लखनऊ में साइबर ठग गैंग चुरा रहा मोबाइल:झारखंड के तीन पहाड़ गांव से ऑपरेट हो रहा, साइबर टीम कर रही धरपकड़

लखनऊ में साइबर ठग गैंग चुरा रहा मोबाइल:झारखंड के तीन पहाड़ गांव से ऑपरेट हो रहा, साइबर टीम कर रही धरपकड़ लखनऊ में साइबर ठगों का गैंग फोन चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। जिसके बाद मोबाइल से कनेक्ट अकाउंट खाली कर दे रहे हैं। झारखंड के तीन पहाड़ इलाके से यह पूरा गैंग ऑपरेट हो रहा है। लखनऊ में इस गैंग के तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसको लेकर साइबर थाना की टीम इस गैंग की धरपकड़ के लिए लग गई है। साइबर टीम जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों का गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। साइबर थाना प्रभारी ब्रजेश यादव ने बताया कि आजकल शहर में मोबाइल चोरी कर साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है। जिसको झारखंड में बैठे साइबर ठग चला रहे हैं। लखनऊ में कर्नल समेत चार लोगों के साथ हुआ फ्राड पिछले दिनों कर्नल संतोष कुमार मिश्रा का साथ भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के पास फल खरीदते वक्त मोबाइल चोरी हो गया था। उसके बाद से उनके उस फोन में पड़े नंबर से लिंक खातों और क्रेडिट कार्ड से 7.50 लाख रुपए निकाल लिए गए। जिसकी पीजीआई थाने में उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी गोमतीनगर विस्तार में व्यापारी राम का आई फोन चोरी हुआ और कई बार में लाखों रुपए निकल गए। इसी तरह की कई शिकायतें थानों, साइबर सेल और साइबर थाने पर आना शुरू हो गई। जिसके बाद साइबर टीम की जांच में खुलासा हुआ कि इसके पीछे झारखंड का एक गिरोह शामिल है। जिसकी तलाश तेज कर दी गई है। इस तरह हुआ गैंग का खुलासा
पुलिस के मुताबिक पीजीआई में दर्ज कर्नल की शिकायत पर मुकदमे साइबर टीम ने जांच शुरू की। जिसके आधार पर तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिसमें एक नाबालिग था। उनके पास से चोरी के 7 मोबाइल फोन बरामद हुए थे। पकड़े गए गोविंदा कुमार महतो और सूरज नोनिया के साथ नाबालिग भी झारखंड के साहेबगंज के तीन पहाड़ गांव के रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि वह लोग चोरी के मोबाइल का डाटा अपने साथियों को भेजते हैं। जिसके बाद ठगी होती है। कैसे करते थे साइबर फ्रॉड की वारदात
साइबर टीम को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका टारगेट आई फोन और कीमती मोबाइल पर होता है। इसके लिए नाबालिगों को लगाया जाता है। वहीं उनके पीछे गैंग के लोग रहते हैं, ताकि पकड़े जाने पर भीड़ से बच्चा बताकर बचा सकें। इसके बाद चोरी के मोबाइल फोन का लॉक व आई क्लाउड लॉक को तुड़वाकर फोन में पड़े सिमकार्ड से लिंक बैंक अकाउंट का डिजिटल ई-वॉलेट बनाकर अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। इसके लिए यह क्रेड एप का भी प्रयोग करते हैं। चोरी के मोबाइल को नेपाल और बांग्लादेश देते बेंच
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि साइबर ठगी के बाद चोरी और लूट के मोबाइल फोन को नेपाल और बांग्लादेश भेजकर बेंच देते हैं। जिससे पुलिस इनको ट्रेस नहीं कर पाती। गंगा नदी में नाव पर चलता है गिरोह का ऑफिस
साइबर थाना प्रभारी का कहना है कि यह लोग बहुत शातिर हैं। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए नदी में बैठकर ठगी करते हैं। जिससे पुलिस के पहुंचने से पहले नाव लेकर भाग जाए। जांच में सामने आया है कि झारखंड में तीन पहाड़ गांव गंगा नदी के किनारे है। यहां के डेढ़ सौ घर में से सौ में इसी तरह का काम आजकल हो रहा है। भरतपुर की तरह यहां के भी लोगों का मूल काम चोरी हुआ करता था। यहां के लोगों ने समय के साथ मोबाइल चोरी के साथ साइबर ठगी का काम शुरू कर दिया। यह गैंग यूपी, एमपी, राजस्थान और मुंबई में भी घटनाओं को अंजाम दे रहा है।

डिजिटल मर्डर, सुसाइड से पहले बेटी से की बात:प्रतापगढ़ में बेटा बोला- पापा ने पड़ोसी से पैसे लेकर जालसाजों को दिए

