पंजाब में निकाय चुनाव की तैयारी शुरू:EC ने जारी किया वोटर सूची के संशोधन का प्रोग्राम, 25 नवंबर तक दाखिल होगी आपत्ति

पंजाब में निकाय चुनाव की तैयारी शुरू:EC ने जारी किया वोटर सूची के संशोधन का प्रोग्राम, 25 नवंबर तक दाखिल होगी आपत्ति सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद पंजाब निर्वाचन आयोग ने 5 नगर निगमों, 43 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए अब मतदाता सूचियों में संशोधन किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने आज (13 नवंबर को) इसका प्रोग्राम जारी कर दिया है। स्टेट इलेक्शन कमिश्नर राजकमल चौधरी ने बताया कि मतदाता पंजीकरण, मतदाता सूचियों का प्रकाशन 14 नवंबर 2024 को किया जाएगा। इसके बाद 18 नवंबर से 25 नवंबर 2024 तक लोगों के दावे और आपत्ति लिए जाएंगे। इन दावों और आपत्तियों का निपटारा 3 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा, जबकि मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 7 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। कल सभी जगह मतदाता सूचियां होगी प्रकाशित सभी डिप्टी कमिश्नर-कम-जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मौजूदा मतदाता सूचियों को 14.11.2024 को निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों के कार्यालय के साथ-साथ संबंधित नगर पालिका में भी प्रकाशित करें। संशोधन कार्यक्रम के अनुसार कोई भी पात्र व्यक्ति फॉर्म नंबर 10000/- में आवेदन कर सकता है। फार्म नंबर 7 (नाम शामिल करने के लिए लिए), फॉर्म 8 (नाम शामिल करने पर आपत्ति के लिए) और फॉर्म 9 (प्रविष्टि में विवरण पर आपत्ति के लिए) जैसा कि पंजाब नगर निगम चुनाव नियम, 1994 के नियम 14 में निर्धारित है। फॉर्म नंबर 7, 8 और 9 को आयोग की वेबसाइट (यानी https://sec.punjab.gov.in) से डाउनलोड किया जा सकता है। यह लोग बन पाएंगे वोटर मतदाता के रूप में पंजीकृत होने के लिए आवेदक को तय तिथि तक 18 वर्ष की आयु का होना चाहिए । वह उस इलाके का सामान्य निवासी होना चाहिए। जिसमें वह रहता है। उन्होंने बताया कि आम जनता की सुविधा के लिए संबंधित नगर पालिकाओं में अपने दावे और आपत्तियां (फॉर्म 7, 8 और 9 में) प्रस्तुत करने के लिए 20 और 21 नवंबर 2024 को एक विशेष अभियान की व्यवस्था करने के लिए उपायुक्तों को निर्देश जारी किए गए हैं। मतदाता प्रारूप रोल का अंतिम प्रकाशन 07.12.2024 को किया जाएगा।

बरनाला में हादसे में 2 छात्रों की मौत:कॉलेज से लौट रहे थे अपने घर, ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर

बरनाला में हादसे में 2 छात्रों की मौत:कॉलेज से लौट रहे थे अपने घर, ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर पंजाब में बरनाला जिले के कस्बा भदौड़ के बाजाखाना रोड पर हुए एक हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई। यह हादसा मीरी पीरी खालसा कॉलेज भदौड़ के पास ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल की सीधी टक्कर दौरान हुआ। जानकारी के अनुसार गांव गुरुसर (बठिंडा) निवासी जसविंदर सिंह और भगता भाई (बठिंडा) निवासी तरनप्रीत सिंह दोनों अकाल अकादमी भदौड़ में बारहवीं कक्षा के छात्र थे। स्कूल में गुरुपर्व समारोह मनाया जा रहा था। दोनों छात्र अपने ड्यूटी कार्य में लगे हुए थे। डीएमसी लुधियाना में तोड़ा दम दोपहर बाद वह दोनों स्कूल से छुट्टी पाकर मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। जब वह मीरी पीरी खालसा कॉलेज के पास पहुंचे तो सामने से आ रहे ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे दोनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें तुरंत सिवल अस्पताल बरनाला दाखिल कराया गया। जहां से डाक्टरों ने ने उन्हें डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उक्त दोनों छात्रों की मौत हो गई। अकाल अकादमी की प्रिंसिपल मेडल प्रीति ग्रोवर और जसवंत सिंह साइना समेत पूरे स्टाफ ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख जताया और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। भदौड़ पुलिस थाने के एएसआई कमलजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और ट्रैक्टर चालक भजन सिंह भदौड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

