UPPSC आंदोलन के 6 किरदार…जिन्होंने सरकार को झुकाया:स्ट्रैटजी ऐसी कि अफसरों से बात करने वाले चेहरे भीड़ में गुम हो जाते

UPPSC आंदोलन के 6 किरदार…जिन्होंने सरकार को झुकाया:स्ट्रैटजी ऐसी कि अफसरों से बात करने वाले चेहरे भीड़ में गुम हो जाते उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की प्रोविंशियल सिविल सर्विस (PCS) की प्रारंभिक परीक्षा अब एक शिफ्ट में होगी। 4 दिन तक 20 हजार छात्रों के आंदोलन के बाद कमीशन को फैसला वापस लेना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का तर्क है, RO-ARO परीक्षा पर फैसला होने तक वह आंदोलन जारी रखेंगे। दैनिक भास्कर ने छात्रों की मांगों पर आयोग के नरम रुख के बाद पूरी स्ट्रेटजी समझने के लिए 6 किरदारों से बात की। जो आंदोलन के सूत्रधार बने। पढ़िए, पूरी स्ट्रैटजी… शिवाजी पार्क में पहली बैठक, 20 जिलों के छात्रों तक मैसेज पहुंचाया
छात्रों ने बताया कि आंदोलन की रुपरेखा प्रयागराज के मम्फोर्डगंज के शिवाजी पार्क में तैयार हुई। यहां कुछ चेहरे ऐसे थे, जो अफसरों और पुलिस से बातचीत करते, उन्हें छात्रों की परेशानी समझाते। उनमें से 3 किरदारों को FIR दर्ज होने के बाद जेल जाना पड़ा। हम 6 ऐसे किरदारों तक पहुंचे, जिन्होंने आयोग को बैकफुट पर आने को मजबूर किया। मगर अब छात्रों के बीच एक सामान्य चेहरा है। हमने उनके काम करने की स्ट्रैटजी समझी। सामने आया कि छात्रों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं। स्टेप बाई स्टेप काम पूरे किए गए। सबसे पहले 20 जिलों के सभी छात्रों को क्लियर मैसेज पहुंचाया गया कि 2 मांगों पर आंदोलन करना है। इसकी जिम्मेदारी 20 छात्रों के ग्रुप के पास थी। उन्होंने प्रतियोगी छात्रों के पास एजेंडा पहुंचाया। 1. UPPSC की परीक्षा एक शिफ्ट में कराई जाए। 2. RO-ARO की परीक्षा की तारीख तय करना। इसके बाद दूसरा स्टेप था कि छात्रों को इकट्‌ठा करना। सभी तक मुद्दे पहुंचाना। अफसरों से बात करने वाले चेहरे अलग थे, छात्रों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करने वाले किरदार अलग।आइए, आपको 1–1 करके 6 मुख्य किरदारों के बारे में बताते हैं… 1- पंकज पांडेय: प्लानिंग से लेकर आंदोलन एग्जीक्यूट किया
इस पूरे आंदोलन को ड्राइव करने वाले पंकज पांडेय हैं। भदोही के रहने वाले पंकज प्रयागराज के सलोरी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। वह बताते हैं- जब आयोग ने PCS-प्री और RO/ARO एग्जाम को अलग-अलग डेट में कराने की घोषणा की, उसी दिन हमने कुछ साथियों के साथ विचार किया। सबसे पहले इस अभियान का हिस्सा बनने वालों में सौरभ, आशुतोष, नरेंद्र, विशाल जैसे साथी थे। चाय की दुकान से चर्चा शुरू होने के बाद फव्वारा चौराहा के पास शिवाजी पार्क में पहली बैठक हुई। तय हुआ कि 11 नवंबर को 11 बजे आयोग का घेराव किया जाएगा। इसके बाद एक स्ट्रैटजी बनाई गई, छात्रों की अलग-अलग जिम्मेदारी तय की गई। 2- आशुतोष पांडेय: अफसरों तक बेबाकी से छात्रों की बात पहुंचाई
आशुतोष इस आंदोलन में वह चेहरा थे, जो अफसरों के सामने रहते। जब भी कोई आयोग, पुलिस या प्रशासन का अफसर बातचीत के लिए आता। आशुतोष पांडेय से ही एजेंडा पर चर्चा करता। वह छात्रों के मुद्दों को बेबाकी से रखते। कोशिश होती कि अफसर उनकी बातों को विश्वास के साथ समझें। वह 4 दिन और रात आयोग के गेट पर ही बैठे रहे। हालांकि जब अफसर लौटते तो वह भी भीड़ में गुम हो जाते। अलर्ट रहने के बावजूद गुरुवार को सुबह उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले ही लिया। इसके बाद छात्र उन्हें छोड़ने की मांग पर अड़ गए हैं। 3- विशाल तिवारी: स्लोगन ऐसे तैयार किए, जो छा गए
उनकी जिम्मेदारी स्लोगन के जरिए लड़ाई लड़ने की थी। शासन और प्रशासन पर तीखे स्लोगन वार उनके दिमाग की उपज थी। फिर चाहे ‘वह न बंटेंगे या न कटेंगे एक ही रहेंगे’ नारा हो या जमीन पर लिखे चिलम आयोग का स्लोगन। सोशल मीडिया पर आम लाेग इस आंदोलन से स्लोगन के जरिए ही जुड़े। विशाल कहते हैं- इस आंदोलन से छात्रों को भी जोड़ना था। इसलिए कोचिंग, लाइब्रेरी जैसी जगह पर गए। छात्रों को समझाया। फिर छात्रों ने प्रदर्शन अपने हाथों में ले लिया। 4- नरेंद्र कुमार: पत्र-ज्ञापन तैयार किए, उनकी अलग टीम