डिजिटल मर्डर, सुसाइड से पहले बेटी से की बात:प्रतापगढ़ में बेटा बोला- पापा ने पड़ोसी से पैसे लेकर जालसाजों को दिए सुसाइड करने से पहले पापा ने दोपहर एक बजे मुझे फोन किया था। परेशान लग रहे थे, मैंने पूछा- क्या हुआ? परेशान क्यों हो, मम्मी परेशान कर रही हैं क्या? उन्होंने कहा- नहीं। फिर मैंने कहा- पापा कहां हो? तो बोले- ड्यूटी पर हूं। इसके बाद हालचाल लेकर फोन रख दिया। 4 घंटे बाद सूचना मिली कि पापा ने सुसाइड कर लिया। यह कहना है प्रतापगढ़ के ज्ञानदास की बेटी का। ज्ञानदास ने साइबर जालसाजों के डर से सुसाइड कर लिया। डिजिटल मर्डर के 4 आरोपियों को पुलिस ने कानपुर से अरेस्ट किया। उनके 4 साथी फरार हैं। आरोपियों ने ज्ञानदास को धमकी दी थी कि तुम ड्रग्स बेचते हो। बचना चाहते हो तो रुपए जल्दी भेज दो। 3 दिन बाद ज्ञानदास का शव खेत में फंदे से लटका मिला। दैनिक भास्कर की टीम ने ज्ञानदास के परिजनों से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट। पहले जानिए पूरा मामला… प्रतापगढ़ के सुवांसा गांव निवासी ज्ञानदास सफाई कर्मचारी थे। 26 जनवरी को उन्हें अनजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने ड्रग्स बेचने के सबूत होने की बात करते हुए मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। पैसे की डिमांड की। यह सिलसिला तीन दिन तक चला। पहले दिन 20 हजार रुपए, दूसरे दिन 45 हजार रुपए और फिर 20 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए। इसके बाद भी ज्ञानदास को जेल भेजने की धमकी देने लगे तो वह दहशत में आ गया। उसे लगा कि अब उसकी सच्चाई गांव के सामने आ जाएगी। इसके बाद उसने 30 जनवरी की शाम 4 बजे घर के पीछे एक पेड़ से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। कैसे गैंग तक पहुंची पुलिस SP प्रतापगढ़ डॉ. अनिल कुमार ने बताया ज्ञानदास के भाई ने धमकी भरे कॉल के बारे में बताया। ज्ञानदास की कॉल डिटेल चेक की गई तो सामने आया कि 26 से 28 जनवरी के बीच में उसे 32 इनकमिंग कॉल हुई थी। चूंकि गैंग स्टूडेंट थे, इसलिए जिन नंबरों से धमकाते थे, वह ऑन कर रखे हुए थे। इस तरह से पुलिस इन आरोपियों तक पहुंच गई। फर्जी ID, सिम कार्ड, नंबरों की लिस्ट, बैंक रसीदें मिलीं पुलिस को लड़कों के पास से फर्जी क्राइम ब्रांच के आईकार्ड, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और फोन पे, पेटीएम के QR कोड मिले। अलग–अलग दुकानों के गहनों के बिल, बैंक रसीदें और 16030 रुपए बरामद हुए। अब पढ़िए ज्ञानदास के परिजनों की पूरी बातचीत…. दैनिक भास्कर की टीम गांव सुवांसा पहुंची। पहले गांव वालों से बात हुई। पता चला ज्ञानदास सफाई कर्मचारी पद पर तैनात थे। वह दो भाई हैं। दूसरे भाई प्रेमदास मिर्जापुर में जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO ) हैं। ज्ञानदास के 3 बेटी और एक बेटा है। दो बेटी की शादी कर चुके हैं। बेटा आईआईटी करने के बाद बेंगलुरु में इंजीनियर है। बहुत डरे–सहमे थे ज्ञानदास के परिवार वाले टीम ज्ञानदास के घर पहुंची। पहले तो परिजन बात करने के लिए तैयार नहीं हुए। वह बहुत डरे–सहमे थे। हमारे समझाने पर आधे घंटे बाद बमुश्किल तैयार हुए, लेकिन कैमरे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। नाम भी नहीं बताया। कहा, हम बिना कैमरे के ऐसे ही आपसे बात करेंगे। बड़े पापा से कहा– ज्ञानदास आए तो मेरी बात कराना
ज्ञान दास की मंझली बेटी ने बताया– मेरे पापा के मोबाइल पर 1 फरवरी को करीब 11:00 बजे रात में फोन आया। मेरे बड़े पापा प्रेमदास ने फोन उठाया। पूछा– कौन? तो उधर से जवाब मिला की ज्ञान दास कहां है? मेरी बात करोओ। बड़े पापा ने कहा वह बाहर गए हैं। कॉलर बोला– आएंगे तो मेरी बात करा देना। इसके बाद मेरे बड़े पापा को कुछ शक हुआ तो दूसरे दिन पुलिस से शिकायत की। पापा पड़ोसी से रुपए लेकर आए और आरोपियों को भेजे
ज्ञानदास के बेटे मुकेश (25) ने बताया- 26 जनवरी को रात में करीब 10 बजे पहला कॉल आया। इसके बाद पापा 11 बजे पड़ोसी से उधार पैसा मांगने चले गए। पड़ोसी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि ज्ञानदास करीब 11 बजे मेरे घर आए। मुझसे 10 हजार रुपए ऑनलाइन मांगे। पूछा, क्या करोगे तो जवाब मिला की मौसा सीरियस हैं, आईसीयू में भर्ती हैं। वह ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर कराने के बाद घर चले गए। 10 हजार रुपए आरोपियों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। 28 तारीख को मां का गहना भी 20 हजार रुपए में गिरवी रख दिया था। पापा ने 4 लोगों से ऑनलाइन पैसा उधार लिया था। 85 हजार रुपए ट्रांसफर किए। तीन दिन बाद पापा ने सुसाइड कर लिया। पिता बोले– मेरा बेटा कभी गमछा लेकर ड्यूटी नहीं जाता था ज्ञानदास के 70 साल के पिता मोहन दास ने बताया- 30 तारीख को सुबह रोज की तरह घर का पूरा काम करने बाद खाना खाकर बेटा घर से ड्यटी के लिए निकला था। करीब 2:00 बजे मैं ट्यूबवेल पर गया। एक घंटे तक वहां बेटे के ड्यूटी से आने का इंतजार किया। इसके बाद जब पीछे की तरफ गया तो देखा कि ज्ञानदास का शव का पेड़ से लटका था। गमछे का फंदा बनाया था। 30 तारीख को गमझा लेकर कर गया था। यह खबर भी पढ़ें… यूपी में क्राइम ब्रांच अफसर बनकर ‘डिजिटल मर्डर’:झूठे केस की धमकी दी; पत्नी के गहने गिरवी रखवाए, 81 हजार वसूले; युवक ने फांसी लगाई प्रतापगढ़ के एक युवक को साइबर ठगों ने इस कदर ब्लैकमेल किया कि उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। यूपी पुलिस ने इस केस को डिजिटल मर्डर करार दिया है। ज्ञानदास प्रयागराज के फूलपुर में पंचायत विभाग में सफाई कर्मचारी थे। जालसाजों ने क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर उनसे 3 दिन में 81 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए। उन्हें ड्रग्स बेचने के मुकदमे में फंसाने की धमकी देते रहे। पढ़ें पूरी खबर

