मंडी में मिला नवजात का शव:सड़क किनारे क्षत-विक्षत हालत में पड़ा था, कुछ अंग गायब, राहगीरों ने देखा

मंडी में मिला नवजात का शव:सड़क किनारे क्षत-विक्षत हालत में पड़ा था, कुछ अंग गायब, राहगीरों ने देखा हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के पंडोह पुलिस चौकी क्षेत्र के टिकरी नाला में एक नवजात बच्चे का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने आज सुबह के वक्त सड़क किनारे नवजात का शव देखा। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पंडोह पुलिस चौकी की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। जांच में पता चला कि नवजात के कुछ अंग भी गायब हैं। ऐसा माना जा रहा है कि रात में जानवरों ने इन अंगों को खा लिया होगा। यह भी संभावना जताई जा रही है कि नवजात को कहीं और फेंका गया था और कोई जानवर उसे यहां ले आया। फोरेंसिक टीम को जांच के लिए मौके पर बुलाया मंडी की एसपी साक्षी वर्मा ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक टीम को मौके पर बुला लिया गया है। साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश जारी है कि आखिर ये नवजात किसने फेंका।

कुल्लू में पूर्व उप प्रधान-जीजा ने व्यक्ति पीटा:मरा समझकर सड़क से नीचे फेंका, पहले मां की पिटाई की थी, ड्राइवर ने बचाया

कुल्लू में पूर्व उप प्रधान-जीजा ने व्यक्ति पीटा:मरा समझकर सड़क से नीचे फेंका, पहले मां की पिटाई की थी, ड्राइवर ने बचाया हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पूर्व पंचायत उप प्रधान ने अपने जीजा के साथ मिलकर एक युवक की पिटाई कर दी। इससे कूर्मदत्त उर्फ केडी पालसरा को सिर, आंख, कान और टांगों में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। परिजनों ने केडी ​को गंभीर हालत में कुल्लू अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका उपचार चल रहा है। मारपीट के आरोप चकुरठा पंचायत के पूर्व उप प्रधान और उनके जीजा पर लगे हैं। मारपीट की यह घटना 16 अप्रैल की बताई जा रही है। एक हफ्ते पहले मां को पीटा पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, एक हफ्ते पहले पूर्व उप प्रधान बलवीर ठाकुर ने उनकी मां को डंडों से पीटा था। मां को कुल्लू अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद केडी ने उन्हें दूसरी गाड़ी से घर भेज दिया। खुद बाजार से सामान लेने गया और दूसरी गाड़ी से लौट रहा था। मरा समझकर सड़क से नीचे फेंका: केडी इस दौरान भुइंकापुल-कोटला मार्ग पर कटहुड़ी के पास बलवीर का साला राजेंद्र आया। उसने केडी को गाड़ी से खींच लिया। फिर दोनों ने मिलकर उनकी पिटाई की और मरा समझकर सड़क के नीचे फेंक दिया। गाड़ी के ड्राइवर डिम्पल ने केडी को बचाया। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है। थाना प्रभारी के अनुसार, अभियोग की आवश्यक प्रतियां न्यायालय और उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही हैं। दोनों आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।

हिमाचल डिप्टी CM-मंत्री की बंद कमरे में मुलाकात:सियासी गलियारों में अनिरुद्ध को कैबिनेट से ड्रॉप करने और कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं

हिमाचल डिप्टी CM-मंत्री की बंद कमरे में मुलाकात:सियासी गलियारों में अनिरुद्ध को कैबिनेट से ड्रॉप करने और कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बीच बीती शाम को ऊना के हरोली में मीटिंग हुई। चर्चा की वजह अनिरुद्ध सिंह का शिमला से हेलिकॉप्टर में ऊना पहुंचा है। इस वजह से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। मुकेश के घर पर बंद कमरे में दोनों नेताओं में हुई मीटिंग के अलग अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इस मुलाकात को कैबिनेट विस्तार, कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी और डिप्टी CM मुकेश की मुख्यमंत्री सुक्खू से नाराजगी से जोड़कर देखा रहा है। सिलसिलेवार पढ़िए इस मुलाकात के क्या मायने निकाले जा रहे हैं? चर्चा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, मंत्री अनिरुद्ध सिंह को मंत्रिमंडल से ड्रॉप करना चाह रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अनिरुद्ध सिंह को मना भी लिया है। CM, अनिरुद्ध को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए मुकेश अग्निहोत्री की सहमति जरूरी है। इसलिए अनिरुद्ध को मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला से हेलिकॉप्टर में हरोली भेजा। अनिरुद्ध बोले-पर्सनल काम से गया था हरोली में मुकेश और अनिरुद्ध के बीच लंच के बाद एक घंटे तक चर्चा चली। इस दौरान हुई बातचीत को लेकर जब अनिरुद्ध से पूछा गया तो उन्होंने कहा, उनका मुकेश अग्निहोत्री से पर्सनल काम था। इसलिए वह हरोली गए थे। मुकेश भी इस पर अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है। सीएम की शिकायत की भी चर्चा दूसरी चर्चा यह है कि डिप्टी सीएम मुकेश ने बीते दिनों दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से कुछ बातों को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मुख्यमंत्री के काम काज पर आपत्ति जताई हैं और वह नाराज है। इसलिए सीएम ने दूत बनाकर अपने करीबी अनिरुद्ध सिंह को मुकेश के पास संदेश लेकर भेजा है। सच्चाई क्या है, यह मुख्यमंत्री सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश और मंत्री अनिरुद्ध सिंह की जानते हैं। अनिरुद्ध क्यों ड्रॉप होंगे? कैबिनेट में CM समेत 11 में से अकेले शिमला जिला से 3 मंत्री और शिमला संसदीय क्षेत्र के 5 मंत्री है। इस वजह से मंडी और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को कैबिनेट में उचित नहीं मिल पाई। मंत्रिमंडल में संतुलन बनाने के लिए सीएम शिमला से एक मंत्री को ड्रॉप करना चाहते हैं। अनिरुद्ध सिंह यदि कैबिनेट से ड्रॉप किए गए तो उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है, क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल भी इसी महीने पूरा हो रहा है। अनिरुद्ध के ड्रॉप होने से कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को एक और मंत्री पद मिल सकता है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से ये 3 चेहरे चर्चा में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से मंत्री बनने के लिए तीन चेहरे चर्चा में है। मुख्यमंत्री सुक्खू, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, संजय रत्न और आशीष बुटेल में से किसी एक को मंत्री बना सकते हैं। कुलदीप पठानिया मंत्री बनाए गए तो संजय रत्न विधानसभा अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। कुल्लू के सुंदर सिंह की भी हो सकती है ताजपोशी कैबिनेट में एक पद अभी भी खाली पड़ा है। इस पर मंडी संसदीय क्षेत्र के कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर को मंत्री पद मिल सकता है। सुंदर ठाकुर पहले मुख्य संसदीय सचिव (CPS) बनाए गए थे। मगर हाईकोर्ट द्वारा सीपीएस को असंवैधानिक करार देने के बाद पद से हटाया गया। लिहाज सुंदर सिंह की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है। इन 2 मंत्रियों के भी ड्रॉप होने की चर्चाएं प्रदेश में चर्चा है कि अनिरुद्ध सिंह के अलावा एक-दो मंत्री और भी ड्रॉप किए जा सकते हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र से धनीराम शांडिल और कांगड़ा से चंद्र कुमार को भी बदलने की चर्चाएं है। मगर यह फैसला मुख्यमंत्री सुक्खू के लिए आसान होने वाला नहीं है। यदि धनीराम शांडिल को ड्रॉप किया जाता है तो शिमला संसदीय क्षेत्र के अर्की से संजय अवस्थी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। कांगड़ा से चंद्र कुमार ड्रॉप किए गए तो युवा विधायक को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।

हिमाचल में 2 नशा तस्कर कॉन्स्टेबल टर्मिनेट:CM के आदेशों पर कार्रवाई, पकड़े जाने पर किए थे लाइन हाजिर, 60 सरकारी कर्मचारियों पर तलवार