नरेंद्र को आंदोलन की सीधी भूमिका में नहीं रखा गया। तय हुआ कि वह धरने में शामिल नहीं होंगे। अलग बैठकर पत्र और ज्ञापन तैयार करेंगे, ताकि समय-समय पर अधिकारियों के आने पर उन्हें मुद्दे से अवगत कराया जा सके। साथ ही, छात्रों को क्या-क्या समस्याएं आ रही हैं, यह भी अफसरों को समझाया जा सके। ताकि वह आयोग और शासन तक बात पहुंचा सकें। नरेंद्र के साथ करीब 5 लोगों की और टीम रखी गई। जो यही प्लानिंग करती थी कि पत्र या ज्ञापन में क्या-कुछ लिखना चाहिए। ताकि छात्रों की हक की बात आयोग तक पहुंचे। 5- मो. अजान: 20 हजार छात्रों को आयोग के गेट तक लाना ही चुनौती
अजान कहते हैं इस आंदोलन में कोई नेता नहीं था। सभी साथी नेता थे। क्योंकि यह छात्रों के हक की बात थी। मैं ज्यादातर छात्रों के भोजन-पानी की व्यवस्था संभालता रहा। ताकि आने वाले लोगों को परेशानी कम हो। उन्होंने कहा- परीक्षा को कैसे करानी चाहिए। यह कुछ अफसर तय कर लेते थे। तैयारी करने वाले छात्रों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं। ऐसे में छात्रों का एकजुट होना ही सबसे बड़ी चुनौती थी। 20 हजार छात्र जब गेट पर बैठ गए, तब आयोग को विचार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यहां आने वाला हर शख्स एग्जाम के संबंधित डॉक्यूमेंट लेकर आया था। ताकि कोई यह न कहे कि ये तो किसी पार्टी के आदमी हैं। 6- मोनू पांडेय: सोशल मीडिया पर ड्राइव संभाली
पंकज पांडेय के साथ मोनू अगुआई करते रहे। इस आंदोलन में एक अहम भूमिका सोशल मीडिया की ड्राइव संभालने की थी। वॉट्सऐप और फेसबुक पेज पर छात्रों से आयोग पहुंचने की अपील की जाती थी। उन्होंने कहा- हम आंदोलन करना ही नहीं चाहते थे। डीएम से लेकर आयोग के अफसरों से मुलाकात की गई। मगर उन्होंने ज्ञापन लेने तक खुद को सीमित रखा। छात्रों की सुनवाई नहीं की। वॉट्सऐप ग्रुप और टेलीग्राम से फैलाया मैसेज
छात्रों को जोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका सोशल मीडिया की थी। वॉट्सऐप ग्रुप और टेलीग्राम के साथ सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म के जरिए यह मैसेज ज्यादा से ज्यादा ग्रुपों में शेयर किया गया। 8-10 ऐसे युवा रहे जो नए स्लोगन और मैसेज बनाते रहे और उसे ग्रुपों में भेजते रहे। इस आंदोलन के लिए 25 से ज्यादा वॉट्सऐप और टेलीग्राम के ग्रुप बनाए गए। इसमें हजारों की संख्या में प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को एड किया था। इस ग्रुप में पल-पल की जानकारी दी जा रही थी। राजन, प्रभात साथियों संग सोशल मीडिया पर एक्टिव प्रतियोगी छात्र राजन तिवारी व प्रभात पांडेय सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहे। यह विभिन्न सूचनाओं काे वॉट्सऐप ग्रुपों में भेजते रहे। कब और कहां छात्रों को जुटना है यह सब सूचना यह सोशल मीडिया जैसे वॉट्सऐप ग्रुप या टेलीग्राम के जरिए छात्र-छात्राओं तक पहुंचाने का काम करते रहे। इसमें शामिल हर अभ्यर्थी अपने जानने वाले छात्रों को सभी जानकारी दे रहे थे। दरअसल, देर रात और भोर में छात्र-छात्राओं की संख्या धरनास्थल पर कम हो जाती थी। जब छात्राओं की संख्या कम होती थी तो पुलिस के जवान उन्हें हटाने का प्रयास करती थी लेकिन धरने पर बैठे छात्र वॉट्सऐप ग्रुपों में मैसेज डालते और लिखते थे, जल्दी सभी छात्र आयोग गेट पर पहुंचे..आप लोगों की जरूरत है। इसके आधे से एक घंटे में बड़ी संख्या में छात्रों का आना शुरू हो जाता था। ————– अब आयोग के गेट पर डटे छात्रों की खबर पढ़िए… UPPSC ने दो शिफ्ट में परीक्षा का फैसला वापस लिया:लेकिन, RO/ARO एग्जाम में फंसा पेंच; प्रयागराज में 4 दिन से छात्र आंदोलन कर रहे उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की प्रोविंशियल सिविल सर्विस (PCS) की प्रारंभिक परीक्षा अब एक शिफ्ट में होगी। 20 हजार छात्रों के आंदोलन के बाद कमीशन को 10 दिन में ही फैसला वापस लेना पड़ा। UPPSC ने गुरुवार,14 नवंबर को 2 शिफ्ट में परीक्षा का फैसला वापस ले लिया। पढ़िए पूरी खबर…