लखनऊ वॉर रूम से योगी महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे:सुबह 4 बजे से अफसरों के साथ देख रहे CCTV, पुलिस लगातार कर रही अनाउंस

लखनऊ वॉर रूम से योगी महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे:सुबह 4 बजे से अफसरों के साथ देख रहे CCTV, पुलिस लगातार कर रही अनाउंस महाकुंभ में आज माघ पूर्णिमा का स्नान चल रहा है। योगी ने अफसरों से फोन पर बात की। सुबह 4 बजे से योगी लखनऊ में वार रूम में बैठे महाकुंभ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनके साथ डीजी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कई सीनियर अफसर हैं। सीएम CCTV देख रहे हैं। अफसरों से हर पल की अपडेट ले रहे। DIG वैभव कृष्ण मेला क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा- माघ पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए यहां पहुंच रहे हैं। हमारी व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं। सब कुछ नियंत्रण में है। पार्किंग, ट्रैफिक डायवर्जन, सबकुछ सक्रिय है। भक्त नियमों और विनियमों का पालन कर रहे हैं। भीषण जाम के बाद ट्रैफिक प्लान में बदलाव
प्रयागराज जाने वाले रास्तों में भीषण जाम के बाद ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया गया है। शहर में वाहनों की एंट्री बंद है। मेला क्षेत्र में भी कोई भी वाहन नहीं चलेगा। ऐसे में श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए 8 से 10 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। प्रशासन पार्किंग से शटल बसें चला रहा है। हालांकि, यह बेहद सीमित हैं। 15 जिलों के डीएम तैनात
संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। वहां लोगों को रुकने नहीं दे रहे हैं, ताकि भीड़ न बढ़ पाए। ज्यादातर लोगों को बाकी घाटों पर स्नान के लिए भेजा जा रहा है। भीड़ कंट्रोल के लिए पहली बार मेले में 15 जिलों के डीएम, 20 IAS और 85 PCS अफसर तैनात किए गए हैं। जाम के बाद प्रशासन अलर्ट आज 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे
महाकुंभ का आज 31वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 46 करोड़ से ज्यादा लोग डुबकी लगा चुके हैं। प्रशासन का अनुमान है कि आज 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। संगम से 10 किमी तक चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ है। सीएम योगी ने सोमवार को महाकुंभ को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान CM ने कई निर्देश दिए। पॉइंट वार पढ़िए- ———————————————– ये भी पढ़ें…. महाकुंभ-माघ पूर्णिमा पर 73 लाख ने डुबकी लगाई:10 किमी तक भीड़, 15 जिलों के DM तैनात; योगी वॉर रूम से कर रहे मॉनिटरिंग महाकुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान पर्व शुरू हो चुका है। प्रयागराज में जबरदस्त भीड़ है। संगम से 10 किमी तक चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ है। प्रशासन के मुताबिक, सुबह 6 बजे तक ही 73 लाख लोग स्नान कर चुके हैं। अनुमान है कि आज 2.5 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। पढ़ें पूरी खबर…

किराएदार ने मकान मालिक की बेटी के साथ किया रेप:पीड़िता ने किया सुसाइड का प्रयास; आरोपी लखनऊ में मां के साथ रहता था

किराएदार ने मकान मालिक की बेटी के साथ किया रेप:पीड़िता ने किया सुसाइड का प्रयास; आरोपी लखनऊ में मां के साथ रहता था लखनऊ के चिनहट इलाके में किशोर ने 15 साल की लड़की को शादी का झांसा देकर रेप किया। आरोपी पीड़िता के घर पर किराए से रहता था। मकान खाली करने पर पीड़िता ने घर में रखी दवाइयां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। घटना की जानकारी होने पर पीड़िता की मां ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि आरोपी घर की दूसरी मंजिल पर अपनी मां के साथ किराए से रहता था। घर के लोग जब काम पर चले जाते तब बेटी को अपने जाल में फंसाने का प्रयास करता। इसके बाद शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने लगा। उसने आठ फरवरी को अचानक मकान खाली कर दिया। इसके बाद बेटी ने घर पर रखीं दवा खा ली। प्राथमिक उपचार के बाद घर पहुंची बेटी ने घटना के पीछे के कारणों को बताया। जिसके बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस का कहना है किशोरी का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया जाएगा। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