लुधियाना में 15 नवंबर से 14 ट्रेनें रद्द:फिरोजपुर-हिसार और चंडीगढ़ नहीं जा सकेंगी ट्रेन, रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा निर्माण कार्य

लुधियाना में 15 नवंबर से 14 ट्रेनें रद्द:फिरोजपुर-हिसार और चंडीगढ़ नहीं जा सकेंगी ट्रेन, रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा निर्माण कार्य लुधियाना के रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है। इस कारण 15 नवंबर से 31 दिसंबर तक 14 ट्रेनें रद्द कर दी गई है। प्लेटफार्म नंबर 6 और 7 करीब 47 दिन तक बंद रहेगा। इन दोनों प्लेटफार्मों पर किसी भी तरह की आवाजाही नहीं होगी। यात्रियों का प्रवेश निषेध होगा। 31 दिसंबर को काम पूरा होने के बाद 14 ट्रेनें फिर शुरू कर दी जाएंगी। यह जानकारी फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर डीसीएम परमदीप सिंह सैनी ने दी। बता दें इससे पहले प्लेटफार्म नंबर 1 पर जब काम चल रहा था। वह करीब 3 से 4 महीने तक चला था। उस दौरान प्लाटफार्म नंबर 1 को मुकम्मल तौर पर बंद रखा गया था। रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चरम पर है। इसी कारण अब प्लेटफार्म नंबर 6 और 7 पर काम करने का फैसला अधिकारियों ने लिया है। यह ट्रेनें हुई रद्द रेलवे द्वारा बताया गया कि ट्रेन संख्या 04997/98 लुधियान-फिरोजपुर, 14614/13 साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 14629/30 चंडीगढ़-फिरोजपुर, 04743/44 हिसार-लुधियाना, 04509/10 जाखल-लुधियाना,04579/04504 हिसार-लुधियाना, 04745 चुरू-लुधियाना और 04746 लुधियाना-हिसार को 47 दिन के लिए रद्द किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक जरूरत पड़ने पर और भी ट्रेनों को कैंसिल किया जा सकता है।

जालंधर में लवली स्वीट्स के बाहर सिख संगठनों का प्रदर्शन:कारोबार को लेकर मनी इंटरप्राइजेज से हुआ विवाद, सड़क पर लगाया जाम

जालंधर में लवली स्वीट्स के बाहर सिख संगठनों का प्रदर्शन:कारोबार को लेकर मनी इंटरप्राइजेज से हुआ विवाद, सड़क पर लगाया जाम जालंधर में मंगलवार को लवली प्लाईवुड और मनी इंटरप्राइजेज के बीच विवाद हो गया था। पुलिस ने मामले में जब एक पक्ष के बयान दर्ज कर दूसरे पक्ष पर केस दर्ज किया तो इसके विरोध में दूसरे पक्ष ने लवली स्वीट्स एंड बेकरी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया और रोड जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों द्वारा लवली स्वीट्स का शोरूम बंद करवाने की कोशिश भी गई। हालांकि मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई थी। लवली प्लाईवुड द्वारा दर्ज करवाया गया केस जानकारी के अनुसार, जालंधर-नकोदर हाईवे पर स्थित भार्गव कैंप अड्डे के पास स्थित लवली मार्बल और मनी इंटरप्राइजेज के बीच ग्राहकी को लेकर बीते दिन विवाद हो गया था। लवली प्लाईवुड द्वारा आरोप लगाया गया था कि मनी इंटरप्राइजेज के मालिकों और कर्मचारियों द्वारा शोरूम में घुसकर मारपीट की गई और उनका अपहरण करने की कोशिश की गई थी। इसे लेकर जब थाना डिवीजन नंबर-6 की पुलिस को शिकायत दी गई तो पुलिस ने तुरंत अपहरण सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पांच लोगों को राउंडअप कर लिया था। मनी इंटरप्राइजिज का आरोप- मालिक की पगड़ी उतारी गई वहीं, इस मामले में मनी इंटरप्राइजेज के मालिक सूरत सिंह ने आरोप लगाए थे कि उन पर ग्राहकी की दुश्मनी को लेकर हमला किया गया। सूरत सिंह ने आरोप लगाया था कि मारपीट कर उनकी पगड़ी उतारी गई है। पुलिस ने दूसरे लवली पक्ष का मामला दर्ज किया, मगर हमारी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी से गुस्साए लोगों ने आज लवली स्वीट्स के बाहर धरना लगा दिया।