हिमाचल में 2 नशा तस्कर कॉन्स्टेबल टर्मिनेट:CM के आदेशों पर कार्रवाई, पकड़े जाने पर किए थे लाइन हाजिर, 60 सरकारी कर्मचारियों पर तलवार हिमाचल सरकार ने नशा तस्करी में शामिल सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत पुलिस विभाग से हो गई है। CM के निर्देशों पर शिमला में चिट्टा तस्करी में शामिल दो पुलिस कर्मी संदीप कुमार और जुगल किशोर को टर्मिनेट कर दिया गया है। इनके तार शाह सिंडिकेट से जुड़े थे। नाम सामने आने के बाद दोनों को कैंथू में लाइन हाजिर किया था। इसके बाद दोनों जवानों को नोटिस जारी कर पक्ष रखने का मौका दिया गया था। इनका जवाब मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा गया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री कार्यालय से इन्हें टर्मिनेट करने के आदेश दिए गए। पुलिस के अनुसार, शिमला जिला में 24 सरकारी कर्मचारी चिट्टा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें डॉक्टर, तहसील वेलफेयर अधिकारी, टीचर, फॉरेस्ट गार्ड और पटवारी शामिल हैं। पुलिस ने सरकार से की कार्रवाई की सिफारिश पुलिस ने नशे के कारोबार में शामिल सभी सरकारी कर्मचारियों की सूची प्रदेश सरकार को भेज रखी है। इसमें सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की गई है। पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी के बाद दूसरे सरकारी कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है। हिमाचल में 60 कर्मचारी नशा तस्करी में संलिप्त दरअसल, मुख्यमंत्री सुक्खू ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही नशा तस्करी में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दे दिए थे। प्रदेश में 60 से ज्यादा कर्मचारी नशा तस्करी में संलिप्त बताए जा रहे हैं। जो नशा फैलाएगा, उसे नही बख्शेंगे:- SP SP शिमला संजीव गांधी ने कहा कि जिला में पुलिस ने नशे के खिलाफ मिशन क्लीन भरोसा अभियान चला रखा है। इसके तहत पुलिस सख़्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने साफ शब्दों में तस्करों को चेतावनी दी है कि शिमला जिला में जो भी चिट्टा फैलाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

हिमाचल में भारी बारिश-ओलावृष्टि का येलो अलर्ट:अगले 48 घंटे पड़ेंगे भारी, 5 से 7 डिग्री गिरेगा तापमान, तूफान से 50 घरों की छत्त उड़ी

हिमाचल में भारी बारिश-ओलावृष्टि का येलो अलर्ट:अगले 48 घंटे पड़ेंगे भारी, 5 से 7 डिग्री गिरेगा तापमान, तूफान से 50 घरों की छत्त उड़ी हिमाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश और ओलावृष्टि होगी। मौसम विभाग (IMD) ने आज प्रदेश के 6 जिले और कल 9 जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और तेज तूफान चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा गया है। IMD ने आज चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, लाहौल स्पीति जिला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया। इन जिलों में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कई स्थानों पर ओलावृष्टि और तूफान भी तबाही का कारण बन सकता है। अगले कल इन छह जिलों के साथ साथ सोलन, सिरमौर और बिलासपुर में भी भारी बारिश, ओलावृष्टि और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान चलने की चेतावनी दी गई है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।प्रदेश में 20 अप्रैल को भी मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। जाने कब जारी होता हैं ऑरेंज अलर्ट बता दें कि जब भारी बारिश व ओलावृष्टि की कम संभावना हो तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है। जब ज्यादा संभावना हो तो उस सूरत में ऑरेंज अलर्ट तथा डरावनी स्थिति में रेड अलर्ट जारी किया जाता है। 50 से ज्यादा घरों की छत्त उड़ी प्रदेश में बुधवार आधी रात को भी तूफान ने कहर बरपाया है। प्रदेश में 50 से ज्यादा घरों व गोशालाओं की छत्ते उड़ गई है। दर्जनों पेड़ जमींदोज हुए है। सेब के बगीचों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बारिश के बाद गर्मी से राहत वहीं बुधवार रात को हुई बारिश के बात प्रदेशवासियों ने गर्मी से राहत की सांस ली है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.8 डिग्री ज्यादा रह गया है, जो कि चार दिन पहले तक 4 डिग्री अधिक हो गया था। आज और कल बारिश के बाद तापमान में 5 से 7 डिग्री की कमी आएगी। मगर 21 अप्रैल से तापमान में दोबारा भारी उछाल आएगा।