SSC MTS Exam: पूर्णिया में SSC की परीक्षा सेंटर पर होता था बड़ा फर्जीवाड़ा, पुलिस के उड़े होश, 35 गिरफ्तार

SSC MTS Exam: पूर्णिया में SSC की परीक्षा सेंटर पर होता था बड़ा फर्जीवाड़ा, पुलिस के उड़े होश, 35 गिरफ्तार <p style=”text-align: justify;”><strong>SSC MTS Exam:</strong> पूर्णिया की पुलिस ने एक साथ 35 मुन्ना भाई को धर दबोचा है. इनके पास से 4 लाख 20 हजार रुपये, प्रिंटर और मोबाइल से लेकर नकली कागजात तक जब्त किए गए हैं. यह सभी एसएससी परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की जगह पर फर्जी परीक्षा सेंटर में परीक्षा देने बैठते थे. वहीं, इस मामले में पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गुलाबबाग हांसदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल एग्जामिनेशन सेंटर में केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग ने एमटीएस की परीक्षा का आयोजन किया है, जिसमें कई फर्जी छात्र दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसपी ने मामले की दी जानकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर एक बड़े छापेमारी दल का गठन किया गया. छापेमारी दल ने पूर्णिया डिजिटल की परीक्षा प्रणाली का निरीक्षण किया. इस दौरान 12 फर्जी छात्र मिले. पूर्णिया डिजिटल के लैब रूम के निरीक्षण के क्रम में छापेमारी दल ने यह पाया कि फर्जी छात्रों की निकासी के दौरान बायोमेट्रिक मिलान नहीं हो पाया. वहीं, पूर्णिया डिजिटल के कार्यालय से सटे हुए बिल्डिंग में छापामारी की गई तो सुरेश चन्द्र के किराए के मकान से 12 मूल छात्र और 02 अन्य कुल 14 व्यक्ति पाए गए. जिनके बदले मुख्य परीक्षा भवन में फर्जी तरीके से दूसरे छात्र परीक्षा दे रहे थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार छात्रों ने बताया ये लोग पूर्णिया के विभिन्न होटलों में ठहराते हैं और परीक्षा के दिन संस्थान के कर्मियों की मिलीभगत से मूल छात्र के बदले अन्य छात्रों को परीक्षा में शामिल कराया जाता है और बगल के बिल्डिंग से फर्जी केबल नेटवर्क के जरिये फर्जी बायोमेट्रिक प्रणाली का उपयोग करते हुए एग्जामिनेशन लैब में परीक्षा की अवधि में ही इन और आउट कराया जाता है. सुरेश चन्द्र साहा के मकान में ही मूल छात्रों की एसएससी परीक्षा की कॉपी भी भरवाई जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे करता था गिरोह काम?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसमें एक संगठित गिरोह काम करता है जिसमें एग्जामिनेशन लैब मालिक, लैब में काम करने वाले कर्मी, विभिन्न परीक्षा माफिया शामिल हैं. इसकी पुष्टि छापेमारी दल ने भौतिक निरीक्षण के क्रम में की. वहीं, गिरफ्तार सभी लोगों से विस्तृत पूछताछ कर इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों एवं विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. दो अन्य को परीक्षा माफिया पूर्णिया डिजिटल एग्जाम सेंटर के बाहर सड़क पर से भी गिरफ्तार किया गया. इस फर्जीवाड़े में एग्जामिनेशन लैब के 7 कर्मी भी शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस संबंध में साइबर थाना कांड संख्या 66/24, धारा 318(4)/319(2)/338/ 336(3)/340(2)/61 (2)/111 भारतीय न्याय संहिता एवं 65/66 (सी)/66 (डी) आई०टी० एक्ट, 2000 एवं धारा 9/10/11 सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम, 2024 दर्ज की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/pm-modi-will-give-many-gifts-to-tribal-community-of-bihar-and-jharkhand-during-his-visit-to-jamui-2823477″>Pm Modi Bihar Visit: पीएम मोदी जमुई दौरे में बिहार को देंगे कई सौगात, आदिवासी समुदाय पर रहेगा फोकस</a></strong></p>

पुष्कर मेले में कैलाश खेर के कॉन्सर्ट में भारी बवाल, पुलिस पर अपने परिवार को VIP ट्रीटमेंट देने का आरोप

पुष्कर मेले में कैलाश खेर के कॉन्सर्ट में भारी बवाल, पुलिस पर अपने परिवार को VIP ट्रीटमेंट देने का आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>Pushkar Mela 2024:</strong> राजस्थान के अजमेर जिले में हर साल विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला लगता है, जहां लाखों की संख्या में भीड़ इकट्ठी होती है. इस बार के पुष्कर मेले में फेमस सिंगर कैलाश खेर का कॉन्सर्ट था, जिसे देखने के लिए भी भारी मात्रा में लोग जमा हुए थे. इस दौरान वहां भारी बवाल हो गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, लोगों का आरोप है कि अजमेर पुलिस की ओर से कैलाश खेर और उनके परिवार को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाना सही है, लेकिन आम जनता की एंट्री के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी की गई. आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं को धक्का देते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Ajmer, Rajasthan: A ruckus erupted at the International Pushkar Fair during Kailash Kher’s concert as police gave VIP treatment to their families, pushing and abusing the public, including women, over entry issues. Despite holding passes, common people were denied entry, leading&hellip; <a href=”https://t.co/lzJfP5BX9G”>pic.twitter.com/lzJfP5BX9G</a></p>
&mdash; IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1857116626304565382?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 14, 2024</a></blockquote>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एंट्री पास होने के बावजूद जा नहीं पाए लोग</strong><br />वहीं, आम जनता का यह भी कहना है कि कॉन्सर्ट के पास होने के बावजूद उन्हें एंट्री लेने से रोका जा रहा था, जिस वजह से हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई. इसे देखते हुए अब पुष्कर मेले में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”Rajasthan: भांजे का अपहरण कर मांगी थी 50 लाख की फिरौती, डेढ़ महीने बाद पकड़ में आया आरोपी” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/jalore-police-arrested-accused-in-kidnapping-case-for-50-lakh-ransom-ann-2823422″ target=”_blank” rel=”noopener”>Rajasthan: भांजे का अपहरण कर मांगी थी 50 लाख की फिरौती, डेढ़ महीने बाद पकड़ में आया आरोपी</a></strong></p>

पंजाब में घर में मंदिर की जोत से आग लगी:बाथरूम गए कैमिस्ट की दम घुटने से मौत; तीसरी मंजिल पर सो रही पत्नी समेत 2 झुलसे