श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे सुखबीर बादल:टेबल लगने से लगी चोट, उप चुनाव लड़ने और प्रचार करने की मांगी इजाजत

श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे सुखबीर बादल:टेबल लगने से लगी चोट, उप चुनाव लड़ने और प्रचार करने की मांगी इजाजत श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा तनखैया घोषित अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को आवेदन लिखकर शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है। सुखबीर बादल आज खुद अकाल तख्त साहिब सचिवालय पहुंचे और एक लिखित आवेदन सौंपकर उप चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी। गोल्डन टेंपल पहुंचने पर सुखबीर बादल के पैर में चोट भी लग गई। गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के बाद उन्होंने कहा कि, कई वर्षों से अकाली दल के खिलाफ घटिया अभियान चल रहा है। कुछ लोगों ने पार्टी से बगावत कर अकाल तख्त साहिब में शिकायत की थी, जिस पर सिंह साहिबान ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। मैंने तुरंत स्पष्टीकरण दिया और अकाली दल के अध्यक्ष के रूप में सब कुछ अपने ऊपर ले लिया। सुखबीर ने कहा कि अकाली दल के लिए श्री अकाल तख्त साहिब दुनिया के हर सिख के लिए सर्वोच्च है। हर सिख को श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का भी पालन करना चाहिए, यही कारण है कि आज देश मजबूत है। जो भी आदेश होगा, मैं उसे स्वीकार करूंगा सुखबीर ने कहा कि मुझे श्री अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित किया था, मैं अगले ही दिन यहां पहुंच गया। मैंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब से जो भी आदेश आएगा, एक सिख होने के नाते मैं उसे स्वीकार करूंगा। मैं गुहार लगाने आया हूं। आज ढाई माह से अधिक हो गए तनखैया का आदेश दिए, अभी तक कुछ पता नहीं। मैं सिंह साहब के चरणों में प्रार्थना करता हूं कि जल्द ही जो भी आदेश होगा, हम हर आदेश का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ जिम्मेदारियां व्यक्तिगत भी हैं, जिसके चलते वह अपील करते हैं कि इस मामले में संप्रदाय की रीति-रिवाज के मुताबिक जल्द से जल्द आदेश दिए जाएं। मैंने हर आदेश का पालन किया है। सिंह साहिबान, अब मेरा अनुरोध स्वीकार करने का समय आ गया है, मेरे मामले पर जल्द से जल्द फैसला सुनाया जाए। यहां देखें सुखबीर सिंह बादल द्वारा दिए गए लेटर की कॉपी सारे वर्कर चाहते हैं चुनाव लड़े : सुखबीर उन्होंने अपने आवेदन में लिखा कि सारे पार्टी वर्कर चाहते हैं कि विशेष हालातों के चलते उन्हें उप चुनाव लड़ने और प्रचार करने की इजाजत दी जाए। उन्होंने लिखा कि उप चुनाव न लड़ने के कारण पंथ और पंजाब को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है, लेकिन अकाल पुरख की रजा में उन्होंने यह नुकसान झेला है। इसीलिए जल्द से जल्द फैसला लिया जाए और उन्हें इजाजत दी जाए कि वो पंथ विरोधी ताकतों से डटकर मुकाबला कर सकें। श्री दरबार साहिब में माथा टेकने पहुंचे सुखबीर बादल को चोट लग गई। जिस समय श्री अकाल तख्त साहिब के सचिव के पास अनुरोध पत्र देने पहुंचे उस समय सुखबीर बादल का पैर वहां पड़े टेबल पर लग गया। जिससे उनके दाहिने पैर का अंगूठा टूट गया। उसके बाद सुखबीर बादल श्री गुरु रामदास चैरिटेबल अस्पताल वल्ला में प्लास्टर लगाने के बाद चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए

गोल्डन टेंपल पहुंचे सर्वधर्म के गुरू:इंटरफेथ ग्लोबल समिट में लेंगे भाग, इजराइल से आ रहे शाही इमाम, सरबत के भले के लिए अरदास

गोल्डन टेंपल पहुंचे सर्वधर्म के गुरू:इंटरफेथ ग्लोबल समिट में लेंगे भाग, इजराइल से आ रहे शाही इमाम, सरबत के भले के लिए अरदास गुरु नानक साहिब की 555वीं जयंती को समर्पित श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा आयोजित किए जा रहे इंटरफेथ ग्लोबल समिट के अवसर पर विभिन्न धर्मों के नेता आज सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में मत्था टेकने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने गुरुघर में माथा टेककर सरबत के भले की अरदास की इस अवसर पर तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के साथ लिंग रिम पोचे बौद्ध धर्म गुरु (धर्मशाला), उमेर अहमद इलैसी ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन, स्वामी चितानंद सरस्वती जी परमार्थ निकेतन ऋषिकेश] आचार्य लोकेश मुनि जैन प्रमुख, ब्रह्मकुमारी बहन हुसैन जी, डॉ. हरमन नोबर्ट ईसाई नेता अपने साथियों सहित श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे। इस मौके पर विभिन्न धर्मों के नेताओं ने यह संदेश दिया कि धर्म एकता सिखाता है, धर्म अलगाव नहीं सिखाता। सभी साधु-संतों का एक ही कहना था कि युद्ध की जरूरत नहीं है बल्कि बातचीत से हर मसले का हल निकाला जा सकता है। इजराइल के शाही इमाम भी आ रहे इस मौके पर तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बुलंदपुर जालंधर के पास एक जगह है, वहां एक इंटरफेथ काउंसिल है, जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधि, धार्मिक नेता आमंत्रित किए गए हैं। उनमें हिंदू धर्म के स्वामी आनंद जी को आ रहे हैं। इस्लाम धर्म के प्रतिनिधि, इजराइल से शाही इमाम और ब्रह्मा कुमारियों से और यहूदी धर्म से और ईसाई धर्म से आए हैं। वे इंटरफेथ सम्मेलन में भाग लेने के लिए वहां पहुंचे हैं। हमने उनसे सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन करने का अनुरोध किया था। मंदिर-मस्जिदों पर हमला करना हमारी विरासत नहीं उन्होंने बताया कि वो जताना चाहते थे कि यह सचखंड श्री हरमंदिर साहिब सबके लिए साझी जगह है और यहीं से मानवता की शिक्षा मिलती है। हम शांति के पुजारी हैं। मंदिरों या मस्जिदों पर हमला करना हमारी विरासत नहीं है। हम आज यहां यह दिखाने के लिए लाए हैं कि हम किसी भी तरह से अंधराष्ट्रवाद या गुंडागर्दी में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नैरेटिव बनाया जा रहा है और हम उस नैरेटिव के खिलाफ हैं, इसी मकसद से आज हमने उन्हें सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन कराए हैं और उन्हें वहां की परंपराओं, रीति-रिवाजों, इतिहास और विरासत के बारे में जानकारी दी है। इस अवसर पर ईसाई धर्म के नेता फादर नॉर्बर्ट हरमन ने कहा कि गुरु नानक जी के 555वीं जयंती पर सभी को शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि हम एक ईश्वर में विश्वास करते हैं और यह ही सच है। सभी धर्मों के गुरु एक मंच पर इस अवसर पर जैन मुनि गुरु ने कहा कि आइए ऐसे समय में जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है और जिस समय यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है। हम पूरी मानवता तक शांति का संदेश पहुंचाएं। इजराइल और फिलीपींस के बीच युद्ध चल रहा है। ऐसे मौके पर अकाल तख्त ने कितनी बड़ी पहल की है और आज गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव की पूर्व संध्या पर सभी धर्मों के धार्मिक गुरुओं की उपस्थिति में ग्लोबल इंटरफेथ कॉन्फ्रेंस 2024 का आयोजन होने जा रहा है जिसमें हमारे अकाल तख्त सर्वोच्च प्रमुख है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, यहूदी सभी धर्म गुरु हमारे साथ हैं, लेकिन वे एक मंच पर आ गए हैं और उनके पास कहने के लिए केवल एक ही बात है। युद्ध, हिंसा और आतंक किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।

जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लौटाई Z सुरक्षा:केंद्र सरकार को खुद लिखा था पत्र, सरकार ने सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया

जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लौटाई Z सुरक्षा:केंद्र सरकार को खुद लिखा था पत्र, सरकार ने सुरक्षाकर्मियों को वापस बुलाया श्री दमदमा साहिब तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर Z श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने की मांग की थी। आज केंद्र सरकार ने उनकी Z श्रेणी की सुरक्षा को वापस बुला लिया है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा केंद्र सरकार को भेजे गए पत्र को स्वीकार कर लिया गया है। बता दें कि अब उनकी सुरक्षा में सिर्फ पंजाब पुलिस के जवान ही तैनात रहेंगे। पहले उनकी सुरक्षा में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में करीब 20 कर्मचारी तैनात थे, जो अब कम कर दिए गए हैं। 2 साल पहले केंद्र सरकार ने दी थी जेड सुरक्षा जानकारी के अनुसार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को केंद्र सरकार द्वारा दो साल पहले जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। हालांकि तब भी ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा सुरक्षा दिए जाने का विरोध किया था। उनके मना करने के बाद भी केंद्र सरकार ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में 6 जवान भेज दिए हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने केंद्र को सुरक्षा के लिए मना करते हुए कहा था कि श्री अकाल तख्त साहिब को उनकी तरफ से दिए गए सम्मान के लिए वह धन्यवाद करते हैं। लेकिन इसकी कोई भी जानकारी नहीं है कि इंटेलिजेंस के पास उनके लिए क्या इनपुट है। CM मान ने वापस ली थी सुरक्षा बता दें कि करीब 2 साल पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने VIP की सुरक्षा को कम कर दिया था। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा को भी आधा कर दिया था। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए अपनी पूरी सिक्योरिटी वापस करने की घोषणा कर दी थी। सिख जगत में इसका विरोध हुआ और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी इस पर ऐतराज जताया था। SGPC ने अपनी टास्क फोर्स में से 10 सुरक्षा कर्मियों को जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ लगा दिया था।

पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस का लाठी चार्ज:कई स्टूडेंट्स हुए घायल, सीनेट चुनाव को लेकर चल रहा है संघर्ष

पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस का लाठी चार्ज:कई स्टूडेंट्स हुए घायल, सीनेट चुनाव को लेकर चल रहा है संघर्ष पंजाब यूनिवर्सिटी में आज बुधवार को उस समय माहौल गर्मा गया। जब सीनेट चुनाव की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे विद्यार्थियों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हो गई। इस दौरान पुलिस ने उन पर हलका लाठी चार्ज भी किया। इस दौरान कुछ स्टूडेंट्स को चोट भी आई हैं। वहीं, स्टूडेंट्स ने अपने संघर्ष को और तेज करने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती हैं, वह इससे पीछे नहीं हटेंगे। स्टूडेंटस ने एन मौके पर बदला था अपना प्लान सीनेट चुनाव की मांग काे लेकर आज संघर्ष पर चल रहे स्टूडेंट्स ने वाइस चांसलर का आवास घेरने का प्रोग्राम बनाया था। स्टूडेंट्स इकट्‌ठे होकर वहां के लिए निकल पड़े थे। लेकिन एन मौके पर उन्होंने अपना प्लान बदल दिया। इसके बाद वह लॉ ऑडिटोरियम की तरफ चल पड़े। वहां पर पंजाब विजन 2047 प्रोग्राम चल रहा था। इसमें पंजाब के कई मंत्री, बिजनेसमैन और कई माहिर लोग पहुंचे थे। पुलिस इस दौरान आफत में आ गई। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन स्टूडेंट्स पीछे हटने के पक्ष में नहीं थे। इस मौके पुलिस और यूनिवर्सिटी की सिक्योरिटी उन्हें रोकने में लग गई। आखिर में पुलिस ने उन पर हलका लाठी चार्ज कर दिया। इसमें कुछ स्टूडेंट्स घायल हो गए। इसके बाद स्टूडेंट्स और भड़क गए। इसके बाद मौके पर डीएसडब्ल्यू पहुंच गए। उन्होंने स्टूडेंट्स को कहा कि वह उनकी वीसी से मीटिंग करवा देंगे। लेकिन स्टूडेंट्स जिस जगह पर रोके गए थे। वहीं, पर मुलाकात चाहते थे। लेकिन वह नहीं आए। इसके बाद स्टूडेंट्स ने फिर से पूरे कैंपस का चक्कर लगाकर धरना स्थल पर पहुंच गए। साथ ही अपना संघर्ष शुरू कर दिया।

