक टी- शर्ट एक कपड़े की पॉकेट किट जिसके अन्दर एक अदद पैन कार्ड राकेश ठाकुर और करेंसी नोट 500 x 1, 200 x 1, 100 x 1 कुल 800 रुपए और बाहरी जिप को खोल कर चेक किया तो जीप के अंदर जेब में खाकी रंग का लिफाफा खुला पाया गया। लिफाफा खाकी के अन्दर सिल्वर फायल पेपर में दो पॉलीथिन लिफाफा के टुकडा व पारदर्शी में लिपटे हुए अलग-2 काले व सफेद भूरे रंग का पदार्थ पाया गया। आरोपी से नौ ग्राम हेरोइन और एक ग्राम अफीम बरामद हुई। तेंजिन थाई डल लेक रोड निवासी तेंजिन थाई और ट्रिप तारा वॉल्वो बस ड्राइवर अश्वनी कुमार सुन्दरी निवासी गमंरू वार्ड नंबर 5 तहसील धर्मशाला को बतौर गवाह बनाया गया।

विनोद कुमार को सौंपा एसपी बद्दी का कार्यभार:इल्मा अफरोज के छुट्टी से लौटने तक रहेंगे; HPPS-2007 बैच के अधिकारी

विनोद कुमार को सौंपा एसपी बद्दी का कार्यभार:इल्मा अफरोज के छुट्टी से लौटने तक रहेंगे; HPPS-2007 बैच के अधिकारी हिमाचल प्रदेश के बद्दी के एसपी का कार्यभार विनोद कुमार को दिया गया है। जब तक इल्मा अफरोज छुट्टी से नहीं लौटती, तब तक विनोद कुमार उनका कार्यभार देखेंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है। विनोद कुमार HPPS-2007 बैच के अधिकारी हैं। जो 8वीं बटालियन होम गार्ड चंबा में बतौर कमांडेंट सेवाएं दे रहे थे। जिसके अब उन्हें बद्दी का एसपी बनाया गया है। अचानक छुट्टी पर गई एसपी अफरोज बता दें कि एसपी इल्मा ​​​​​​​अफरोज अचानक छुट्टी पर चली गई। जिसके बाद चर्चाएं थी कि सीपीएस राम कुमार चौधरी की पत्नी के पोकलेन मशीन व टिप्पर को अवैध माइनिंग पर उन्होंने चालान काटा था। इसके अलावा खेड़ा में बीते माह हुए फर्जी गोलीकांड में एसपी की निष्पक्ष कार्रवाई से जोड़ा जा रहा था कि उन पर केस को दबाने का दबाव बनाया जा रहा है। जिस कारण एसपी अफरोज को रातों-रात छुट्टी पर भेज दिया गया।

कांगड़ा में SBI कैशियर 25 नवंबर तक ज्यूडिशियल रिमांड पर:54.64 लाख रुपए के गबन के आरोप में हुआ गिरफ्तार, ऑनलाइ सट्टेबाजी में गंवाए पैसे

कांगड़ा में SBI कैशियर 25 नवंबर तक ज्यूडिशियल रिमांड पर:54.64 लाख रुपए के गबन के आरोप में हुआ गिरफ्तार, ऑनलाइ सट्टेबाजी में गंवाए पैसे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया धर्मशाला ब्रांच में लाखों रुपए के गबन मामले में बैंक के कैशियर को सीजेएम धर्मशाला ने 25 नबंबर तक ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कैशियर पर 54.64 लाख रुपए के गबन का आरोप लगा है। आरोपी रजनीश कुमार को धर्मशाला पुलिस ने एक दिन का रिमांड खत्म होने पर मंगलवार को धर्मशाला चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने रिमांड बढ़ाने का किया आग्रह कोर्ट से पुलिस ने आरोपी का रिमांड बढ़ाने का आग्रह किया। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि जब-जब कैशियर रजनीश एटीएम में कैश लोड करने जाता था तो मैनुअल 10 लाख रुपए का मैसेज सेंड कर देता था, जबकि कैश 8 लाख रुपए ही लोड करता था। यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था। कोर्ट ने कहा स्टेट बैंक का एटीएम में कैश लोड करने का सिस्टम ही डिफॉल्टी है। जिसके चलते यह हेराफेरी हुई। ATM में पैसे डालते वक्त करता था हेरा-फेरी सीजेएम ने आरोपी रजनीश कुमार को 25 नवंबर तक ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी और उसके सगे-संबंधियों और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों और संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बैंक में अक्टूबर माह में यह मामला उजागर हुआ था। आरोपी कैशियर पिछले चार-पांच साल से ऑनलाइन सट्‌टेबाजी कर रहा था। ऑनलाइन बेटिंग (सट्‌टेबाजी) के चक्कर में बैंक कैशियर ने पहले अपना पैसा बर्बाद किया, फिर धीरे-धीरे बैंक के एटीएम में कैश डालते समय उसमें हेराफेरी कर देता था। मामले की गहनता से जांच में जुटी पुलिस बैंक कैशियर ऑनलाइन क्रिकेट बेटिंग ऐप 4raBet पर बैंक के रुपए को इन्वेस्ट करता रहा और गंवाता रहा। जिला कांगड़ा के धर्मशाला में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में काम करने वाले कैशियर रजनीश कुमार की करतूत का पता जब तक बैंक को लगता, तब तक 54.64 लाख रुपए का चूना लग चुका था। फिलहाल बैंक कैशियर रजनीश कुमार के खिलाफ धर्मशाला पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 409 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गयी है।