पंजाब में घर में मंदिर की जोत से आग लगी:बाथरूम गए कैमिस्ट की दम घुटने से मौत; तीसरी मंजिल पर सो रही पत्नी समेत 2 झुलसे पंजाब के जालंधर में गुरुवार रात को घर में आग लग गई। इसमें मेडिकल स्टोर के मालिक की मौत हो गई। हादसे में एक महिला समेत 2 लोग झुलस गए। घटना रात 1 बजे की है। जब आग लगी तो घर के धमाकों हुआ। धमाकों की आवाज सुनकर तुरंत कर्मचारी बाहर निकले तो देखा कि घर के अंदर से धुआं निकल रहा था। इसके बाद फायर बिग्रेड को सुचना दी गई। मृतक की पहचान अतुल सूद के रूप में हुई है। हादसे के वक्त अतुल सूद बाथरुम में गए थे और वहीं फंस गए। दम घुटने से उनकी मौत हो गई। सूद अपनी पत्नी के साथ तीसरी मंजिल पर सो रहे थे। उनकी पत्नी को समय रहते बचा लिया गया। यह हादसा शहर के पॉश इलाके न्यू जवाहर नगर में हुआ। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग मंदिर में जलाए गए जोत से लगी थी। धमाकों की आवाज से नींद खुली
जानकारी के अनुसार, घर से धुआं निकलता देख भगत और जगदीश वहां से भाग गए लेकिन रामलाल वहीं फंस गया। उसे किसी तरह सीढ़ियों के जरिए बाहर निकाला गया। जिसके बाद आसपास के लोगों की मदद से घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। आग बुझाने के बाद जब फायर ब्रिगेड की टीम घर के बाथरूम में पहुंची तो वहां से अतुल का शव बरामद हुआ। प्राथमिक जांच में अतुल की मौत का कारण दम घुटना लग रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद असली कारण पता चलेगा। फायर ब्रिगेड कर्मचारी घायल
जानकारी के अनुसार, इस दौरान जब फायर विभाग की टीम पहुंची तो शीशे का एक हिस्सा टूटकर फायर ब्रिगेड कर्मचारी प्रभजोत सिंह के हाथ पर गिरा। जिससे वह घायल हो गया। मृतक अतुल तीन बच्चों का पिता था, जिसमें से उसकी एक बेटी ऑस्ट्रेलिया, बेटा कनाडा और दूसरी बेटी दिल्ली में है। जांच के लिए थाना-6 की पुलिस देर रात घटनास्थल पर पहुंची। मंदिर की ज्योति से आग लगने की संभावना
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग मंदिर में जलाई गई ज्योति से लगी होगी। जब फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी गई तो टीमें 10 मिनट में ही मौके पर पहुंच गईं। अगले 15 से 20 मिनट में फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। लेकिन तब तक अतुल सूद की मौत हो चुकी थी। बेहोश पड़ी सूद की पत्नी को उनके कर्मचारी ने बाहर निकाला। घर के अंदर मौजूद सिटी मेडिकल स्टोर के कर्मचारी गोपाल ने बताया कि वह पिछले 20 सालों से अतुल के साथ काम कर रहा है। गोपाल के साथ उसके साथी जगदीश राम लाल और भगत भी मौजूद थे। …………………………………….. पंजाब से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… लुधियाना में ट्रैक्टर चोर पर फायरिंग:पैर में गोली लगने से घायल, चोरी करके भाग रहा था बदमाश, टायर पर किया था फायर पंजाब के लुधियाना में देर रात एक ट्रैक्टर चोर के पैर पर गोली लगने का मामला सामने आया है। गोली लगने से चोर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे रात 3.30 बजे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में पुलिस भर्ती करवाने पहुंची। फिलहाल चोर की हालत स्थिर है। उसकी लात और ऐड़ी के बीच गोली लगी है। डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार किया जा रहा है। घायल चोर का नाम विशाल है। पूरी खबर पढ़ें

ख़ालिस्तानी आतंकी डल्ला का ट्रायल नहीं होगा सार्वजनिक:ओंटारियो अदालत ने दिया आदेश; कनाडा सरकार ने प्रसारण पर पाबंदी लगाने की रखी थी मांग