गुरदासपुर में माइनिंग विभाग के एक्सईएन पर तानी पिस्टल:पुलिस के सामने जान से मारने की धमकी, टिप्पर का किया पीछा, चालक ने मारी साइड

गुरदासपुर में माइनिंग विभाग के एक्सईएन पर तानी पिस्टल:पुलिस के सामने जान से मारने की धमकी, टिप्पर का किया पीछा, चालक ने मारी साइड गुरदासपुर में आधी रात को माइनिंग विभाग के एक्सईएन रेत से भरे दो टिप्परों का पीछा करने पर डंप मालिक और उनके साथियों द्वारा एक्सईएन कार को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और पिस्टल तान दी। खनन अधिकारी के मुताबिक जब उन्होंने फोन करके पुलिस को बुलाया तो डंप मलिक ने पुलिस के सामने ही उन्हें पिस्तौल से गोली मारने की धमकी दी। आरोप है कि पुलिस ने रेत से भरे टिप्पर गायब कर दिए गए। एक्सईएन दिलप्रीत सिंह ने तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों और डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने डंप मालिक हरजीत सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ थाना सिटी गुरदासपुर में मामला दर्ज कर लिया है। टिप्पर चालक ने कार को मारी साइड पुलिस को दी शिकायत में एक्सईएन दिलप्रीत सिंह ने बतया कि रात करीब साढ़े 12 बजे उन्होंने रूटीन में रविदास चौक पर नाका लगाया हुआ था। इसी बीच अबल खैर की तरफ से रेत से भरे दो टिप्पर आते दिखे। दोनों टिप्पर बिना नंबर प्लेट के थे। उन्होंने टिप्पर को रुकने का इशारा किया, लेकिन टिप्पर के चालक ने उनकी कार को साइड मार कर टिप्पर तेजी भाग लिया, जिस पर उन्होंने अपनी टीम के साथ टिप्पर का पीछा किया। टिप्पर पंडोरी महंता की ओर जाते हुए ओवरब्रिज पार कर पेट्रोल पंप के पास खालसा एंड कंपनी नामक डंप पर जाकर रुका और चालक टिप्पर छोड़कर वहां से भाग गया। खनन अधिकारी द्वारा टिप्परों का पीछा करने और डंप पर खड़े टिप्परों के वीडियो भी जारी किए गए हैं। खनन अधिकारी के मुताबिक सुबह उन्होंने इसकी शिकायत खनन विभाग पंजाब के सचिव व निदेशक के साथ-साथ डिप्टी कमिश्नर उमा शंकर गुप्ता से की। पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच डिप्टी कमिश्नर ने तुरंत एसएसपी गुरदासपुर को इस बारे में सूचित किया और पुलिस ने देर रात हरजीत सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति पर ड्यूटी के दौरान एक सरकारी अधिकारी को धमकी देने के लिए धारा 132, 221 बीएनएस और उन्हें नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने के लिए धारा 351 (3) के अलावा आर्म्स एक्ट की धारा 24 और 27,54,59 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

हरियाणा-पंजाब के 2 हॉकी ओलिंपियन रचाएंगे शादी:DSP आकाशदीप की मोनिका से सगाई; सोनीपत की धाकड़ छोरी रेलवे में तैनात