IIT स्टूडेंट का सुसाइड…ताऊ बोले-मेस वाले परेशान करते थे:मां से कहता था- डिनर मिलता ही नहीं, बाहर का खाना मुझे पसंद नहीं

IIT स्टूडेंट का सुसाइड…ताऊ बोले-मेस वाले परेशान करते थे:मां से कहता था- डिनर मिलता ही नहीं, बाहर का खाना मुझे पसंद नहीं कानपुर IIT कैंपस में वह परेशान था। मेस वाले उसको तंग कर रहे थे। खाने-पीने के टाइम टेबल में बदलाव कर दिया था। जब तक वह अपनी क्लास से फुरसत पाता था, तब तक मेस बंद हो जाता था। वह अपने खाने को लेकर काफी परेशान हो रहा था। मेस वाले कहते थे बाहर जाकर खा लो। वह बाहर का कुछ नहीं खाता था। फोन पर यह सारी बातें वह अपनी मां से कहता था। हम लोग मजबूर थे, IIT प्रबंधन कुछ नहीं सुन रहा था। यह कहना है कानपुर IIT हॉस्टल में सुसाइड करने वाले रिसर्च स्कॉलर अंकित यादव के ताऊ रामतीरथ यादव का। उन्होंने भतीजे की मौत के पीछे IIT कानपुर प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। बेटे की सुसाइड की सूचना मिलते ही पूरा परिवार कानपुर पहुंच गया। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। दैनिक भास्कर ने रामतीरथ यादव से बात की। पहले पढ़िए पूरा घटनाक्रम
नोएडा के जागृति अपार्टमेंट सेक्टर-71 में रहने वाले रामसूरत यादव का बेटा अंकित यादव (24) कानपुर आईआईटी में केमिस्ट्री से पीएचडी कर रहा था। यह उसका पहला साल था। अंकित यादव ने सोमवार शाम 5 बजे सुसाइड कर लिया। आईआईटी के सुरक्षा अधिकारी को सूचना मिली कि कैंपस के हॉस्टल एच-103 में छात्र का शव लटका हुआ है। पुलिस को कमरे से 3 लाइन का सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा था कि मैं क्विट कर रहा हूं…इसमें कोई इन्वॉल्व नहीं है। यह मेरा अपना निर्णय है। चाचा बोले- IIT के खिलाफ शिकायत करेंगे
चाचा प्रदीप यादव ने कहा- अभी IIT प्रशासन से हमारी कोई बात नहीं हुई है। अंकित के पिता और मां की हालत इतनी खराब है कि वह पोस्टमॉर्टम हाउस भी नहीं आए हैं। अभी हम लोग बात करने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन दो दिन बाद लौटकर आएंगे और अंकित के सुसाइड के पीछे जो भी वजह होगी, उसके खिलाफ शिकायत करेंगे। कानपुर IIT प्रशासन को विचार करने की जरूरत है। ये कभी भी इंसाफ नहीं दे सकते हैं। अंकित ने अपनी मम्मी से बात की है, गाइड की इसके पीछे अहम भूमिका है। क्योंकि छात्रों के साथ उनका नेगेटिव एप्रोच है, उनकी वजह से 12 स्टूडेंटों ने पीएचडी छोड़ दी। यह अपने आप में बता रहा है कि वह क्यों छोड़कर चले गए। मेरा बच्चा गलत नहीं था, मैं जानता हूं
प्रदीप यादव ने बताया कि हमारा तो फिलहाल कुछ बचा नहीं है। हमारे देश की प्रतिभाओं का और नुकसान न हो, इसलिए एक्शन लेंगे। हमारा बच्चा इतने सरल स्वभाव का था। समझ हीं नहीं आ रहा कि सुसाइड क्यों किया है? मैं इतना जान रहा हूं कि मेरा बच्चा किसी भी तरह से गलत नहीं था। जब अंकित अपने पापा की कोई बात नहीं समझ पाता था, तब मैं उससे बात करता था। लास्ट टाइम पर अंकित ने अपनी मां से बात की थी। अपनी मां से ज्यादा घुला-मिला था। वह कहते हैं- अंकित के पिता रामसूरत यादव नोएडा में एक निजी फार्मा कंपनी में चीफ साइंटिस्ट हैं। हम लोग आजमगढ़ के फूलपुर तहसील के उखरी गांव के रहने वाले हैं। अंकित का भाई संचित, मां सुनीता और परिवार के सभी लोग रात में ही कानपुर आ गए थे।
पूरा परिवार होटल में रुका हुआ है। सुसाइड की जानकारी मिलते के बाद से माता-पिता और भाई सब बेहाल हैं। अंकित ने 2 बार गेट क्वालीफाई किया
चाचा प्रदीप यादव ने कहा- कानपुर IIT में यह छठवां-सातवां सुसाइड केस है। इसके अलावा चार रेप केस हो चुके हैं। ये कानपुर का बड़ा ब्लैक स्पॉट है। मेरा भतीजा चला गया मेरे परिवार का सबकुछ नष्ट हो गया। अंकित ने 2 बार गेट क्वालीफाई किया। उसने आईआईटी से केमिस्ट्री में रिसर्च करने के लिए दाखिला लिया था। अंकित कह रहा था कि अब मुझे नौकरी करनी है, लेकिन हम लोगों ने कहा कि पहले अपना एकेडमिक करो। यहां पैसे की कोई परेशानी तो है नहीं। इसके बाद उसने आईआईटी में दाखिला लिया था। डायरेक्टर बोले- जांच कमेटी रिपोर्ट देगी
इस पूरे मामले में कानपुर IIT के डायरेक्टर प्रो. मणिंद्र अग्रवाल ने कहा- रिसर्च स्कॉलर के सुसाइड के बाद एक जांच कमेटी गठित की गई है। छात्र के सुसाइड के बाद जिन लोगों पर और जो-जो भी आरोप हैं या संदेह है सभी तथ्यों की जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट में अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने कहा- परिजन ने तहरीर नहीं दी
कानपुर पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने कहा- छात्र ने अपने सुसाइड नोट में किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। इसके साथ ही छात्र के परिवार ने अभी तक किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है। फिर भी मामले में पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है। अगर कोई क्राइम एंगल सामने आएगा तो पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी। पुलिस ने मोबाइल और लैपटॉप को भी जांच के लिए कब्जे में लिया है। पुलिस ने मोबाइल,लैपटॉप कब्जे में लिया
सुसाइड की सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने सुसाइड नोट के साथ ही रिसर्च स्कॉलर अंकित यादव के मोबाइल और लैपटॉप को अपने कब्जे में लिया था। DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया- छात्र के कॉल डिटेल, वॉट्सऐप चैट से जानने का प्रयास किया जा रहा है कि मौत से पहले किससे क्या बात हुई। छात्र अचानक इतने तनाव में क्यों आ गया। इससे सुसाइड कांड के पीछे की वजह साफ हाे सके। ….. ये पढ़ें :
कानपुर में PAC जवान की मौत: भाई बोला-पत्नी पीटती थी, कई दिन तक खाना नहीं दिया; साले के साथ मिलकर मार डाला कानपुर में PAC जवान का शव घर में ही मंगलवार सुबह संदिग्ध हालात में मिला। पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच करने पहुंची। मृतक के भाई ने पत्नी और सालों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। कहा-पत्नी रोज मारपीट करती थी, यहां तक खाना भी नहीं देती थी। वहीं, DCP ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी। पढ़िए पूरी खबर…