ख़ालिस्तानी आतंकी डल्ला का ट्रायल नहीं होगा सार्वजनिक:ओंटारियो अदालत ने दिया आदेश; कनाडा सरकार ने प्रसारण पर पाबंदी लगाने की रखी थी मांग कनाडा की ओंटारियो अदालत ने गुरुवार को खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के अस्थायी प्रमुख अर्श सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला और उसके सहयोगी गुरजंट सिंह के ट्रायल की कार्यवाही पर मीडिया कवरेज, प्रसारण और रिपोर्टिंग पर रोक लगा दी है। यह निर्णय कनाडा सरकार की मांग पर लिया गया है। दरअसल, कनाडा सरकार के वकील द्वारा अदालत में दाखिल एक अर्जी दाखिल की गई थी। जिसमें अदालत की कार्यवाही के प्रसारण पर प्रतिबंध की मांग की गई थी। इस अर्जी को ओंटारियो अदालत ने मान लिया है। यह प्रतिबंध तब तक लागू रहेगा, जब तक ट्रायल समाप्त नहीं हो जाता। डल्ला के खिलाफ भारत की प्रत्यर्पण की मांग इस मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के रूप में, भारत ने अर्श डल्ला के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक अनुरोध करने का संकेत दिया है। डल्ला पर भारत में कई गंभीर आपराधिक मामले और आतंकवाद गतिविधियों में शामिल होने आरोप हैं। डल्ला को 2023 में भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था। जुलाई 2023 में भारत ने कनाडाई सरकार से डल्ला की अस्थायी गिरफ्तारी का अनुरोध किया था। हालांकि, उस समय यह अनुरोध खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब कनाडा में हुई हालिया गिरफ्तारी ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने कहा- हमने कनाडा में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स का संज्ञान लिया है। उसे 10 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, और कनाडाई प्रिंट और दृश्य मीडिया ने इस घटना पर व्यापक रिपोर्टिंग की है। भारत की प्रत्यर्पण की कार्यवाही जैसवाल ने बताया कि डल्ला के भारत में लंबित आपराधिक मामलों और कनाडा में उसकी अवैध गतिविधियों में संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए भारतीय एजेंसियां प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अर्श डल्ला के अपराधों के चलते यह अपेक्षा की जाती है कि उसे भारत लाकर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा। हमारी एजेंसियां हाल की गिरफ्तारी के मद्देनजर प्रत्यर्पण पर जरूरी कार्रवाई करेंगी। 2023 में भी गिरफ्तारी की मांग की थी भारत ने 2023 में कनाडा से डल्ला की गिरफ्तारी की मांग की थी। लेकिन कनाडा सरकार ने उस समय इस मांग को खारिज कर दिया था। इसी दौरान भारत ने जनवरी 2023 में कनाडा को डल्ला के संदिग्ध पते, भारत में उसके ट्रांजैक्शन, उसकी संपत्तियों और मोबाइल नंबरों की जानकारी दी थी। भारत ने MLAT संधि (पारस्परिक कानूनी सहायता संधि) के तहत कनाडा से इन जानकारियों को वेरिफाई करने के लिए कहा था। दिसंबर 2023 में, कनाडा के न्याय विभाग ने इस मामले पर भारत से अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। भारत ने इसका जवाब इस मार्च में दिया था। 50 से ज्यादा मामलों में नामजद है डल्ला अर्श खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी है और भारत में इस पर 50 से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, जबरन वसूली, आतंकी गतिविधियां और टेरर फंडिंग शामिल है। मई 2022 में भारत सरकार ने अर्श डल्ला के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके बाद साल 2023 में उसे आतंकी घोषित कर दिया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए अर्श पंजाब से फरार होकर कनाडा चला गया और वहीं से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। भारत की एजेंसियां लंबे समय से डल्ला को पकड़ने की कोशिश कर रही हैं।

आजमगढ़ में मामली विवाद पर दो पक्षों के बीच मारपीट, जमकर चले लाठी-डंडे, 4 लोग घायल

आजमगढ़ में मामली विवाद पर दो पक्षों के बीच मारपीट, जमकर चले लाठी-डंडे, 4 लोग घायल <p style=”text-align: justify;”><strong>Azamgarh News:</strong> यूपी के आजमगढ़ में बुधवार को दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हो गई. आरोप है कि इस दौरान लाठी डंडे के साथ ही धारदार हथियार का भी इस्तेमाल किया गया, जिसमें एक युवक बुरी तरह लहूलुहान हो गया जबकि 3 अन्य लोगों भी घायल हुए हैं. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें युवक बुरी तरह घायल दिख रहा है और उसके सिर से खून बह रहा है. कहा जा रहा है कि पुलिस के सामने ही उसे पीटा गया लेकिन, किसी ने बचाने की कोशिश नहीं की.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये घटना के शहर कोतवाली क्षेत्र के करतालपुर की है. घटना में घायल आकाश सिंह ने बताया कि कि उनके गांव कम्हेनपुर में नौरंग सिंह और राजेश सिंह के बीच कुछ महीनों पहले किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. जिसके बाद से विरोधी पक्ष के मौसी के लड़के अजित सिंह मौके की तलाश में थे. बीती शाम को अजित को मौका मिल गया और उन्होंने अपने साथियों के साथ आकाश और उसके भाई आजाद सिंह को घेर लिया और उनसे मारपीट की. आरोपियों ने उनसे सोने की चेन और सोने की अंगूठी भी छीन ली.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आपसी रंजिश की बात से इनकार</strong><br />इस मारपीट में आजाद सिंह बुरी तरह लहूलुहान हो गया, उसके सिर में चोट आई है. वहीं दूसरी पक्ष के अजित सिंह ने बताया कि उनके बीच पुरानी रंजिश जैसा कोई मामला नहीं है. वो अपनी दुकान पर मौजूद था तभी आकाश और आजाद एक मुर्गा लादे पिकअप चालक को मारते-पीटते उसकी दुकान के सामने आ गए. जब उसने अपनी दुकान के सामने झगड़ा करने से मना किया तो आकाश और आजाद ने उनके साथ मारपीट की, जिसमें उनका पड़ोसी भी घायल हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया मामला रोड एक्सीडेंट का पता चल रहा है. जिसमें दो वाहन आपस में टकरा गए थे. इसी को लेकर विवाद हुआ था. फिलहाल दोनों पक्षों से अभी तक तहरीर नहीं मिली है. इस घटना में दोनों पक्ष से दो-दो लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में दोनों पक्षों के राजनीतिक दलों से भी जुड़े होने की बात सामने आई है. दोनों पक्ष अलग-अलग सियासी दलों से जुड़े बताए जा रहे हैं. जिसके बाद ये मामला हाई प्रोफाइल हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-said-lal-salam-pushed-out-in-jharkhand-rally-ahead-jharkhand-assembly-election-2823472″>’लाल सलाम वालों को धक्का देकर बाहर करना है’, झारखंड की धरती पर गरजे सीएम योगी आदित्यनाथ</a></strong><br /><br /></p>

राज्यपाल से मिले पंजाब के वित्तमंत्री:बोले-चंडीगढ़ पंजाब का है, एक इंच भी नहीं देंगे, राज्यपाल ने विश्वास दिलाया, कहा-सारी चीजों पर करेंगे विचार