हिमाचल में इंटर-कास्ट मैरिज प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का विरोध:देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने शुरू की हड़ताल, बेटियों की बोली लगाने का आरोप

हिमाचल में इंटर-कास्ट मैरिज प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का विरोध:देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने शुरू की हड़ताल, बेटियों की बोली लगाने का आरोप हिमाचल में इंटर कास्ट मैरिज की प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के विरोध में देवभूमि क्षत्रिय संगठन प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर गया है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ता ने शिमला के डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। इन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि इंटर कास्ट मैरिज प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का फैसला वापस नहीं लिया जाता और स्वर्ण आयोग का गठन नहीं होता तो 24 अप्रैल को सचिवालय का घेराव किया जाएगा। तब तक डीसी ऑफिस के बाहर इनका प्रदर्शन जारी रहेगा। बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 2025-26 के बजट भाषण में इंटर कास्ट मैरिज पर मिलने वाली 60 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि 2 लाख रुपए करने की घोषणा की है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन इसके विरोध में उतर आया है। इसमें ज्यादातर लोग सवर्ण समाज है। यह संगठन सरकार के इस फैसले के खिलाफ आर पार की लड़ाई की चेतावनी दे चुका है। इंटर कास्ट मैरिज प्रोत्साहन राशि का फैसला वापस ले सरकार- ठाकुर
देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने इंटर कास्ट मैरिज प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का फैसला वापस लेने और स्वर्ण आयोग के गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि उनकी यह मांग जल्द पूरी नहीं की गई तो आने वाले दिनों में प्रदेश में बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। रुमित ठाकुर ने कहा, सवर्ण आयोग के मुद्दे पर पूर्व बीजेपी सरकार धोखा दे चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बार देवभूमि क्षत्रिय संगठन स्वर्ण आयोग के गठन के बाद ही मानेगी। बेटियों की बोली लगाने वाला है सरकार का फैसला- अमित
वहीं अमित ठाकुर ने कहा कि सरकार एक तरफ खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देती है। दूसरी तरफ इंटर कास्ट मैरिज की प्रोत्साहन राशि बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला बेटियों की बोली लगाने वाला है। बेटी किसी भी जाति की हो, वह परिवार का स्वाभिमान होती है। इस तरह लड़कियों की बोली लगाना उचित नहीं है।

हिमाचल के पूर्व CM का सरकार पर निशाना:बोले- नेशनल हेराल्ड को 2.34 करोड़ का विज्ञापन दिया, कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्यायवाची बताया

हिमाचल के पूर्व CM का सरकार पर निशाना:बोले- नेशनल हेराल्ड को 2.34 करोड़ का विज्ञापन दिया, कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्यायवाची बताया हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने CM सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, जिस नेशनल हेराल्ड अखबार की प्रदेश में एक कॉपी भी नहीं आती हैं, उसे कांग्रेस सरकार ने 2.34 लाख रुपए विज्ञापन में दे दिया। जब भी राष्ट्रीय जांच एजेंसियों ने इनके किए घोटालों की परतें खोलना शुरू किया तो कांग्रेस दबाव की राजनीति कर इन एजेंसियों को डराने और धमकाने का प्रयास करती है। मंडी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम ने कहा, कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। नेशनल हेराल्ड की शुरुआत 1938 में हुई थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू इसके पहले संपादक थे। एसोसिएट जनरल लिमिटेड के प्रकाशन समूह से नेशनल हेराल्ड के साथ नवजीवन और कौमी आवाज भी प्रकाशित होते थे। जयराम ठाकुर ने बताया कि नेहरू के बाद इंदिरा और फिरोज गांधी ने अखबार की जिम्मेदारी संभाली। फिर राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने करीब 2000 करोड़ की संपत्ति हासिल की। इस मामले में 2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने पटियाला हाउस कोर्ट में केस दर्ज कराया था। 2021 में भी ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया- नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 15 अप्रैल 2021 को ईडी ने मामले की जांच शुरू की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों ने इस मामले पर सवाल उठाए थे। तब भी कांग्रेस ने ईडी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। यह मामला कितना गंभीर है इसको लेकर सरदार पटेल से लेकर कई स्वतंत्रता सेनानियों ने सवाल उठाए हैं। CM-मंत्री भी धरने में शामिल हो रहे- जयराम
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज देश जानना चाहता है कि मामला क्या है? आखिर ईडी के खिलाफ देशभर में कांग्रेस की ओर से धरने क्यों दिए जा रहे हैं। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग जिनमें मंत्री और मुख्यमंत्री आते हैं भी ईडी के खिलाफ धरने प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।