ऊना में बस से बाइक की टक्कर:2 सगे भाइयों की मौत, हाईवे के कट से टर्न करने दौरान हुआ हादसा

ऊना में बस से बाइक की टक्कर:2 सगे भाइयों की मौत, हाईवे के कट से टर्न करने दौरान हुआ हादसा ऊना के लालसिंगी में नेशनल हाईवे 503 में मंगलवार को बस और बाइक के बीच टक्कर हो गई, जिसमें दो सगे भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान 60 वर्षीय धर्मपाल और 63 वर्षीय ज्ञान चंद के रूप में हुई है। दाेनों कोटलाखुर्द गांव के रहने वाले थे, जो सेवानिवृत्त कर्मचारी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए यहां क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया है। हादसा कैसे हुआ पुलिस उसके कारणों की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि कोटलाखुर्द के धर्मपाल और ज्ञानचंद पर बाइक पर आ रहे थे। जैसे ही लालसिंगी के पास नेशनल हाईवे के कट से टर्न करने लगे तो ऊना की तरफ से आ रही बस के साथ बाइक की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें गंभीर हालत में क्षेत्रीय अस्पताल ऊना ले जाया गया, जहां दोनों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर ऊना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को अपने कब्जे में लिया। इसके अलावा पुलिस मौके पर सड़क हादसे के संबंध में जानकारी जुटा रही है। दोनों शवों को क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

शिमला में दो सगी बहनों से मारपीट:रात में जबरन कमरे में घुसे बदमाश; जान से मारने की धमकी दी

शिमला में दो सगी बहनों से मारपीट:रात में जबरन कमरे में घुसे बदमाश; जान से मारने की धमकी दी शिमला में दो सगी बहनों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि दो युवकों ने जबरन उनके कमरे में घुसकर युवतियों के साथ मारपीट की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित युवती ने बताया है कि वह वर्तमान में अपनी बहन के साथ गैस गोदाम नवबहार रोड संजौली, शिमला में रहती है। रविवार रात वह अपनी बहन के साथ अपने किराए के कमरे में मौजूद थी। परिचित थे दोनों युवक रात दस बजे के करीब दो युवकों ने उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया। कमरे के दरवाजे की कुंडी ढीली होने के कारण दरवाजा अपने आप ही खुल गया। उन्होंने बताया कि युवक उनके परिचित थे। जिनकी पहचान उन्होंने अनिल निवासी गांव जरलोट जिला शिमला और अभिषेक निवासी जटवाड़ी की है। दोनों उनके कमरे में घुस गए और धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। जान से मारने की धमकी दी युवती का आरोप है कि उनके साथ अपशब्दों में बात करने लगे। यहीं नहीं दोनों युवकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

हिमाचल के IGMC में शुरू हुई लेप्रोस्कोपिक सर्जरी:डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक किया जटिल ऑपरेशन, निजी अस्पतालों में कई मरीजों की पहुंच से बाहर

हिमाचल के IGMC में शुरू हुई लेप्रोस्कोपिक सर्जरी:डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक किया जटिल ऑपरेशन, निजी अस्पतालों में कई मरीजों की पहुंच से बाहर शिमला में हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गाँधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (IGMC) में मिनिमल इनवेसिव सर्जरी शुरू की गयी है। IGMC के डॉक्टरों की टीम ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। अब IGMC में लेप्रोस्कोपिक के माध्यम से रोगियों की जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से हो सकेंगी। इसके मरीजों को कई तरह की सुविधाएं व लाभ मिलेंगे। इसके माध्यम से हुई सर्जरियों से रोगियों का कम रक्तस्राव, कम दर्द व तेजी से रिकवरी होगी। वर्तमान में ऐसी प्रक्रियाएं केवल चुनिंदा केंद्रीय सरकारी संस्थानों और निजी कॉर्पोरेट अस्पतालों में उपलब्ध हैं। जहां वे महंगी हैं और कई रोगियों की पहुंच से बाहर हैं। ऐसे में आईजीएमसी में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू होने से मरीजों को लाभ मिलेगा। पहले होती थी साधारण सर्जरी सर्जरी विभाग के HOD डॉ. यू.के. चंदेल ने बताया कि लेपोस्क्रोपी के माध्यम से पहले केवल साधारण सर्जरी की जाती थी। लेकिन अब इसमें एडवांस यानी जटिल सर्जरियाँ भी शुरू की है। उन्होंने कहा कि पहले केवल ओपन सर्जरी के माध्यम से मरीजों का उपचार करते थे जबकि अब भोजन नली के कैंसर के लिए, छाती के हिस्से की सर्जरी लैप्रोस्कोपी के माध्यम से की गई है। इसके अलावा पेट और मलाशय के कैंसर के लिए पूरी सर्जरी लैप्रोस्कोपी के माध्यम से की गई है। पहली बार हुई ऐसी सर्जरी ऐसी उन्नत सर्जरी आईजीएमसी में नियमित रूप से नहीं की जाती है, और यह पहली बार है कि भोजन नली के कैंसर की सर्जरी लैप्रोस्कोपी का उपयोग करके की गई है। IGMC शिमला की प्रिंसिपल डॉ. सीता का कहना है कि एडवांस सर्जरी की ओर IGMC बढ़ रहा है। नर्सिंग स्टाफ, ऑपरेशन थिएटर सहायकों और अन्य सहायक कर्मचारियों के महत्वपूर्ण समर्थन के कारण इसे अंजाम दे पाए है IGMC में अधिकांश खर्च हिमकेयर कार्ड के अंतर्गत कवर किए जाते हैं, जिससे गरीब मरीजों को लाभ हो रहा है।