राज्यपाल से मिले पंजाब के वित्तमंत्री:बोले-चंडीगढ़ पंजाब का है, एक इंच भी नहीं देंगे, राज्यपाल ने विश्वास दिलाया, कहा-सारी चीजों पर करेंगे विचार चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा को जगह देने का मामला गर्माया हुआ है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह की अगुआई में एक दल ने पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की है। चीमा ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि, हमने चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर गवर्नर से मुलाकात की है। चंडीगढ़ पंजाब का है। चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है। ऐसे में हरियाणा को न तो चंडीगढ़ में विधानसभा बनाने का हक है और नहीं अन्य इमारत का। जिस तरह इको सेंसटिव जोन काे हटा दिया गया है, वह उचित नहीं है। हरियाणा सरकार ने गवर्नर साहब के पास प्रपोजल भेजी है कि आप हमें 10 एकड़ जगह दो, हम आपको 12 एकड़ पंचकूला में देंगे। उन्होंने प्रपोजल में मकसद नहीं लिखा है। हालांकि उसका मकसद यही है कि यहां पर हरियाणा की विधानसभा बनाई जाए। हमने इस चीज के खिलाफ अपना प्रोटेस्ट दर्ज करवाया है। चंडीगढ़ पंजाब का है। हम एक भी इंच जमीन हरियाणा को देने को तैयार नहीं है। समझौते में साफ है कि चंडीगढ़ पंजाब का है वित्त मंत्री ने कहा कि हम अपना एक मेमोरेंड राज्यपाल को देकर आए हैं। उन्होंने उस एक्ट का भी हवाला दिया है, जब पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ जो संत लोंगेवाला का समझौता हुआ था, उसमें भी साफ कहा गया था कि चंडीगढ़ पंजाब का है और पंजाब को ही मिलेगा। जबकि पंजाब में पहले चाहे वह कांग्रेस हो या अकाली दल और बीजेपी की सरकार रही हो। यह दल लोगों के बीच तो चंडीगढ़ के बारे में बोलते रहते हैं। लेकिन इस मामले को कभी केंद्र के समक्ष नहीं उठाया। इस मामले में पर राजनीति की जाती रही है। उन्होंने कहा राज्यपाल ने विश्वास दिलाया है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सारी चीजों पर विचार करूंगा। हमने कई डॉक्यूमेंट उन्हें सौंपे हैं। पंचकूला में हरियाणा बनाए विधानसभा हरपाल सिंह चीमा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पंजाब भाईचारे के लिए जाना जाता है। पंजाब गुरुओं पीरों की धरती है। देश के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाब ने दी हैं। देश को बचाने के लिए हम एक दीवार की तरह खड़े हैं। जब हम हरियाणा से अलग हुए थे। तो तय हुआ था कि हरियाणा अपनी विधानसभा बनाएगा। 60 साल बाद के पंजाब की राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा जो जमीन देने की बात कर रहा हैं। पंचकूला में उसी जमीन पर उसे अपनी विधानसभा बनानी चाहिए। पंजाब के तीन करोड़ लोग चंडीगढ़ में हरियाणा को जमीन देने का विरोध करते हैं। विरोधी झूठ बोल रहे हैं, हमने मुद्दा उठाया नॉर्थ जोन मीटिंग में इस चीज का विरोध न करने के आरोप में वित्त मंत्री ने कहा कि विरोधी दल झूठे आरोप लगा रहे हैं। हम अपना पक्ष रखकर आए थे। फेल तो शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस रही हैं। फेल तो वह भी हुए हैं। चंडीगढ़ पंजाब का है। जो भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी वह हम लड़ेंगे। साथ ही कोर्ट जाना पड़ा तो भी पीछे नहीं हटेंगे। पंजाब के हक का हनन नहीं होने दिया जाएगा। बाजवा ने कहा कि पीएम इस मुद्दे पर आगे आएं चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चंडीगढ़ पर पंजाब के उचित दावे को स्वीकार करने और राज्य से किए गए लंबे समय से चले आ रहे वादों को पूरा करने का आह्वान किया है। बाजवा ने चिंता व्यक्त की है, कि इस तरह हरियाणा को जगह देने जैसा प्रत्येक कदम पंजाब से किए गए वादों की पवित्रता को खत्म कर रहा है और आपसी सम्मान की संघीय भावना को कमजोर कर रहा है। बाजवा ने लिखा है कि चंडीगढ़ को पंजाब की विशेष राजधानी के रूप में बहाल करना न केवल सद्भावना का संकेत होगा, बल्कि सम्मानित वादों और आपसी सम्मान के बंधन में विश्वास को भी नवीनीकृत करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर आगे आएंगे और चंडीगढ़ पर पंजाब के विशेष अधिकारों को बहाल करके पंजाब की विरासत का सम्मान करेंगे। चंडीगढ़ से जुड़ी है पंजाब की गहरी भावनाएं भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब की राजधानी के रूप में चंडीगढ़ न केवल एक भूमि क्षेत्र है, बल्कि इसके साथ पंजाब के लोगों की गहरी भावनाएं जुड़ी हुई हैं। पंजाब को अतीत में मिले घावों पर मरहम लगाने की कोशिश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाबियों के सामाजिक और धार्मिक उत्थान के लिए जो कदम उठाए हैं। उनके इन्हीं प्रयासों के तहत हरियाणा को चंडीगढ़ में अलग विधानसभा भवन के लिए 10 एकड़ जमीन दी गई है। पंजाब की आत्मीयता को ठेस पहुंचेगी। मेरा मानना है कि पंजाब और केंद्र के बीच मजबूत संबंध बनाए रखने के इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब औ हरियाणा आमने सामने इस मुद्दे पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज बोले- ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान साहब कहते हैं कि चंडीगढ़ हमारा है, लेकिन चंडीगढ़ तुम्हारा तब है, जब तुम हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर दोगे, जब हमें सतलुज यमुना लिंक (SYL) का पानी दे दोगे, जब तक ये नहीं देते हो तब तक इसके ऊपर हमारा अधिकार है। हम चंडीगढ़ में तभी तक बैठे हुए हैं। क्योंकि जो दोनों राज्यों के बीच समझौता हुआ है, पंजाब उसे लागू ही नहीं कर रहा है, तो चंडीगढ़ किस प्रकार से तुम्हारा हुआ’। जबकि किरण चौधरी ने कहा- चंडीगढ़ यूनियन टेरिटरी है। यहां शुरू से हमारा 60:40 का रेश्यो था। हमें तो वह भी नहीं मिला। हमने चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन दी है और उसकी एवज में 10 एकड़ में हमारी विधानसभा बन रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा, दोनों की सीटें बढ़ेंगी। इस बिल्डिंग के अंदर काम नहीं हो सकता। उसके लिए फ्यूचर प्लानिंग की जा रही है। सुनील जाखड़ के बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक मजबूरी होगी। उन्हें पंजाब की बात करनी पड़ेगी। यह है सारा प्रस्ताव जुलाई 2022 में जयपुर में एनजेडसी की बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा विधानसभा की नई बिल्डिंग के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ की ओर से रेलवे स्टेशन से IT पार्क को जाने वाली सड़क के पास 10 एकड़ जमीन दी जा रही है। बदले में हरियाणा से 12 एकड़ जमीन ली जाएगी। मनसा देवी कॉम्प्लेक्स के पास जो 12 एकड़ जमीन है, वह ईको सेंसिटिव जोन में आती है। इस पर केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर बदलाव कर दिए हैं।