हिमाचल से चंडीगढ़ घूमने आए युवक की हत्या:शव साइकिल ट्रैक पर मिला, मोबाइल गायब, CCTV दिखे 2 नाबालिग हिरासत में

हिमाचल से चंडीगढ़ घूमने आए युवक की हत्या:शव साइकिल ट्रैक पर मिला, मोबाइल गायब, CCTV दिखे 2 नाबालिग हिरासत में हिमाचल प्रदेश के शिमला से चंडीगढ़ घूमने आए युवक की सेक्टर-43/44 डिवाइडिंग रोड पर बस स्टॉप के पास साइकिल ट्रैक पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई। चंडीगढ़ की सेक्टर-43 चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को सेक्टर-16 अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने हत्या करने वाले 2 नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया, जिसके बाद वो सेक्टर 14 अस्पताल में पहुंचे। आरोपियों को एसआई अमरीक और सीनियर कॉन्स्टेबल सुरिंदर ने पकड़ा है। पुलिस ने मृतक का मोबाइल आरोपियों से बरामद कर लिया। हत्या कर आरोपी फरार
थाना-36 पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान 28 वर्षीय काकू के रूप में हुई है। मृतक का मोबाइल और अन्य सामान गायब है। यह वारदात बुधवार रात की है। पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल आई कि सेक्टर-43/44 डिवाइडिंग रोड पर बस स्टॉप के पास एक युवक बेसुध पड़ा है और उसके शरीर से खून बह रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को तुरंत जीएमएसएच-16 अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है। सीसीटीवी में दिखे दो संदिग्ध युवक
पुलिस जांच में सामने आया है कि पास लगे सीसीटीवी कैमरों में मृतक युवक साइकिल ट्रैक पर पैदल चलता हुआ दिख रहा है, जबकि उसके पीछे दो युवक आते हुए नजर आ रहे हैं। कैमरे में दोनों युवक मृतक से झगड़ते दिख रहे हैं। जिसके बाद एसआई अमरीक और सीनियर कॉन्स्टेबल सुरिंदर सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

शानन प्रोजेक्ट पर पंजाब-हिमाचल में वार-पलटवार:पंजाब के मंत्री बोले-हक के लिए लड़ेंगे; 99 साल की लीज खत्म, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