लखनऊ में तीसरी बार 30 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज:सुबह से निकली तेज धूप; आने वाले दिनों और बढ़ेगा पारा

लखनऊ में तीसरी बार 30 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज:सुबह से निकली तेज धूप; आने वाले दिनों और बढ़ेगा पारा लखनऊ में फरवरी के शुरूआती दिनों से गर्मी ने दस्तक दे दी है। 10 फरवरी साल का सबसे गर्म दिन रहा। 11 फरवरी को भी तापमान काफी ऊपर दर्ज किया गया। लखनऊ में आज फिर पारा 30 डिग्री से अधिक दर्ज किया जाएगा। इस बार फरवरी में अभी तक बारिश नहीं हुई। जिससे तापमान तेजी से बढ़ रहा है। मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विभाग का अनुमान है आज लखनऊ का अधिकतम तापमान 27 डिग्री रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहेगा। इस साल तीसरा सबसे गर्म दिन
लखनऊ में इस बार 1 फरवरी के पहले दिन ही तापमान 30 डिग्री और दूसरे दिन 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद मंगलवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा। यह इस बार तीसरा सबसे अधिक तापमान रहा है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह बताया कि हवा की रफ्तार धीमी हो जाएगी । इसके चलते तापमान अधिक हो जाएगा। दिन में निकल रही तेज धूप
मंगलवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 29 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री का या सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक रहा। 85 फीसदी की अधिक आर्द्रता रही। न्यूनतम आद्रता 32 फीसदी रही।

वाराणसी में माघी पूर्णिमा स्नान:काशी के 10 गंगा घाट फुल ; नागा साधुओं की यात्रा 10KM निकलेगी

वाराणसी में माघी पूर्णिमा स्नान:काशी के 10 गंगा घाट फुल ; नागा साधुओं की यात्रा 10KM निकलेगी वाराणसी में आज माघी पूर्णिमा स्नान के लिए 20 लाख श्रद्धालु काशी पहुंचे हुए हैं। भोर से ही गंगा स्नान का दौर चल रहा है। काशी के प्रमुख 10 गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे अधिक है। स्नान सुरक्षित हो इसके लिए गंगा में मजबूत बैरिकेडिंग की गई है। देर रात आलाधिकारियों ने उसका निरीक्षण किया। काशी में तीन प्रमुख कार्यक्रम हैं, जिसमें सुबह से गंगा स्नान चल रहा है। महाकुंभ से आने वाले श्रद्धालुओं से काशी में भीड़ बढ़ी है, जिससे विश्वनाथ मंदिर के बाहर 5KM लंबी लाइन लगी हुई है। मंदिर के चारों द्वार से दर्शन कराया जा रहा है। वहीं, आज जूना अखाड़े पंच, नागा साधु बैजनाथ आएंगे। नागा साधुओं की यात्रा 10KM लंबी होगी, जिसमें 1 हजार से अधिक नागा साधु मौजूद रहेंगे।

संत रविदास धाम बना मिनी पंजाब:5 लाख से अधिक पंजाबी पहुंचे, भक्तों ने पहनाई कनाडाई नोटों की माला