वाराणसी में देव दीपावली देखने उमड़ेंगे लाखों श्रद्धालु, काशी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

वाराणसी में देव दीपावली देखने उमड़ेंगे लाखों श्रद्धालु, काशी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम <p style=”text-align: justify;”><strong>Dev Deepawali 2024: </strong>वाराणसी के घाटों पर 15 नवंबर को भव्य रूप में देव दीपावली मनाई जाएगी. इस दौरान देश दुनिया से लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचेंगे. इसके अलावा देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> सहित कई वीआईपी भी शहर में होंगे. वहीं इस दौरान वाराणसी पुलिस प्रशासन पर लोगों के सुरक्षा की भी बड़ी जिम्मेदारी होगी. इसको ध्यान में रखते हुए देव दीपावली पर वाराणसी में नों फ्लाइंग जोन घोषित रहेगा. इसके अलावा ड्रोन पर भी प्रतिबंध रहेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 नवंबर के दौरान विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली को लेकर वाराणसी पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के तहत पूरे शहर को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है. यह प्रतिबंध 14 नवंबर 2024 के रात्रि 12:00 बजे से शुरू होकर 16 नवंबर की रात्रि 12:00 तक प्रभावी रहेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिना अनुमति के नहीं उड़ा पाएंगे ड्रोन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा बिना अनुमति के ड्रोन, पतंग, गुब्बारा, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स, एयरक्राफ्ट और पैराग्लाइडर को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है. देव दीपावली के अवसर पर लाखों की संख्या में पर्यटक श्रद्धालु और वीआईंपीओं का आवागमन होगा. इस दौरान सभी के सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की प्रशासन पर बड़ी जिम्मेदारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>CCTV कैमरे से रहेगी नजर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>15 नवंबर को दोपहर बाद से ही लोगों का घाटों पर पहुंचना शुरू हो जाएगा. इस दौरान प्रशासन के अलावा &nbsp;घाटों पर अलग-अलग संस्थाओं ने भी अपने सीसीटीवी कैमरे की संख्या को बढ़ा दिया है. इसके अलावा पुलिस प्रशासन द्वारा भी हर एक संदिग्ध व्यक्ति वस्तु पर नजर रखी जाएगी. &nbsp;वाराणसी के घाट की तरफ जाने वाले चार पहिया वाहनों को तीन से चार किलोमीटर पहले ही रोक दिया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-mp-dimple-yadav-on-uppsc-protest-and-react-on-rajasthan-sdm-assault-case-2823467″><strong>’गलत निर्णय वापस लेना सही कदम’, UPPSC विवाद पर सपा सांसद डिंपल यादव की प्रतिक्रिया</strong></a></p>

‘BJP की अड़चनों के बाद दिल्ली…’, MCD मेयर चुनाव के बाद अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान 

