देहरा में देहरा में अरेस्ट पाक जासूस केस में खुलासा:युवकों ने दी थी लॉरेंस गैंग से मरवाने की धमकी; हथियारों की फोटो डाली हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के उपमंडल देहरा के सुकाहर गांव से पकड़े गए पाक जासूसी के आरोपी अभिषेक सिंह भारद्वाज मामले में अब हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, अभिषेक को कुछ स्थानीय युवकों द्वारा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम लेकर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। युवकों ने कहा था कि वे उसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से शूट करवाएंगे और इसके लिए पैसा भी इकट्ठा कर रहे हैं। इस दबाव के चलते अभिषेक धीरे-धीरे पाकिस्तानी संदिग्ध संपर्कों के जाल में फंसता चला गया। इसके बाद उसने 2024 में सोशल मीडिया पर कुछ हथियारों की फोटो डाली, जिसमें AK 47 भी शामिल रही। पुलिस इसकी जांच में लगी है। सूत्रों के अनुसार अभिषेक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे संदिग्ध लोगों से संपर्क साधा। बातचीत के दौरान उसने कलमा पढ़ना सीखा और इस्लाम धर्म के प्रति रुचि दिखानी शुरू की। पाकिस्तान की ओर से उसे नौकरी और मोटी सैलरी का लालच दिया गया। उसे कहा गया कि पहले पाकिस्तान आकर प्रशिक्षण ले और फिर भारत लौटकर युवाओं को इस्लाम कबूल करवाने के लिए प्रेरित करे। संदिग्धों ने उससे उसके घर की लोकेशन, सीमा से दूरी और आसपास के माहौल से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां भी मांगी थीं। फेसबुक पर हथियारों की वीडियो पोस्ट कर चुका है आरोपी जांच में सामने आया है कि अभिषेक ने 11 जून 2024 को अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें दो पिस्टल, तीन एके-47 राइफलें और गोलियों की कतारें दिखाई दे रही थीं। गोलियों पर उसका नाम ‘अभिषेक भारद्वाज’ भी लिखा हुआ था। यह पोस्ट सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा गई है। मोबाइल से डिलीट की गईं संदिग्ध चैट्स, फोरेंसिक जांच जारी देहरा पुलिस ने आरोपी का मोबाइल जब्त कर फोरेंसिक लैब भेज दिया है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि अभिषेक ने कई संदिग्ध चैट्स और डिजिटल डेटा डिलीट करने की कोशिश की थी। अब यह फोन जांच एजेंसियों के लिए अहम सबूत साबित हो सकता है। आर्थिक तंगी में फंसा युवक, सोशल मीडिया बना माध्यम अभिषेक एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी मां एक होटल में सफाई का काम करती हैं और पिता ड्राइवर हैं। कॉलेज छोड़ने के बाद अभिषेक बेरोजगार था और अधिकतर समय इंटरनेट पर बिताता था। यही आदत उसे देशविरोधी तत्वों की ओर खींच ले गई। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में आया मामला एसपी देहरा मयंक चौधरी ने बताया कि 28 मई को अभिषेक को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। 29 मई को उसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। अब 2 जून को आरोपी को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना, बीएसएफ, आईबी और एनआईए जैसी एजेंसियां भी इस जांच में सक्रिय हो गई हैं और देहरा पुलिस से संपर्क साधा है। गांव में फैली सनसनी, पुलिस ने की अपील इस पूरे घटनाक्रम के बाद सुकाहर गांव में सनसनी फैल गई है। ग्रामीण इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे कि उनका जान-पहचान का युवक इस तरह की गतिविधियों में लिप्त हो सकता है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि अगर किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। एसपी मयंक चौधरी ने स्पष्ट किया है कि राज्य की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।