संत रविदास धाम बना मिनी पंजाब:5 लाख से अधिक पंजाबी पहुंचे, भक्तों ने पहनाई कनाडाई नोटों की माला शिरोमणि संत रविदास की जयंती मनाई जा रही है। वाराणसी में उनके गांव बेगमपुरा की भव्यता दिख रही है। यह पूरा गांव मिनी पंजाब बना हुआ है 2 Km के एरिया में 5 लाख रैदासी ठहरे हुए हैं। बुधवार को संत रविदास की प्रतिमा पर भक्तों ने कनाडाई नोटों की माला पहनाई। वहीं आसपा सांसद चंद्रशेखर भी संत रविदास के दरबार में पहुंचे। पार्लियामेंट में मेरे विरोध के बाद छुट्‌टी घोषित हुई
आसपा सांसद चंद्रशेखर ने कहा- पार्लियामेंट में मेरे विरोध करने के बाद कल रात में रविदास जयंती पर सरकार ने छुट्‌टी घोषित की। जबकि मैंने सीएम और पीएम को पत्र भी लिखा था कि संत रविदास जयंती का अवकाश होना चाहिए। जहां शोभायात्रा-नगर कीर्तन निकलता हो वहां परमिशन मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा- जब मुख्यमंत्री पर सवाल खड़े हुए तब लीपापोती करते हुए अवकाश घोषित किया गया। ये सब यूपी के सीएम जान बूझकर कर रहे हैं। संत रविदास के अनुयायियों का अपमान कर रहे हैं। हम लोग इसे भूलेंगे नहीं। सनातन नहीं युवाओं के लिए बने बोर्ड
सनातन बोर्ड बनने के सवाल पर सांसद ने कहा- नौजवानों के लिए भी बोर्ड बना दो कि उन्हें रोजगार मिल जाए। महिलाओं के लिए भी बोर्ड बना दो कि रेप जैसी घटनाएं बंद हो जाए। गरीबों के लिए भी एक बोर्ड बना दो जिसमें गरीबों के पेट तक रोटी पहुंच जाए। जब ये बन जाए तब किसी बोर्ड की बात करना। पहले 2 तस्वीरें देखिए… रविदास जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली वाराणसी के सीर गोवर्धन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं आते हैं। आने वाले सभी लोग यहां आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं और संत रविदास के दरबार में मत्था टेकते हैं। खास बात यह है कि श्रद्धालुओं के साथ देश की शीर्ष राजनीतिक हस्तियां भी यहां पर अपनी हाजिरी लगाने जरूर आती हैं। इस वर्ष अनुमान लगाया जा रहा कि 10 लाख श्रद्धालु इस वर्ष शामिल होंगे। 5000 सेवादार मंदिर में दे रहे सेवा
हरियाणा, पंजाब, बिहार, झारखंड व अन्य राज्यों से लगभग 5000 की संख्या में पहुंचे सेवादार यहां 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की सेवा करते रहे। बताया जा रहा है कि यहां पर 6 से अधिक भट्ठियों पर रोटियां पकाई गई हैं। करीब 20 लाख से अधिक रोटियां भक्तों के लिए बनाई जा रही है। लगभग 15 क्विंटल से अधिक नमक की खपत होगा। शामिल इसमें सेवादार खाने की व्यवस्था, सुरक्षा की व्यवस्था, दर्शन करने की व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाओं को देखते हैं। देश के अलग-अलग से पहुंचा है अनाज
श्रद्धालुओं की सेवा के लिए पंजाब से 1000 क्विंटल अनाज, मिर्जापुर और मध्य प्रदेश से 50 क्विंटल लकड़ी वाराणसी पहुंच चुकी है। रविदास मंदिर आने वाले भक्त लंगर जरूर कहते हैं इसलिए मंदिर प्रशासन द्वारा पांच जगह पर लंगर चलाया जा रहा है जिसमें तीन बड़े लंगर पंडाल बनाए गए हैं उसमें करीब 5000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है इस लंगर को संचालित करने के लिए एक पंडाल में 30 सेवादारों की तैनाती की गई है। महिलाएं गाना गाते हुए बनवा रही भोजन
लंगर में कुल चार प्रकार के व्यंजन पर उसे जाते हैं जिसमें छोला,दाल, सब्जी,मीठा चावल परोसा जाता है इसको तैयार करने के लिए कुल 1000 सेवादार 18 घंटे काम करते हैं। इसमें सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का होता है जो लगातार बड़े तवे पर रोटी बनाती हैं। महिलाओं से हमने बात की उन्होंने बताया कि हम गुरु साहब की सेवा में यहां पहुंचे हैं। हमने यह भी देखा कि वह गाना गाते हुए सब्जी काट रही हैं, वहीं कुछ महिलाएं लगातार रोटी तैयार कर रही है इस लंगर की खास बात यह भी है कि यहां गरमा गरम भोजन ही दिया जाता है। विदेशों से अभी और पहुंचेंगे अनुयायी
संत रविदास मंदिर के पास संत के सपनों का गांव सज गया है। मंदिर प्रबंधन ने बताया कि अभी एनआरआई अनुयायी और पहुंचेंगे। उनके ठहरने की व्यवस्था कर ली गई है। बताया कि अमेरिका, लंदन, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, कनाडा, फ्रांस, थाईलैंड से भी अनुयायी पहुंचे हैं। इन्हीं देशों से और अनुयायी सोमवार को पहुंच जाएंगे। 12 फरवरी को लाखों की तादात में अनुयायी मत्था टेकेंगे। किसने बनवाया था वाराणसी में संत रविदास का मंदिर?
रैदासियों के गुरु डेरा संत सरवन दास जी महाराज ने इस मौजूदा मंदिर का निर्माण कराया था। 1965 के आषाढ़ मास में इसकी नींव रखी गई थी और 7 साल बाद यानी 1972 में यह संत रविदास का यह मंदिर बनकर तैयार हुआ। मंदिर में 130 किलो सोने की पालकी संत रविदास मंदिर में 130 किलो सोने की पालकी रखी हुई है। पालकी को यूरोप के शिष्यों ने बनवाया था। इस पालकी को साल में एक बार जयंती के दिन ही मंदिर में निकाला जाता है। मंदिर के शिखर का कलश और छत्र तक सब कुछ सोने का है। एक भक्त ने संगत कर मंदिर में 35 किलो सोने का छत्र लगवाया था। मंदिर का निर्माण 1965 में हुआ था। यहां पहला स्वर्ण कलश 1994 में संत गरीब दास ने संगत के सहयोग से चढ़ाया था। बाद में भक्तों के सहयोग से 32 स्वर्ण कलश लगाए गए। सोने का है 35 किलोग्राम का दीपक
मंदिर में 2012 में 35 किलो का सोने का स्वर्ण दीपक चढ़ाया गया। इसमें अखंड ज्योति जलती है। दीपक में एक बार में पांच किलो घी भरा जाता है। आ चुके हैं अब तक वीवीआईपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व सीएम मायावती, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई बड़े राजनेता यहां हाजिरी लगा चुके हैं। 600 साल पुराने पेड़ का रहस्य बरकरार
संत रविदास मंदिर के करीब इमली का पेड़ है. कहा जाता है कि इसी इमली के पेड़ के नीचे संत रविदास बैठकर सत्संग किया करते थे. आज यही लोगों की भीड़ उमड़ती है और भक्त अपनी मनोकामना लेकर यहां आते हैं और मत्था टेकते हैं। संत रविदास के जयंती के मौके पर यहां भक्तों की भीड़ होती है। इस पेड़ की देखरेख भी मंदिर ट्रस्ट ही करता है। ट्रस्ट से जुड़े सेवादार लालचंद पंजाब ने बताया कि 14 वीं शताब्दी में संत रविदास यही बैठकर सत्संग करते थे।

बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को मारी गोली:पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा, आरोपी ने तमंचा दिखाकर कहा- मर्डर करके आ रहा हूं

बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को मारी गोली:पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा, आरोपी ने तमंचा दिखाकर कहा- मर्डर करके आ रहा हूं बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को गोली मार दी। बड़े भाई की मौत हो गई। जबकि छोटा भाई गंभीर रूप से घायल है। गोली मारने के बाद कुली हवा में तमंचा लहराते हुए भाग रहा था। ट्रैफिक पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया, इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर भी तमंचा तान दिया। ट्रैफिक पुलिस ने आरोपी कुली को थाना पुलिस को सौंप दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया। घटना मंगलवार शाम 6 बजे बारादरी थाना क्षेत्र के सैटेलाइट बस स्टैंड की है। हत्या के पीछे रोडवेज बसों में पार्सल लादने और उतारने में कुलियों की मनमानी पर रोक लगना बताया जा रहा है। बुकिंग का सामान बसों में चढ़ाने-उतारने का काम ठेकेदार के कारिंदों को मिलने से कुली नाराज थे। इसको लेकर दो माह में चार से पांच बार झगड़ा हो चुका था। पढ़िए पूरा मामला
प्रतापगढ़ के रहने वाले अतुल पांडेय और उनके भाई अनुज पांडेय सैटेलाइट बस स्टैंड पार्सल घर के ठेकेदार हैं। दोनों भाई पार्सल एजेंसी की फ्रेंचाइजी चलाते थे। बस स्टैंड पर ही उनका ऑफिस है। मंगलवार शाम दोनों भाई ऑफिस में बैठे थे। शाम करीब छह बजे बरेली निवासी कुली नौबत यादव वहां पहुंचा। दोनों भाई कुछ समझ पाते इससे पहले उसने तमंचा निकाल कर फायरिंग कर दी। अनुज के सीने में गोली मार दी। अुतल पांडे की पीठ में गोली मारी, दोनों भाई जमीन पर गिर पड़े। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने अनुज को मृत घोषित कर दिया। जबकि अतुल का उपचार चल रहा है। पुलिस ने दोनों भाइयों के परिजनों को सूचना भेज दी है। कुली बोला- दो लोगों को गोली मार दी वारदात के बाद आरोपी कुली नौबत यादव हवा में तमंचा लहराकर भाग रहा था। उसके हाथ में तमंचा देख सैटेलाइट चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। पूछा- क्यों भाग रहा है और तमंचा क्यों लहरा रहा है ? इस पर आरोपी ने बताया कि मैंने दो लोगों को गोली मार दी है। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने इसकी जानकारी थाना पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने पर आरोपी को उनके हवाले कर दिया। साथ ही उसके कब्जे से तमंचा ले लिया। हत्या की सूचना पर मौके पर थाना पुलिस, एसपी सिटी मानुष पारीक, सीओ सिटी और फोरेंसिक टीम पहुंची। पांच दिन पहले अनुज का फोड़ा था सिर
अस्पताल में भर्ती अतुल पांडेय ने बताया कि कुली लगातार उन्हें परेशान कर रहा था। उन्होंने इस मामले में एआरएम से शिकायत भी की थी। पांच दिन पहले कुली ने उनके साथ मारपीट की थी। उसके भाई अनुज पर हमला कर उनका सिर फोड़ दिया था। उन्होंने इस मामले की बारादरी थाने में लिखित तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने केवल चालान करके आरोपी को छोड़ दिया। इससे आरोपी के हौसले बुलंद हो गए। इसके बाद आरोपी ने दोनों भाइयों पर गोली चला दी। इसमें मेरे भाई की मौत हो गई। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि थाना बारादरी स्थित सैटेलाइट बस स्टैंड के पास गोली चलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि दो व्यापारी, जो पार्सल का व्यवसाय करते हैं। उन पर एक कुली ने गोली चलाई। दोनों के बीच पहले से पार्सल को लेकर विवाद चल रहा था। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिर फोड़ने के बाद आरोपी पर कार्रवाई न करने के मामले में जांच कमेटी बनाई गई है। सीओ सिटी थर्ड देवेश कुमार के नेतृत्व में जांच होगी। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। …………. ये खबर भी पढ़ें- IIT स्टूडेंट का सुसाइड…ताऊ बोले-मेस वाले परेशान करते थे:मां से कहता था- डिनर मिलता ही नहीं, बाहर का खाना मुझे पसंद नहीं कानपुर IIT कैंपस में वह परेशान था। मेस वाले उसको तंग कर रहे थे। खाने-पीने के टाइम टेबल में बदलाव कर दिया था। जब तक वह अपनी क्लास से फुरसत पाता था, तब तक मेस बंद हो जाता था। वह अपने खाने को लेकर काफी परेशान हो रहा था। मेस वाले कहते थे बाहर जाकर खा लो। वह बाहर का कुछ नहीं खाता था। फोन पर यह सारी बातें वह अपनी मां से कहता था। हम लोग मजबूर थे, IIT प्रबंधन कुछ नहीं सुन रहा था। यह कहना है कानपुर IIT हॉस्टल में सुसाइड करने वाले रिसर्च स्कॉलर अंकित यादव के ताऊ रामतीरथ यादव का। पढ़ें पूरी खबर