शानन प्रोजेक्ट पर पंजाब-हिमाचल में वार-पलटवार:पंजाब के मंत्री बोले-हक के लिए लड़ेंगे; 99 साल की लीज खत्म, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री द्वारा शानन प्रोजेक्ट पर दिए गए बयान के बाद पंजाब की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रमुख और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा का कहना है कि कोई कुछ भी कहे, चाहे डिप्टी सीएम हो या सीएम, चाहे कितना भी दबाव डाल लें, लेकिन पंजाब का जो भी हक बनता है, हम उसे लेकर रहेंगे। हम अपनी प्रशासनिक और कानूनी लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ेंगे और किसी को भी पंजाब के हक पर डाका नहीं डालने देंगे। हिमाचल डिप्टी सीएम ने यह बात कहीं थी दरअसल, शानन प्रोजेक्ट को लेकर हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था कि शानन पावर परियोजना हमारी है। इस मामले में हम एक इंच भी पीछे हटने वाले नहीं हैं। यह पंजाब पुनर्गठन कानून के तहत संपत्ति के बंटवारे का मामला नहीं है, क्योंकि शानन या मंडी कभी भी पंजाब का हिस्सा नहीं रहे हैं। जब मंडी पंजाब का हिस्सा नहीं रहा और शानन पूरी तरह हिमाचल की जमीन पर बना है, तो यह प्रोजेक्ट भी हिमाचल का ही है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब और हिमाचल सरकार के बीच हुआ समझौता 2024 में समाप्त हो गया है। अब हिमाचल सरकार इस परियोजना को अपने नियंत्रण में लेगी। उन्होंने पंजाब से आग्रह किया कि अगर वह सचमुच हिमाचल का बड़ा भाई है, तो परियोजना हिमाचल को सौंप दे। 1925 में दी गई थी शानन प्रोजेक्ट के लिए जमीन शानन पावर प्रोजेक्ट के लिए 1925 में तत्कालीन राजा मंडी ने भारत सरकार को 99 वर्षों के लिए लीज पर जमीन दी थी। यह लीज मार्च 2024 में समाप्त हो चुकी है। लीज समाप्त होने के पश्चात प्रोजेक्ट पर हिमाचल प्रदेश का कब्जा होना है, लेकिन पंजाब इसे छोड़ने को तैयार नहीं है। पंजाब सरकार ने शानन प्रोजेक्ट को अपने पास बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जबकि हिमाचल सरकार अदालत में अपने हक की रक्षा कर रही है।

मंडी में फिर खाली कराया गया DC ऑफिस:एक बजे बम ब्लास्ट की मिली चेतावनी; अब 3 बजे दफ्तर लौटेंगे अधिकारी-कर्मचारी

मंडी में फिर खाली कराया गया DC ऑफिस:एक बजे बम ब्लास्ट की मिली चेतावनी; अब 3 बजे दफ्तर लौटेंगे अधिकारी-कर्मचारी हिमाचल की छोटी काशी मंडी में डीसी ऑफिस को आज फिर से खाली करवाया गया। दरअसल, डीसी को भेजी गई ईमेल में आज दोपहर एक बजे ऑफिस को उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक दफ्तर बंद करने का निर्णय लिया। इससे पहले सुबह के वक्त कर्मचारियों और आम जनता को जांच के बाद ही दफ्तर में प्रवेश दिया गया। डीसी मंडी को धमकी भरी ईमेल से कर्मचारी डरे व सहमे हुए है। इससे सरकारी काम से दफ्तर आने वाले आम लोग भी डरे हुए है। धमकी भरी ईमेल के बाद डीसी ऑफिस परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस सतर्क हो गई है। डीसी को मंगलवार रात मिली थी ईमेल बता दें कि डीसी मंडी की ईमेल पर मंगलवार आधी रात को एक ईमेल मिली थी। यह ईमेल मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा के नाम से भेजी गई है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ईमेल फर्जी आईडी से प्रॉक्सी सर्वर के माध्यम से भेजी गई है। पुलिस अब ईमेल भेजने वाले का पता लगाने में जुट गई है। इस ईमेल से मंडी में हड़कंप मचा हुआ है। बीते कल भी जैसे ही डीसी मंडी ने ईमेल चेक की तो इसके बाद दफ्तर को खाली करवा दिया गया। ईमेल में आज दोपहर एक बजे ब्लास्ट की बात कही गई थी। इस वजह से आज भी दफ्तर को खाली किया गया। डीसी ऑफिस भवन में तीन दफ्तर चल रहे डीसी ऑफिसर कार्यालय में ही एसपी ऑफिस व कोर्ट परिसर भी है। इस वजह से यहां लोगों की काफी ज्यादा आवाजाही रहती है। तीनों दफ्तरों को खाली भी इसी वजह से करना पड़ा है। पुलिस सतर्क: SP एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। डीसी ऑफिस की तलाशी ली जा चुकी है। मगर अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। फिर भी पुलिस सतर्क है। डीसी मंडी बोले- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करें इस्तेमाल डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि आज से बिना जांच के किसी को भी दफ्तर में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने मंडी वासियों से अगले कुछ दिन तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल का आवाहन किया, ताकि कार्यालय परिसर में कम से कम वाहन खड़े हो।