‘BJP की अड़चनों के बाद दिल्ली…’, MCD मेयर चुनाव के बाद अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान  <p style=”text-align: justify;”><strong>Arvind Kejriwal News Latest:</strong> दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार खींची ने जीत हासिल की है. साथ डिप्टी मेयर के पद पर भी AAP की जीत हुई, जिसके बाद पूरे AAP खेमे में खुशी की लहर है. इस मौके पर AAP नेताओं ने कहा कि दिल्ली को दलित मेयर मिल गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने पूरी कोशिश की कि दिल्ली को दलित मेयर न मिल सके. इसके लिए बीजेपी ने कई तरह की साजिशें कर मेयर चुनाव में अड़चनें लगाई, लेकिन गुरुवार को आखिकार सिविक सेंटर में मेयर का चुनाव संपन्न हुआ और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार महेश कुमार खींची शानदार जीत दर्ज कर दिल्ली के मेयर चुन लिए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’हक मारने की कोशिश सफल नहीं होने देंगे'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, AAP प्रत्याशी रवींद्र भारद्वाज डिप्टी मेयर चुने गए हैं. दिल्ली मेयर का चुनाव जीतने पर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने महेश कुमार को ढेर सारी बधाई दी है. उन्होंने महेश कुमार से कहा कि आप मन लगाकर जनता के लिए काम करें और एमसीडी में हो रहे अच्छे कामों को आगे बढ़ाएं. आम आदमी पार्टी बाबा साहिब के सपनों और आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है. कोई भी पार्टी यदि दलित समाज का हक मारने की कोशिश करेगी तो उसे सफल नहीं होने देंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने रविंद्र भारद्वाज को डिप्टी मेयर चुने जाने पर बधाई देते हुए उनसे निगम में हो रहे जनहित के कामों को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए कहा है. डॉ. शैली ओबेरॉय ने महेश कुमार और रवींद्र भारद्वाज को जीत पर बधाई दी. आम आदमी पार्टी ने इसे दिल्ली की जनता की जीत बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बाबा साहब के संविधान की विजय'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के नए मेयर के रूप में आम आदमी पार्टी के महेश कुमार खींची जी को दिल से मुबारकबाद! यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि दिल्ली के लोगों की आवाज और बाबा साहब के संविधान की विजय है. दलित विरोधी ताकतों ने चुनाव में बाधा डालने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन संविधान और जनता का हौसला हर साजिश पर भारी पड़ा. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की बदौलत दिल्ली को एक दलित मेयर मिला. मुझे पूरा भरोसा है कि महेश कुमार खींची के नेतृत्व में एमसीडी में अरविंद केजरीवाल जी के विकास के विजन को नई ऊंचाई मिलेगी. जय संविधान, जय लोकतंत्र.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की जो नीतियां हैं, उन्हें महेश कुमार दिल्ली के अंदर एमसीडी में लागू करने का प्रयास करेंगे. जो हमारी प्राथमिकता है, दिल्ली साफ और स्वच्छ हो, उस जन आकांक्षाओं का पूरा करने का प्रयास करेंगे. मैं आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल, एक-एक कार्यकर्ता और पार्षदों की ओर से महेश कुमार को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, दिल्ली की मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने कहा कि दलित विरोधी भाजपा ने षड्यंत्र रचकर मेयर चुनाव में देरी करवाई. लेकिन एक बार फिर बाबा साहेब के संविधान की जीत हुई है. आम आदमी पार्टी की बदौलत दिल्ली को दलित मेयर मिला. महेश कुमार खींची को मेयर बनने पर बधाई. मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में एमसीडी में अरविंद केजरीवाल के काम की राजनीति आगे बढ़ेगी. आति़शी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि भाजपा की गुंडागर्दी हार गई और लोकतंत्र की जीत हुई, डिप्टी मेयर बनने पर रविन्द्र भारद्वाज को बधाई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’दिल्ली की भलाई के लिए काम करेंगे'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीडी मेयर चुनाव में जीत हासिल करने के बाद महेश कुमार खींची ने कहा कि सबसे पहले मैं हमारे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का तहे दिल से धन्यवाद करता हूं. जिन्होंने एक छोटे से कार्यकर्ता को इतने बड़े पद पर बैठाया. सब जानते हैं कि किस कारण से चुनाव नहीं हो रहे थे. यह भाजपा की शरारत रही है जिसके कारण चुनाव नहीं हो पाया. कोई बात नहीं, हमें आगे पांच महीने का जो भी समय मिला है उसमें हम दिल्ली की भलाई के लिए काम करेंगे और दिल्ली की सेवा करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महेश कुमार खींची ने आगे कहा कि जीत तो जीत होती है, चाहे तीन वोट से हो या एक वोट से हो. अगले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी जमकर काम कर रही है. क्योंकि इतिहास गवाह है कि जो काम आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली और दिल्लीवासियों के लिए किया है. ऐसा काम अब तक किसी पार्टी ने नहीं किया है. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पूरी दिल्ली खुशहाल है और विकास की ओर जा रही है. किसने क्रॉस वोटिंग की है इसका तो कोई निर्णय नहीं कर सकता. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उसपर काम करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi Pollution: दिल्ली में 8 स्थानों पर प्रदूषण से बिगड़े हालात, अमेरिकी दूतावास इलाके में AQI 450 के पार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-weather-worsened-due-to-pollution-in-delhi-aqi-crossed-450-us-embassy-area-2823471″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi Pollution: दिल्ली में 8 स्थानों पर प्रदूषण से बिगड़े हालात, अमेरिकी दूतावास इलाके में AQI 450 के पार</a></strong></p>

Pm Modi Bihar Visit: पीएम मोदी जमुई दौरे में बिहार को देंगे कई सौगात, आदिवासी समुदाय पर रहेगा फोकस

Pm Modi Bihar Visit: पीएम मोदी जमुई दौरे में बिहार को देंगे कई सौगात, आदिवासी समुदाय पर रहेगा फोकस <p style=”text-align: justify;”><strong>Pm Modi Bihar Visit:</strong> प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> शुक्रवार को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर बिहार के जमुई का दौरा करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर ‘जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का शुभारंभ करेंगे. जनसभा को लेकर केंद्रीय कोयला और खान राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दुबे, बीजेपी और एनडीए नेताओं के साथ गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं. वहीं, इसी क्रम में राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दुबे ने गुरुवार को सदर प्रखंड के कई गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में आने का आमंत्रण दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम के दौरा को लेकर तैयारी पूरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे ने कहा कि पीएम मोदी के दौरे के मद्देनजर हम लोगों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. मैं क्षेत्र की जनता से भारी संख्या में जनसभा स्थल पर पहुंचने की अपील करता हूं. पीएम मोदी के आगमन को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ पूरे बिहारवासियों में उत्साह का माहौल है. मेरा मानना है कि यह कार्यक्रम सफल रहेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्मारक सिक्का का करेंगे अनावरण&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रधानमंत्री मोदी बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण भी करेंगे. इस दौरान वह आदिवासी समुदायों के उत्थान और क्षेत्र के ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वह प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत निर्मित 11,000 आवासों के गृह प्रवेश में भी भाग लेंगे. वह आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत शुरू की गई 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेगुआ) के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी उद्घाटन करेंगे.</p>
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