हरियाणा-पंजाब के 2 हॉकी ओलिंपियन रचाएंगे शादी:DSP आकाशदीप की मोनिका से सगाई; सोनीपत की धाकड़ छोरी रेलवे में तैनात भारतीय हॉकी की पुरुष और महिला टीम के 2 खिलाड़ी आकाशदीप सिंह और मोनिका मलिक शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। दोनों की सगाई बुधवार को जालंधर में फगवाड़ा हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में हई। दोनों प्लेयरों के परिवार जालंधर पहुंचे। बीत कल यानी मंगलवार को आकाशदीप के घर पर पाठ रखा गया था। दोनों की शादी 15 नवंबर को लांडरा सरहिंद हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में होगी। मोनिका मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत जिला के गांव गामड़ी की रहने वाली हैं। वहीं आकाशदीप सिंह मूल रूप से खडूर साहिब के गांव वीरोवाल के रहने वाले हैं। आकाशदीप सिंह पंजाब पुलिस में बतौर डीएसपी तैनात हैं। इनकी नियुक्ति बीते साल पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने की थी। वहीं मोनिका मलिक भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं। दोनों ओलिंपिक टीम का हिस्सा रह चुके हैं। कौन हैं आकाशदीप
आकाशदीप सिंह का जन्म 2 दिसंबर 1994 को वेरोवाल गांव में हुआ था। उनके पिता सुरिंदर पाल सिंह पंजाब पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर कार्यरत थे। जबकि उनके छोटे भाई प्रभदीप सिंह भी हॉकी खिलाड़ी हैं और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। आकाशदीप सिंह शुरुआत में गुरु अंगद देव स्पोर्ट्स क्लब के लिए भी खेलते थे। जहां उनके खेलने की बेहतरीन स्किल को देखते हुए माता-पिता ने उन्हें 12 साल की उम्र में लुधियाना में स्थित पीएयू हॉकी अकादमी में दाखिला करा दिया। इसके बाद आकाशदीप जालंधर के सुरजीत हॉकी अकादमी चले गए और वहां वो 4 साल तक रहे। इस दौरान उन्होंने खेल की हर बारिकियों को बखूबी से समझा और घरेलू व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा दिखाई। साल 2011 में आकाशदीप सिंह को भारतीय जूनियर हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया। जहां उन्होंने 2011 में मलेशिया में आयोजित जूनियर एशिया कप में भारत को कांस्य पदक दिलाया। 2012 में सीनियर हॉकी टीम में डेब्यू
आकाशदीप सिंह ने एक साल बाद 2012 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की सीनियर टीम में डेब्यू किया। जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें गोल मशीन के रूप में जाना जाता है। आकाशदीप अब तक भारत के लिए 80 से ज्यादा गोल कर चुके हैं। आकाशदीप सिंह ने रियो 2016 ओलिंपिक में भारत के अटैक का नेतृत्व किया था। कौन हैं मोनिका मलिक
मोनिका मलिक ने 2005 में हॉकी की प्रैक्टिस करनी शुरू की थी। साल 2007 में मोनिका ने डे-बोर्डिंग स्कीम के तहत एकेडमी जॉइन की थी। 2009 में चंडीगढ़ ग‌र्ल्स टीम ने स्कूल नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। इस टीम में मोनिका मलिक ने भी अहम भूमिका निभाई थी। 2011 में मोनिका की मौजूदगी में चंडीगढ़ टीम ने जूनियर नेशनल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2012 में भी चंडीगढ़ टीम ने जूनियर नेशनल में सिल्वर मेडल जीता था। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते मोनिका ने इंडिया की जूनियर टीम में जगह बनाई और 2014 में जर्मनी में आयोजित जूनियर व‌र्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। मोनिका ने इसके बाद हरियाणा की तरफ से खेलना शुरू किया। जिसका असर हरियाणा महिला टीम में देखने को मिला। टीम ने 2014 में सीनियर नेशनल टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता था। मोनिका टोक्यो ओलिंपिक में भी भारतीय टीम का हिस्सा थी। टीम पदक जीतने में सफल नहीं हो सकी, लेकिन प्रदर्शन की सबने तारीफ की थी।