शादी और बच्चे होने में देरी से कैंसर हो रहा:शहरी क्षेत्र की महिलाओं में ज्यादा मामले सामने आए, इनफर्टिलिटी भी बढ़ रही

शादी और बच्चे होने में देरी से कैंसर हो रहा:शहरी क्षेत्र की महिलाओं में ज्यादा मामले सामने आए, इनफर्टिलिटी भी बढ़ रही आज के दौर में युवाओं के लिए करियर टॉप प्रायोरिटी है। ऐसे में मैरिज और चाइल्ड बर्थ यानी शादी और बच्चे होने में देरी हो रही हैं। एक और अहम बात, देर से शादी होने से इनफर्टिलिटी के चांस भी बढ़ जाते है। ऐसे में फिमेल्स में गायनी कैंसर के चांस बढ़ रहे हैं। खास तौर पर एंडोमीट्रियल कैंसर के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। ये कहना है कि पश्चिम बंगाल के बर्धमान मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और कैंसर विशेषज्ञ डॉ.अभिषेक बासु का। उन्होंने बताया कि यूटरस में होने वाला ये एंडोमीट्रियल कैंसर शहरी क्षेत्र की उन महिलाओं में तेजी से बढ़ा है, जो ‘हाई-सोशियो इकोनॉमिक’ क्लास से है। यहां ऐसे में अलर्टनेस बेहद जरूरी है। सबसे इंटरेस्टिंग बात ये है कि हाल के 2 से 3 सालों में बेहद अहम बातें सामने आई हैं। इनमें पता चला है कि एंडोमीट्रियल कैंसर के बहुत सारे डिवीजन सामने है। इन अलग-अलग कैंसर के इलाज की तकनीकी भी अलग है। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 113वें एपिसोड में KGMU पहुंचे कैंसर विशेषज्ञ और बर्धमान मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ.अभिषेक बासु से खास बातचीत… डॉ.अभिषेक बासु आज के दौर की सेडेंटरी लाइफ स्टाइल ओबेसिटी और डाइट भी इनके पीछे बड़ी वजह है। ऐसे में डायबिटीज, हाई बीपी, हाइपरटेंशन समेत कई अन्य बीमारी भी तेजी से चपेट में ले रही है। इसके अलावा जेनेटिक कारणों से भी ये कैंसर के मामले सामने आ रहे है। बड़ी बात ये है कि सामान्य तौर पर जेनेटिक कारणों पर बहुत कुछ नहीं किया जा सकता है। लाइफ स्टाइल में जरूर सुधार किया जा सकता है। बेहतर होगा कि लाइफ स्टाइल में बिना देर किए सभी बदलाव लाएं। खासतौर पर युवाओं में इसको लेकर लापरवाही कतई ठीक नहीं है। तेजी से फैलता है एंडोमीट्रियल कैंसर डॉ.अभिषेक बासु कहते है कि सर्वाइकल कैंसर के मुकाबले ये बहुत तेजी से फैलता है। फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन नहीं आई है। पर शोध जरूर चल रहा। ऐसे में इसके लक्षण दिखने पर बिना देर किए एक्सपर्ट चिकित्सक से राय लेनी चाहिए।